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NEET PG Counselling 2024: नीट पीजी पहले चरण की काउंसलिंग के लिए 17 तक रजिस्ट्रेशन, 20 नवंबर को रिजल्ट
जागरण संवाददाता, पटना। नीट पीजी काउंसलिंग-2024 की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी वेबसाइट mcc.nic.in पर अपलोड है। पहले चरण की काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 17 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे। सीट आवंटन परिणाम 20 नवंबर को घोषित किया जाएगा। एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी। विकल्प के लिए विंडो आठ नवंबर को सक्रिय हो जाएगा।
इसके माध्यम से देश के सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल कॉलेजों में एमडी, एमएस, डीएनबी और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआईक्यू) की सीटों नामांकन होगा।
दूसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व भुगतान चार से नौ दिसंबर तक, विकल्प पांच से नौ दिसंबर तथा नामांकन 13 से 20 दिसंबर तक होगा। तीसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व शुल्क भुगतान 26 दिसंबर से एक जनवरी तक स्वीकार किए जाएंगे।
फार्मेसी व कृषि में दूसरे चरण का नामांकन 16 सेबिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीईबी) ने बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा-2024 के आधार पर दूसरे चरण की नामांकन कार्यक्रम जारी कर दिया है। फार्मेसी, कृषि के साथ एमबीए, एमसीए आदि कोर्स में 16 से 18 नवंबर तक नामांकन होगा। यह पूर्व में 11 से 13 तक होना था, जिसे बदलकर 16 से 18 नवंबर कर दिया गया है। आवंटन पत्र 15 नवंबर को जारी किया जायेगा। यह पहले पांच नवंबर निर्धारित था।
इंटर की सेंटप परीक्षाबिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक व इंटर की सेंटअप परीक्षा की तिथि पहले ही जारी कर दी है। घोषित तिथि के अनुसार, इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा 11 नवंबर से शुरू हो रही है, जो 18 नवंबर तक चलेगी। इंटर की परीक्षा खत्म होने के बाद मैट्रिक की सेंटप परीक्षा 19 नवंबर से शुरू होगी, यह परीक्षा 22 नवंबर तक चलेगी। मैट्रिक में 15 लाख परीक्षार्थियों के शामिल होने का अनुमान है। वहीं, इंटर में 13 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे।
परीक्षा समिति ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और प्रधानाध्यापकों को दिश-निर्देश जारी कर दिया है। परीक्षा समिति पहली बार सेंटअप परीक्षा के लिए अलग एडमिट कार्ड जारी किया है। परीक्षा समिति ने कहा है कि वार्षिक परीक्षा 2025 का एडमिट कार्ड अलग से जारी किया जाएगा। सेंटप परीक्षा के लिए विद्यार्थी परीक्षा समिति के वेबसाइट एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
जारी कार्यक्रम के अनुसार, मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा 23 नवंबर को होगी। परीक्षा समिति ने रिजल्ट दो दिसंबर को जिला शिक्षा कार्यालय में जमा करने के लिए निर्देश दिया है। वहीं, इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा 19 से 21 नवंबर तक ली जाएगी। इंटर का रिजल्ट 25 नवंबर तक जिला शिक्षा कार्यालय में जमा करना है। परीक्षा समिति ने पहले ही निर्देशित किया है कि सेंटअप परीक्षा में वही विद्यार्थी शामिल होंगे जिनकी कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी।
इसके अलावा, सेंटअप परीक्षा में जो विद्यार्थी शामिल नहीं होंगे या उपस्थित रहेंगे उनको वार्षिक परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सेंटप परीक्षा को लेकर बिहार बोर्ड से मिले निर्देश को प्रधानाध्यापकों को अवगत करा दिया गया है। मिले गाइड लाइन के तहत ही परीक्षा संचालित की जाएगी।
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Ranji Trophy: रणजी में बिहार की लगातार तीसरी हार, मध्य प्रदेश ने एक पारी और 108 रन से हराया
जागरण संवाददाता, पटना। रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप में शनिवार को मोइनुल हक स्टेडियम में मध्य प्रदेश ने बिहार को एक पारी एवं 108 रनों से हरा दिया। हरियाणा और कर्नाटक के बाद प्रतियोगिता में बिहार को लगातार तीसरी शिकस्त मिली। मेहमान टीम ने पहली पारी में 616 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जवाब में बिहार की टीम पहली पारी में 347 रन पर सिमट गई, फॉलोऑन खेलने उतरे मेजबानों के 161 रन पर सभी बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। 240 रन बनाने वाले मध्य प्रदेश के कप्तान शुभम शर्मा प्लेयर आफ द मैच रहे।
चार दिवसीय मैच के अंतिम दिन बिहार ने तीसरे दिन के 8 विकेट पर 331 रन से आगे खेलना शुरू किया। चौथे दिन बिहार को पहला झटका शब्बीर खान (5) के रूप में लगा, जो सारांश जैन की गेंद पर विकेटकीपर हिमांशु मंत्री द्वारा विकेट के पीछे लपके गए। अभी टीम के स्कोर में 1 रन ही जुड़ा था कि कप्तान वीर प्रताप सिंह को सारांश जैन ने बोल्ड कर बिहार की पहली पारी को 347 रन पर समेट दिया। और मेजबान टीम को फालोआन खेलने के लिए मजबूर किया।
बिहार टीम- पहली पारीपहली पारी में बिहार की ओर से पीयूष कुमार सिंह ने 37, वैभव सूर्यवंशी ने 5, बाबुल कुमार ने 47, शकीबुल गनी ने 3, विपिन सौरभ ने 71, आयुष लोहारिका ने 76, सरमन निगरोध ने 34, वीर प्रताप सिंह ने 14, शब्बीर खान ने 5 रन बनाए। हिमांशु सिंह शून्य पर नाबाद रहे।
मध्य प्रदेश टीम- पहली पारीमध्य प्रदेश की ओर से पहली पारी में सारांश जैन ने 108 रन देकर 5, कुमार कार्तिकेय सिंह ने 90 रन देकर 2, आर्यन पांडेय ने 44 रन देकर 2, वेंकटेश अय्यर ने 19 रन देकर 1 विकेट चटकाए।
फॉलोऑन खेलने उतरी मेजबान टीम की शुरुआत खराब रही। 4 रन पर पीयूष कुमार सिंह (0) के रूप में पहला झटका लगा। सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी का साथ देने बाबुल कुमार आए। 9वें ओवर में वेंकटेश अय्यर ने अपनी ही गेंद पर बाबुल (5) का कैच पकड़ा और बिहार को दूसरा झटका दे डाला। वैभव सूर्यवंशी (41) भी चलते बने। इसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। विपिन सौरभ (3), आयुष लोहरिका (1) और सरमन निगरोध (8) सस्ते में पवेलियन लौट गए।
ढहती पारी को रोकने के लिए शकीबुल गनी को सचिन कुमार सिंह का साथ मिला। शकीबुल व सचिन के बीच 182 गेंद की साझेदारी हुई और 67 रन बने। इस जमी जोड़ी को दूसरी पारी के 53.1 ओवर में कुलवंत खेजरोलिया की गेंद पर हिमांशु मंत्री ने सचिन कुमार सिंह कैच पकड़ कर तोड़ दिया। इस समय टीम का स्कोर 138 रन था। इसी स्कोर पर कप्तान वीर प्रताप सिंह का विकेट गिर गया। शब्बीर खान ने कुछ देर तक शकीबुल का साथ दिया और इन दोनों के बीच 23 रन की साझेदारी हुई।
161 रन के टीम स्कोर बिहार का नौवां विकेट शब्बीर खान और दसवां विकेट हिमांशु सिंह के रूप गिरा और बिहार की दूसरी पारी 161 रन पर सिमट गई। शकीबुल ने 151 गेंद में 10 चौका व 3 छक्का की मदद से नाबाद 76 रन की पारी खेली। मध्य प्रदेश की ओर से कार्तिकेय सिंह ने 40 रन देकर 4, कुलवंत खेज्रोरिया ने 33 रन देकर 3, आर्यन पांडेय ने 23 रन देकर 1, सारांश जैन ने 40 रन देकर 1, वेंकटेश अय्यर ने 12 रन देकर 1 विकेट लिए।
मैथिली सहित 17 भाषा का होगा सटीक अनुवाद, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने IIT को दिया जिम्मा
नलिनी रंजन, पटना। अंग्रेजी से हिन्दी या अन्य विदेशी भाषाओं की तरह अब 17 स्थानीय भाषाओं में भी सटीक अनुवाद हो सकेगा। अब तक इसमें कई भाषाओं में अनुवाद हो भी रहा है, लेकिन उनमें तकनीकी रूप से पूरी तहत शुद्धता नहीं है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा नई पहल की गई है। इसके तहत देश के 17 स्थानीय क्षेत्रीय भाषाओं में सटीक अनुवाद सुविधा देने की कवायद की जा रही है। इसमें बिहार के मैथिली भाषा भी शामिल है।
इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) व अन्य केंद्रीय संस्थानों का कंसोर्टियम बनाया है। इसका नोडल अधिकारी आईआईटी पटना को बनाया गया है। इसके बाद सबसे पहले बिहार के प्रमुख स्थानीय भाषा मैथिली में भी ट्रांसलेट करने को लेकर टूल्स डेवलप करेंगे।
इसके बाद केंद्र सरकार के आठवीं अनुसूची में शामिल अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को भी ट्रांसलेट करने की सुविधा देने की कवायद होगी। इसकी निगरानी शिक्षा मंत्रालय की ओर से होगी। यह भाषिनी पोर्टल के माध्यम से क्रियान्वयन होगा।
इन भाषाओं में अनुवाद की चल रही कवायदअसमिया, बांग्ला, गुजराती, कश्मीरी, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, उर्दू, सिंधी, कोंकणी, मणिपुरी, नेपाली, बोडो, डोगरी, मैथिली, और संथाली।
मीडिया संस्थानों से लिए जाएंगे हिंदी के डाटाअनुवाद को लेकर बनाएं गए प्रारूप के तहत साफ्टवेयर को सुचारू रूप से चलाने के लिए मीडिया संस्थानों से डाटा लिए जांएगे। इसके तहत मीडिया हाउस के खबरों के हिंदी भाषा का डेटा बैंक तैयार होगी। इसमें विशेष रूप से विधि, प्रशासन, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और जलवायु क्षेत्र के डाटा होंगे। इसके तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, जलवायु, पर्यटन, न्यायपालिका से 50 प्रतिशत कंटेट रहेगा।
शिक्षा से 30 प्रतिशत एवं शासन और नीति के कंटेट 20 प्रतिशत होगा। इसके तहत साफ्टवेयर हिंदी भाषा को मुख्य भाषा मान कर कार्य करेगी। इसके तहत स्पेक्ट्रम में आसान अनुवाद की सुविधा करेगी। इसके आधार पर इसमें प्रोग्रामिंग किए जाएंगे।
क्या कहते हैं अधिकारी?केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से एक विशेष परियोजना के तहत आठवीं अनुसूची में शामिल मैथिली सहित 17 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी सटीक अनुवाद को लेकर कार्य का जिम्मा दिया गया है। इसके लिए कंसोर्टियम बनाया गया है। इसके तहत विभिन्न मीडिया संस्थानों के साथ भी एमओयू किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक कवायद की जा रही है। इसके फलाफल से अगले वर्ष लोग लाभांवित हो सकेंगे। - प्रो. टीएन सिंह, निदेशक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना
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Bihar Teacher Salary: शिक्षकों को इस शर्त पर मिलेगा अक्टूबर और नवंबर का वेतन, नई व्यवस्था लागू
राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग के द्वारा विश्वविद्यालयों के शिक्षकों व कर्मियों के वेतन भुगतान संबंधी नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके तहत शिक्षा विभाग के पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों का डाटा अपलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है।
जिन शिक्षकों तथा कर्मियों का डाटा अभी तक विश्वविद्यालयों द्वारा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है उनके डाटा को सप्ताह भर में पोर्टल पर अपलोड करना है, ताकि अक्टूबर-नवंबर का वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जा सके। डाटा अपलोड नहीं रहने पर संबंधित शिक्षकों व कर्मियों का वेतन भुगतान की राशि जारी नहीं की जाएगी, यानी उन शिक्षकों का वेतन बंद हो जाएगा।
शिक्षा विभाग की ओर से राज्य के 15 विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को निर्देश दिया गया है कि पोर्टल पर शिक्षकों और कर्मचारियों का डाटा अपलोड करने के साथ ही उन शिक्षकों को वेतन सत्यापन भी आवश्यक है जिनका वेतन सत्यापन नहीं हुआ है। यह इसलिए आवश्यक है कि वित्तीय नियमों का अनुपालन करना जरूरी है। साथ ही जिन मदों में राशि उपलब्ध करायी गयी है उसका उपयोगिता प्रमाणपत्र सप्ताह भर में उपलब्ध करा दें।
जनवरी से शिक्षा विभाग के समर्थ पोर्टल पर प्रस्तावित बजट को अपलोड करना होगा। ऑनलाइन बजट पर ही विभाग स्वीकार करेगा। प्रत्येक विश्वविद्यालय को नोडल पदाधिकारी की तैनाती करें जिन्हें ऑनलाइन बजट संबंधी प्रशिक्षण दिया जा सके।
नए सत्र से व्यावसायिक पाठ्यक्रम में भी च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टमनए शैक्षणिक सत्र से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को लागू किया जाएगा। इसके लिए राजभवन की ओर से सभी विश्वविद्यालयों को अभी से तैयारी करने का दिशा-निर्देश दिया गया है। इस सिस्टम से व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने में एक वर्ष का कम समय लगेगा। बता दें कि राज्य के विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर संकाय के सामान्य पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू है।
राजभवन सचिवालय के एक उच्च पदस्थ अधिकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग की ओर से मई में ही राज्य के विश्वविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के सभी व्यावसायिक पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को लागू करने का फैसला लिया गया था। इसके बाद विशेषज्ञों की मदद से प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया था। प्रस्ताव पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने सहमति दी थी और फिर कुलाधिपति कार्यालय को उस प्रस्ताव को भेजा गया था।
इस प्रस्ताव पर राजभवन में आयोजित कुलपतियों की बैठक में चर्चा हुई थी। तब यह आम सहमति बनी थी कि च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में भी लागू किया जाएगा। बता दें कि राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के आदेश से सभी विश्वविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर संकाय में पिछले साल ही सामान्य पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को लागू किया गया है।
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Belaganj Upchunav 2024: बेलागंज में गरजे तेजस्वी, विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर कह दी ये बड़ी बात
जागरण टीम, पटना/गया। बिहार की चार विधानसभा सीटों रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज सीट में आगामी 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी, जिससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। वहीं पार्टियां एक-दूसरे पर जमकर निशाना भी साध रही हैं। ऐसा ही कुछ नजारा बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला, जहां आरजेडी प्रत्याशी विश्वनाथ कुमार सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
नालंदा और नागपुर वाले दोनों को देना है जवाबबेलागंज के पड़ाव मैदान में शुक्रवार को महागठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नालंदा वाले और नागपुर वाले हम लोगों को लड़ाना चाहते हैं। नालंदा वालों को भी जवाब देना है और नागपुर वालों को भी। उन्होंने कहा कि अगर 2025 का चुनाव जीतना है तो 2024 के उपचुनाव को जीतना होगा।
बीजेपी वालों को रोकने में लालू यादव ने लगाया अपना खूनतेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव के शरीर में जितना खून था, उसे भाजपा और सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने का काम किया। आप लोग ही हमारी शक्ति हैं। आपके द्वारा दी गई ताकत से ही भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी को लालू और तेजस्वी ललकारते आए हैं। न कभी लालू झुके और न तेजस्वी झुकेगा।
छठ के अवसर पर विशेष राज्य का दर्जा मिलने की थी उम्मीदतेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि केंद्र सरकार महापर्व छठ के अवसर पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा कर देगी। इसकी घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अपनी बिहार यात्रा के दौरान कर देंगे, लेकिन यह नहीं हो सका। जनसभा में वीआइपी प्रमुख मुकेश सहनी, राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी संबोधित किया। साथ ही जनता से आरजेडी प्रत्याशी विश्वनाथ कुमार सिंह को वोट देकर जिताने की भी अपील की।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में दें ध्यानसांसद मीसा भारती ने कहा कि जेपी नड्डा आए, सभी को आना चाहिए। वे कहते है कि बिहार से उनका काफी लगाव है। मैं चाहूंगी की वे स्वास्थ्य मंत्री है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार पर विशेष ध्यान दे, जिससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार आगे बढे।
वहीं तेजस्वी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र और राज्य की सत्ता से जुड़े लोगों से उन्हें आज भी विशेष दर्जे की अपेक्षा है। तेजस्वी ने यह टिप्पणी नड्डा की एक दिवसीय यात्रा के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर की थी। दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा (JP Nadda) गुरुवार को पटना में थे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ छठ घाटों का भ्रमण किया।
तेजस्वी ने कहा कि छठ के नाम पर वह कोई राजनीति नहीं कर रहे हैं। लोक आस्था के इस महान पर्व में सबको हिस्सा लेने का अधिकार है। अब देश क्या दुनिया के कई देशों में छठ महापर्व हो रहा है। राज्य के लोग देश-दुनिया में जहां कहीं गए हैं, वहां इस महापर्व का आयोजन कर रहे हैं। यह अपनी जड़ों से जुड़े रहने का प्रयास है।
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बिहार में नक्सलियों के गढ़ में बनेंगे 11 नए सुरक्षा कैंप, 55 जगहों पर टावर भी लगेंगे
जागरण संवाददाता पटना। बिहार में नक्सलियों का क्षेत्र लगातार सिमटता जा रहा है। उत्तर बिहार के नक्सल मुक्त होने के बाद अब दक्षिण बिहार की बारी है। इसके लिए झारखंड से सटे नक्सलियों के बचे प्रभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर सुरक्षा और संचार के माध्यम मजबूत किए जा रहे हैं। इसी क्रम में झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित करने की योजना है। वहीं संचार को मजबूत करने के लिए मोबाइल टावर भी लगाए जाएंगे।
झारखंड की सीमा पर स्थापित होंगे नए सुरक्षा कैंपबिहार को नक्सल मुक्त बनाने के लिए झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाएंगे। वहीं दूरस्थ पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों के 55 स्थलों को चिह्नित कर मोबाइल टावर लगाने का भी प्रस्ताव केंद्र सरकार को सौंपा गया है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार पिछले छह सालों में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या आधी हो गई है। वर्ष 2018 में जहां 16 जिले नक्सल प्रभावित थे वहीं 2024 तक महज आठ जिले ही नक्सली असर वाले रह गए हैं। इनमें गया है।
सबसे ज्यादा नक्सली प्रभाव वाले एरियाऔरंगाबाद क्षेत्र और जमुई-लखीसराय-मुंगेर क्षेत्रों में नक्सली प्रभाव अधिक है। इन इलाकों में नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाने हैं, ताकि नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके लिए जगह भी चिह्नित कर ली गई है।
जल्द पूरा होगा फोर-जी अपग्रेडेशन का कार्यइसके साथ ही मोबाइल टावर प्रोजेक्ट फेज-एक के तहत 250 चिह्नित साइट पर संचार की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए फोर-जी अपग्रेडेशन का काम लंबित है। यह काम पिछले साल दिसंबर में ही होना था जो नहीं हो सका मगर अब इसे जल्द शुरू करने का प्रस्ताव है।
नक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर जोरनक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर भी लगातार जोर देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) में विशेष आसूचना शाखा (एसआइबी) का गठन किया गया है।
इसके अंतर्गत स्पेशल इंटेलिजेंस ग्रुप (एसआइजी) के साथ एसटीएफ की तकनीकी एवं एनालिसिस विंग (एस-टा) आदि को लगाया गया है। इनकी आसूचना पर नक्सलियों के विरुद्ध कई सफल अभियान भी चलाए गए हैं। अब आसूचना को और मजबूत करने के लिए इन ग्रुप और विंग के कर्मियों को उन्नत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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छठ महापर्व पर बिहार में 59 लोगों की डूबने से मौत, 11 लापता
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में छठ पूजा के दौरान पिछले 36 घंटे में नदियों व तालाब में डूबने से 59 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लापता हैं। इनकी तलाश की जा रही है। मृतकों में बेगूसराय के सात, समस्तीपुर व रोहतास के पांच-पांच, पटना व मुजफ्फरपुर के चार-चार, गया, मुंगेर, पूर्णिया, खगड़िया, मधेपुरा व सहरसा के तीन-तीन, सारण, औरंगाबाद व आरा के दो-दो, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, लखीसराय, अररिया, कटिहार, रोहतास, वैशाली, जहानाबाद और नालंदा जिले के एक-एक लोग शामिल हैं।
इन जिलों में हुआ हादसा- बेगूसराय में गुरुवार को अलग-अलग घाटों पर तीन व शुक्रवार को चार लोग डूब गए।
- रोहतास जिले में गुरुवार को नहर व नदी में डूबने से चार लोगों की, वहीं शुक्रवार को एक की मौत हो गई।
- पटना जिले के फुलवारी शरीफ में दो, मनेर व बख्तियारपुर में एक-एक की मौत हुई है।
- मनेर में शुक्रवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर भाई-बहन समेत छह लोग डूब गए। जिसमें से दो को बचा लिया गया। वहीं एक का शव बरामद किया गया। तीन लोगों की नदी में तलाश जारी है।
- मनेर में बरामद शव झारखंड के गुमला जिले के निवासी का है, जो खासपुर में भट्ठा मजदूर था।
- पुनपुन प्रखंड में दो लोग डूब गए, एक को ग्रामीणों ने बचा लिया। दूसरे की तलाश जारी है।
- भोजपुर जिले के सोन नदी में पांच बच्चे डूब गए। दो का शव बरामद किया गया है। एक बालक लापता है। दो बच्चियों को स्थानीय लोगों के प्रयास से बचा लिया गया।
सारण जिले के तरैया के पाचभिंडा में छठ पूजा के दौरान शुक्रवार सुबह युवकों से भरी नाव पोखर में पलट गई। नाव में बच्चे के साथ लगभग दस युवक सवार थे। इसमें दो युवकों की डूबने से मौत हो गई है। मृतक पचभिंडा गांव के दसई मांझी के पुत्र सूरज कुमार मांझी (18) व वैद्यनाथ सिंह पुत्र बिट्टू कुमार (20) थे।
गांव के सरकारी पोखर पर छठ पूजा के दूसरे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने छठ व्रती पहुंचे थे। इसी बीच एक नाविक कुछ युवकों को नाव में बैठा कर पोखर में घुमाने लगा। तभी अचानक नाव पोखर में पलट गई। इस घटना को कुछ युवकों ने अपने मोबाइल में कैद कर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया, जिसमें दिख रहा है कि नाव सीधे पानी में डूब रही है।
औरंगाबाद में दो लोगों की मौतऔरंगाबाद जिले में अलग-अलग घटनाओं में तालाब में डूबने से दो की मौत हो गई। पहली घटना में नगर थाना क्षेत्र के शाहपुर स्थित सूर्य मंदिर के समीप घाट पर 12 वर्षीय किशोरी की डूबकर मौत हुई है। किशोरी साधनी कुमारी शहर के वार्ड नंबर 32 के रामडीहा निवासी प्रदीप चौधरी की पुत्री थी। दूसरी घटना बारुण में तालाब में डूबने से खैरा गांव निवासी धर्मेंद्र यादव की नौ वर्षीय पुत्री वैष्णवी कुमारी की मौत हुई है।
वैशाली जिले के राजापाकड़ थाना के जाफर पट्टी पंचायत में पोखर में शुक्रवार की सुबह डूबने से रविंद्र पासवान के 17 वर्षीय पुत्र धर्मवीर कुमार की मौत हो गई। वहीं काजीपुर थाना क्षेत्र के चांदी घाट पर बीते गुरुवार की दौलतपुर चांदी निवासी बाबन राम के पुत्र राजू कुमार की नदी में स्नान करने के दौरान डूबने की आशंका है।
गया जिले में नदी व सरोवर में डूबने से अलग-अलग जगहों पर तीन की मौत हो गई। मुंगेर में गुरुवार की शाम में प्रिंस कुमार बेलहरणी नदी में डूब गया। शुक्रवार की सुबह सन्नी कुमार व शीतल कुमारी की डूबने से मौत हो गई। वहीं, अभिषेक कुमार की तलाश जारी है।
मधेपुरा में आनंद कुमार, सोनू कुमार व कामेश्वर मंडल की डूबने से मौत हो गई। वहीं 24 वर्षीय युवक लापता है। खगड़िया में विजय कुमार, मुकेश कुमार व पारो कुमारी उर्फ पार्वती कुमारी डूब गई। वहीं साधना कुमारी की तलाश की जा रही है।
पूर्णिया में ज्योति देवी, तारा रिषी और पप्पू कुमार की डूबने से मृत्यु हो गई। जबकि आसु कुमार लापता है। लखीसराय के हिमांशु कुमार, कटिहार में 10 वर्ष के बच्चे व अररिया के राजेश कुमार मल्लिक की मौत डूबने से हो गई।
उत्तर बिहार के जिलों में छठ घाट पर डूबने से 9 लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर में विशाल कुमार, निशांत कुमार, बादल पंडित व कृष्ण कुमार की डूबने से मौत हो गई।
वहीं, हरिपुर गांव के पोखरा में भैंस को नहलाने के दौरान डूबने से पितांबर पासवान की मृत्यु हो गई। सीतामढ़ी में लव कुमार, दरभंगा में भाग्यरंजन कुमार, पूर्वी चंपारण में संजय साह व मुजफ्फरपुर में अरुण राम, रीतू कुमारी, निधि कुमारी व राजहंस की मौत हो गई।
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छठ पूजा से वापस लौटने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, 2 दिन में चलेंगी 25 स्पेशल ट्रेन
छठ पूजा से वापस लौटने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, 2 दिन में चलेंगी 25 स्पेशल ट्रेन
जागरण संवाददाता, पटना। 4 दिवसीय छठ महापर्व के समापन के बाद यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला किया है। भारतीय रेलवे द्वारा 2 दिन में पटना जंक्शन से 10 एवं दानापुर स्टेशन से 13 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। इसके अलावा राजेन्द्रनगर से दो ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। नियमित ट्रेनों के अलावा ये ट्रेन भीड़ को नियंत्रित करने में काफी सहायक साबित होंगी।
इन स्टेशनों से चलेंगी स्पेशल ट्रेनपटना जंक्शन के निदेशक एवं नोडल अधिकारी अरूण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पटना जंक्शन से नई दिल्ली, उधना, न्यू जलपाईगुड़ी, कोटा, आनंद विहार, हावड़ा एवं पुरी के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा दानापुर स्टेशन से पुणे, बेंगलुरू, जबलपुर, लोकमान्य तिलक टर्मिनल, आनंद विहार, रानी कमलापति, कोटा एवं अहमदाबाद के लिए ट्रेन रवाना की जाएगी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नियमित ट्रेनें पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए हर प्लेटफॉर्म पर विशेष अधिकारी तैनात किए गए हैं।
यात्रियों को मिलेगी राहतराजेन्द्रनगर से नई दिल्ली के लिए शनिवार एवं रविवार दोनों दिन स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी की गई है। ये ट्रेन राजेन्द्रनगर से खुलने के बाद पटना, दानापुर, आरा एवं बक्सर रुकते हुए आगे जाएगी। इन ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
यात्री सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दें अधिकारीवहीं पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने शुक्रवार को पटना एवं दानापुर स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छठ महापर्व को लेकर यात्रियों सुविधाओं का जायजा लिया। महाप्रबंधक ने छठ पर्व में यात्रियों की सुविधा हेतु स्टेशनों पर बनाए गए होल्डिंग एरिया का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान भीड़ प्रबंधन, यात्री सुविधा एवं सुरक्षा सहित सभी प्रकार की तैयारियों की समीक्षा की तथा ट्रेनों एवं स्टेशनों पर आवश्यक सुविधाओं की निरंतरता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
छत्रसाल सिंह ने कहा कि पूर्व मध्य रेल द्वारा छठ पूजा बाद श्रद्धालु यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए उनकी सुविधा के लिए बिहार एवं आस-पास के दूसरे राज्यों और शहरों को जाने वाले यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
इनमें स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, स्टेशनों पर यात्रियों को बैठने के लिए सभी सुविधायुक्त होल्डिंग एरिया का निर्माण, अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी की तैनाती सहित यात्री सुविधा एवं सुरक्षा से जुड़ी और भी कई व्यवस्था शामिल हैं। निरीक्षण के दौरान दानापुर के मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी, एडीआरएम आधार राज एवं स्टेशन निदेशक अरूण कुमार सहित मुख्यालय एवं मंडल के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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जागरण संवाददाता, पटना। दीपावली के बाद 4 दिवसीय छठ महापर्व का भी समापन हो गया है, बावजूद इसके राज्य में ठंड के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालात ये हैं कि दिन के समय लोगों को गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
राजधानी पटना में मौसम लगातार बदल रहा है। वहीं अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
स्थिति ये है कि दिन में गर्मी महसूस हो रही है, श्रमसाध्य कार्यों पर पसीना चल रहा है, लेकिन रात जैसे गहराती है, तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह होते-होते सिहरन महसूस होती है। हाल के दिनों की कई सुबह धुंध भरी रहीं। खेत-खलिहानों में कुहासा नजर आया, लेकिन दिन में सूरज की तपिश का अनुभव हुआ।
5 दिनों तक कोई बड़ा बदलाव नहींराज्य में आगामी पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में बड़े बदलाव का संभावना नहीं है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार व शुक्रवार को सुबह में कोहरा या धुंध के साथ आंशिक बादल छाए रहे। वहीं मौसम शुष्क बना रहा।
9 से 12 नवंबर तक कैसा रहेगा मौसम- 9 से 11 नवंबर तक सुबह में कोहरा या धुंध छाया रहेगा, इसके बाद आसमान साफ रहेगा।
- 12 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध रहने की संभावना है, वहीं मौसम शुष्क बना रहेगा।
- मौसम विभाग के अभिषेक आनंद ने बताया कि बांग्लादेश के सेंट्रल पार्ट के ऊपर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब बांग्लादेश के दक्षिणी भाग में व समुद्रतल से ऊपर 1.5 किलोमीटर में प्रभावी है।
पिछले कुछ दिनों से जारी मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। दिन के समय गर्मी और रात को ठंड होने की वजह से लोग सर्दी-जुकाम और बुखार का शिकार हो रहे हैं। मौसम के बदलाव को देखते हुए डॉक्टर भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। इस मौसम में ठंडा पानी पीने से बचें, हल्के गर्म पानी का सेवन करें।
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Jan Suraaj Party Symbol: इलेक्शन सिंबल के पीछे क्या है प्रशांत किशोर की मंशा? लालू-नीतीश से जोड़ा कनेक्शन
राज्य ब्यूरो, पटना। जन सुराज पार्टी को मिले चुनाव चिह्न "स्कूल का बस्ता" के बारे में पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा है कि चुनाव आयोग से मांग कर लिया है। पार्टी ने "स्कूल का बस्ता" चुनाव चिह्न क्यों चुना उसके पीछे का कारण भी स्पष्ट किया।
प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू-नीतीश के 35 साल के राज ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया है। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे बच्चों की पीठ से स्कूल का बस्ता हट गया और आज उनकी पीठ पर मजदूरी का बोझ है।
'स्कूल का बस्ता रोजगार का रास्ता है'उन्होंने कहा, अब जन सुराज (Jan Suraaj Party) की सोच और संकल्प यही है कि बिहार के लोगों की गरीबी और पिछड़ेपन को दूर करने का एकमात्र उपाय शिक्षा यानी "स्कूल का बस्ता" है। "स्कूल का बस्ता" बिहार के युवाओं के लिए रोजगार का रास्ता है। अगर बिहार से पलायन रोकना है तो उसका रास्ता भी "स्कूल का बस्ता" ही है।
'जब तक सरस्वती नहीं आएंगी, तब तक...'प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज का संकल्प बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराना और यहां के युवाओं को अपने ही राज्य बिहार में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। बिहार के लोगों का विकास बेहतर शिक्षा व्यवस्था से ही हो सकता है, क्योंकि जब तक सरस्वती नहीं आएंगी, तब तक लक्ष्मी वहां निवास नहीं कर सकतीं, इसीलिए जन सुराज ने अपना चुनाव चिह्न "स्कूल का बस्ता" चुना है।
रामगढ़: छेरावरी धाम में प्रशांत किशोर ने किया जनसंवादरामगढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर प्रचार में जुटे हुए हैं। छठ महापर्व के अवसर पर शुक्रवार की सुबह रामगढ़ स्थित कुलदेवी छेरावरी मां मंदिर, महुअर गांव पहुंचे। वहां उन्होंने देवी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में रामगढ़ के स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
उन्होंने कुलदेवी छेरावरी मां मंदिर के पुजारी और व्यवस्थापक से मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली। इस दौरान वहां उपस्थित सैकड़ों संख्या में रामगढ़ की जनता ने प्रशांत किशोर को प्रदेश का भविष्य बताया। इस दौरान कई लोग मौजूद थे।
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Bihar Teacher: हजारों शिक्षक होंगे इधर से उधर, विभाग को मिले 16000 से ज्यादा आवेदन; जनवरी में पोस्टिंग
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher Transfer News राज्य के सरकारी विद्यालयों में स्थानातंरण के लिए अब तक 16 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। वैसे शिक्षकों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 22 नवंबर तक निर्धारित है।
यह आवेदन सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियमित शिक्षकों, सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों और बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर नियुक्त शिक्षकों के लिए है। इसके बाद शिक्षकों द्वारा दिए गए विकल्प के आधार पर दिसंबर के तीसरे/चौथे सप्ताह में स्थानांतरण व पदस्थापन किया जाएगा। इसमें वरीयता के आधार को प्राथमिकता दी जाएगी।
ई-शिक्षा कोष पोर्टर पर की गई निगरानीशिक्षा विभाग के मुताबिक, शिक्षकों द्वारा किए जा रहे ऑनलाइन आवेदन की ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर लगातार निगरानी की है। आवेदन में शिक्षकों द्वारा दिए गए विकल्प के इकाई अंतर्गत विद्यालयों में रिक्ति के आधार पर साफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन से विद्यालय का आवंटन होगा।
प्रथम विकल्प की इकाई के विद्यालयों में रिक्ति नहीं रहने की स्थिति में शिक्षकों द्वारा दिए गए क्रमश अन्य विकल्पों के इकाईयों के विद्यालयों में उपलब्ध रिक्ति के आधार पर विद्यालय आवंटन किया जाएगा, इसलिए शिक्षकों को दस विकल्प आवेदन में देने को कहा गया है। जनवरी के पहले सप्ताह (एक से सात तारीख तक) में शिक्षकों को अपने आवंटित विद्यालय में योगदान करना सुनिश्चित किया जाएगा।
तीन खाद्य संरक्षा पदाधिकारियों को अतिरिक्त प्रभारस्वास्थ्य विभाग ने तीन खाद्य संरक्षा पदाधिकारियों को अपने कार्यों के साथ ही अन्य जिलों का प्रभार दिया है। बेगूसराय में खाद्य संरक्षा पदाधिकारी के पद पर तैनात वीरेंद्र कुमार 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो गए। वीरेंद्र कुमार के पास बेगूसराय के अलावा जहानाबाद और खगडिय़ा का भी प्रभार था। उनके सेवानिवृत्त होने ही तीन जिलों में खाद्य संरक्षा पदाधिकारी के पद रिक्त हो गए।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रिक्त पदों को तत्काल भरने की आवश्यकता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने खाद्य संरक्षा पदाधिकारी मुकेश जी कश्यप को जहानाबाद, तपेश्परी सिंह को बेगूसराय जबकि अर्जुन प्रसाद को खगड़िया जिला का खाद्य संरक्षा पदाधिकारी नियुक्त किया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
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बिहटा में तेंदुए के वायरल वीडियो को वन विभाग ने बताया 'फर्जी', फिर भी 'अलर्ट' रहें स्थानीय लोग
जागरण संवाददाता, पटना। तेंदुआ से संबंधित इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने फर्जी बताया है। पटना वन प्रमंडल की टीम बिहटा एयरफोर्स के अधिकारियों से मिलकर वीडियो में दिखाए जा रहे दीवार की पहचान करने का प्रयास किया। इस तरह का दीवार नहीं है।
इंटरनेट मीडिया पर दिखया जा रहा है कि तेंदुआ चारदिवारी पर है। बाहरी भाग में आकर एक बछड़े को मार देता है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक अरविंदर सिंह ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर चल रहा तेंदुए वीडियो फर्जी है। यह देश के दूसरे हिस्से का है।
'तेंदुए को पकड़ने का प्रयास जारी'उन्होंने बताया, 24 अक्टूबर से बिहटा वायु सेना के कैंपस में तेंदुआ आ गया है। उसे पकड़ने का प्रयास जारी है। वन विभाग की टीम लगी है। वह चार वर्ष से कम उम्र का है। वायु सेना के कैंपस में पर्याप्त मात्रा में खरगोस, हिरण के बच्चा सहित कई प्रकार के जानवर है। उसके लिए वहां पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध है।
सीसीटीवी में दिखते रहता है। बुधवार की शाम में भी दिखा था। तेंदुआ काफी तेज गति से चलता है। वायु सेना के कैंपस में झाड़ी है।
अकेले न निकलें, अलर्टमुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक अरविंदर सिंह के बताया कि वायु सेना के कैंपस के आसपास के गांव के लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। अकेले नहीं निकलने, रात्रि में घर से बाहर न जाने, बच्चों को अकेले में न छोड़ने का आग्रह किया गया है। वन विभाग की टीम तेंदुआ की निगरानी कर रही है।
वायु सेना कैंपस में छठ महापर्व कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराया गया। तेंदुआ के एक से अधिक व्यक्ति के रहने पर हमला नहीं कर सकता है। वह खुद दूरी बना लेगा।
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JP Nadda: छठ पूजा के बहाने उपचुनाव का समीकरण साध गए नड्डा, CM नीतीश के साथ दिया दूरगामी संदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा (JP Nadda) छठ महापर्व (Chhath Puja 2024) में सम्मिलित होने के बहाने उपचुनाव का समीकरण साध गए। नड्डा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ पानी के जहाज से विभिन्न गंगा घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्यदेव अर्घ्य देने वाले व्रतियों एवं श्रद्धालुओं का अभिवादन कर दूरगामी संदेश देने का भरसक प्रयास किया।
इसके साथ ही विधानसभा की चार सीटों (तरारी, रामगढ़, बेलागंज, इमामगंज) पर उपचुनाव वाले क्षेत्रों के लिए राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के नेताओं ने माहौल बनाने की कोशिश की। आदर्श आचार संहिता के बावजूद अलग-अलग तरीके से मतदाताओं को रिझाने का कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
पार्टी के शीर्ष नेताओं से लिया फीडबैकदोपहर में पटना पहुंचने के बाद नड्डा ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से उपचुनाव वाले क्षेत्रों का फीडबैक लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री द्वय सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा के साथ बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल एवं राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा के अतिरिक्त अन्य शीर्ष नेताओं संग दानापुर के नासरीगंज घाट से कंगन घाट तक (लगभग सौ घाट) जहाज से गंगा नदी में भ्रमण किया।
इस दौरान विधानसभा की चार सीटों तरारी, रामगढ़, बेलागंज एवं इमामगंज में हो रहे उपचुनाव का फीड बैक लिया। यही नहीं, नड्डा ने राजकीय अतिथिशाला में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अतिरिक्त दोनों उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल के साथ मंत्रणा की।
तरारी व रामगढ की लड़ाई बड़ी चुनौती2024 के लोकसभा चुनाव में चार की चार सीटों पर राजग प्रत्याशियों की हार हुई है। ऐसे में महागठबंधन से एक भी सीट छीन लेना भाजपा, जदयू एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रत्याशियों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। आरा संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव 2024 में तरारी विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की 5773 मतों से हार हुई थी। वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी तीसरे पायदान पर चले गए थे। ऐसे में इस सीट पर राजग के लिए लड़ाई आसान नहीं है।
बक्सर संसदीय सीट के अंदर आने वाले रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा प्रत्याशी पर राजद ने दस हजार मतों से बढ़त बनाई थी। वहीं, 1985 से इस सीट पर राजद का दबदबा रहा है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह व हाल ही में बक्सर से सांसद चुने गए सुधाकर सिंह पिता-पुत्र की इस सीट पर लोकप्रियता के आगे भाजपा के लिए राह आसन नहीं है।
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Chhath Puja 2024: बिहार के 3 जिलों में छठ पर्व पर माहौल बिगाड़ने की साजिश, घाट पर तोड़फोड़ से फैला तनाव
जाटी, पटना। पश्चिम चंपारण, जमुई और पूर्णिया जिले में गुरुवार की शाम को असामाजिक तत्वों ने छठघाट पर तोड़फोड़ की। पश्चिम चंपारण जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र के गंडक नदी के किनारे इमली ढाला छठ घाट पर गुरुवार की देर शाम में असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की।
संध्या अर्घ्य देने के बाद जब छठ व्रती घर लौट गए तो आधा दर्जन से ज्यादा लोग पहुंचे और तोरण द्वार पर लगाए गए केले के थंभ व गन्ना लगाकर की गई सजावट को तोड़ दिया। पंडाल में लगाए गए गुब्बारे फोड़ डाले।
घाट पर मौजूद लोगों ने जब विरोध किया तो गाली-गलौज करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए। सूचना पर सदर एसडीपीओ टू रजनीश कांत प्रियदर्शी के अलावा श्रीनगर, योगापट्टी व बैरिया थानों की पुलिस पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया।
हिरासत में किशोर, 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज- पुलिस एक किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। ग्रामीण अशोक कुशवाहा सहित अन्य ने सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी कराई है।
- पुलिस ने एहशान अंसारी, साहेब खान, शहीद खां, वाजिद आलम, आदिल खान, नासीर खान और भुलाऊ खां के खिलाफ प्राथमिकी की है।
- एसडीपीओ ने बताया कि कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की थी। इससे थोड़ी देर के लिए वहां असामान्य स्थिति उत्पन्न हुई थी।
- पूजा शांतिपूर्वक संपन्न हो गया है। एक किशोर को पकड़ा गया है। घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
- पूर्णिया में हरिणतोड़ पंचायत के माला गांव में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ व्रती घर चले गए।
- इसके बाद असामाजिक तत्वों ने छठ घाट में तोड़फोड़ की। इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीण जुट गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
इसकी जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी कुंदन कुमार व एसपी कार्तिकेय शर्मा दल बल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराया। रात में ही प्रशासन ने छठ घाट सजा दिया। उखाड़े गए केले के थंभ को फिर से लगाया। मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
बैठक करते दाएं मुख्य पार्षद संजय यादव, बगल में थानाध्यक्ष संजय कुमार, समाजसेवी गुड्डू यादव, दाएं उपमुख्य पार्षद बिपीन साव।
जमुई में लाइट और बाजे तोड़ेवहीं, जमुई जिले के बैजलपुर गांव में दो समुदाय के बीच विवाद उत्पन्न कराने के उद्देश्य से कुछ शरारती तत्वों ने छठ पूजा में लगाई गई लाइट एवं बाजे को तोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से लोग उलाई नदी में पूजा-अर्चना करते हैं।
हर वर्ष सड़क की सफाई के साथ-साथ मार्ग को लाइट एवं झालर से सजाया जाता है। लाउडस्पीकर लगाकर छठ मईया के गीत बजाए जाते हैं। इसमें बैजलपुर गांव के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी साथ देते हैं।
सड़क पर उतरे लोगबुधवार की शाम को सड़क को झालर और लाइट से सजाया गया था। बाजा भी लगा दिया गया। रात में कुछ युवकों ने ट्यूब लाइट को तोड़ दिया। साथ ही एक लाउडस्पीकर को खोल लिया। इसकी जानकारी गांव के लोगों ने पुलिस को दी।
इसके बाद लोग सड़क पर उतर गए। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि दोनों समुदाय के लोगों में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। कुछ शरारती तत्वों ने माहौल को बिगड़ने का प्रयास किया था, जिसे विफल कर दिया गया।
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राज्य ब्यूरो, पटना। विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने दावा किया है कि आईएनडीआईए एक ओर बिहार की चारों सीट पर उपचुनाव में जीतेगा, वहीं पड़ोसी राज्य झारखंड में भी आईएनडीआईए एक बार फिर सरकार गठित करेगा। उन्होंने कहा बिहार और झारखंड की जनता अपना मन बना चुकी है और वोट के दिन अपना निर्णय भी सुनाएगी। सहनी शुक्रवार को पटना में प्रेस से बात कर रहे थे।
उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जे.पी नड्डा की बिहार यात्रा और विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने को लेकर कहा कि यह पुरानी मांग है। यह आम लोगों की ही नहीं, बल्कि यह मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की थी। अब अलग बात है कि सरकार में आने के बाद वे चुप हैं।
गया में हम (से) के प्रचार वाहन पर राजद कार्यकर्ताओं के हमले से जुड़े सवाल पर सहनी ने कहा कि आरोप लगाना और सच्चाई में जमीन आसमान का फर्क होता है। प्रदेश और देश मे उनकी सरकार है। पूरे मामले की जांच करवा लें, जो भी दोषी हो उसे सजा दी जाए। इस तरह से आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है। इस प्रकार की घटना अगर होती है तो उसे रोकने का दायित्व भी सरकार का ही होता है।
कल कई चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे वीआईपी प्रमुखबिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नौ नवंबर को आईएनडीआईए उम्मीदवारों के पक्ष में कई चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।
वीआईपी राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि सहनी नौ नवंबर को 11.45 बजे गया से कोडरमा के नारायण डीह, रामशाला, सतगावां पहुंचेंगे और सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे 1.15 बजे रमकंडा प्रखंड के दुर्गाबाड़ी मैदान पहुंचेंगे। यहां भी चुनावी सभा होनी है। 2.15 बजे वे गढ़वा के भवनाथपुर हाई स्कूल मैदान और 3.20 गरदाहा हाई स्कूल, कांडी, विश्रामपुर में जनसभा करेंगे। सवा चार बजे उनकी सभा हरिहरगंज में होगी। इसके बाद वे वापस गया लौट जाएंगे और रात्रि विश्राम करेंगे।
उपचुनाव में सभी चार सीटों पर होगी महागठबंधन की जीत: दीपंकरभाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने दावा किया कि राज्य में हो रहे उपचुनाव में सभी 4 सीटों पर महागठबंधन की जीत होगी। शनिवार और रविवार को वे तरारी विधानसभा में में गठबंधन के माले प्रत्याशी राजू यादव के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। 11 नवंबर को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ वे तरारी सहित अन्य विधानसभा सीटों पर संयुक्त रूप से चुनाव प्रचार में शामिल होंगे।
दीपंकर ने पत्रकारों से झारखंड चुनाव की चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि झारखंड में अपने नफरती बयानबाजी के जरिए अविश्वास का माहौल बनाना चाहती है। बांग्लादेश से हो रहे तथाकथित घुसपैठ को मुद्दा बनाकर वह बांग्लाभाषियों और मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैला रही है, लेकिन हमें झारखंड की जनता पर उम्मीद है कि वे झांसे में नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा कि झारखंड की 81 में 78 सीटों पर हमारे बीच पूर्ण तालमेल है। इसके तहत माले तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन राज धनवार में यह एकता नहीं हो सकी। जबकि 2014 में इस सीट पर माले ने जीत हासिल की थी और 2019 में कुछ मतों के अंतर से तीसरे स्थान पर रही थी। राजधनवार की सीट पर जेएएमएम द्वारा उम्मीदवार को खड़ा करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
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Chhath Puja 2024 Live: छठ महापर्व के आखिरी दिन व्रतियों ने दिया उगते सूर्य को अर्घ्य, सामने आईं तस्वीरें
जागरण संवाददाता, पटना। नहाय-खाय से शुरू हुआ 4 दिवसीय छठ महापर्व का आज आखिरी दिन था। आज व्रती उदीयमान सूरज को अर्घ्य देने के बाद 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण किया।
इसके साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन भी हो गया। बिहार सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में व्रतियों ने आज उदीयमान सूरज को अर्घ्य दिया। इस मौके की कई तस्वीरें सामने आई हैं।
बिहार के प्रमुख शहरों में सूर्योदय का समय
पटना- 06:02 प्रातः
गया- 06:02 प्रातः
भागलपुर- 05:55 प्रातः
पूर्णिया- 05:53 प्रातः
सूर्यदेव के दर्शन और अर्घ्य अर्पण करने के लिए तैयार होती छठ व्रती।
छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर के उदीयमान होने के बाद उन्हें अर्घ्य अर्पण किया।
अर्घ्य अर्पण के दौरान का एक दृश्य।
तालाब के किनारे अर्घ्य अर्पण के आई छठ व्रती महिलाएं।
शिवहर: उदीयमान सूर्य के अर्घ्य के पूर्व हाथी की पूजा के लिए सजा शहर का छठ घाट।
शिवहर: दीपों से सजा शहर का छठ घाट।
आंखों देखी: आतुर निगाहों ने उगते सूर्यदेव को अर्पित किया अर्घ्यसूर्यदेव के उदित होने की इतनी आतुरता छठ में ही दिखती है। शुक्रवार की सुबह 6:32 बजे जैसे ही हल्की धुंध को चीरकर सूर्यदेव दृश्यमान हुए, घाटों पर जमे श्रद्धालुओं और व्रतियों के बीच हर्षातिरेक फैल गया। पटना से जागरण संवाददाता प्रशांत सिंह ने बयां किया आंखों देखा हाल।
घाट पर माइक पर बज रहे गीत में 'उगअ हो सुरुज देव' की कामना पूरी हुई। इसके साथ ही चार दिवसीय छठ का अंतिम अनुष्ठान उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पण का क्रम प्रारंभ हो गया।
जमुई के खैरा में भगवान सूर्य को नमन कर आराधना करती छठ व्रती।
चरणस्पर्श कर आशीर्वाद लेने की होड़गोस्वामी तुलसीदास रचित चौपाई 'क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा, पंच रचित अति अधम सरीरा' का अलौकिक समन्वय, अद्भुत कोलाज। पांव धरती और जल में जमे, हाथ में लिए सूप में दैदीप्यमान दीप, आंखें गगन की ओर टिकीं, इन सारी प्रक्रियाओं के साक्षी मंद-मंद बहती समीर।
अर्घ्य अर्पण की प्रक्रिया सम्पन्न होने पर संक्षिप्त हवन किए गए। फिर छठव्रतियों के चरणस्पर्श कर आशीर्वाद लेने की होड़ मच गई, 36 घंटे के निर्जला व्रत के प्रभाव से शांतचित्त व्रतियों ने भी बिना भेदभाव किए जाने-अनजाने सभी श्रद्धालुओं को आशीष दिए।
जमुई में छठ घाट पर पहुंचे लोगों ने सूर्यदेव से सुख-शांति की प्रार्थना की।
शिवहर: पुरनहिया प्रखंड के अदौरी स्थित बागमती नदी छठ घाट पर स्थापित सूर्यनारायण की प्रतिमा।
शिवहर : सिर पर दउरा लेकर छठ घाट जाते कटैया आईएएस अधिकारी प्रिंस कुमार।
शिवहर: शहर के छठ घाट पर विधि- व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे एसडीओ व एसडीपीओ।
घाटों से घरों की ओर बढ़ चले कदमइसके बाद शुरू हुआ, प्रसाद वितरण और प्रसाद मांगने का समाजवादी स्वरूप। न किसी को किसी से मांगने में संकोच और न किसी व्रती या स्वजन के मन में वितरण में भेदभाव। जितना है, जैसा है, मिल बांटकर ग्रहण करने का मनोभाव।
इसके साथ ही अगले वर्ष फिर छठ के कठिन अनुष्ठान योग्य स्वास्थ्य बनाए रखने की कामना के साथ गंगा सहित विभिन्न जलाशयों के घाटों से व्रतियों और श्रद्धालुओं के कदम घरों की ओर बढ़ चले। चार दिवसीय अनुष्ठान में समर्पित तन और मन अब सूर्यदेव और छठी माई के आशीष के संबल के साथ आजीविका के संघर्ष में जुटने को तैयार।
जमुई के खैरा में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते श्रद्धालु।
शिवहर: ऐतिहासिक देकुली धाम स्थित छठ घाट पर भक्ति में लीन श्रद्धालु।
खगड़िया के बूढ़ी गंडक अघोरी स्थान घाट पर प्रातः कालीन अर्घ्य देने के दौरान जुटे श्रद्धालु।
शिवहर में सूर्यदेव का इंतजार खत्म होने पर सुंदर नाजारा देखने को मिला। इसके बाद भक्तों ने अर्घ्य देना शुरू कर दिया।
खगड़िया के मटिहानी गंगा घाट पर सुबह अर्घ्य के दौरान उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।
शिवहर: उदीयमान सूरज को अर्घ्य देतीं व्रती महिलाएं।
देव सूर्यकुंड तालाब पर अर्घ्य देने को लेकर व्रतियों का उमड़ा जनसैलाब।
शिवहर: सुगिया गांव स्थित छठ घाट पर सूर्य नारायण का इंतजार करते व्रती।
औरंगाबाद जिला के देव स्थित ऐतिहासिक सूर्य मंदिर में शुक्रवार सुबह दर्शन करने को लेकर उमड़े श्रद्धालु।
औरंगाबाद जिले के देव के ऐतिहासिक सूर्यकुंड तालाब में 10 लाख से अधिक छठ व्रतियों ने लिया उगते सूर्य को अर्घ्य।
जगह-जगह दीप प्रज्ज्वलन और भजन-कीर्तन का क्रम चलता रहा।
रात में भी तालाब के किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई।
तालाब किनारे सुबह से ही श्रद्धालु जुटे हुए थे।
छठ पर्व के समापन के मौके पर कुछ इस तरह का नजारा भी देखने को मिला।
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बिहार के सरकारी स्कूलों में शुरू हुई रैंकिंग प्रक्रिया, इन आधार पर मिलेंगे ग्रेड
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी 81 हजार सरकारी विद्यालयों की रैंकिंग प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। यह रैंकिंग साल में दो बार होगी। साथ ही शिक्षा विभाग ने अभी से यह तय किया है कि रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले विद्यालयों में सुधार के लिए ठोस उपाय किए जाएंगे।
इसके लिए विभाग ने प्रत्येक जिले के लिए दो-दो अधिकारियों की टीम बनाई है, जो अभी से जिलों में जाकर रैंकिंग प्रक्रिया का निरीक्षण करेगी। यह रैंकिंग प्रतिवर्ष नवंबर एवं मार्च में होनी है।
राज्य में 43 हजार प्राथमिक विद्यालय हैं, जहां पहली से पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई होती है। 29 हजार मध्य विद्यालय हैं, जहां पहली से आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। नौ हजार 360 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं, जहां नौवीं से बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है।
स्कूली सुधार के लिए प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को देने होंगे ये सुझाव- शिक्षा विभाग के मुताबिक सरकारी विद्यालयों में और क्या-क्या सुधार की आवश्यकता है?
- इसके बारे में प्रधानाध्यापकों को शिक्षा विभाग के फार्मेट में भरना होगा और सुधार के बारे में आवश्यक सुझाव भी देने होंगे।
- विद्यालय शिक्षा समितियों से भी स्कूली शिक्षा में सुधार के बारे में सलाह ली जाएगी।
बता दें कि शिक्षा विभाग ने प्रत्येक विद्यालय में संचालित विभिन्न गतिविधियों जैसे-शिक्षण और अधिगम, संसाधन उपयोग, साफ-सफाई, स्वच्छता, शिकायत निवारण इत्यादि के लिए अंक तय किए हैं, जिसका कुल योग 100 है।
नंबर के आधार पर स्कूलों को मिलेंगे ग्रेड- रैंकिंग में 85 से 100 भारांक हासिल करने वाले विद्यालयों को ए प्लस ग्रेड के साथ फाइव स्टार।
- 75 से 84 भारांक हासिल करने वाले विद्यालयों को ए ग्रेड के साथ फोर स्टार।
- 50 से 74 भारांक हासिल करने वाले विद्यालयों को बी ग्रेड के साथ थ्री स्टार।
- 25 से 49 भारांक हासिल करने वाले विद्यालयों की सी ग्रेड के साथ टू स्टार ।
- 0 से 24 भारांक हासिल करने वाले स्कूलों को डी ग्रेड के साथ वन स्टार मिलेगा।
सरकार ने करीब पांच वर्ष पहले ही स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग से संबंधित निर्माण परियोजना के क्रियान्वयन, मानीटरिंग और रखरखाव के लिए अलग से निगमों का गठन कर दिया है। बावजूद इसके स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग अपनी योजना के क्रियान्वयन, मॉनीटरिंग या रखरखाव के लिए भवन निर्माण विभाग से मदद मांग रहे हैं।
ऐसे अनेक प्रस्ताव मिलने के बाद भवन निर्माण विभाग ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि पहले विभाग की अनुमति प्राप्त करें इसके बाद ही निर्माण से जुड़ी किसी परियोजना पर भवन निर्माण विभाग अपनी सहमति देगा।
भवन निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग के ऊपर बढ़ते कार्य दायित्वों को देखते हुए सरकार ने 2019-2020 में शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी निर्माण परियोजना के लिए दो अलग-अलग निगमों का गठन कर दिया था। जिसकी स्वीकृति राज्य मंत्रिमंडल ने भी दे दी थी।
शिक्षा विभाग की निर्माण योजना के कार्यान्वयन के लिए बिहार शैक्षणिक आधारभूत संरचना निगम जबकि स्वास्थ्य की योजनाओं के लिए बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम की स्थापना की गई।
निगम गठन के बाद भी हाल ही में भवन निर्माण निगम को इन दोनों विभागों की ओर से भवन निर्माण के कई प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जिसके बाद विभाग ने सरकार द्वारा पूर्व में लिए गए निर्णयों का हवाला देकर कहा है कि संबंधित विभाग की किसी भी परियोजना का काम भवन निर्माण विभाग द्वारा नहीं किया जाएगा।
जिला स्तर पर भी ऐसी किसी परियोजना का काम न किया जाए। यदि कार्य करना बेहद आवश्यक है कि जिले पहले विभाग से अनुमति प्राप्त करें।
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Chhath Puja 2024: छठ पूजा के रंग में रंगे तेज प्रताप यादव, रोहिणी आचार्य ने भी शेयर की Photos
डिजिटल डेस्क, पटना। नहाय-खाय से शुरू हुए 4 दिवसीय छठ महापर्व का आज उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समापन हो गया। छठ महापर्व के दौरान प्रदेशभर में काफी हर्षोल्लास का माहौल देखने को मिला। लोगों ने धूमधाम के साथ आस्था के इस महापर्व को मनाया।
वहीं छठ महापर्व के दौरान नेताओं ने भी विधि-विधान के साथ छठी मइया का पूजन किया। प्रदेश के पूर्व मंत्री और लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी छठ महापर्व के तीसरे दिन अस्ताचलगामी भगवान सूर्य देव को अर्घ्य दिया। वहीं रोहिणी आचार्य ने भी छठ महापर्व की तस्वीरें शेयर की हैं।
सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरेंराजद विधायक तेज प्रताप यादव ने छठ महापर्व के तीसरे दिन सूर्यास्त के समय सूर्य देवता को अर्घ्य दिया, जिसकी तस्वीरे उन्होंने सोशल मीडिया पर भी शेयर की हैं।
तीसरा दिन (संध्या अर्घ्य): इस दिन व्रती नदी, तालाब या किसी जलाशय के किनारे जाकर सूर्यास्त के समय सूर्य देवता को अर्घ्य (जल अर्पित करना) देते हैं।
छठ महापर्व पर तेज प्रताप यादव द्वारा शेयर की गई तस्वीरों में छठ मइया के पूजन की टोकरी अपने सिर पर लिए हुए नजर आ रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी छठ महापर्व के आखिरी दिन छठ महापर्व की तस्वीरें शेयर कीं
रोहिणी आचार्य ने 'ओम आदित्याय नमः, लोक - संस्कृति के समस्त आयामों व् प्राकृतिक विविधा समाहित पावन कार्तिक मास के महापर्व छठ के चौथे अनुष्ठान प्रातःकालीन अर्घ्य अर्पण की संपूर्णता के साथ आप सबों के सकल मनोरथ की कामना हेतु मेरी शुभेच्छाएं। जय छठी मईया, जय सूर्यदेव' के साथ छठ महापर्व की तस्वीरें साझा कीं।
पहली बार लड़ा लोकसभा चुनावरोहिणी आचार्य ने साल 2024 में पहली बार चुनाव लड़ा। सारण लोकसभा सीट से पहली बार चुनावी मैदान में उतरीं रोहिणी को हार का सामना करना पड़ा। रोहिणी को बीजेपी नेता राजीव प्रताप रुडी ने हरा दिया.राजीव प्रताप रूडी को कुल 4,71,752 वोट मिले, वहीं, रोहिणी आचार्य को केवल 45,8091 वोट ही मिले।
पिता को डोनेट की किडनीरोहिणी आचार्य ने साल 2022 में पिता लालू यादव को किडनी डोनेट की थी, जिसके बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुईं।
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Nitish Kumar: नीतीश कुमार ने बना लिया प्लान, 4 सीटों पर होगा बड़ा 'खेल'; अगले 2 दिनों तक...
राज्य ब्यूरो, पटना। छठ समाप्त (Chhath Puja 2024) होते ही शनिवार से विधानसभा के चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) लगातार दो दिनों तक सभी चारों सीट पर एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा करेंगे। जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा व जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी एक-एक दिन मुख्यमंत्री की चुनावी सभा में उनके साथ रहेंगे।
जदयू से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, शनिवार यानी 9 नवंबर को मुख्यमंत्री रामगढ़ और तरारी विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। रामगढ़ विधानसभा में हो रहे उपचुनाव का महत्व इस मायने में है कि वह राजद की सीटिंग सीट है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के पुत्र सुधाकर सिंह वहां से विधायक थे। उनके सांसद बन जाने के बाद यहां से उनके दूसरे पुत्र अजीत सिंह राजद की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। एनडीए इसे परिवारवाद मानता है।
यहां से एनडीए प्रत्याशी के रूप में भाजपा के अशोक सिंह चुनाव लड़ रहे। मुख्यमंत्री की चुनावी सभा यहां सुबह 11 बजे के करीब है। जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी भी मुख्यमंत्री की सभा में मौजूद रहेंगे।
तरारी में भी कमान संभालेंगे मुख्यमंत्रीरामगढ़ की चुनावी सभा के बाद मुख्यमंत्री की चुनावी सभा तरारी विधानसभा क्षेत्र में होनी है। यह भाकपा (माले) की सीटिंग सीट है। भाकपा (माले) विधायक सुदामा प्रसाद के सांसद बन जाने के बाद यहां उप चुनाव हो रहा। यहां से एनडीए ने भाजपा की टिकट पर विशाल प्रशांत को अपना उम्मीदवार बनाया है। वह पूर्व विधायक सुनील पांडेय के पुत्र हैं।
10 नवंबर को भी दो विधानसभा सीटों पर प्रचार करेंगे CMमुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10 नवंबर को भी दो विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। उनकी पहली सभा इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में होगी। इस सीट से जीतनराम मांझी विधायक थे। उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है। यहां हो रहे उप चुनाव में उनकी पुत्रवधू दीपा मांझी चुनाव लड़ रहीं। मुख्यमंत्री 11 बजे यहां चुनावी सभी को संबोधित करेंगे। इसके बाद 12 बजे मुख्यमंत्री की चुनावी सभा बेलागंज मेंं है। लंबी अवधि से यह विधानसभा सीट राजद के कब्जे में रही है।
वहां के राजद विधायक सुरेंद्र यादव के सांसद बन जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी। यहां से एनडीए प्रत्याशी के रूप में जदयू की मनोरमा देवी चुनाव लड़ रही। जदयू के वरिष्ठ नेता यहां लगातार चुनाव प्रचार कर रहे। मुख्यमंत्री की इमामगंज व बेलागंज में होने वाली चुनावी सभा में जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री की दोनों दिन की चुनावी सभी हेलीकॉप्टर से होगी।
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नीतीश सरकार एक्शन मोड में, 2005 से अब तक संविदा पर नियुक्त कर्मचारियों का ब्योरा तलब; 3 दिनों के अंदर...
राज्य ब्यूरो, पटना। अगले वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के मद्देनजर एक ओर विभागों में रिक्त पदों को भरने की कवायद जोर-शोर से चल रही है। अलग-अलग विभाग अपने यहां रिक्त पदों का आकलन करने में जुटे हैं। विभागों की कोशिश है कि चुनाव के पहले अधिक से अधिक रिक्त पदों पर नियुक्तियां कर ली जाएं। इसी कड़ी में भवन निर्माण विभाग ने विभाग के प्रशासनाधीन संविदा और बाह्य स्रोत से नियुक्त कर्मियों का ब्योरा तलब किया है।
भवन निर्माण विभाग के उप सचिव शिव रंजन की ओर से सभी अधीक्षण अभियंताओं को एक पत्र भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि 2005 से अब तक संविदा और बाह्य स्रोतों से नियोजित कर्मियों से संबंधित आंकड़े विभाग को हर हाल में तीन दिनों के अंदर मुहैया करा दें। विभाग ने कहा है कि तीन दिनों के अंदर उक्त जानकारी विभाग को ई-मेल के माध्यम से, जबकि 13 नवंबर तक भौतिक रूप से विभाग को अविलंब मुहैया कराई जाए।
विभाग ने अपने पत्र के बकायदा एक फॉर्मेट भी जारी किया है जिसमें भर कर वांछित जानकारी मुहैया करानी होगी। फार्मेट में अनारक्षित पद, अनुसूचित जाति, जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग श्रेणी में नियोजित कर्मियों की अलग-अलग जानकारी देनी होगी। यह जानकारी वार्षिक होगी। उदाहरण के लिए 2005 से 2006 के बीच में कितने नियोजित किए। इसके बाद यह क्रम वार्षिक रूप से बढ़ता जाएगा।
प्रत्येक सोमवार मुख्य सचिव करेंगे योजना व्यय प्रगति की समीक्षाराज्य के विकास कार्यों को गति देने के लिए राज्य के मुख्य सचिव नियमित रूप से विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव का पद ग्रहण करने के बाद अधिकारियों के साथ पहली बैठक में ही प्रत्येक सोमवार को योजनाओं की समीक्षा का निर्णय लिया है। अब पूर्व घोषित बैठक में लिए जाने वाले एजेंडे में मामूली बदलाव किया गया है।
भवन निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, प्रत्येक सोमवार को होने वाली बैठक में मुख्य सचिव सबसे पहले योजना व्यय की प्रगति रिपोर्ट लेंगे और इसकी समीक्षा करेंगे। इसके बाद केंद्रांश के रूप में मिलने वाले धन, राजस्व संग्रह की समीक्षा होगी। तीसरे पायदान पर सरकार ने नियुक्तियों को रखा है। मुख्य सचिव समीक्षा के दौरान विभागों से उनके यहां रिक्त पद और पदों को भरने के लिए होने वाली कवायद की जानकारी लेंगे और आवश्यक दिशा निर्देश जारी करेंगे।
विभाग के सूत्रों ने बताया कि इसी प्रकार वे इंटरनेट मीडिया प्रबंधन, सर्वोच्च न्यायालय, उच्च लंबित में मामलों के साथ ही प्रति शपथ पत्र कारण पृच्छा की समीक्षा करेंगे। इसी कड़ी में 2024-25 में मंत्रिमंडल की स्वीकृति के लिए लंबित योजना-परियोजना समेत अन्य बिंदुओं पर समीक्षा करेंगे। सरकार ने अपने निर्णय से सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव के साथ ही अन्य को अवगत करा दिया है।
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