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Bihar Govt School: बिहार में बेहतर होंगी सरकारी स्कूलें, 12वीं के बाद अब 8वीं से 11वीं तक की कक्षाओं में भी लगेंगे CCTV कैमरे

Dainik Jagran - November 10, 2024 - 9:26am

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में स्कूली शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण सुधार में जुटी सरकार अब प्रत्येक विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रही है। उच्च माध्यमिक विद्यालयों की बारहवीं कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे का प्रयोग सफल होने के बाद शिक्षा विभाग ने तय किया है कि इस साल आठवीं, नौवीं, दसवीं और ग्यारहवीं वर्ग कक्षाओं में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों की कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य पूरा किया जाएगा।

शनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ शिक्षा की बात-हर शनिवार लाइव कार्यक्रम में शिक्षकों के प्रश्नों से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार 8वीं से 11वीं तक की कक्षाओं में भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी में है। चरणबद्ध तरीके से 81,223 विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य पूरा होगा।

80 हजार से ज्यादा स्कूलों में लगेंगे CCTV कैमरे

राज्य में 81 हजार 223 सरकारी विद्यालय हैं। इनमें से 9 हजार 360 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। 40 हजार 566 प्राथमिक विद्यालय हैं और मध्य विद्यालयों की संख्या 31 हजार 297 है। इन सभी विद्यालयों की वर्ग कक्षाओं में चरणबद्ध तरीके से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जैसा कि अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने जानकारी दी कि सीसीटीवी कैमरे लगाना खर्चीला है। इसलिए निचली कक्षाओं में धीरे-धीरे सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम पूरा किया जाएगा।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए मध्याह्न भोजन योजना से प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को दूर रखने संबंधी एक शिक्षक के पूछे गए सवाल पर अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अन्य राज्यों में मध्याह्न भोजन योजना में प्रधानाध्यापक की सहभागिता नहीं है, उनके कार्य तो विद्यालय व्यवस्था और शैक्षणिक सुधार आदि है।

मध्याह्न भोजन के संचालन से प्रधानाध्यपक रहेंगे दूर

पायलट प्रोजेक्ट के तहत बिहार के दस जिलों की दो-दो पंचायतों में मध्याह्न भोजन योजना के संचालन से प्रधानाध्यापकों को दूर रखने का कार्य शुरू किया जा रहा है। ये जिले मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गया, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया, भागलपुर, लखीसराय और औरंगाबाद हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में मध्याह्न भोजन तैयार कराने एवं बच्चों के खिलाने में अधिकतर समय व्यर्थ जाता है। इसके कारण बच्चों एवं शिक्षकों का बहुमूल्य समय नष्ट होता है।

इसलिए बच्चों को पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए संबंधित जिलों में चयनित दो-दो पंचायत के लिए मध्याह्न भोजन व्यवस्थापक एवं सहायक व्यवस्थापक चयनित कर तैनात किए जाएंगे, जिसके ऊपर इस योजना के संचालन की पूर्ण जवाबदेही होगी। इसमें खाद्य सामग्री क्रय करना, भोजन बनवाना, बच्चों को भोजन खिलाना व रसोईघर की साफ-सफाई समेत अन्य कार्य शामिल हैं।

प्रारंभिक कक्षाओं के बच्चों को भी कंप्यूटर विज्ञान की शिक्षा

अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों की कक्षा छठी, सातवीं और आठवीं में भी कंप्यूटर विज्ञान की शिक्षा लागू की जाएगी, ताकि इन कक्षाओं के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा का लाभ मिल सके। इसकी तैयारी की जा रही है और नए सत्र में लागू की जाएगी। यह ब्रिज कोर्स होगा। इसके बाद निचली कक्षाओं में बच्चों को कंप्यूटर विज्ञान की जानकारी देने की व्यवस्था होगी।

अभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों की नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर विज्ञान का पाठ्यक्रम लागू है। इसके लिए कंप्यूटर विज्ञान की किताब भी प्रकाशित कर विद्यालयों को उपलब्ध कराई गई है। सरकार की प्राथमिकता में है कि सरकारी विद्यालयों के बच्चे भी कंप्यूटर शिक्षा में पीछे नहीं रहें।

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Bihar bypoll:बिहार उपचुनाव में दिग्गजों में झोंकी ताकत, 11 नवंबर को थम जाएगा चुनाव प्रचार का शोर

Dainik Jagran - November 10, 2024 - 9:00am

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा की चार सीटों तरारी, रामगढ़, इमामगंज एवं बेलागंज में उपचुनाव प्रचार का शोर सोमवार की शाम थम जाएगा। इससे पहले शनिवार को विभिन्न दलों के दिग्गजों ने अंतिम चरण के चुनाव प्रचार में ताकत झोंक दी है। सत्तापक्ष जहां उपचुनाव को अगले वर्ष यानी 2025 में होने वाले विधानसभा का सेमीफाइनल मानकर विपक्ष की तीन सीटों (तरारी, रामगढ़ एवं बेलागंज) को झटकने की कोशिश में जुटा है। वहीं, विपक्ष अपनी जीती हुई सीटों को बचाने के साथ ही सत्तापक्ष की जीती हुई एक सीट (इमामगंज) पर नजर गड़ाए हुए है।

सभी पार्टियों के दिग्गज नेता इन सभी सीटों पर धुआंधार प्रचार के लिए चारों विधानसभा क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं। उधर, चारों सीटों पर स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने की चुनाव आयोग की तैयारी अंतिम चरण में है। आयोग ने किसी तरह की गड़बड़ी रोकने तथा सुरक्षा के दृष्टिकोण से संपूर्ण व्यवस्था की है।

आयोग द्वारा पोस्टर बैलेट से मतदान की प्रक्रिया भी जारी है। मतदान के दिन सुबह साढ़े पांच बजे से मॉक पोल की प्रक्रिया शुरू होगी। चुनाव आयोग ने सभी पोलिंग एजेंट से अपेक्षा की है कि वे मॉक पोल के समय निश्चित रूप से अपने-अपने मतदान केंद्रों पर उपस्थित रहें। इसके बाद इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के 29 बूथों को छोड़कर सभी मतदान केंद्र के साथ तीन अन्य विधानसभा क्षेत्र में सुबह सात से शाम छह बजे मतदान संपन्न कराया जाएगा।

तरारी, रामगढ़, इमामगंज एवं बेलागंज में 13 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। गौर हो कि लगभग एक वर्ष बाद संभावित विधानसभा चुनाव से पहले इन चार सीटों पर उपचुनाव की नौबत विधायकों के सांसद चुन लिए जाने के कारण बनी है। हालांकि, चुनाव परिणाम से विधानसभा में पक्ष व विपक्ष की संख्या भले ही प्रभावित हो, लेकिन सत्ता के समीकरण में कोई अंतर नहीं आने वाला। इनमें से तीन सीटें महागठबंधन की हैं और एक सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के हिस्से की है।

चारों विधानसभा सीट के विधायक बनें सांसद

तरारी विधानसभा सीट

वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में तरारी विधानसभा सीट से भाकपा-माले के सुदामा प्रसाद ने जीत हासिल की थी। वहीं लोकसभा चुनाव में सुदामा प्रसाद ने आरा लोकसभा सीट से हासिल की, जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है।

रामगढ़ विधानसा सीट

साल 2020 के चुनाव में रामगढ़ विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने जीत हासिल की। वहीं लोकसभा चुनाव में उन्होंने बक्सर लोकसभा सीट से जीत हासिल की, जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव होने हैं।

बेलागंज विधानसभा सीट

बेलागांज विधानसभा सीट से वर्ष 2020 के चुनाव में आरजेडी के सुरेंद्र यादव ने जीत हासिल की। वहीं लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र यादव ने जहानाबाद से सांसद चुने गए।

इमामगंज विधानसभा सीट

इमामगंज विधानसभा सीट से वर्ष 2020 के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जीत हासिल की थी। वहीं इस साल के लोकसभा चुनाव में जीतन राम मांझी ने गया लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।

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Patna News: स्कूली बच्चों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य, नवंबर-दिसंबर तक बनाने के निर्देश जारी

Dainik Jagran - November 10, 2024 - 8:23am

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी स्कूली बच्चों के लिए आधार कार्ड बनाना अनिवार्य हो गया है। शिक्षा विभाग ने नंवबर-दिसंबर तक सभी बच्चों के आधार कार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारियों को छूटे हुए स्कूली बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में तेजी लाने को कहा गया है।

आधार कार्ड अनिवार्य

स्कूल में प्रवेश लेने वाले सभी बच्चों के लिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य है। इसके लिए जरूरी है कि जिन बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र नहीं हैं, उनके जन्म प्रमाण पत्र भी बनें। बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र जल्दी बने, इसके बारे में शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है।

शिक्षा की बात-हर शनिवार कार्यक्रम में बोले अपर मुख्य सचिव

शिक्षा की बात-हर शनिवार लाइव कार्यक्रम में रूबरू होने के दौरान शनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने इसकी जानकारी दी कि नंवबर-दिसंबर तक सभी स्कूली बच्चों के आधार कार्ड बन जाने चाहिए। होमवर्क व डायरी की जांच और अभिभावकों को जानकारी देना आवश्यक है।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि कक्षाओं में बच्चों को जो होमवर्क दिया जाता है, उसकी जांच शिक्षक द्वारा होनी चाहिए। बच्चों की डायरी की भी जांच होनी चाहिए कि उसमें जो सुझाव दिए गए उसे बच्चे के अभिभावक ने देखा या नहीं। अभिभावकों की बैठक में भी बच्चों के होमवर्क और डायरी के बारे में जानकारी देनी चाहिए। यह बच्चों की पढ़ाई में गुणात्मक सुधार के लिए भी जरूरी है।

प्रधानाध्यापक तय करेंगें कि विद्यालय में संगीत कक्षा कब और किस दिन हो

अपर मुख्य सचिव ने एक संगीत शिक्षक के सवाल पर कहा कि प्रत्येक विद्यालय में संगीत की कक्षा लगनी चाहिए। इससे बच्चों के व्यक्तित्व का भी विकास होता है। यह प्रधानाध्यापकों को तय करना चाहिए कि विद्यालय में सप्ताह के कौन-सा दिन और किस समय संगीत कक्षा संचालित हो। जिस विद्यालय में संगीत शिक्षक नहीं हैं तो वहां स्थानीय स्तर पर संगीत शिक्षक की व्यवस्था कर कक्षाएं संचालित करा सकते हैं।

अपर मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि बच्चों के पास प्रत्येक विषय के लिए एक-एक कॉपी होनी चाहिए। अगले साल से शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले किट में प्रत्येक विषय का स्टीकर लगाकर कापियां दी जाएंगी। अभिभावकों को भी चाहिए कि बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि से बच्चों को कॉपियां उपलब्ध कराएं।

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Bihar Weather: बिहार में बदलते मौसम का सिलसिला बरकरार, छठ में बढ़ा प्रदूषण; लोग हो रहे बीमार

Dainik Jagran - November 10, 2024 - 7:54am

जागरण टीम, पटना। नवंबर महीने के 9 दिन बीत चुके हैं, महीने की 10 तारीख तक तापमान अभी सामान्य बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक पटना सहित प्रदेश का मौसम सामान्य बना रहेगा। विशेष ठंड का प्रभाव माह के अंत तक होने लगेगा। पटना सहित अधिसंख्य भागों का मौसम शुष्क होने के साथ कुछ स्थानों पर धुंध व कोहरे का प्रभाव बना रहेगा।

दिन में धूप निकलने के साथ आसमान साफ होने से मौसम सामान्य रहेगा। वहीं तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। दिन की तुलना में रात में हल्की ठंड होगी, लेकिन तापमान में विशेष गिरावट की संभावना नहीं है।

डेहरी में गिरा पारा

शनिवार को पटना सहित 24 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस के गिरावट के साथ 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पटना का न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मोतिहारी में 33.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया। वहीं 17.5 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।

मौसम विज्ञानी एसके पटेल के अनुसार प्रदेश में पश्विमी विक्षोभ की सक्रियता नहीं होने के कारण विशेष रूप से ठंड का प्रभाव नहीं पड़ रहा है। ऐसे में मानसून की तरह ठंड की शुरूआत में थोड़ी देर हो सकती है

प्रमुख शहरों का तापमान

1. पटना- अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतन तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस

2. गया- अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतन तापमान19.9 डिग्री सेल्सियस

3. भागलपुर- अधिकतम तापमान 30 .8 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतन तापमान 21.9 डिग्री सेल्सियस

4. मुजफ्फरपुर- अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतन तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस

मौसम में बदलाव से बढ़े मरीज

मौसम में हो रहे बदलाव के कारण बीमारियों का कहर सिर चढ़कर बोलने लगा है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि कुछ इलाकों में शायद ही कोई ऐसा घर बचा हो, जिसके यहां सर्दी, बुखार, खांसी और सिरदर्द की समस्या से ग्रसित मरीज नहीं हों।

ग्रामीणों का कहना है कि दिन में गर्मी और रात में ठंड के चलते मौसम जनित बीमारियां तेजी से फैल रही हैं। ऐसे में चिकित्सक सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले सप्ताह की अपेक्षा सर्दी, खांसी, बुखार और सरदर्द के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।

चिकित्सकों का कहना है कि ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 150 मरीजों की जांच होती है, जिसमें अधिकांश संख्या वायरल वालों की है। वहीं समुचित इलाज होने के बाद इन मरीजों के ठीक होने में लगभग चार-पांच दिन लग रहे हैं।

इस मामले में जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संतोष कुमार से संपर्क स्थापित किया गया तो उन्होंने कहा कि वायरल फीवर का मौसम चल रहा है। ऐसे में लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रदूषित पानी और बासी खाना खाने से परहेज करना होगा। बावजूद इसके यदि लोग पूरी तरह सावधानी नही बरतेंगे तो इसके और अधिक भयावह स्वरूप देखने को मिलेंगे।

प्रदूषण में भी इजाफा

राजधानी में छठ पर छूटे पटाखों से बढ़ा वायु प्रदूषण भी लोगों को बीमार कर रहा है। शुक्रवार और शनिवार की सुबह कोहरे के साथ 250 से अधिक AQI दर्ज किया गया। वायु के सूक्ष्म कण पीएम 2.5 से फेफड़े व उससे जुड़े हृदय समेत मधुमेह, मनोविकार, चर्म व नेत्र रोगों का खतराबढ़ जाता है।

प्रदूषण की वजह से लंबी खांसी अभी से लोगों को परेशान करने लगी है। फेफड़े के कैंसर से लेकर गर्भस्थ शिशु तक के स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव पड़ता

हर चार में से एक मृत्यु का कारण है वायु प्रदूषण

प्रदूषण से होने वाली मौत के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2019 में वायु प्रदूषण के कारण दुनिया में 6.7 मिलियन मौतें हुईं। इसमें 44 प्रतिशत मिस्त्र, 42 प्रतिशत फिलिपींस के बाद 20 प्रतिशत के साथ भारत मौतों के मामले में तीसरे नंबर पर।

34 लाख बुजुर्ग हुए शिकार

प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों पर देखने को मिला। 34 लाख बुजुर्गों की मौत प्रदूषण की वजह से हुई। वहीं 7 लाख की उम्र 15 वर्ष से थी कम थी। 4 लाख 75 हजार नवजात थे, जिनकी मृत्यु जन्म के पहले माह में हुई।

(ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज की रिपोर्ट के अनुसार)

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Bihar Politics: बक्सर सांसद के बिगड़े बोल से गरमाई राजनीति, BJP के साथ प्रशांत किशोर ने दी चेतावनी

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 9:26pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बक्सर सांसद सुधारकर सिंह द्वारा रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव प्रचार के दौरान मंच से अशोभनीय टिप्पणी करने के कारण बिहार की राजनीति गरमा गई है। भाजपा के साथ ही अन्य पार्टियों ने सुधाकर के बिगड़े बोल पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बक्सर के सांसद के भाषण पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सांसद जनता के प्रतिनिधि होते हैं। उनका काम जनता की सेवा करना, उनकी समस्याओं का समाधान करना और उनकी आवाज उठाना होता है, किसी को डराना नहीं।

'सांसद नहीं बाहुबली हैं'

उन्होंने आगे कहा, अगर कोई व्यक्ति किसी को धमकाता है तो यह उसके चरित्र को दर्शाता है। इससे पता चलता है कि वह सांसद नहीं बल्कि बाहुबली हैं। यदि सांसद जनता या किसी भी नेता को धमकी देते हैं, तो यह उनके संस्कार को दिखाता है।

'अब जनता को तीसरा विकल्प मिला है'

कैमूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक जनता के पास कोई तीसरा विकल्प नहीं था। अब पहली बार जनता को एक तीसरा विकल्प मिल गया है। कहा कि बिहार आज भी देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है। घर-घर से लोग पलायन कर बाहर गए हैं। किसी के पास पढ़ने की व्यवस्था नहीं है। किसी के पास खाने की व्यवस्था नहीं है। यहां कहीं रोजगार नहीं है, अस्पताल नहीं है, और अगर कोई बीमार पड़ जाए तो डाक्टर नहीं है। उन्होंने कहा कि अब तक बिहार के नेताओं ने लोगों को बस गुमराह किया है, लेकिन अब जनता जाग गई है।

बीजेपी ने साधा निशाना

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा है कि बक्सर सांसद सुधाकर सिंह के भड़काऊ बयान के बाद अगर कहीं कोई गुंडागर्दी राजद के गुंडों ने की तो इस बार ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। बिहार में अब राजद का जंगलराज और गुंडाराज नहीं हैं। भाजपा और नीतीश कुमार की सरकार है। राजद के गुंडे अपने पैरों पर चलकर जेल नहीं जाएंगे। टूटी हड्डियों में राजद के गुंडे जेल जाएंगे। रामगढ़ में अगर कोई भी अप्रिय घटना घटी तो इसकी जिम्मेदारी राजद की होगी।

राजद का सुधाकर सिंह के बयान से किनारा

उधर, राजद ने सुधाकर सिंह के बयान से किनारा कर लिया है। राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि हम लोग लोकतंत्र के प्रहरी हैं। हम कभी भी लाठी, गोली की भाषा को स्वीकार नहीं कर सकते। लेकिन सुधाकर सिंह ने किस संदर्भ में ऐसा कहा है इसे देखा नहीं है।

गौर हो कि बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र एक चुनावी सभा में कहा था कि पिछली बार की तरह इसबार विरोधियों ने कोई गुंडई की तो छोड़ेंगे नहीं। तीन सौ बूथों पर हमारे लोग तैयार रहेंगे और गुंडई करने वालों को लाठी से मारेंगे।

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Tejashwi Yadav Birthday: 'कभी-कभार सोचता हूं...', लालू का तेजस्वी को खास तोहफा; बर्थडे पर लिखा भावुक पत्र

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 7:36pm

राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जन्मतिथि पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उनके पिता लालू यादव (Lalu Yadav) ने पत्र लिखकर आशीर्वाद प्रेषित किया है। लालू ने लिखा है, तुम्हारे जन्मतिथि पर परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि परम पिता आपको हिम्मत, हौसला, ताकत, सेहत, ऊर्जा, आत्मबल और अटूट इच्छा शक्ति प्रदान करें। जनसेवा के जिस पथ पर तुम चल रहे हो उस पर बिना थके, बिना झुके जनता की निरंतर सेवा करते हुए आगे बढ़ते रहो। समाजवाद की मशाल को अपने खून पसीने से रोशन करते रहें।

संविधान, सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता व लोकतंत्र की रक्षा और गरिमा को सुरक्षित रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने के लिए सदैव तैयार रहें। आपके सारे वचन और सारी कसमें पूर्ण हों, फिर चाहे वह नौजवानों को नौकरी रोजगार दिलाने की बात हो, स्वास्थ्य शिक्षा और सुरक्षा की बात हो, किसान और मज़दूर के हक की बात हो, माताओं, बहनों और दीदियों के सम्मान की बात हो। आप अपने सभी संकल्पों को हर हाल में पूरा कर पाएं यही आशा, प्रार्थना करता हूं।

'जब कभी भी तुम्हें लगे कि तुम...'

तुम सार्वजनिक जीवन में हो, जब कभी भी तुम्हें लगे कि तुम हताश और निराश हो सीधा बिना सोचे-समझे अपने जनता मालिकों के बीच चले जाना। सदैव सकारात्मक, ऊर्जावान, प्रगतिशील, कार्यशील, अनुशासित, कर्मठ, समर्पित, चरित्रवान, सैद्धांतिक, वफदार, ईमानदार और वैचारिक लोगों को प्राथमिकता देना।

35 वर्ष की उम्र में तुमने इतने उतार-चढ़ाव देखे हैं, बहुत कुछ सीखा और सिखाया भी है। कभी-कभार सोचता हूं कि 25 से 35 वर्ष की उम्र में हम क्या थे, क्या आचार-विचार, सपने-लक्ष्य थे और अब तुम्हारा देखता हूं तो मुझे खुशी और गर्व होता है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी की 35वीं जन्मतिथि राजद नेताओं ने काटा 35 पौंड का केक

राजद प्रदेश मुख्यालय के बोर्ड रूम में शनिवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की 35वीं जन्मतिथि धुमधाम से मनाई गई। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह एवं राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दिकी ने नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में 35 पौंड का केक काटकर नेता प्रतिपक्ष के दीघार्यु होने की कामना की। इसके बाद प्रदेश कार्यालय के प्रांगण में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित किया।

जन्मतिथि कार्यक्रम में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुनिल सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष कामरान, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव एवं प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद के अतिरिक्त सैंकड़ों की संख्या में नेता और कार्यकर्ता ने जन्मदिन समारोह में सम्मिलित हुए। राजद नेताओं ने केक और मिठाईयां देकर लोगों का मुंह मीठा कराया गया।

प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि तेजस्वी पार्टी और कार्यकर्ताओं के ही नहीं, बल्कि बिहार के आशा के केंद्र हैं। समाजवाद के युवा नेतृत्वकर्ता की भूमिका में इन्हें लोग सकारात्मक राजनीति और विकास की सोच वाला नायक मानते हैं। राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दिकी ने कहा कि तेजस्वी की जन्मदिन पर नफरत के खिलाफ हमें इस बात का संकल्प लेना है कि बिहार में दंगाई और उन्मादी के लिए कोई जगह नहीं है।

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NEET PG Counselling 2024: नीट पीजी पहले चरण की काउंसलिंग के लिए 17 तक रजिस्ट्रेशन, 20 नवंबर को रिजल्ट

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 7:18pm

जागरण संवाददाता, पटना। नीट पीजी काउंसलिंग-2024 की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी वेबसाइट mcc.nic.in पर अपलोड है। पहले चरण की काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 17 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे। सीट आवंटन परिणाम 20 नवंबर को घोषित किया जाएगा। एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी। विकल्प के लिए विंडो आठ नवंबर को सक्रिय हो जाएगा।

इसके माध्यम से देश के सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल कॉलेजों में एमडी, एमएस, डीएनबी और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआईक्यू) की सीटों नामांकन होगा।

दूसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व भुगतान चार से नौ दिसंबर तक, विकल्प पांच से नौ दिसंबर तथा नामांकन 13 से 20 दिसंबर तक होगा। तीसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व शुल्क भुगतान 26 दिसंबर से एक जनवरी तक स्वीकार किए जाएंगे।

फार्मेसी व कृषि में दूसरे चरण का नामांकन 16 से

बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीईबी) ने बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा-2024 के आधार पर दूसरे चरण की नामांकन कार्यक्रम जारी कर दिया है। फार्मेसी, कृषि के साथ एमबीए, एमसीए आदि कोर्स में 16 से 18 नवंबर तक नामांकन होगा। यह पूर्व में 11 से 13 तक होना था, जिसे बदलकर 16 से 18 नवंबर कर दिया गया है। आवंटन पत्र 15 नवंबर को जारी किया जायेगा। यह पहले पांच नवंबर निर्धारित था।

इंटर की सेंटप परीक्षा

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक व इंटर की सेंटअप परीक्षा की तिथि पहले ही जारी कर दी है। घोषित तिथि के अनुसार, इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा 11 नवंबर से शुरू हो रही है, जो 18 नवंबर तक चलेगी। इंटर की परीक्षा खत्म होने के बाद मैट्रिक की सेंटप परीक्षा 19 नवंबर से शुरू होगी, यह परीक्षा 22 नवंबर तक चलेगी। मैट्रिक में 15 लाख परीक्षार्थियों के शामिल होने का अनुमान है। वहीं, इंटर में 13 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे।

परीक्षा समिति ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और प्रधानाध्यापकों को दिश-निर्देश जारी कर दिया है। परीक्षा समिति पहली बार सेंटअप परीक्षा के लिए अलग एडमिट कार्ड जारी किया है। परीक्षा समिति ने कहा है कि वार्षिक परीक्षा 2025 का एडमिट कार्ड अलग से जारी किया जाएगा। सेंटप परीक्षा के लिए विद्यार्थी परीक्षा समिति के वेबसाइट एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

जारी कार्यक्रम के अनुसार, मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा 23 नवंबर को होगी। परीक्षा समिति ने रिजल्ट दो दिसंबर को जिला शिक्षा कार्यालय में जमा करने के लिए निर्देश दिया है। वहीं, इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा 19 से 21 नवंबर तक ली जाएगी। इंटर का रिजल्ट 25 नवंबर तक जिला शिक्षा कार्यालय में जमा करना है। परीक्षा समिति ने पहले ही निर्देशित किया है कि सेंटअप परीक्षा में वही विद्यार्थी शामिल होंगे जिनकी कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी।

इसके अलावा, सेंटअप परीक्षा में जो विद्यार्थी शामिल नहीं होंगे या उपस्थित रहेंगे उनको वार्षिक परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सेंटप परीक्षा को लेकर बिहार बोर्ड से मिले निर्देश को प्रधानाध्यापकों को अवगत करा दिया गया है। मिले गाइड लाइन के तहत ही परीक्षा संचालित की जाएगी।

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Ranji Trophy: रणजी में बिहार की लगातार तीसरी हार, मध्य प्रदेश ने एक पारी और 108 रन से हराया

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 6:33pm

जागरण संवाददाता, पटना। रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप में शनिवार को मोइनुल हक स्टेडियम में मध्य प्रदेश ने बिहार को एक पारी एवं 108 रनों से हरा दिया। हरियाणा और कर्नाटक के बाद प्रतियोगिता में बिहार को लगातार तीसरी शिकस्त मिली। मेहमान टीम ने पहली पारी में 616 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जवाब में बिहार की टीम पहली पारी में 347 रन पर सिमट गई, फॉलोऑन खेलने उतरे मेजबानों के 161 रन पर सभी बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। 240 रन बनाने वाले मध्य प्रदेश के कप्तान शुभम शर्मा प्लेयर आफ द मैच रहे।

चार दिवसीय मैच के अंतिम दिन बिहार ने तीसरे दिन के 8 विकेट पर 331 रन से आगे खेलना शुरू किया। चौथे दिन बिहार को पहला झटका शब्बीर खान (5) के रूप में लगा, जो सारांश जैन की गेंद पर विकेटकीपर हिमांशु मंत्री द्वारा विकेट के पीछे लपके गए। अभी टीम के स्कोर में 1 रन ही जुड़ा था कि कप्तान वीर प्रताप सिंह को सारांश जैन ने बोल्ड कर बिहार की पहली पारी को 347 रन पर समेट दिया। और मेजबान टीम को फालोआन खेलने के लिए मजबूर किया।

बिहार टीम- पहली पारी

पहली पारी में बिहार की ओर से पीयूष कुमार सिंह ने 37, वैभव सूर्यवंशी ने 5, बाबुल कुमार ने 47, शकीबुल गनी ने 3, विपिन सौरभ ने 71, आयुष लोहारिका ने 76, सरमन निगरोध ने 34, वीर प्रताप सिंह ने 14, शब्बीर खान ने 5 रन बनाए। हिमांशु सिंह शून्य पर नाबाद रहे।

मध्य प्रदेश टीम- पहली पारी

मध्य प्रदेश की ओर से पहली पारी में सारांश जैन ने 108 रन देकर 5, कुमार कार्तिकेय सिंह ने 90 रन देकर 2, आर्यन पांडेय ने 44 रन देकर 2, वेंकटेश अय्यर ने 19 रन देकर 1 विकेट चटकाए।

फॉलोऑन खेलने उतरी मेजबान टीम की शुरुआत खराब रही। 4 रन पर पीयूष कुमार सिंह (0) के रूप में पहला झटका लगा। सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी का साथ देने बाबुल कुमार आए। 9वें ओवर में वेंकटेश अय्यर ने अपनी ही गेंद पर बाबुल (5) का कैच पकड़ा और बिहार को दूसरा झटका दे डाला। वैभव सूर्यवंशी (41) भी चलते बने। इसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। विपिन सौरभ (3), आयुष लोहरिका (1) और सरमन निगरोध (8) सस्ते में पवेलियन लौट गए।

ढहती पारी को रोकने के लिए शकीबुल गनी को सचिन कुमार सिंह का साथ मिला। शकीबुल व सचिन के बीच 182 गेंद की साझेदारी हुई और 67 रन बने। इस जमी जोड़ी को दूसरी पारी के 53.1 ओवर में कुलवंत खेजरोलिया की गेंद पर हिमांशु मंत्री ने सचिन कुमार सिंह कैच पकड़ कर तोड़ दिया। इस समय टीम का स्कोर 138 रन था। इसी स्कोर पर कप्तान वीर प्रताप सिंह का विकेट गिर गया। शब्बीर खान ने कुछ देर तक शकीबुल का साथ दिया और इन दोनों के बीच 23 रन की साझेदारी हुई।

161 रन के टीम स्कोर बिहार का नौवां विकेट शब्बीर खान और दसवां विकेट हिमांशु सिंह के रूप गिरा और बिहार की दूसरी पारी 161 रन पर सिमट गई। शकीबुल ने 151 गेंद में 10 चौका व 3 छक्का की मदद से नाबाद 76 रन की पारी खेली। मध्य प्रदेश की ओर से कार्तिकेय सिंह ने 40 रन देकर 4, कुलवंत खेज्रोरिया ने 33 रन देकर 3, आर्यन पांडेय ने 23 रन देकर 1, सारांश जैन ने 40 रन देकर 1, वेंकटेश अय्यर ने 12 रन देकर 1 विकेट लिए।

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मैथिली सहित 17 भाषा का होगा सटीक अनुवाद, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने IIT को दिया जिम्मा

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 6:24pm

नलिनी रंजन, पटना। अंग्रेजी से हिन्दी या अन्य विदेशी भाषाओं की तरह अब 17 स्थानीय भाषाओं में भी सटीक अनुवाद हो सकेगा। अब तक इसमें कई भाषाओं में अनुवाद हो भी रहा है, लेकिन उनमें तकनीकी रूप से पूरी तहत शुद्धता नहीं है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा नई पहल की गई है। इसके तहत देश के 17 स्थानीय क्षेत्रीय भाषाओं में सटीक अनुवाद सुविधा देने की कवायद की जा रही है। इसमें बिहार के मैथिली भाषा भी शामिल है।

इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) व अन्य केंद्रीय संस्थानों का कंसोर्टियम बनाया है। इसका नोडल अधिकारी आईआईटी पटना को बनाया गया है। इसके बाद सबसे पहले बिहार के प्रमुख स्थानीय भाषा मैथिली में भी ट्रांसलेट करने को लेकर टूल्स डेवलप करेंगे।

इसके बाद केंद्र सरकार के आठवीं अनुसूची में शामिल अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को भी ट्रांसलेट करने की सुविधा देने की कवायद होगी। इसकी निगरानी शिक्षा मंत्रालय की ओर से होगी। यह भाषिनी पोर्टल के माध्यम से क्रियान्वयन होगा।

इन भाषाओं में अनुवाद की चल रही कवायद

असमिया, बांग्ला, गुजराती, कश्मीरी, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, उर्दू, सिंधी, कोंकणी, मणिपुरी, नेपाली, बोडो, डोगरी, मैथिली, और संथाली।

मीडिया संस्थानों से लिए जाएंगे हिंदी के डाटा

अनुवाद को लेकर बनाएं गए प्रारूप के तहत साफ्टवेयर को सुचारू रूप से चलाने के लिए मीडिया संस्थानों से डाटा लिए जांएगे। इसके तहत मीडिया हाउस के खबरों के हिंदी भाषा का डेटा बैंक तैयार होगी। इसमें विशेष रूप से विधि, प्रशासन, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और जलवायु क्षेत्र के डाटा होंगे। इसके तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, जलवायु, पर्यटन, न्यायपालिका से 50 प्रतिशत कंटेट रहेगा।

शिक्षा से 30 प्रतिशत एवं शासन और नीति के कंटेट 20 प्रतिशत होगा। इसके तहत साफ्टवेयर हिंदी भाषा को मुख्य भाषा मान कर कार्य करेगी। इसके तहत स्पेक्ट्रम में आसान अनुवाद की सुविधा करेगी। इसके आधार पर इसमें प्रोग्रामिंग किए जाएंगे।

क्या कहते हैं अधिकारी?

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से एक विशेष परियोजना के तहत आठवीं अनुसूची में शामिल मैथिली सहित 17 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी सटीक अनुवाद को लेकर कार्य का जिम्मा दिया गया है। इसके लिए कंसोर्टियम बनाया गया है। इसके तहत विभिन्न मीडिया संस्थानों के साथ भी एमओयू किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक कवायद की जा रही है। इसके फलाफल से अगले वर्ष लोग लाभांवित हो सकेंगे। - प्रो. टीएन सिंह, निदेशक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना

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Bihar Teacher Salary: शिक्षकों को इस शर्त पर मिलेगा अक्टूबर और नवंबर का वेतन, नई व्यवस्था लागू

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 2:11pm

राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग के द्वारा विश्वविद्यालयों के शिक्षकों व कर्मियों के वेतन भुगतान संबंधी नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके तहत शिक्षा विभाग के पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों का डाटा अपलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है।

जिन शिक्षकों तथा कर्मियों का डाटा अभी तक विश्वविद्यालयों द्वारा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है उनके डाटा को सप्ताह भर में पोर्टल पर अपलोड करना है, ताकि अक्टूबर-नवंबर का वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जा सके। डाटा अपलोड नहीं रहने पर संबंधित शिक्षकों व कर्मियों का वेतन भुगतान की राशि जारी नहीं की जाएगी, यानी उन शिक्षकों का वेतन बंद हो जाएगा।

शिक्षा विभाग की ओर से राज्य के 15 विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को निर्देश दिया गया है कि पोर्टल पर शिक्षकों और कर्मचारियों का डाटा अपलोड करने के साथ ही उन शिक्षकों को वेतन सत्यापन भी आवश्यक है जिनका वेतन सत्यापन नहीं हुआ है। यह इसलिए आवश्यक है कि वित्तीय नियमों का अनुपालन करना जरूरी है। साथ ही जिन मदों में राशि उपलब्ध करायी गयी है उसका उपयोगिता प्रमाणपत्र सप्ताह भर में उपलब्ध करा दें।

जनवरी से शिक्षा विभाग के समर्थ पोर्टल पर प्रस्तावित बजट को अपलोड करना होगा। ऑनलाइन बजट पर ही विभाग स्वीकार करेगा। प्रत्येक विश्वविद्यालय को नोडल पदाधिकारी की तैनाती करें जिन्हें ऑनलाइन बजट संबंधी प्रशिक्षण दिया जा सके।

नए सत्र से व्यावसायिक पाठ्यक्रम में भी च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम

नए शैक्षणिक सत्र से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को लागू किया जाएगा। इसके लिए राजभवन की ओर से सभी विश्वविद्यालयों को अभी से तैयारी करने का दिशा-निर्देश दिया गया है। इस सिस्टम से व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने में एक वर्ष का कम समय लगेगा। बता दें कि राज्य के विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर संकाय के सामान्य पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू है।

राजभवन सचिवालय के एक उच्च पदस्थ अधिकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग की ओर से मई में ही राज्य के विश्वविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के सभी व्यावसायिक पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को लागू करने का फैसला लिया गया था। इसके बाद विशेषज्ञों की मदद से प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया था। प्रस्ताव पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने सहमति दी थी और फिर कुलाधिपति कार्यालय को उस प्रस्ताव को भेजा गया था।

इस प्रस्ताव पर राजभवन में आयोजित कुलपतियों की बैठक में चर्चा हुई थी। तब यह आम सहमति बनी थी कि च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में भी लागू किया जाएगा। बता दें कि राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के आदेश से सभी विश्वविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर संकाय में पिछले साल ही सामान्य पाठ्यक्रम में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को लागू किया गया है।

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Belaganj Upchunav 2024: बेलागंज में गरजे तेजस्वी, विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर कह दी ये बड़ी बात

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 11:32am

जागरण टीम, पटना/गया। बिहार की चार विधानसभा सीटों रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज सीट में आगामी 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी, जिससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। वहीं पार्टियां एक-दूसरे पर जमकर निशाना भी साध रही हैं। ऐसा ही कुछ नजारा बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला, जहां आरजेडी प्रत्याशी विश्वनाथ कुमार सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।

नालंदा और नागपुर वाले दोनों को देना है जवाब

बेलागंज के पड़ाव मैदान में शुक्रवार को महागठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नालंदा वाले और नागपुर वाले हम लोगों को लड़ाना चाहते हैं। नालंदा वालों को भी जवाब देना है और नागपुर वालों को भी। उन्होंने कहा कि अगर 2025 का चुनाव जीतना है तो 2024 के उपचुनाव को जीतना होगा।

बीजेपी वालों को रोकने में लालू यादव ने लगाया अपना खून

तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव के शरीर में जितना खून था, उसे भाजपा और सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने का काम किया। आप लोग ही हमारी शक्ति हैं। आपके द्वारा दी गई ताकत से ही भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी को लालू और तेजस्वी ललकारते आए हैं। न कभी लालू झुके और न तेजस्वी झुकेगा।

छठ के अवसर पर विशेष राज्य का दर्जा मिलने की थी उम्मीद

तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि केंद्र सरकार महापर्व छठ के अवसर पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा कर देगी। इसकी घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अपनी बिहार यात्रा के दौरान कर देंगे, लेकिन यह नहीं हो सका। जनसभा में वीआइपी प्रमुख मुकेश सहनी, राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी संबोधित किया। साथ ही जनता से आरजेडी प्रत्याशी विश्वनाथ कुमार सिंह को वोट देकर जिताने की भी अपील की।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में दें ध्यान

सांसद मीसा भारती ने कहा कि जेपी नड्डा आए, सभी को आना चाहिए। वे कहते है कि बिहार से उनका काफी लगाव है। मैं चाहूंगी की वे स्वास्थ्य मंत्री है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार पर विशेष ध्यान दे, जिससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार आगे बढे।

वहीं तेजस्वी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र और राज्य की सत्ता से जुड़े लोगों से उन्हें आज भी विशेष दर्जे की अपेक्षा है। तेजस्वी ने यह टिप्पणी नड्डा की एक दिवसीय यात्रा के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर की थी। दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा (JP Nadda) गुरुवार को पटना में थे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ छठ घाटों का भ्रमण किया।

तेजस्वी ने कहा कि छठ के नाम पर वह कोई राजनीति नहीं कर रहे हैं। लोक आस्था के इस महान पर्व में सबको हिस्सा लेने का अधिकार है। अब देश क्या दुनिया के कई देशों में छठ महापर्व हो रहा है। राज्य के लोग देश-दुनिया में जहां कहीं गए हैं, वहां इस महापर्व का आयोजन कर रहे हैं। यह अपनी जड़ों से जुड़े रहने का प्रयास है।

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बिहार में नक्सलियों के गढ़ में बनेंगे 11 नए सुरक्षा कैंप, 55 जगहों पर टावर भी लगेंगे

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 10:29am

जागरण संवाददाता पटना। बिहार में नक्सलियों का क्षेत्र लगातार सिमटता जा रहा है। उत्तर बिहार के नक्सल मुक्त होने के बाद अब दक्षिण बिहार की बारी है। इसके लिए झारखंड से सटे नक्सलियों के बचे प्रभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर सुरक्षा और संचार के माध्यम मजबूत किए जा रहे हैं। इसी क्रम में झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित करने की योजना है। वहीं संचार को मजबूत करने के लिए मोबाइल टावर भी लगाए जाएंगे।

झारखंड की सीमा पर स्थापित होंगे नए सुरक्षा कैंप

बिहार को नक्सल मुक्त बनाने के लिए झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाएंगे। वहीं दूरस्थ पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों के 55 स्थलों को चिह्नित कर मोबाइल टावर लगाने का भी प्रस्ताव केंद्र सरकार को सौंपा गया है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार पिछले छह सालों में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या आधी हो गई है। वर्ष 2018 में जहां 16 जिले नक्सल प्रभावित थे वहीं 2024 तक महज आठ जिले ही नक्सली असर वाले रह गए हैं। इनमें गया है।

सबसे ज्यादा नक्सली प्रभाव वाले एरिया

औरंगाबाद क्षेत्र और जमुई-लखीसराय-मुंगेर क्षेत्रों में नक्सली प्रभाव अधिक है। इन इलाकों में नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाने हैं, ताकि नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके लिए जगह भी चिह्नित कर ली गई है।

जल्द पूरा होगा फोर-जी अपग्रेडेशन का कार्य

इसके साथ ही मोबाइल टावर प्रोजेक्ट फेज-एक के तहत 250 चिह्नित साइट पर संचार की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए फोर-जी अपग्रेडेशन का काम लंबित है। यह काम पिछले साल दिसंबर में ही होना था जो नहीं हो सका मगर अब इसे जल्द शुरू करने का प्रस्ताव है।

नक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर जोर

नक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर भी लगातार जोर देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) में विशेष आसूचना शाखा (एसआइबी) का गठन किया गया है।

इसके अंतर्गत स्पेशल इंटेलिजेंस ग्रुप (एसआइजी) के साथ एसटीएफ की तकनीकी एवं एनालिसिस विंग (एस-टा) आदि को लगाया गया है। इनकी आसूचना पर नक्सलियों के विरुद्ध कई सफल अभियान भी चलाए गए हैं। अब आसूचना को और मजबूत करने के लिए इन ग्रुप और विंग के कर्मियों को उन्नत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

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छठ महापर्व पर बिहार में 59 लोगों की डूबने से मौत, 11 लापता

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 9:59am

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में छठ पूजा के दौरान पिछले 36 घंटे में नदियों व तालाब में डूबने से 59 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लापता हैं। इनकी तलाश की जा रही है। मृतकों में बेगूसराय के सात, समस्तीपुर व रोहतास के पांच-पांच, पटना व मुजफ्फरपुर के चार-चार, गया, मुंगेर, पूर्णिया, खगड़िया, मधेपुरा व सहरसा के तीन-तीन, सारण, औरंगाबाद व आरा के दो-दो, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, लखीसराय, अररिया, कटिहार, रोहतास, वैशाली, जहानाबाद और नालंदा जिले के एक-एक लोग शामिल हैं।

इन जिलों में हुआ हादसा
  • बेगूसराय में गुरुवार को अलग-अलग घाटों पर तीन व शुक्रवार को चार लोग डूब गए।
  • रोहतास जिले में गुरुवार को नहर व नदी में डूबने से चार लोगों की, वहीं शुक्रवार को एक की मौत हो गई।
  • पटना जिले के फुलवारी शरीफ में दो, मनेर व बख्तियारपुर में एक-एक की मौत हुई है।
  • मनेर में शुक्रवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर भाई-बहन समेत छह लोग डूब गए। जिसमें से दो को बचा लिया गया। वहीं एक का शव बरामद किया गया। तीन लोगों की नदी में तलाश जारी है।
  • मनेर में बरामद शव झारखंड के गुमला जिले के निवासी का है, जो खासपुर में भट्ठा मजदूर था।
  • पुनपुन प्रखंड में दो लोग डूब गए, एक को ग्रामीणों ने बचा लिया। दूसरे की तलाश जारी है।
  • भोजपुर जिले के सोन नदी में पांच बच्चे डूब गए। दो का शव बरामद किया गया है। एक बालक लापता है। दो बच्चियों को स्थानीय लोगों के प्रयास से बचा लिया गया।
सारण में पलटी नाव

सारण जिले के तरैया के पाचभिंडा में छठ पूजा के दौरान शुक्रवार सुबह युवकों से भरी नाव पोखर में पलट गई। नाव में बच्चे के साथ लगभग दस युवक सवार थे। इसमें दो युवकों की डूबने से मौत हो गई है। मृतक पचभिंडा गांव के दसई मांझी के पुत्र सूरज कुमार मांझी (18) व वैद्यनाथ सिंह पुत्र बिट्टू कुमार (20) थे।

गांव के सरकारी पोखर पर छठ पूजा के दूसरे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने छठ व्रती पहुंचे थे। इसी बीच एक नाविक कुछ युवकों को नाव में बैठा कर पोखर में घुमाने लगा। तभी अचानक नाव पोखर में पलट गई। इस घटना को कुछ युवकों ने अपने मोबाइल में कैद कर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया, जिसमें दिख रहा है कि नाव सीधे पानी में डूब रही है।

औरंगाबाद में दो लोगों की मौत

औरंगाबाद जिले में अलग-अलग घटनाओं में तालाब में डूबने से दो की मौत हो गई। पहली घटना में नगर थाना क्षेत्र के शाहपुर स्थित सूर्य मंदिर के समीप घाट पर 12 वर्षीय किशोरी की डूबकर मौत हुई है। किशोरी साधनी कुमारी शहर के वार्ड नंबर 32 के रामडीहा निवासी प्रदीप चौधरी की पुत्री थी। दूसरी घटना बारुण में तालाब में डूबने से खैरा गांव निवासी धर्मेंद्र यादव की नौ वर्षीय पुत्री वैष्णवी कुमारी की मौत हुई है।

वैशाली जिले के राजापाकड़ थाना के जाफर पट्टी पंचायत में पोखर में शुक्रवार की सुबह डूबने से रविंद्र पासवान के 17 वर्षीय पुत्र धर्मवीर कुमार की मौत हो गई। वहीं काजीपुर थाना क्षेत्र के चांदी घाट पर बीते गुरुवार की दौलतपुर चांदी निवासी बाबन राम के पुत्र राजू कुमार की नदी में स्नान करने के दौरान डूबने की आशंका है।

गया जिले में नदी व सरोवर में डूबने से अलग-अलग जगहों पर तीन की मौत हो गई। मुंगेर में गुरुवार की शाम में प्रिंस कुमार बेलहरणी नदी में डूब गया। शुक्रवार की सुबह सन्नी कुमार व शीतल कुमारी की डूबने से मौत हो गई। वहीं, अभिषेक कुमार की तलाश जारी है।

मधेपुरा में आनंद कुमार, सोनू कुमार व कामेश्वर मंडल की डूबने से मौत हो गई। वहीं 24 वर्षीय युवक लापता है। खगड़िया में विजय कुमार, मुकेश कुमार व पारो कुमारी उर्फ पार्वती कुमारी डूब गई। वहीं साधना कुमारी की तलाश की जा रही है।

पूर्णिया में ज्योति देवी, तारा रिषी और पप्पू कुमार की डूबने से मृत्यु हो गई। जबकि आसु कुमार लापता है। लखीसराय के हिमांशु कुमार, कटिहार में 10 वर्ष के बच्चे व अररिया के राजेश कुमार मल्लिक की मौत डूबने से हो गई।

उत्तर बिहार के जिलों में छठ घाट पर डूबने से 9 लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर में विशाल कुमार, निशांत कुमार, बादल पंडित व कृष्ण कुमार की डूबने से मौत हो गई।

वहीं, हरिपुर गांव के पोखरा में भैंस को नहलाने के दौरान डूबने से पितांबर पासवान की मृत्यु हो गई। सीतामढ़ी में लव कुमार, दरभंगा में भाग्यरंजन कुमार, पूर्वी चंपारण में संजय साह व मुजफ्फरपुर में अरुण राम, रीतू कुमारी, निधि कुमारी व राजहंस की मौत हो गई।

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छठ पूजा से वापस लौटने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, 2 दिन में चलेंगी 25 स्पेशल ट्रेन

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छठ पूजा से वापस लौटने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, 2 दिन में चलेंगी 25 स्पेशल ट्रेन

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 8:14am

जागरण संवाददाता, पटना। 4 दिवसीय छठ महापर्व के समापन के बाद यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला किया है। भारतीय रेलवे द्वारा 2 दिन में पटना जंक्शन से 10 एवं दानापुर स्टेशन से 13 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। इसके अलावा राजेन्द्रनगर से दो ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। नियमित ट्रेनों के अलावा ये ट्रेन भीड़ को नियंत्रित करने में काफी सहायक साबित होंगी।

इन स्टेशनों से चलेंगी स्पेशल ट्रेन

पटना जंक्शन के निदेशक एवं नोडल अधिकारी अरूण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पटना जंक्शन से नई दिल्ली, उधना, न्यू जलपाईगुड़ी, कोटा, आनंद विहार, हावड़ा एवं पुरी के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा दानापुर स्टेशन से पुणे, बेंगलुरू, जबलपुर, लोकमान्य तिलक टर्मिनल, आनंद विहार, रानी कमलापति, कोटा एवं अहमदाबाद के लिए ट्रेन रवाना की जाएगी।

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नियमित ट्रेनें पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए हर प्लेटफॉर्म पर विशेष अधिकारी तैनात किए गए हैं।

यात्रियों को मिलेगी राहत

राजेन्द्रनगर से नई दिल्ली के लिए शनिवार एवं रविवार दोनों दिन स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी की गई है। ये ट्रेन राजेन्द्रनगर से खुलने के बाद पटना, दानापुर, आरा एवं बक्सर रुकते हुए आगे जाएगी। इन ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।

यात्री सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दें अधिकारी

वहीं पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने शुक्रवार को पटना एवं दानापुर स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छठ महापर्व को लेकर यात्रियों सुविधाओं का जायजा लिया। महाप्रबंधक ने छठ पर्व में यात्रियों की सुविधा हेतु स्टेशनों पर बनाए गए होल्डिंग एरिया का भी निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान भीड़ प्रबंधन, यात्री सुविधा एवं सुरक्षा सहित सभी प्रकार की तैयारियों की समीक्षा की तथा ट्रेनों एवं स्टेशनों पर आवश्यक सुविधाओं की निरंतरता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

छत्रसाल सिंह ने कहा कि पूर्व मध्य रेल द्वारा छठ पूजा बाद श्रद्धालु यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए उनकी सुविधा के लिए बिहार एवं आस-पास के दूसरे राज्यों और शहरों को जाने वाले यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

इनमें स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, स्टेशनों पर यात्रियों को बैठने के लिए सभी सुविधायुक्त होल्डिंग एरिया का निर्माण, अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी की तैनाती सहित यात्री सुविधा एवं सुरक्षा से जुड़ी और भी कई व्यवस्था शामिल हैं। निरीक्षण के दौरान दानापुर के मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी, एडीआरएम आधार राज एवं स्टेशन निदेशक अरूण कुमार सहित मुख्यालय एवं मंडल के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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Bihar Weather: कोहरे की दस्तक, ठंड का इंतजार, जानें बिहार में कब तक जारी रहेगी मौसम की आंख मिचौली

Dainik Jagran - November 9, 2024 - 7:46am

जागरण संवाददाता, पटना। दीपावली के बाद 4 दिवसीय छठ महापर्व का भी समापन हो गया है, बावजूद इसके राज्य में ठंड के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालात ये हैं कि दिन के समय लोगों को गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

राजधानी पटना में मौसम लगातार बदल रहा है। वहीं अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।

स्थिति ये है कि दिन में गर्मी महसूस हो रही है, श्रमसाध्य कार्यों पर पसीना चल रहा है, लेकिन रात जैसे गहराती है, तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह होते-होते सिहरन महसूस होती है। हाल के दिनों की कई सुबह धुंध भरी रहीं। खेत-खलिहानों में कुहासा नजर आया, लेकिन दिन में सूरज की तपिश का अनुभव हुआ।

5 दिनों तक कोई बड़ा बदलाव नहीं

राज्य में आगामी पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में बड़े बदलाव का संभावना नहीं है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार व शुक्रवार को सुबह में कोहरा या धुंध के साथ आंशिक बादल छाए रहे। वहीं मौसम शुष्क बना रहा।

9 से 12 नवंबर तक कैसा रहेगा मौसम
  • 9 से 11 नवंबर तक सुबह में कोहरा या धुंध छाया रहेगा, इसके बाद आसमान साफ रहेगा।
  • 12 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध रहने की संभावना है, वहीं मौसम शुष्क बना रहेगा।
  • मौसम विभाग के अभिषेक आनंद ने बताया कि बांग्लादेश के सेंट्रल पार्ट के ऊपर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब बांग्लादेश के दक्षिणी भाग में व समुद्रतल से ऊपर 1.5 किलोमीटर में प्रभावी है।
बदलते मौसम से बढ़ा बीमारियों का खतरा

पिछले कुछ दिनों से जारी मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। दिन के समय गर्मी और रात को ठंड होने की वजह से लोग सर्दी-जुकाम और बुखार का शिकार हो रहे हैं। मौसम के बदलाव को देखते हुए डॉक्टर भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। इस मौसम में ठंडा पानी पीने से बचें, हल्के गर्म पानी का सेवन करें।

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Jan Suraaj Party Symbol: इलेक्शन सिंबल के पीछे क्या है प्रशांत किशोर की मंशा? लालू-नीतीश से जोड़ा कनेक्शन

Dainik Jagran - November 8, 2024 - 8:55pm

राज्य ब्यूरो, पटना। जन सुराज पार्टी को मिले चुनाव चिह्न "स्कूल का बस्ता" के बारे में पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा है कि चुनाव आयोग से मांग कर लिया है। पार्टी ने "स्कूल का बस्ता" चुनाव चिह्न क्यों चुना उसके पीछे का कारण भी स्पष्ट किया।

प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू-नीतीश के 35 साल के राज ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया है। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे बच्चों की पीठ से स्कूल का बस्ता हट गया और आज उनकी पीठ पर मजदूरी का बोझ है।

'स्कूल का बस्ता रोजगार का रास्ता है'

उन्होंने कहा, अब जन सुराज (Jan Suraaj Party) की सोच और संकल्प यही है कि बिहार के लोगों की गरीबी और पिछड़ेपन को दूर करने का एकमात्र उपाय शिक्षा यानी "स्कूल का बस्ता" है। "स्कूल का बस्ता" बिहार के युवाओं के लिए रोजगार का रास्ता है। अगर बिहार से पलायन रोकना है तो उसका रास्ता भी "स्कूल का बस्ता" ही है।

'जब तक सरस्वती नहीं आएंगी, तब तक...'

प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज का संकल्प बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराना और यहां के युवाओं को अपने ही राज्य बिहार में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। बिहार के लोगों का विकास बेहतर शिक्षा व्यवस्था से ही हो सकता है, क्योंकि जब तक सरस्वती नहीं आएंगी, तब तक लक्ष्मी वहां निवास नहीं कर सकतीं, इसीलिए जन सुराज ने अपना चुनाव चिह्न "स्कूल का बस्ता" चुना है।

रामगढ़: छेरावरी धाम में प्रशांत किशोर ने किया जनसंवाद

रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर प्रचार में जुटे हुए हैं। छठ महापर्व के अवसर पर शुक्रवार की सुबह रामगढ़ स्थित कुलदेवी छेरावरी मां मंदिर, महुअर गांव पहुंचे। वहां उन्होंने देवी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में रामगढ़ के स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।

उन्होंने कुलदेवी छेरावरी मां मंदिर के पुजारी और व्यवस्थापक से मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली। इस दौरान वहां उपस्थित सैकड़ों संख्या में रामगढ़ की जनता ने प्रशांत किशोर को प्रदेश का भविष्य बताया। इस दौरान कई लोग मौजूद थे।

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Bihar Teacher: हजारों शिक्षक होंगे इधर से उधर, विभाग को मिले 16000 से ज्यादा आवेदन; जनवरी में पोस्टिंग

Dainik Jagran - November 8, 2024 - 8:07pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher Transfer News राज्य के सरकारी विद्यालयों में स्थानातंरण के लिए अब तक 16 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। वैसे शिक्षकों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 22 नवंबर तक निर्धारित है।

यह आवेदन सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियमित शिक्षकों, सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों और बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर नियुक्त शिक्षकों के लिए है। इसके बाद शिक्षकों द्वारा दिए गए विकल्प के आधार पर दिसंबर के तीसरे/चौथे सप्ताह में स्थानांतरण व पदस्थापन किया जाएगा। इसमें वरीयता के आधार को प्राथमिकता दी जाएगी।

ई-शिक्षा कोष पोर्टर पर की गई निगरानी

शिक्षा विभाग के मुताबिक, शिक्षकों द्वारा किए जा रहे ऑनलाइन आवेदन की ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर लगातार निगरानी की है। आवेदन में शिक्षकों द्वारा दिए गए विकल्प के इकाई अंतर्गत विद्यालयों में रिक्ति के आधार पर साफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन से विद्यालय का आवंटन होगा।

प्रथम विकल्प की इकाई के विद्यालयों में रिक्ति नहीं रहने की स्थिति में शिक्षकों द्वारा दिए गए क्रमश अन्य विकल्पों के इकाईयों के विद्यालयों में उपलब्ध रिक्ति के आधार पर विद्यालय आवंटन किया जाएगा, इसलिए शिक्षकों को दस विकल्प आवेदन में देने को कहा गया है। जनवरी के पहले सप्ताह (एक से सात तारीख तक) में शिक्षकों को अपने आवंटित विद्यालय में योगदान करना सुनिश्चित किया जाएगा।

तीन खाद्य संरक्षा पदाधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार

स्वास्थ्य विभाग ने तीन खाद्य संरक्षा पदाधिकारियों को अपने कार्यों के साथ ही अन्य जिलों का प्रभार दिया है। बेगूसराय में खाद्य संरक्षा पदाधिकारी के पद पर तैनात वीरेंद्र कुमार 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो गए। वीरेंद्र कुमार के पास बेगूसराय के अलावा जहानाबाद और खगडिय़ा का भी प्रभार था। उनके सेवानिवृत्त होने ही तीन जिलों में खाद्य संरक्षा पदाधिकारी के पद रिक्त हो गए।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रिक्त पदों को तत्काल भरने की आवश्यकता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने खाद्य संरक्षा पदाधिकारी मुकेश जी कश्यप को जहानाबाद, तपेश्परी सिंह को बेगूसराय जबकि अर्जुन प्रसाद को खगड़िया जिला का खाद्य संरक्षा पदाधिकारी नियुक्त किया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।

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बिहटा में तेंदुए के वायरल वीडियो को वन विभाग ने बताया 'फर्जी', फिर भी 'अलर्ट' रहें स्थानीय लोग

Dainik Jagran - November 8, 2024 - 7:52pm

जागरण संवाददाता, पटना। तेंदुआ से संबंधित इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने फर्जी बताया है। पटना वन प्रमंडल की टीम बिहटा एयरफोर्स के अधिकारियों से मिलकर वीडियो में दिखाए जा रहे दीवार की पहचान करने का प्रयास किया। इस तरह का दीवार नहीं है।

इंटरनेट मीडिया पर दिखया जा रहा है कि तेंदुआ चारदिवारी पर है। बाहरी भाग में आकर एक बछड़े को मार देता है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक अरविंदर सिंह ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर चल रहा तेंदुए वीडियो फर्जी है। यह देश के दूसरे हिस्से का है।

'तेंदुए को पकड़ने का प्रयास जारी'

उन्होंने बताया, 24 अक्टूबर से बिहटा वायु सेना के कैंपस में तेंदुआ आ गया है। उसे पकड़ने का प्रयास जारी है। वन विभाग की टीम लगी है। वह चार वर्ष से कम उम्र का है। वायु सेना के कैंपस में पर्याप्त मात्रा में खरगोस, हिरण के बच्चा सहित कई प्रकार के जानवर है। उसके लिए वहां पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध है।

सीसीटीवी में दिखते रहता है। बुधवार की शाम में भी दिखा था। तेंदुआ काफी तेज गति से चलता है। वायु सेना के कैंपस में झाड़ी है।

अकेले न निकलें, अलर्ट

मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक अरविंदर सिंह के बताया कि वायु सेना के कैंपस के आसपास के गांव के लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। अकेले नहीं निकलने, रात्रि में घर से बाहर न जाने, बच्चों को अकेले में न छोड़ने का आग्रह किया गया है। वन विभाग की टीम तेंदुआ की निगरानी कर रही है।

वायु सेना कैंपस में छठ महापर्व कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराया गया। तेंदुआ के एक से अधिक व्यक्ति के रहने पर हमला नहीं कर सकता है। वह खुद दूरी बना लेगा।

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JP Nadda: छठ पूजा के बहाने उपचुनाव का समीकरण साध गए नड्डा, CM नीतीश के साथ दिया दूरगामी संदेश

Dainik Jagran - November 8, 2024 - 7:41pm

राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा (JP Nadda) छठ महापर्व (Chhath Puja 2024) में सम्मिलित होने के बहाने उपचुनाव का समीकरण साध गए। नड्डा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ पानी के जहाज से विभिन्न गंगा घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्यदेव अर्घ्य देने वाले व्रतियों एवं श्रद्धालुओं का अभिवादन कर दूरगामी संदेश देने का भरसक प्रयास किया।

इसके साथ ही विधानसभा की चार सीटों (तरारी, रामगढ़, बेलागंज, इमामगंज) पर उपचुनाव वाले क्षेत्रों के लिए राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के नेताओं ने माहौल बनाने की कोशिश की। आदर्श आचार संहिता के बावजूद अलग-अलग तरीके से मतदाताओं को रिझाने का कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।

पार्टी के शीर्ष नेताओं से लिया फीडबैक

दोपहर में पटना पहुंचने के बाद नड्डा ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से उपचुनाव वाले क्षेत्रों का फीडबैक लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री द्वय सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा के साथ बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल एवं राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा के अतिरिक्त अन्य शीर्ष नेताओं संग दानापुर के नासरीगंज घाट से कंगन घाट तक (लगभग सौ घाट) जहाज से गंगा नदी में भ्रमण किया।

इस दौरान विधानसभा की चार सीटों तरारी, रामगढ़, बेलागंज एवं इमामगंज में हो रहे उपचुनाव का फीड बैक लिया। यही नहीं, नड्डा ने राजकीय अतिथिशाला में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अतिरिक्त दोनों उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल के साथ मंत्रणा की।

तरारी व रामगढ की लड़ाई बड़ी चुनौती

2024 के लोकसभा चुनाव में चार की चार सीटों पर राजग प्रत्याशियों की हार हुई है। ऐसे में महागठबंधन से एक भी सीट छीन लेना भाजपा, जदयू एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रत्याशियों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। आरा संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव 2024 में तरारी विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की 5773 मतों से हार हुई थी। वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी तीसरे पायदान पर चले गए थे। ऐसे में इस सीट पर राजग के लिए लड़ाई आसान नहीं है।

बक्सर संसदीय सीट के अंदर आने वाले रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा प्रत्याशी पर राजद ने दस हजार मतों से बढ़त बनाई थी। वहीं, 1985 से इस सीट पर राजद का दबदबा रहा है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह व हाल ही में बक्सर से सांसद चुने गए सुधाकर सिंह पिता-पुत्र की इस सीट पर लोकप्रियता के आगे भाजपा के लिए राह आसन नहीं है।

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Chhath Puja 2024: बिहार के 3 जिलों में छठ पर्व पर माहौल बिगाड़ने की साजिश, घाट पर तोड़फोड़ से फैला तनाव

Dainik Jagran - November 8, 2024 - 7:37pm

जाटी, पटना। पश्चिम चंपारण, जमुई और पूर्णिया जिले में गुरुवार की शाम को असामाजिक तत्वों ने छठघाट पर तोड़फोड़ की। पश्चिम चंपारण जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र के गंडक नदी के किनारे इमली ढाला छठ घाट पर गुरुवार की देर शाम में असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की।

संध्या अर्घ्य देने के बाद जब छठ व्रती घर लौट गए तो आधा दर्जन से ज्यादा लोग पहुंचे और तोरण द्वार पर लगाए गए केले के थंभ व गन्ना लगाकर की गई सजावट को तोड़ दिया। पंडाल में लगाए गए गुब्बारे फोड़ डाले।

घाट पर मौजूद लोगों ने जब विरोध किया तो गाली-गलौज करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए। सूचना पर सदर एसडीपीओ टू रजनीश कांत प्रियदर्शी के अलावा श्रीनगर, योगापट्टी व बैरिया थानों की पुलिस पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया।

हिरासत में किशोर, 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
  • पुलिस एक किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। ग्रामीण अशोक कुशवाहा सहित अन्य ने सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी कराई है।
  • पुलिस ने एहशान अंसारी, साहेब खान, शहीद खां, वाजिद आलम, आदिल खान, नासीर खान और भुलाऊ खां के खिलाफ प्राथमिकी की है।
  • एसडीपीओ ने बताया कि कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की थी। इससे थोड़ी देर के लिए वहां असामान्य स्थिति उत्पन्न हुई थी।
  • पूजा शांतिपूर्वक संपन्न हो गया है। एक किशोर को पकड़ा गया है। घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
  • पूर्णिया में हरिणतोड़ पंचायत के माला गांव में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ व्रती घर चले गए।
  • इसके बाद असामाजिक तत्वों ने छठ घाट में तोड़फोड़ की। इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीण जुट गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।

इसकी जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी कुंदन कुमार व एसपी कार्तिकेय शर्मा दल बल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराया। रात में ही प्रशासन ने छठ घाट सजा दिया। उखाड़े गए केले के थंभ को फिर से लगाया। मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है।

बैठक करते दाएं मुख्य पार्षद संजय यादव, बगल में थानाध्यक्ष संजय कुमार, समाजसेवी गुड्डू यादव, दाएं उपमुख्य पार्षद बिपीन साव।

जमुई में लाइट और बाजे तोड़े

वहीं, जमुई जिले के बैजलपुर गांव में दो समुदाय के बीच विवाद उत्पन्न कराने के उद्देश्य से कुछ शरारती तत्वों ने छठ पूजा में लगाई गई लाइट एवं बाजे को तोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से लोग उलाई नदी में पूजा-अर्चना करते हैं।

हर वर्ष सड़क की सफाई के साथ-साथ मार्ग को लाइट एवं झालर से सजाया जाता है। लाउडस्पीकर लगाकर छठ मईया के गीत बजाए जाते हैं। इसमें बैजलपुर गांव के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी साथ देते हैं।

सड़क पर उतरे लोग

बुधवार की शाम को सड़क को झालर और लाइट से सजाया गया था। बाजा भी लगा द‍िया गया। रात में कुछ युवकों ने ट्यूब लाइट को तोड़ दिया। साथ ही एक लाउडस्पीकर को खोल लिया। इसकी जानकारी गांव के लोगों ने पुलिस को दी।

इसके बाद लोग सड़क पर उतर गए। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि दोनों समुदाय के लोगों में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। कुछ शरारती तत्वों ने माहौल को बिगड़ने का प्रयास किया था, ज‍िसे व‍िफल कर द‍िया गया।

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