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Patna High Court: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को हाई कोर्ट से नहीं मिली राहत, अब क्या करेंगे पशुपति पारस?
विधि संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट ने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) को आवास खाली करने के मामले में कोई राहत नहीं दी। न्यायाधीश मोहित कुमार शाह की एकलपीठ ने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष अम्बिका प्रसाद की याचिका पर पर सुनवाई करते हुए आवास आवंटन के लिए आवेदन करने की पूरी छूट दी है।
साथ ही आवास आवंटन के लिए दिए गए आवेदन पर कानून के तहत दो सप्ताह के भीतर कार्रवाई करने का आदेश दिया। याचिकाकर्ता के वरीय अधिवक्ता वाईवी गिरि ने कोर्ट को बताया कि भवन निर्माण विभाग ने 13 जून को व्हीलर रोड के शहीद पीर अली खां मार्ग स्थित आवास संख्या 1 का आवंटन रद कर दिया है।
2005 में RLJP को मिला था आवासयह आवास लोक जन शक्ति पार्टी को कार्यालय के लिए 30 मई 2005 को दो साल के लिए आवंटित किया गया था। अवधि समाप्त होने के पूर्व नवीकरण करना था। आवास के नवीकरण करने के लिए राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी ने भवन निर्माण के सचिव से गुहार लगाई थी, लेकिन उनके आवेदन पर किसी तरह का विचार किए बिना आवंटन को रद कर दिया गया।
याचिका का विरोध करते हुए महाधिवक्ता पीके शाही ने कोर्ट को बताया कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को अर्जी दायर करने का कोई अधिकार नहीं है। कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद आवास आवंटन रद करने के आदेश पर रोक लगाने से साफ इंकार कर दिया।
वोटर लिस्ट में नाम शामिल करने का आदेशपटना हाई कोर्ट ने चुनाव की अधिसूचना होने के बावजूद औरंगाबाद के जयहिंद तेंदुआ पैक्स के वोटर लिस्ट में याचिकाकर्ता का नाम शामिल करने का आदेश दिया। न्यायाधीश नवनीत कुमार पांडेय की एकलपीठ ने संदीप कुमार एवं अन्य की रीट याचिका पर सुनवाई करते हुए उक्त आदेश दिया।
अधिवक्ता राजीव कुमार सिंह ने बताया कि कोर्ट ने संबंधित पक्ष को सुनने के बाद याचिकाकर्ता के नाम को शामिल करने का आदेश दिया। याचिकाकर्ता का कथन था कि पैक्स प्रबंधन कमेटी द्वारा उसके नाम को शामिल करने की अर्जी रद्द कर दी गई थी। इसके बाद याचिकाकर्ता समेत अन्य 56 लोगों के नाम शामिल करने का आदेश औरंगाबाद के कापरेटिव सोसाइटी के असिस्टेंट रजिस्ट्रार द्वारा दिया गया।
नाम शामिल करने हेतु शेयर भी जमा किया गया था, लेकिन नाम शामिल नहीं किया गया था। जबकि चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी गई है। आगामी ग्यारह से तेरह नवंबर तक नामांकन की तिथि घोषित की गई है।
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Pappu Yadav: लॉरेंस गैंग की धमकियों से बेखौफ पप्पू, बोले- जिसे मारना है मार दे, मैं काम करता रहूंगा
राज्य ब्यूरो, पटना। लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi) से धमकी मिलने के बाद भी पप्पू यादव (Pappu Yadav) लगातार अपने काम में व्यस्त हैं। मंगलवार को उन्होंने कहा कि जिसे मुझे मारना है मार दे मैं अपना काम करता रहूंगा।
उन्होंने कहा धमकी मिलने के बाद उन्होंने गृह मंत्रालय से लेकर बिहार के पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव से लेकर आइजी तक को सुरक्षा के लिए लिखा। लेकिन अब तक मुझेे कोई सिक्योरिटी नहीं मिली है।
'मैं नीतीश कुमार से मिलना चाहता हूं...'पप्पू यादव ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलना चाहते थे, लेकिन उनके आसपास के लोग उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं देते। उन्होंने एक सवाल पर कहा धमकी देने वाले का काम धमकी देना है और मेरा काम लोगों के लिए काम करते रहना है। यह काम मैं हमेशा करता रहूंगा।
'जिसे मुझे मारना है...'पप्पू ने कहा, संसद से लेकर सड़क तक लोगों के लिए लड़ता रहूंगा। जिसे मुझे मारना है आकर मार दे मैं रुकने वाला नहीं। देश की जनता और भगवान मेरी सुरक्षा करेंगे। हाथी चले बाजार और कुत्ता भूंके हजार। उन्होंने कहा जो लोग मुझे सुरक्षा नहीं देना चाहते उनसे कहना चाहता हूं कि मुझे वर्तमान में भी जो सुरक्षा दी गई है आप चाहे तो उसे भी वापस ले लें।
सतगुरु महर्षि महराज जी के सत्संग समारोह में शामिल हुए सांसद पप्पू यादवरूपौली प्रखंड के कोशकीपुर गांव में आयोजित दो दिवसीय सतगुरु महर्षि महराज के सत्संग समारोह में पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव विशेष रूप से शामिल हुए। इस धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे थे, जिन्होंने महर्षि महाराज जी के आशीर्वाद और प्रवचनों का लाभ लिया। सत्संग के दौरान महर्षि महाराज ने मानवता, सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि सच्ची सेवा और समर्पण ही जीवन का सार है और हमें सदा सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। सांसद पप्पू यादव ने भी इस अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि सत्संग हमें आत्मिक शांति प्रदान करता है और हमारी सोच को सकारात्मक दिशा में ले जाता है।
उन्होंने कहा कि महर्षि महाराज का मार्गदर्शन हम सभी को सच्चे मानव बनने की प्रेरणा देता है। सांसद यादव ने समाज में सद्भाव और एकता बनाए रखने का आह्वान भी किया। कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ विभिन्न गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। सांसद पप्पू यादव ने इस आयोजन के लिए आयोजकों को धन्यवाद देते हुए इसे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
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Bihar Bijli News: स्मार्ट प्री-पेड मीटर का सर्वर बैठा, नहीं दिख रहा बैलेंस; 5 लाख उपभोक्ता परेशान
जागरण संवाददता, पटना। स्मार्ट प्री-पेड मीटर का सर्वर बैठक गया है। इस कारण राजधानी के पांच लाख उपभोक्ता परेशान हो गए हैं। मीटर रिचार्ज नहीं हो रहा है। बैलेंस नहीं दिख रहा है। दीपावली के मौके पर बिजली न कट जाए, इसका भय उपभोक्ताओं को सता रहा है। शुक्रवार से सिस्टम में खराबी आई है। सोमवार से सर्वर ही बैठ गया।
पटेल नगर के अजीत कुमार ने बताया कि मेरा मीटर बैलेंस नहीं बता रहा है। दीपावली में बिजली कटने पर परेशानियों का सामाना करना पड़ जाएगा। शिकायत करने पर बताया जा रहा है कि सर्वर में खराबी आ गई है। वशिष्ट नगर के अभय कुमार ने बताया कि मेरे मीटर का बैलेंस 50 रुपये पर आ गया है, तीन दिनों से रिचार्ज करने का प्रयास कर रहा हूं।
एसके नगर के अजय ने बताया कि मीटर रिचार्ज नहीं हो पा रहा है। हमलोग काफी परेशान हैं। रिचार्ज नहीं होने और बिजली खपत सहित कोई सूचना नहीं मिलने के कारण उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ गई है।
बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि सर्वर में आई तकनीकी खराबी को दूर किया जा रहा है। दीपावली में बकाया पर किसी भी उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन नहीं कटेगा। सर्वर दुरूस्त होने के बाद उपभोक्ताओं को बकाया राशि जमा करने का मौका दिया जाएगा। सर्वर में आई खराबी से बिजली आपूर्ति पर कोई असर नहीं है। उपभोक्ता सर्वर दुरूस्त होने का इंतजार करें। रिचार्ज करने पर मीटर रिचार्ज हो जा रहा है, सर्वर की तकनीकी खराबियां दूर होने के बाद बैलेंस दिखने लगेगा।
मीटर बाईपास कर बिजली चोरी करने पर 28 लाख जुर्मानामीटर को बाईपास कर फैक्ट्री चलाना सबलपुर में स्थित मोहम्मद कयूम अंसारी को महंगा पड़ गया। बिजली खपत कम होने की सूची में इनका नाम आया। फतुहा आपूर्ति प्रमंडल के अभियंता रात्रि में फैक्ट्री में छापेमारी किए। रंगे हाथ बिजली चोरी पकड़ी गई। मीटर बाइपास कर बिजली चोरी कर रहे थे। औद्योगिक परिसर में मो. कयूम का 46. 6 किलोवाट भार का एलटीआइएस टू श्रेणी का प्लास्टिक फैक्ट्री था।
बिजली चोरी के आरोप में 27.86 लाख रुपये जुर्माना किया गया तथा नदी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। खुसरूपुर के मौसिमपुर गांव में सर्वेश कुमार बिना कनेक्शन के 10 एचपी का मोटर से आटा चक्की चला रहे थे। 7.5 एचपी का भार था। चार लाख रुपए जुर्माना किया गया तथा खुशरुपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। फतुहा सहायक विद्युत अभियंता और दीदारगंज सहायक विद्युत अभियंता अलग-अलग टीम बनाकर छापेमारी की।
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Diwali 2024: धनतेरस पर घर-घर विराजे लक्ष्मी-गणेश, चित्रा नक्षत्र और प्रीति योग में मनाई जाएगी दीपावली
जागरण संवाददाता, पटना। Diwali 2024 कार्तिक कृष्ण प्रदोष व्यापिनी त्रयोदशी में मंगलवार को धनतेरस (Dhanteras 2024) पर सुबह से लेकर देर रात तक बाजार गुलजार रहा। लोगों ने भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की प्रतिमा की संग झाडू व सोने-चांदी, पीतल के बर्तनों की खरीदारी की।
आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि के प्राकट्य दिवस पर सनातन धर्मावलंबियों ने त्रिपुष्कर व शश महापुरुष राजयोग में घरों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में लक्ष्मी-गणेश, कुबेर, सरस्वती, धन्वंतरि की पूजा कर सुख, समृद्धि, आरोग्यता, धन संपदा, ऐश्वर्य, वैभव की कामना की।
अकाल मृत्यु, रोग, शोक, भय से निजात हेतु यम के निमित्त तेल का दीपक घर के बाहर दक्षिण मुख प्रज्वलित किया गया। श्रद्धालुओं ने गोधूलि बेला में पंच देवता को समर्पित घी के पांच दीपक जलाए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस के दिन झाडू खरीदने से घर से दरिद्रता दूर होने के साथ सुख-समृद्धि का वास होता है।
ज्योतिष आचार्य ने क्या बताया?ज्योतिष आचार्य पंडित राजनाथ झा ने बताया कि धन की देवी माता लक्ष्मी को समर्पित पांच दिनों का दीपोत्सव आरंभ हो गया। भाई दूज तक देवी-देवताओं के निमित्त पांच दिनों तक दीपक जलाए जाएंगे। गुरुवार को कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन दीपोत्सव का प्रमुख दीपावली चित्रा नक्षत्र व प्रीति योग में दीपावली मनेगी।
छोटी दीवाली व नरक चतुर्दशी आजकार्तिक कृष्ण प्रदोष व्यापिनी चतुर्दशी में आज बुधवार को हस्त नक्षत्र, वैधृति योग, सर्वार्थ सिद्धि योग में नरक चतुर्दशी, छोटी दीपावली व हनुमान जयंती का पर्व मनेगा। चतुर्दशी तिथि दोपहर 01:04 बजे से 31 की शाम 3:11 बजे तक रहेगा। नरक चतुर्दशी के दिन पांच, 11 या 21 दीपक जलाने की परंपरा है।
वायु पुराण के अनुसार, इसी दिन मेष लग्न में प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त महाबली हनुमान का प्राकट्य हुआ था। हनुमान जयंती पर शहर के प्रमुख मंदिरों में विधि विधान के साथ राम भक्त हनुमान की पूजा अर्चना होगी।
हनुमान जयंती पर सवा मन नैवेद्यम का लगेगा भोगहनुमान जी के दो विग्रहों वाले पटना के महावीर मंदिर में बुधवार को हनुमान जयंती मनाई जाएगी। महावीर मंदिर में कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को दीपावली के ठीक एक दिन पूर्व हनुमान जयंती मनाई जाती है। बुधवार को सुबह 10.30 बजे से मुख्य पूजा प्रारंभ होगी। महावीर मन्दिर प्रांगण में स्थित मुख्य ध्वज स्थल पर पूजन कार्यक्रम होगा।
दोपहर 12 बजे अंजना नंदन हनुमान जी की जन्म आरती होगी। इस अवसर पर हनुमान जी को सवा मन नैवेद्यम का विशेष भोग लगेगा। हलवा का भोग भी लगेगा। हनुमान जयंती के पावन अवसर पर महावीर मन्दिर के ध्वज बदले जाएंगे। महावीर मन्दिर में 22 अक्टूबर से चल रहे 9 दिवसीय नवाह पाठ का समापन भी हनुमान जयंती पर होगा।
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खुशखबरी! वैशाली की तरह सभी पंचायत भवनों में खुलेंगी डाकघर की शाखाएं, स्थापित होंगे आरटीपीएस केंद्र
राज्य ब्यूरो, पटना। वैशाली जिला के पंचायत सरकार भवनों में डाकघर की शाखाएं खुलने से आम लोगों को गांव में ही पोस्टल सुविधाएं मिलने लगी हैं। पंचायती राज विभाग अब दूसरे जिलों के पंचायत सरकार भवनों में भी डाकघर की शाखाओं के लिए पहल करेगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टल नेटवर्क का विस्तार होगा।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही उन भवनों में आरटीपीएस केंद्र भी खोले जाएंगे, ताकि जनता को स्थानीय स्तर पर लोक सेवाओं के अधिकार की सुविधा मिल सके। इससे उन्हें प्रखंड मुख्यालय पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
45 में से 43 पंचायतों में खुली डाकघर की शाखाएंवैशाली जिला में कुल 45 पंचायत सरकार भवन हैं। उनमें से 43 में डाकघर की शाखाएं खुल चुकी हैं। हाल ही में भान बोरहा, कन्हौली, पचदमिया ग्राम पंचायत के भवनों में डाकघर की शाखाएं शुरू हुई हैं। वहां स्पीड पोस्ट, डाक रजिस्ट्री सहित अन्य पोस्टल सुविधाएं उपलब्ध हैं।
पंचायत सरकार भवनों में पोस्टल सुविधाओं के साथ आरटीपीएस केंद्र भी संचालित हो रहे। इससे लोक सेवाओं के अधिकार का लाभ भी लोगों को स्थानीय स्तर पर ही मिलने लगा है। अब उन्हें प्रखंड मुख्यालय जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही।
विभाग का प्रयास होगा कि राज्य के सभी पंचायत सरकार भवनों में आरटीपीएस केंद्रों की स्थापना हो। इसके अलावा पंचायत सरकार भवन तथा त्रि-स्तरीय पंचायती राज प्रणाली के अन्य कार्यालयों में कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु ‘बायोमेट्रिक अटेंडेन्स प्रणाली' को भी तेजी से अपनाया जा रहा है।
चार बैच में कुल 160 पंचायत-प्रतिनिधि और अधिकारी सीखने-समझने जाएंगे यशदाक्षमता-संवर्द्धन के साथ पंचायती राज प्रणाली से संबंधित अन्य विषयों पर प्रशिक्षण हेतु अगले चार माह के दौरान कुल 160 पंचायत-प्रतिनिधियों और अधिकारियों को पंचायती राज विभाग पुणे भेजेगा। वहां वे चार दिनों तक यशवंतराव चह्वाण विकास प्रशासन अकादमी (यशदा) में रहकर पंचायतों के उन्नयन की बारीकियों से अवगत होंगे। एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम के अंतर्गत जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, उप विकास आयुक्त तथा अपर जिला पंचायती राज पदाधिकारी आदि भ्रमण पर जाएंगे।
भ्रमण के लिए कुल चार बैच का निर्धारण किया है। प्रत्येक बैच में 40 सदस्य होंंगे। इस वर्ष दिसंबर से अगले वर्ष मार्च के बीच अलग-अलग स्लाट में उन्हें प्रशिक्षण और एक्सपोजर हेतु भेजा जाएगा। उस दौरान वे सतत विकास लक्ष्य के अंतर्गत निर्धारित नौ विषयों, पंचायत विकास योजनाओंं तथा पंचायती राज प्रणाली से संबंधित अन्य विषयों पर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही महाराष्ट्र में पंचायती शासन प्रणाली हेतु अपनाए गए बेस्ट प्रैक्टिस से भी अवगत होंगे।
उल्लेखनीय है कि यशदा महाराष्ट्र सरकार का प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान है। वहां सरकारी विभागों के साथ ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में कार्यरत संबंधित लोगों को प्रशिक्षण दिया जाता है। एक्सपोजर विजिट भ्रमण के बीच सीखने के लिए सबसे प्रभावशाली और प्रेरणादायक साधनों में से एक है। इससे व्यावहारिक अनुभव बढ़ता है।
पंचायती राज प्रणाली में क्रियान्वित योजनाओं की पहुंच को व्यापक बनाने हेतु जन-प्रतिनिधियों व अधिकारियों का हेतु क्षमता-संवर्द्धन एक्सपोजर विजिट का उद्देश्य है। पंचायती राज विभाग दो स्तरों (राज्य के भीतर और राज्य के बाहर) पर इसका निरंतर आयोजन निरंतर करते रहता है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। सक्षमता पास शिक्षकों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। राज्य में पहली सक्षमता परीक्षा (Sakshamta Pariksha) पास जिन नियोजित शिक्षकों (Bihar Niyojit Shikshak) की काउंसलिंग के दौरान बायोमेट्रिक तो सत्यापित हुआ, लेकिन कतिपय कारणों से आधार का सत्यापन नहीं हुआ, उनका फिर से बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। हालांकि, उसके पहले गलती में संशोधन के लिए उन्हें अपने पदस्थापन वाले जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी के यहां चार नवंबर तक आवेदन देना होगा।
इसके साथ ही जिन नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट संदिग्ध पाए गए हैं, उन्हें सही सर्टिफिकेट अपलोड करने का मौका दिया गया है। ऐसे नियोजित शिक्षकों की संख्या 23 हजार 801 है। इससे संबंधित निर्देश शिक्षा विभाग की ओर से मंगलवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया गया।
शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार, काउंसलिंग के दौरान जिन शिक्षकों का एक या एक से अधिक प्रमाणपत्र संदिग्ध पाया गया है, उन्हें सही प्रमाणपत्र अपलोड करने हेतु बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सॉफ्टवेयर में विकल्प प्रदान किया गया है। इसके लिए नौ नवंबर तक का समय दिया गया है।
13 सितंबर तक हुई थी काउंसलिंगसक्षमता परीक्षा पास नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग जिलों में 13 सितंबर तक हुई थी। उसमें ऐसे शिक्षक, जिनका बायोमेट्रिक तो सत्यापित हुआ, लेकिन कतिपय कारणों यथा नाम में अंतर, जन्मतिथि में अंतर, आधार संख्या की गलत प्रविष्टि इत्यादि कारणों से आधार सत्यापन नहीं हो पाया है, वे चार नवंबर तक नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर में परिवर्तन हेतु अपने पदस्थापन जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दे सकते हैं।
नहीं की जाएगी ओवरराइटिंगआवेदन के आधार पर संबंधित जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा संशोधित नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर की प्रविष्टि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर किया जाएगा और शिक्षक द्वारा दिए गए आवेदन को अपलोड करना अनिवार्य होगा। शिक्षक द्वारा पूर्व में आवेदन भरते समय अंकित किए गए नाम, जन्म तिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर सॉफ्टवेयर में यथावत रहेगा और इस पर किसी प्रकार की ओवरराइटिंग नहीं की जाएगी।
इस प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद संबंधित शिक्षक का बायोमेट्रिक सत्यापन भी कराया जाएगा। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा की गयी कार्रवाई का सत्यापन साफ्टवेयर के माध्यम से संबंधित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा।
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क्या उपचुनाव में चलेगा PK की जन सुराज का जादू या पुराने दलों में ही होगा मुकाबला? पढ़ें रिपोर्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा की चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव में सभी दल अपने सर्वोत्तम साधनों का उपयोग कर रहे हैं। परिणाम कई राजनीतिक दलों की मान्यताओं के बारे में जनता की राय जाहिर करेगा। परिणाम से राजनीति में परिवारवाद की स्वीकार्यता और जातियों की राजनीतिक दलों के प्रति प्रतिबद्धता की परख होगी। अगर परिणाम इन दोनों से अलग होता है तो यह संदेश भी निकलेगा कि छोटे हिस्से में ही सही लोग परिवर्तन के आकांक्षी हैं।
भाकपा माले और जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) को छोड़ दें तो सभी दलों ने परिवारवाद की राजनीति को प्रश्रय दिया है। संबंधित विधानसभा क्षेत्र के विधायक रहे नेता पुत्रों को उम्मीदवार बनाया गया है। भाजपा ने रामगढ़ में अपने पुराने कार्यकर्ता अशोक कुमार सिंह को टिकट दिया है, लेकिन तरारी में उसने पूर्व विधायक सुनील पांडेय के पुत्र विशाल प्रशांत को उम्मीदवार बनाया है।
तरारी से भाकपा माले के उम्मीदवार राजू यादव विशुद्ध कार्यकर्ता हैं। राजनीति उन्हें विरासत में नहीं मिली है। रामगढ़ के राजद उम्मीदवार अजित सिंह और इसी दल से बेलागंज के उम्मीदवार विश्वनाथ कुमार सिंह और बेलागंज की हम उम्मीदवार दीपा मांझी विरासत की राजनीति के प्रतिनिधि हैं।
इसी श्रेणी में बेलागंज की जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी को भी रखा जा सकता है। वह अपने पति बिंदी यादव की राजनीतिक विरासत को बढ़ा रही हैं। हालांकि, बिंदी यादव को कभी विधानसभा चुनाव में सफलता नहीं मिली, जबकि मनोरमा विधान परिषद की सदस्य रह चुकी हैं। दिलचस्प यह है कि आम चुनाव में राजद पर परिवारवाद का आरोप लगाने वाला एनडीए उपचुनाव में इसकी चर्चा नहीं कर रहा है।
जातियों की दलीय प्रतिबद्धतामान लिया गया है कि यादव और मुसलमान राजद के लिए प्रतिबद्ध हैं। दक्षिण बिहार के लोकसभा चुनाव परिणाम ने राजद और खासकर महागठबंधन के खेमें में कुशवाहा और वैश्य वोटरों को भी जोड़ दिया था। संयोग से ये सभी उपचुनाव विधायकों के सांसद बनने के कारण हो रहे हैं। परिणाम यह भी बताएगा कि लोकसभा चुनाव के समय बना जातीय समीकरण अब भी कायम है और यह 2025 के विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन के पक्ष में बना रह सकता है।
लोकसभा चुनाव के दौरान इन चारों विस सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की हार हुई थी। बेलागंज में माय समीकरण की असली परख होगी। राजद के अलावा जदयू और जन सुराज के उम्मीदवार इसी समीकरण के हैं।
जन सुराज की परीक्षाजन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का दावा है कि राज्य के लोग एनडीए और महागठबंधन से अलग किसी तीसरे विकल्प की खोज में हैं। अबतक की स्थिति यह है कि सभी सीटों पर जन सुराज के उम्मीदवार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश में हैं। चार में से किसी एक सीट पर भी जन सुराज को सफलता मिलती है तो यह उसकी बड़ी उपलब्धि होगी। उसे 2025 के विधानसभा चुनाव में एक योग्य पार्टी के रूप में प्रवेश करने का अवसर मिल जाएगा।
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Agrani Homes: पटना सिटी में नीलाम होगी अग्रणी होम्स की 85 डिसमिल जमीन, 5.17 करोड़ से शुरू होगी बोली
जागरण संवाददाता, पटना। फ्लैट एवं प्लॉट का आवंटन नहीं करने, पैसे नहीं लौटाने को लेकर अग्रणी होम्स की करीब 85 डिसमिल जमीन नीलाम की जाएगी। पूर्ण पारदर्शिता, अधिक से अधिक की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए बिहार सरकार की ई प्रोक्योरमेंट प्लेटफॉर्म (https //eproc2.bihar.gov.in) पर ई-नीलामी की जाएगी।
इसमें भाग लेने के लिए इच्छुक लोगों को ई प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर सबसे पहले निबंधन कराना होगा। नीलाम पत्र पदाधिकारी सह विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी ने नोटिस जारी किया है।
अग्रणी होम्स के डायरेक्टर हैं आलोक कुमारबताया गया है कि मेसर्स अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड जिसके निदेशक आलोक कुमार हैं, की 85.6098 डिसमिल जमीन पटना सिटी थाना क्षेत्र के धवलपुरा मौजा में है। इसकी जमाबंदी अग्रणी होम्स रीयल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम से है।
5900 रुपये है ई-ऑक्शन का शुल्कसंबंधित जमीन को पहले ही अटैच किया जा चुका है। ई-ऑक्शन का शुल्क 5900 रुपये है। यह नेफ्ट, आरटीजीएस एवं क्रेडिट कार्ड के माध्यम से वेबसाइट पर स्वीकार किया जाएगा। न्यूनतम बोली की राशि पांच करोड़ 17 लाख 51 हजार 800 (5,17,51,800) रुपये रखी गई है।
सूचना प्रकाशन की तिथि से ही ई-ऑक्शन शुरू कर दिया गया है। ई-नीलामी की प्रक्रिया 16 दिसंबर को 11 से दो बजे तक होगी। ई प्रोक वेबसाइट से अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
सरकारी भवनों के लिए तेजी से खोजें जमीनथाने, अग्निशामालय, नवसृजित अंचल कार्यालयों के लिए तेजी से उपयुक्त भूमि की उपलब्धता सुनिश्चि कराएं। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सोमवार को समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया। उन्होंने अपर समाहर्ता को अंचलाधिकारियों के माध्यम से लंबित मामलों का तेजी से निष्पादन कराने को कहा।
मसौढ़ी अनुमंडल के लहसुना, पिपरा, केवरा, पटना सदर एवं पटना सिटी अनुमंडल के चित्रगुप्त नगर, बाइपास, साइबर थाना, गांधी घाट थाना, गांधी सेतु, करभैया सहित विभिन्न थानों एवं ओपी के लिए, 11 नवसृजित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों के कार्यालयों, विभिन्न अनुमंडलों में पुलिस लाइन भवनों के निर्माण के लिए जमीन खोजे जाने की स्थिति की जानकारी ली।
एडीएम ने बताया कि 17 अक्टूबर की बैठक के आलोक में मसौढ़ी अनुमंडल के पिपरा एवं लहसुना थाना के भवन निर्माण के लिए भूमि का हस्तांतरण कर दिया गया है। डीएम ने एसडीओ एवं एसडीपीओ को चिह्नित भूमि पर भवन निर्माण में आ रहे व्यवधान अविलंब दूर करने को कहा।
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दीवाली से ठीक पहले नीतीश कुमार ने दी राहत, 1.52 लाख लोगों के बैंक अकाउंट में भेजे 101 करोड़ रुपये
राज्य ब्यूरो, पटना। बाढ़ की वजह से हुई फसल क्षति के मद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंगलवार को 1.52 लाख किसानों के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से 101 करोड़ रुपए अंतरित किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प कक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस वर्ष सितंबर में हुए वर्षापात तथा गंगा, कोसी, गंडक, बागमती व अन्य नदियों के जलस्तर मे हुई वृद्धि की वजह से आयी बाढ़ में फसल क्षति का प्रतिवेदन के आधार पर प्रभावित किसानों को कृषि इनपुट अनुदान की राशि दी गयी है। यह राशि राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है।
अभी प्रथम चरण की राशि वितरित हुई है। इस संबंध में बताया गया कि अन्य प्राप्त आवेदनों का सत्यापन कर शेष प्रभावित किसानों के बीच भी जल्द राशि वितरित की जाएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को राज्य सरकार हर संभव सहायता उपलब्ध करा रही है। हमलोग आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए लगातार तत्पर रहते हैं।
किसानों को कितना अनुदान मिल रहा?कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से यह जानकारी दी कि गंगा एवं अन्य नदियों में जलस्तर बढ़ने के फलस्वरूर आयी बाढ़ से 16 जिले के 66 प्रखंड एवं 580 पंचायतों में कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ।
संकल्प कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौघरी, कृषि मंत्री मंगल पांडेय, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डा. उदय कांत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार व कुमार रवि भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने रबी महाअभियान का किया आरंभ, किसान जागरूकता वाहनों को किया रवानामुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को रबी महाअभियान 2024-25 का आरंभ किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के पास से किसान जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम मे चार कृषि ज्ञान वाहन तथा 18 किसान जागरूकता वाहनों को विदा किया गया। इस रबी महाअभियान में किसानों को रबी मौसम से संबंधित कृषि विभाग द्नारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
इसके अतिरिक्त फसल अवशेष प्रबंधन एवं खेतों में फसल अवशेष को जलाने से मिट्टी व पर्यावरण को होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया जाएगा। किसानों को रबी फसलों की तकनीकी जानकारी, जौैविक खेती को प्रोत्साहन, मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम एवं फसल विविधिकरण से अवगत कराया जाएगा। चतुर्थ कृषि रोड मैप के विभिन्न आयामों के बारे में भी बताया जाएगा।
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Diwali 2024: बिहार के इन जिलों में सभी तरह के पटाखों पर रोक, लिस्ट में पटना और गया भी शामिल
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी के नगरीय क्षेत्र में किसी भी प्रकार के पटाखों का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित है। ग्रामीण क्षेत्र में ग्रीन पटाखे जलाए जा सकेंगे। सर्वोच्च न्यायालय एवं राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश के आलोक में पटना, गया, मुजफ्फरपुर एवं हाजीपुर नगरीय क्षेत्र में किसी भी प्रकार के पटाखे का उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है।
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी राजीव मिश्रा ने सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ को अवैध पटाखा कारोबार के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया है। कहा है कि अवैध पटाखा निर्माण, भंडारण एवं बिक्री पर सख़्ती से रोक लगाएं। इन शहरों में पिछले वर्ष वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी खराब पाई गई थी। इसको लेकर एनजीटी ने आदेश जारी किया है। साथ ही पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार तथा बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने भी इसके अनुपालन का आदेश दिया है।
जिलाधिकारी ने जिलावासियों से आह्वान किया है कि पर्यावरण अनुकूल दीपावली मनाएं। पटाखों का प्रयोग नहीं करें। क्योंकि इससे निकलने वाला हानिकारक रसायन युक्त धुआं हमारे स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचता है। इससे बच्चों, वृद्ध तथा हृदय रोगियों को खतरा होने के साथ-साथ सभी को स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। इसलिए पर्व में दीये जलाएं, पकवान खाएं, आतिशबाजी नहीं करें। उन्होंने यह भी कहा है कि दीये जलाने में केराेसिन तेल का उपयोग नहीं करें इससे फेफड़े को नुकसान पहुंचता है।
आतिशबाजी स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए हानिकारक: डीएमदीपावली करीब आते ही जगह-जगह पटाखे बिकने लगे हैं। इस बीच डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी राजीव मिश्रा ने सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ को अवैध पटाखा कारोबार के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा है कि अवैध पटाखा निर्माण, भंडारण एवं बिक्री पर सख्ती से रोक लगाएं। सर्वोच्च न्यायालय एवं राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश के आलोक में पटना, गया, मुजफ्फरपुर एवं हाजीपुर में किसी भी प्रकार के पटाखे का उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है।
नीली रोशनी से करें सजावटछठ महापर्व में छठ घाट एवं घाटों की ओर जाने वाले रास्तों की सजावट गो ब्लू अभियान के तहत नीली रोशनी से की जाएगी। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने शहर के सभी छठ घाटों की ओर जाने वाले मुख्य पथों और गंगा नदी घाटों की ओर अवस्थित सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों एवं आम नागरिकों से अपील की है कि महापर्व के अवसर पर अपने भवनों व प्रतिष्ठानों को नीली रोशनी से सजाएं, ताकि महापर्व की भव्यता में और वृद्धि हो। जिलाधिकारी ने कहा है कि छठ महापर्व का बिहार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से सीधा संबंध है।
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Nitish Kumar: आखिर नीतीश कुमार 2010 के अपने ही रिकॉर्ड को क्यों तोड़ना चाहते हैं? पढ़िए इसके पीछे की रणनीति
अरुण अशेष, पटना। Bihar Political News Today: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूं ही नहीं 2010 के विधानसभा चुनाव परिणाम का अपना ही रिकार्ड तोड़ने की इच्छा को बार-बार दोहरा रहे हैं। संकल्प प्रकट कर रहे हैं। उस चुनाव में एनडीए को 243 में से 206 (जदयू 115 और भाजपा 91) सीटें मिली थीं। बाद के दिनों में अन्य दलों के छिटपुट विधायक भी एनडीए के सहयोगी बने।
मंडल के दौर में राज्य में किसी गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री को पहली बार ऐसी सफलता मिली थी।इससे पहले 1995 के विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद की तत्कालीन पार्टी जनता दल की 167 सीटों पर जीत हुई थी। उस समय बिहार विधानसभा के सदस्याें की संख्या 324 होती थी। बाद के चुनावों में लालू प्रसाद भी उस परिणाम को नहीं दोहरा पाए।
2010 का रिकॉर्ड क्यों तोड़ना चाहते हैं नीतीश कुमार?2010 का परिणाम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उसमें उन्हें 2005-10 के बीच के सुशासन का इनाम मिला था। दिग्गज रामविलास पासवान अपनी लोजपा के साथ उनके विरोध में खड़े थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें नीतीश की भावना का सम्मान करते हुए भाजपा ने बिहार विधानसभा के चुनाव प्रचार से अलग रखा गया था।
इसके बावजूद राज्य चुनाव में एनडीए को इतनी बड़ी सफलता मिली थी। 2010 के चुनाव में नीतीश की लोकप्रियता ने राजद को सिर्फ 22 सीटों पर समेट दिया था। वह तकनीकी रूप से मुख्य विपक्षी दल का दर्जा भी हासिल नहीं कर पाया था। 225 सीटों पर जीत के लक्ष्य में राजद को पुरानी स्थिति में लौटाने का संकल्प भी है। 2010 के विधानसभा चुनाव के ठीक साल भर पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में भी एनडीए को राज्य की 40 में से 32 सीटों पर सफलता मिली थी।
जदयू की 20 और भाजपा की 12 सीटों पर जीत हुई थी। बेशक एनडीए ने 2019 में लोकसभा की 39 सीट कर बड़ी उपलब्धि हासिल की। लेकिन, इसका श्रेय सिर्फ नीतीश कुमार को नहीं मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रामविलास पासवान भी श्रेय के असली हकदार थे। 2019 के पांच साल बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए 2019 के परिणाम को नहीं दोहरा पाया। उसे 30 सीटें मिलीं। यह 2009 की 32 सीटों से कम थी, जिस चुनाव के नायक सिर्फ नीतीश कुमार थे।
2010 से 2014 के बीच बहुत कुछ बदला2010 और 2024 की अवधि में बहुत कुछ बदला। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर इस दौर में भी नीतीश कुमार ही हैं।मगर, उन्हें कई बार कम करके आंका गया। वह सुनियोजित साजिश के शिकार भी हुए। एनडीए में रहते हुए उसके एक घटक दल लोजपा (अब लोजपा रा) ने 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें पराजित करने का पूरा बंदोबस्त किया। उनका दल जदयू महज 43 सीटों पर अटक गया। यह नीतीश के जीवन के लिए कष्टदायक परिणाम परिणाम था। 2015 में जदयू 2010 के परिणाम को बरकरार नहीं रख पाया।
उसके सिर्फ 71 उम्मीदवार चुनाव जीत पाए। इस पृष्ठभूमि में देखें तो नीतीश कुमार अगर 2010 से भी बेहतर परिणाम का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं तो लंबे समय तक बिहार की राजनीति के लिए अपरिहार्य रहे नीतीश कुमार जैसे किसी नेता के लिए दुस्साहस नहीं कहा जा सकता है। आखिर वह राज्य के पहले ऐसे नेता हैं, जिनसे कोई दल स्थायी दोस्ती भले न कर पाए, स्थायी दुश्मनी मोल लेने का खतरा उठाने का साहस नहीं कर पाया है। घर का एक दरवाजा हमेशा खुला रखा जाता है।
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Bihar Vidhan Sabha Winter Session: बिहार विधानमंडल का शीत सत्र 25 नवंबर से, 5 बड़े मुद्दों पर हो सकता है हंगामा
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Assembly Winter Session: बिहार विधान मंडल का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से प्रारंभ होगा। सत्र 29 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान सदन में द्वितीय अनुपूरक बजट भी पेश होगा साथ ही अन्य विधायी कार्य संपादित किए जाएंगे।
संसदीय कार्य विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। चार सीटों पर होने वाले चुनाव के परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। इसके दो दिन के बाद ही सदन की गतिविधियां प्रारंभ होगी।
25 नवंबर को सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण होगा (यदि हो)। इसके बाद राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेश की प्रतियां सदन पटल पर रखी जाएंगी। साथ ही पहले ही दिन वित्तीय वर्ष 2024-25 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। 26 नवंबर को गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे।
27 और 28 नवंबर को सदन में राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे। 29 नवंबर को 2024-25 का द्वितीय अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद एवं विनियोग विधयेक पेश होगा। इसके बाद सदन की गतिविधियां अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित हो जाएंगी।
इन 5 मुद्दों पर जमकर हो सकता है हंगामा25 नवंबर से होने वाले शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार है। चार सीटों पर हुए चुनाव परिणाम का असर सदन में दिखेगा। इसके अलावा विपक्ष पूरी तरह से सरकार पर हमलावर नजर आएगा। कानून व्यवस्था, शराब से हुई मौत, स्मार्ट मीटर और जमीन सर्वे जैसे मसलों पर विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा।
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Bihar Weather Today: बिहार के 20 जिलों में बारिश का अलर्ट, लोगों से सतर्क रहने की अपील; पढ़ें आज का मौसम
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: चक्रवात तूफान दाना के कमजोर पड़ने के बाद इसका असर दीपावली तक रहेगा। इस दौरान पुरवा हवा चलने के साथ बादलों की आवाजाही व हल्की वर्षा की संभावना है। दीपावली के बाद न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री गिरावट के आसार हैं।
बिहार के 20 जिलों में बारिश की चेतावनीमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित दक्षिणी व उत्तरी भागों के 20 जिलों में बादल छाए रहने के साथ हल्की वर्षा व बूंदाबांदी की संभावना है। पटना, बेगूसराय, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, समस्तीपुर, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, खगड़िया, दरभंगा, छपरा, बक्सर, मधुबनी समेत 20 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान लोगों से सावधान रहने की अपील की गई है।
प्रदेश के अधिकतम तापमान 31-33 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 21-24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
बिहार में चलेगी पुरवा हवामौसम विभाग के अनुसार ओडिशा में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके कारण प्रदेश में पुरवा का प्रवाह जारी है। अगले दो से तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। सोमवार को पटना सहित आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने से मौसम सामान्य बना रहा। सोमवार को पटना का अधिकतम तापमन 31.9 डिग्री सेल्सियस जबकि 36.8 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी पुपरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
इन इलाकों में दर्ज की गई बारिशदरभंगा व छपरा को छोड़ कर पटना सहित सभी जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग भागों में हल्की वर्षा दर्ज की गई। गया जिले के डोभी में 18.6 मिमी, मुंगेर में 16.5 मिमी, बाराचट्टी में 16.4 मिमी, बक्सर में 9.4 मिमी, आरा में 5.4 मिमी, रोहतास में 4.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
चक्रवात दाना ने धान की फसल को किया बे-दानाचक्रवात दाना ने धान की फसल को बे-दाना कर दिया है। पूरे भागलपुर जिले में इसका प्रभाव दिखा। इसका सर्वाधिक असर बेलदौर प्रखंड में दिखाई पड़ा है। बेलदौर में 10 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई है। दाना चक्रवात के कारण तेज हवा और वर्षा से धान की फसल बड़े पैमाने पर बर्बाद हुई है।
किसान माथा पीटने को विवश हैं। कई हेक्टेयर में लगी धान की फसल गिरकर नष्ट हो गई हैं। बेलदौर में छह हजार हेक्टेयर में धान की खेती होती थी। इस बार चौर-चांप में भी धान की खेती की गई। खेतों में फसल लहलहा रही थी।
परंतु पूर्व में तीन पंचायत कुर्बन, दिघौन, इतमादी पंचायत में बाढ़ से फसल बर्बाद हुई। मालूम हो कि कोसी में इस दफा असमय बाढ़ आई। कोसी की बाढ़ अमूमन जुलाई-अगस्त में आती थी। परंतु इस वर्ष 29 सितंबर को कोसी बराज से छह लाख 61 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद अक्टूबर आरंभ हाेते ही बेलदौर प्रखंड की उक्त तीन पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ गई।
खेतों में लगी धान की फसल बड़े पैमाने पर डूब गई। अब बाकी बची पंचायतों में तेज हवा और वर्षा से पांच सौ हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई है।क्या कहते हैं किसान भोलादास बासा के ललन शर्मा, रामस्वरूप शर्मा, मुन्ना शर्मा, महिनाथ नगर गांव के सियाराम यादव, दिनेश यादव, जय कृष्ण यादव आदि ने बताया कि आंधी-वर्षा किसानों के लिए आफत बनकर आई।
किसान बोले- महाजन से कर्ज लेकर खेती की थीएक एकड़ धान की खेती में कम से कम सात से नौ हजार रुपये खर्च आते हैं। परंतु बीते दिनों हुई असमय की मूसलाधार वर्षा और तेज हवा के कारण खेतों में खड़ी धान की फसल तबाह हो गई। इन किसानों ने कहा कि, महाजन से कर्ज लेकर खेती की थी। अब कर्ज कहां से चुकाएंगे। किसानों ने कहा कि, धान बेचकर कर्ज चुकाते और रबी की मक्का लगाते। अब रबी की खेती भी नहीं कर पाएंगे। महिनाथ नगर के मनीष पासवान ने बताया कि, औरलाही बहियार में धान की खेती की थी। पौधे में ‘धनशीशा’(धान की बाली) आ गई थी।
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पटना में मेट्रो टनल निर्माण के दौरान हादसा, दो मजदूरों की मौत और पांच घायल; सभी ओडिशा के रहने वाले
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार की राजधानी पटना में अशोक राजपथ पर एनआईटी मोड़ के पास सोमवार की देर रात मेट्रो टनल निर्माण कार्य के दौरान हुए हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य जख्मी हैं। घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार हादसे में तीन मजदूरों की मौत हुई है और चार घायल हैं। सभी मजदूर ओडिशा के मूल निवासी के बताए जा रहे हैं।
घटना की जांच की जा रही
इधर, डीएमआरसी के एक अधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मशीन में यांत्रिक खराबी के कारण हादसा हो गया। एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि छह घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान एक अन्य मजदूर ने दम तोड़ दिया। मामले की जांच की जा रही है। घटना के बाद मजदूरों में आक्रोश है।
ऐसे हुआ दर्दनाक हादसासूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि मृतकों में एक ऑपरेटर और एक हेल्पर है। जानकारी के अनुसार, मेट्रो के टनल का निर्माण चल रहा था। मिट्टी निकालने के दौरान निर्माण में लगी मशीन का ब्रेक फेल हो गया और अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे कार्य में लगे सात मजदूर दब गए। हादसे से कार्यस्थल पर हड़कंप मच गया। जख्मी मजदूरों को एंबुलेंस से निजी अस्पताल पहुंचाया गया। मेट्रो निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए। देर रात तक घटनास्थल पर भीड़ जुटी रही।
दो मेट्रो कॉरिडोर पर चल रहा कामपटना मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है। अगले साल यानी 2025 तक मेट्रो सेवा शुरु हो जाएगी। गंगापथ से अशोक पथ को जोड़ा जा रहा है। मौजूदा समय में पटना में दो मेट्रो कॉरिडोर पर काम चल रहा है। पहला कॉरिडोर दानापुर से खेमनीचक तक और दूसरा कॉरिडोर पटना स्टेशन से न्यू आईएसबीटी तक बनेगा। पटना के नए बस स्टैंड, पटना जंक्शन और राजेंद्रनगर टर्मिनल को मेट्रो रूट से जोड़ा जा चुका है।
सरकार पटना मेट्रो के विस्तार पर भी विचार कर रही है। इसके तहत पटना एयरपोर्ट और तख्त श्री हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा को मेट्रो से जोड़ा जाएगा। पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत शहर में कुल 24 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से 12 स्टेशन एलिवेटेड होंगे और 12 भूमिगत होंगे।
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Special Train For Bihar: दीवाली-छठ पर बिहार जाने वाले यात्री ध्यान दें, ये है IRCTC की ट्रेनों का ताजा अपडेट
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Puja Special Train: दीपावली और छठ पूजा पर बिहार के लोगों की परेशानी को देखते हुए रेलवे ने कई सारी स्पेशल ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है। यदि, आपलोगों ने अभी भी टिकट नहीं लिया है तो आप इन ट्रेनों में टिकट उपलब्धता जांच कर टिकट ले सकते हैं। दिल्ली से पटना के लिए कई स्पेशल ट्रेनें हैं जिसकी सूची आप देख सकते हैं...
दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेसदरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली से खुलती और दरभंगा तक जाती है। इस ट्रेन में वेटिंग में सीट उपलब्ध है। लेकिन वेटिंग में E-Ticket नहीं ले सकते हैं। हालांकि, तत्काल में इसके लिए कोशिश कर सकते हैं।
दरभंगा फेस्टिवल स्पेशल (DBG FESTIVAL SPL) (02262)नई दिल्ली-बरौनी स्पेशल एक्सप्रेस (04054)नई दिल्ली-बरौनी स्पेशल एक्सप्रेस में वेटिंग में सीट उपलब्ध है। इस ट्रेन में भी कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल है। हालांकि, तत्काल कैटेगरी में इसके लिए कोशिश कर सकते हैं।
First AC
Second AC
Sleeper
आनंद विहार-मुजफ्फरपुर स्पेशल एक्सप्रेस (05220)आनंद विहार-मुजफ्फरपुर स्पेशल एक्सप्रेस स्लीपर कोच में तत्काल कैटेगरी में कोशिश कर सकते हैं। कम पैसे में दिल्ली से पटना और मुजफ्फरपुर पहुंच सकते हैं।
JEE Main Registration: जेईई मेन 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, ये है लास्ट डेट; 22 जनवरी से पहला सत्र
जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन-2025 (JEE Mains 2025) का कार्यक्रम जारी कर दिया है। पहले सत्र की परीक्षा 22 से 31 जनवरी तक प्रस्तावित है। परिणाम 12 फरवरी किया जाएगा। एनटीए द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पहले सत्र के लिए आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। अभ्यर्थी 22 नवंबर की रात 9:00 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
परीक्षा शुल्क 22 नवंबर की रात 11:50 बजे तक स्वीकार होगा। प्रवेश पत्र परीक्षा की तिथि से तीन दिन पहले जारी की जाएगी। अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए एग्जाम सिटी स्लिप जनवरी के पहले सप्ताह में जारी किया जाएगा। जेईई मेन की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक व विस्तृत जानकारी अपलोड है।
दूसरे सत्र के लिए 31 जनवरी से आवेदनजेईई मेन-2025 का आयोजन दो सत्र में किया जाएगा। जनवरी के बाद अप्रैल सत्र के लिए अलग से आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। दूसरे सत्र की परीक्षा एक से आठ अप्रैल के बीच संभावित है। परिणाम 17 अप्रैल को जारी किया जाएगा। अप्रैल सत्र के लिए आवेदन की प्रक्रिया 31 जनवरी से 24 फरवरी तक पूरी की जाएगी।
दोनों सत्र की परीक्षा ऑनलाइन होगी। जेईई मेन की रैंक के आधार पर 32 एनआइटी, 26 ट्रिपल आइटी, 38 गवर्नमेंट फंडेड इंस्टीट्यूट (जीएफटीआइ) में नामांकन होगी। इसके साथ ही शीर्ष 2.5 लाख अभ्यर्थियों को जेईई एडवांस में शामिल होने का अवसर मिलेगा।
स्कूलों में मासिक परीक्षा शुरू, ग्रेड नहीं, मिलेगा अंकबिहार के सरकारी स्कूलों में सोमवार से कक्षा एक से आठ तक मासिक परीक्षा शुरू हुई। यह परीक्षा 29 अक्टूबर तक चलेगी। इस बार मासिक परीक्षा में शामिल कक्षा एक से आठ के तक बच्चों को अंक दिया जाएगा। 50 नंबर का प्रश्न पूछे जा रहे है। प्रश्न का निर्धारण स्कूल स्तर पर विषय के शिक्षक कर रहे हैं। स्कूलों में मासिक परीक्षा माह के अंतिम सप्ताह में ली जाती है।
पटना जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार, पहले बच्चों को अंक के जगह पर ग्रेड दिया जाता था। इस बार से ग्रेड देने की व्यवस्था समाप्त हो गई है। अर्द्धवार्षिक परीक्षा में बच्चों को ग्रेड के साथ-साथ अंक भी दिया गया था। मासिक परीक्षा में ग्रेड नहीं दिया जाएगा। सोमवार से शुरू हुई मासिक परीक्षा में अक्टूबर में पढ़ाए गए विषय से प्रश्न पूछे जा रहे हैं।
अभिभावक -शिक्षक मीट में दिया जाएगा रिजल्टमासिक परीक्षा का रिजल्ट आने वाले शनिवार को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी में जारी किया जाएगा। अभिभावकों को बच्चों का रिपोर्ट कार्ड दिया जाएगा। जो बच्चे परीक्षा में फेल हो जाएंगे या नंबर कम आएगा उनके लिए जिला शिक्षा कार्यालय ने शिक्षकों को विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया है। ताकि बच्चे नवंबर में होने वाले मासिक परीक्षा में अंक प्राप्त कर सकें।
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Nitish Kumar: क्या नीतीश कुमार बना रहे पशुपति पारस से दूरी? RLJP को नहीं मिला NDA मीटिंग का बुलावा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तैयारियों को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई एनडीए की बैठक में भले ही राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) को बुलावा नहीं आया, लेकिन रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस (Pashupati Paras) अब भी एनडीए के साथ हैं।
जिस समय एनडीए की बैठक चल रही है उसी समय पारस पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह समेत अन्य नेताओं के साथ बैठक कर भावी रणनीति तय करने में जुटे थे।
'हम एनडीए के साथ हैं'रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने बताया कि बैठक में पशुपति पारस और सूरजभान सिंह के नेतृत्व में निर्णय लिया गया कि रालोजपा एनडीए के साथ बनी रहेगी। हमलोग पूरी इमानदारी से एनडीए का अपने आप को महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए की बैठक में आमंत्रित नहीं किए जाने के निर्णय को पार्टी ने काफी गंभीरता से लिया है। इतनी बड़ी अनदेखी के बाद भी हमलोग एनडीए में अभी तक बने हुए हैं और इन सभी बातों को लेकर पशुपति पारस और पार्टी के शीर्ष नेता एनडीए के शीर्ष नेताओं से मिलकर सभी बातों को रखेंगे।
'हमारी पार्टी को नहीं बुलाना आश्चर्यजनक'उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एनडीए की बैठक में हमारी पार्टी को नहीं बुलाना बेहद ही आश्चर्यजनक है। उन्होंने बताया कि रालोजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह के आवास पर आयोजित कोर कमिटी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज, पूर्व सांसद चंदन सिंह भी मौजूद थे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि छठ पूजा के बाद पार्टी बिहार कप्सभी 243 सीटों पर अपने संगठन को पूरी तरह से मजबूत करेगी। नवंबर में पटना में पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन होगा।
जिला और पंचायत स्तर पर भी हो एनडीए की बैठक : संतोष सुमनहिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई एनडीए की बैठक को सार्थक और सफल बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि एनडीए की ऐसी बैठकें जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर भी होनी चाहिए। चुनाव में भी दल के बजाय एनडीए प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ना चाहिए, ताकि मतदाताओं में कोई भ्रम न रहे।
उन्होंने कहा कि विधानसभा की चार सीटों के उपचुनाव में विपक्षी महागठबंधन का सूपड़ा साफ होगा। एनडीए के सभी घटक दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 के चुनाव में बिहार विधान सभा की 243 में से 225 सीटों पर जनता का आशीर्वाद पाने का लक्ष्य रखा है।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बैठक में शामिल न होने के सवाल पर संतोष ने कहा कि उनका सुबह आठ बजे आने का कार्यक्रम था मगर आखिरी वक्त में महत्वपूर्ण विभागीय बैठक होने के कारण वह नहीं आ सकें। उन्होंने बताया कि बैठक में मेरे साथ पार्टी के सभी विधायक और राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए।
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Bihar Jamin Jamabandi: जमाबंदी की आधार सीडिंग में सुस्ती पर बिफरे DM चंद्रशेखर सिंह, 4 सीओ से स्पष्टीकरण
जागरण संवाददाता, पटना। एक महीना में फतुहा में आठ, पटना सदर में 22, धनरुआ में 28 एवं पुनपुन में केवल 47 जमाबंदियों की आधार सीडिंग (Bihar Jamabandi Aadhaar Seeding) की गई। इसपर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने संबंधित अंचलाधिकारियों से स्पष्टीकरण किया है। वे सोमवार को राजस्व मामलों की समाहरणालय में समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने हिदायत दी कि समय सीमा के बाद किसी भी अंचल में दाखिल-खारिज एवं परिमार्जन का मामला लंबित नहीं रहना चाहिए। एक्सपायर्ड आवेदनों की संख्या हर हाल में शून्य रखें। अन्यथा लापरवाह अंचलाधिकारी कार्रवाई के दायरे में आएंगे।
दाखिल-खारिज पर डीएम ने दिए सख्त निर्देश75 दिनों से अधिक समय से दाखिल-खारिज के आवेदन लंबित रहने को डीएम ने गंभीरता से लिया। उन्होंने सभी डीसीएलआर को प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक अंचल का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि आज की तिथि में दाखिल-खारिज के 45,272 मामले लंबित हैंं। इनमें से 9,682 आवेदन 35 दिन से अधिक तथा 30,526 आवेदन 75 दिनों से अधिक समय से लंबित है। एक माह में प्राप्त आवेदनों की संख्या में निष्पादन लगभग दुगुना है। यह प्रशंसनीय है। उन्होंने अंचलाधिकारियों की सराहना की।
आवेदनों का समय-सीमा के अंदर निष्पादन नहीं करने, नापीवाद एवं अतिक्रमणवाद का विधिवत संचालन नहीं करने पर अनुशासनात्मक एवं विभागीय कार्रवाई की चेतावनी भी दी। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि 28 सितंबर से 28 अक्टूबर तक दाखिल-खारिज के मामले में बेलछी, पुनपुन, बिक्रम, बख्तियारपुर एवं धनरुआ ने अच्छी प्रगति की है जबकि खुसरूपुर, बिहटा, अथमलगोला, मोकामा एवं घोसवरी का प्रदर्शन खराब रहा है।
वहीं, 75 दिनों से अधिक समय से लंबित दाखिल-खारिज के मामलों में खुसरूपुर, दनियावां, घोसवरी, बेलछी एवं पंडारक में काफी कम आवेदन लंबित हैं। वहीं बिहटा, पटना सदर, संपतचक, धनरुआ एवं फुलवारीशरीफ में इनकी संख्या काफी ज्यादा है। डीएम ने संबंधित सीओ को तुरत स्थिति में सुधार का निर्देश दिया। वहीं, परिमार्जन में बख्तियारपुर, दुल्हिनबाजार, पटना सदर एवं धनरुआ के सीओ को बेहतर करने काे कहा गया। उन्होंने कहा कि सभी अंचलाधिकारी नियमित रूप से राजस्व कर्मचारीवार दाखिल-खारिज एवं परिमार्जन के मामलों की समीक्षा करें।
कल्याण, पंचायती राज, समाज कल्याण एवं अन्य योजनाओं के लिए भूमि की उपलब्धता कराने की जिम्मेदारी अपर समाहर्ता को दी। चिह्नित भूमि की एनओसी अंचलाधिकारी देंगे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। अगले वर्ष प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav) में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही मैदान मेंं उतरेगा। मुख्यमंत्री आवास में एनडीए के प्रदेश नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक में एनडीए नेताओं ने इस निर्णय को आगे किया। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने 225 सीट का लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री ने एनडीए की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि हर हाल में नीचे के स्तर तक संगठन को मजबूत करना है। एनडीए की बैठक में यह स्लोगन गूंजा - 2025 फिर से नीतीश।
एनडीए की बैठक की अध्यक्षता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने की, जबकि संचालन जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने किया। बैठक में विषय प्रवेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कराया। हम के संतोष सुमन व लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने अपने दल का प्रतिनिधत्व किया। बता दें कि नीतीश कुमार के एक तरफ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तो दूसरी तरफ जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा बैठे थे।
'एकजुटता ही हमारी पूंजी'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा कि राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर एनडीए की जो एकता है वह जमीनी स्तर पर भी दिखना जरूरी है। एकजुटता ही हमारी पूंजी है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राजद के 15 वर्षों के शासनकाल में बिहार की स्थिति और उसके बाद अपने कार्यकाल में हुए कार्यों की चर्चा की।
उन्होंने कहा कि 2005 के पहले बिहार में क्या स्थिति थी यह नयी पीढ़ी को नहीं मालूम है। इस बारे में नयी पीढ़ी को बताना जरूरी है। उनकी सरकार ने हर क्षेत्र मे काम किया है। शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ-साथ आधारभूत संरचना के क्षेत्र में हुए कार्यों की उन्होंने चर्चा की। सात निश्चय-2 के तहत युवाओं को मिले रोजगार पर भी बात की।
नीतीश कुमार का राजद पर निशानाराजद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पहले दंगा-फसाद हाेता रहता था। एनडीए की सरकार जब आयी तो इसे नियंत्रित किया। भागलपुर दंगा पीड़ितों का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि हमने दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाया। पीड़ितों के लिए पेंशन की व्यवस्था करायी। बिहार में उनकी सरकार में विधि-व्यवस्था की स्थिति ठीक हुई। पहले शाम हाेते ही लोग घरों में कैद हो जाते थे पर अब ऐसी स्थिति नहीं है।
केंद्र सरकार से मिल रहे सहयोग की भी मुख्यमंत्री ने अपने संबाेधन में चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्र से मिल रहे सहयोग के लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रति आभार प्रकट करते हैं।
एनडीए की बैठक में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, रामनाथ ठाकुर, रालोमो नेता उपेंद्र कुशवाहा, जदयू के वरिष्ठ नेता बशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय चौधरी व रेणु देवी ने भी अपने विचार रखे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। पुत्र ओसामा के साथ हेना शहाब की राजद में वापसी को जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने लालू प्रसाद (Lalu Yadav) की विवशता बताया है। रविवार को बयान जारी कर पीके ने कहा कि मुस्लिम समुदाय लालटेन में केरोसिन की तरह जलता रहा और लालू परिवार में रोशनी होती रही।
उन्होंने कहा, चूंकि उपचुनाव में एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया, इसलिए लालू एक ऐसे परिवार को राजद में लाए, जिसके मुखिया की मय्यत में भी जाना इनको गवारा नहीं था। जन सुराज पार्टी द्वारा बेलागंज में मुस्लिम प्रत्याशी दिए जाने के बाद शहाब परिवार की राजद में वापसी हुई है।
उन्होंने कहा कि हम मुसलमानों को पूरा हक दिलाने का वादा करते हैं। हम अपनी बुद्धि और संसाधनों का उपयोग करके मुस्लिम युवाओं को राजनीति में अवसर प्रदान करेंगे।
शहाब परिवार की राजद में वापसी, लालू बोले- दूर तो हुए ही नहीं थेकाफी मान-मनौवल के बाद भी लोकसभा चुनाव में छिटके रहे शहाब परिवार की रविवार को घर-वापसी हो गई। पुत्र ओसामा के साथ हेना शहाब ने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के हाथों राबड़ी आवास में राजद की सदस्यता ग्रहण की। उनका स्वागत करते हुए लालू ने कहा कि अब राजद और मजबूत होगा। काफी दिनों से उनके साथ नहीं होने के प्रश्न पर लालू ने कहा कि यह परिवार तो हमसे कभी दूर था ही नहीं। अब ये लोग पहले से अधिक निकट आ गए हैं।
जन सुराज से भी आमद:राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि जन सुराज पार्टी से डॉ. एनुअल हक के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने रविवार को तेजस्वी के हाथों राजद की सदस्यता ग्रहण की। इसमें राजद के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व विधायक डा. अनवर आलम का महत्वपूर्ण योगदान है।
तेजस्वी बोले- 'हमारा मुद्दा गरीबी और विकास'तेजस्वी ने बताया कि हेना और ओसामा के साथ उनके दर्जनों समर्थकों ने भी राजद की सदस्यता ली है। अब सिवान के साथ पूरे बिहार में राजद को मजबूती मिलेगी। सांप्रदायिक शक्तियों के विरुद्ध संघर्ष और सामाजिक न्याय के लिए राजद प्रतिबद्ध है। हमारा मुद्दा गरीबी और विकास का है, लेकिन राजग और भाजपा द्वारा विनाश की बात की जा रही। जनता अमन-चैन चाहती है, जबकि नीतीश सरकार विद्वेष फैला रही।
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