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बिहटा-औरंगाबाद और सुल्तानगंज-देवघर के बीच बनेगी नई रेलवे लाइन, 730 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट

Dainik Jagran - January 31, 2025 - 6:00am

राज्य ब्यूरो, पटना। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलने के बाद कहा कि बिहार में बिहटा-औरंगाबाद एवं सुल्तानगंज-देवघर रेलवे लाइन के निर्माण की कुल 730.59 करोड़ रुपये से अधिक लागत की दो परियोजनाओं पर काम जल्द शुरू होगा।

चौधरी ने कहा कि 290 करोड़ की लागत से सुल्तानगंज-देवघर के बीच नई रेल लाइन (78.08 किमी) बनने से श्रावणी मेले में जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम होगी।

इस रेलवे लाइन के चालू होने पर सुल्तानगंज, असरगंज, तारापुर, बेलहर और देवघर के लोग सीधे रेल सम्पर्क से जुड़ जाएंगे।

पटना और औरंगाबाद की दूरी होगी कम

उन्होंने कहा कि सरकार अनुग्रह नारायण रोड से औरंगाबाद (12.90 किलोमीटर) नई रेल लाइन के लिए 440.59 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर चुकी है। यह लाइन बिहटा-औरंगाबाद नई लाइन का ही एक भाग है।

इससे राजधानी पटना और औरंगाबाद की दूरी मात्र डेढ़-दो घंटे में तय हो जाएगी। इस रेल मार्ग के लिए 14 स्टेशन प्रस्तावित हैं।

मौनी अमावस्या पर रेलवे का रिकॉर्ड, प्रयागराज से चलीं 364 ट्रेनें

मौनी अमावस्या स्नान के लिए संगम पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षित और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने ऐतिहासिक कदम उठाया। रविवार को प्रयागराज के विभिन्न स्टेशनों से रिकॉर्ड 364 ट्रेनों का परिचालन किया गया, जो महाकुंभ मेले के दौरान किसी एक दिन में चलाई गई ट्रेनों की सर्वाधिक संख्या है।

इनमें 142 नियमित और 222 महाकुंभ मेला विशेष गाड़ियां शामिल रहीं। रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे भवन स्थित वार रूम से पूरे अभियान की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की गई। तीनों रेलवे जोन के महाप्रबंधक और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह सक्रिय रहे और राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाए रखा।

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्टेशनों पर बड़े होल्डिंग एरिया बनाए, जहां श्रद्धालु आराम से बैठकर अपनी गाड़ी की प्रतीक्षा कर सकें। प्रशासन के निर्देशानुसार ही यात्रियों को स्टेशन की ओर भेजा गया, ताकि अव्यवस्था न हो। इनवर्ड और आउटवर्ड मिलाकर उत्तर मध्य रेलवे ने 280, उत्तर रेलवे ने 88 और पूर्वोत्तर रेलवे ने 73 गाड़ियों का संचालन किया।

उत्तर मध्य रेलवे ने सबसे अधिक 157 मेला विशेष गाड़ियां चलाईं। महाकुंभ मेले की संपूर्ण अवधि में रेलवे द्वारा 13,450 ट्रेनों के परिचालन की योजना बनाई गई है, जिसमें 10,028 नियमित और 3,400 से अधिक विशेष गाड़ियां शामिल हैं। अब तक 1,900 से अधिक विशेष गाड़ियां चलाई जा चुकी हैं।

रेलवे ने यात्रियों को पूर्व में दी गई सूचनाओं के आधार पर बताया कि कुछ गाड़ियों के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं और कुछ का टर्मिनल स्टेशन प्रयागराज से बदलकर सूबेदारगंज किया गया है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे रेलवे द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अपनी यात्रा को सुगम एवं सुरक्षित बनाएं।

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Bihar News: किसानों पर मेहरबान हुई नीतीश सरकार, खेती में ड्रोन के उपयोग पर देगी अनुदान

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 11:41pm

राज्य ब्यूरो, पटना। सरकार खेती में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए किसानों को निर्धारित छिड़काव शुल्क का 50 प्रतिशत या अधिकतम 240 रुपये प्रति एकड़ सहायता अनुदान देगी।

कृषि विभाग की ओर से 101 अनुमंडलों में एक-एक कृषि ड्रोन के क्रय पर 60 प्रतिशत या अधिकतम 3.65 लाख रुपयेे अनुदान देने का प्रविधान किया गया है।

चालू वित्तीय वर्ष के शेष दो महीने में योजना को धरातल पर उतारने के लिए कृषि विभाग की ओर से लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। वहीं, खेतों में ड्रोन के माध्यम से खाद कीटनाशक का छिड़काव कराने वाले किसानों से आवेदन लेने की प्रक्रिया भी जारी है।

10 हजार किसानों ने किया आवेदन

कृषि मंत्री मंगल पांडेय के अनुसार अभी तक लगभग दस हजार किसानों ने रबी की खेती में ड्रोन के उपयोग पर अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। अब तक प्राप्त आवेदन के सत्यापन के निर्देश दिए गए हैं। सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होते ही डीबीटी से भुगतान कर दिया जाएगा।

कृषि विभाग के अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा किसानों को ड्रोन के उपयोग के प्रति प्रेरित करने एवं योजना का लाभ लेने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।

लोकप्रिय हो रहा ड्रोन तकनीक

किसानों के बीच ड्रोन तकनीक तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। कीटनाशकों के अनुप्रयोग में ड्रोन का उपयोग करने की असीम संभावनाएं हैं, ड्रोन से फसलों पर सटीक मात्रा में पौधा संरक्षण, रसायनों एवं उर्वरको का छिड़काव ज्यादा लाभकारी है।

केंद्र सरकार द्वारा नमो ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत जीविका के महिला समूहों को 201 ड्रोन वितरित करने की योजना है। केंद्र सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना के लिए 1261 करोड़ की मंजूरी दी है।

ड्रोन तकनीक पारंपरिक खेती के तरीकों को बदलकर किसानों को निरंतर स्मार्ट खेती की ओर ले जा रही है। नवीनतम तकनीक से भारतीय कृषि में तेजी से प्रगति हुई और किसानों द्वारा प्रौद्योगिकियों से लाभ हुआ। कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि महिलाएं भी ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण प्राप्त कर योगदान दे रही हैं।

ड्रोन के उपयोग पर शुल्क अनुदान के लिए किसानों को डीबीटी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना है। अभी तक रबी की खेती के लिए लगभग दस हजार किसानों ने अनुदान के लिए आवेदन किया है। सत्यापन के बाद भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। - मंगल पांडेय, कृषि मंत्री

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Bihar Teacher News: पटना हाई कोर्ट ने अतिथि शिक्षकों को दी बड़ी राहत, सेवा समाप्ति का आदेश किया रद

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 11:00pm

विधि संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट (Patna High Court) ने अतिथि शिक्षकों (Bihar Guest Teachers) को बड़ी राहत देते हुए सरकार द्वारा जारी सेवा समाप्ति के आदेश को निरस्त कर दिया है।

न्यायमूर्ति पूर्णेन्दु सिंह की एकलपीठ ने राजेश कुमार सिंह व अन्य की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक द्वारा जारी पत्र संख्या 325, दिनांक 30 मार्च 2024 को रद्द कर दिया।

कोर्ट ने फैसले में क्या कहा?

अदालत ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ताओं की सेवा बिना सुनवाई का उचित अवसर दिए समाप्त नहीं की जा सकती।

कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल के अनुमोदन से जारी अधिसूचना को किसी कार्यकारी आदेश के माध्यम से समाप्त नहीं किया जा सकता।

कोर्ट ने अधिकारियों को दिए निर्देश

इसके साथ ही अदालत ने सक्षम अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अतिथि शिक्षकों का पक्ष सुनने के लिए उचित अवसर प्रदान करें। साथ ही, संबंधित अधिकारी को तत्काल प्रभाव से अपनी कार्यवाही में सुधार करने और कानून के तहत सभी प्रभावितों को सुनवाई का अवसर देकर तर्कसंगत आदेश जारी करने का निर्देश दिया।

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BPSC Protest: बीपीएससी के खिलाफ पटना में प्रदर्शन, 30 अभ्यर्थी हिरासत में; 350 के खिलाफ FIR दर्ज

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 9:53pm

जागरण संवाददाता, पटना। एकीकृत 70वीं बीपीएससी संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद कर नए सिरे से आयोजन को मुद्दा बनाकर प्रदर्शन करने वाले 350 प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी की गई है।

जिला प्रशासन ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि गुरुवार को 350 की संख्या में अभ्यर्थियों ने नेहरू पथ पर, इनकम टैक्स गोलंबर एवं लोहियापथ चक्र तथा बाद में वीरचंद पटेल पथ पर पहुंचकर प्रदर्शन कर यातायात बाधित किया गया।

इस दौरान लोक व्यवस्था भंग कर दी गई। पूरे क्षेत्र में जाम लग गया एवं राहगीरों को काफी परेशानी हुई। ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों एवं पुलिस बल के साथ धक्का–मुक्की भी की गई।

इन लोगों ने एक पुलिस जवान को धक्का दे कर गिरा दिया। इसमें दो कोचिंग संचालकों की सक्रिय भूमिका पायी गई है। सचिवालय थाना में 350 प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए एक कोचिंग संचालक सहित 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

इसमें 26 लोग पटना जिले से बाहर के हैं। इसमें कितने परीक्षार्थी एवं गैरपरीक्षार्थी हैं, इसका सत्यापन कराया जा रहा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इंटरनेट मीडिया से प्रदर्शनकारियों को किया मोबिलाइज

जिला प्रशासन के अनुसार प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दो कोचिंग संचालकों एवं कुछ अन्य ने टेलीग्राम पर क्यूआर कोड जारी कर इंटरनेट (सोशल) मीडिया के माध्यम से लोगों को मोबिलाइज किया है।

प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास करती पटना पुलिस।

यह मामला उच्च न्यायालय में लंबित है तथा 31 जनवरी को सुनवाई की तिथि निर्धारित है। ऐसे में दबाव बनाने की मंशा से पूर्व संध्या पर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की गई। छात्रों को गुमराह कर अव्यवस्था उत्पन्न करने वाले उक्त तत्वों के विरुद्ध विधि–सम्मत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रदर्शनकारियों पर नहीं किया गया लाठीचार्ज

पटना के जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर कोई लाठीचार्ज नहीं किया गया, लेकिन उन पर इलाके में सड़क यातायात बाधित करने का मामला दर्ज किया गया है।

उन्होंने कहा कि हमने उन लोगों की पहचान कर ली है जो विरोध प्रदर्शन के पीछे थे और जिन्होंने बीपीएससी उम्मीदवारों को आयोग के कार्यालय के पास इकट्ठा होने और बेली रोड पर यातायात बाधित करने के लिए उकसाया था।

लोगों को पुलिसकर्मियों ने पकड़कर प्रदर्शनस्थल से हटाया।

सभी प्रदर्शनकारियों को सुरक्षाकर्मियों ने हटा दिया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भड़काने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है और प्रतिबंधित क्षेत्र में हंगामा करने वाले 30 अन्य लोगों को हिरासत में लिया है।

पटना के शिक्षक रामान्शु मिश्रा भी गिरफ्तार

पटना डीएम ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा, जिसका विश्लेषण किया जा रहा है। गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक पटना के शिक्षक रामान्शु मिश्रा हैं।

पुलिस ने सचिवालय और कोतवाली पुलिस स्टेशनों में 350 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। डीएम ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी चार लोग, जिनका नाम एफआईआर में है, उनको शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

राजधानी के बाहर के हैं प्रदर्शनकारी

डीएम ने दावा किया कि अधिकांश प्रदर्शनकारियों को राज्य की राजधानी के बाहर से लाया गया था और उनमें से कुछ अन्य राज्यों से भी आए थे। उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए कुल 30 लोगों में से 26 पटना के निवासी नहीं हैं।

डीएम ने आगे बताया कि वे बीपीएससी कार्यालय की ओर बढ़ना चाहते थे, जिसकी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने अनुमति नहीं दी। सुरक्षाकर्मियों के बार-बार अनुरोध के बावजूद, उन्होंने सड़क खाली करने से इनकार कर दिया। यह एक प्रतिबंधित क्षेत्र है और यहां विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं है।

इस बीच पटना उच्च न्यायालय शुक्रवार को 13 दिसंबर की परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करने वाला है।

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Bihar Politics: राबड़ी का आवास छोड़ ग्राउंड जीरो पर पहुंचा दही-चूड़ा भोज, अति-पिछड़ा वर्ग को साधने में जुटे तेजस्वी

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 9:27pm

विकाश चन्द्र पाण्डेय, जागरण संवाददाता, पटना। विधानसभा चुनाव के पहले राजद जमीनी स्तर पर मजबूत पृष्ठभूमि तैयार करने का प्रयास कर रहा है। समापन की ओर पहुंच चुका राजद का कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम वस्तुत: संगठन में तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता को निचले स्तर तक व्यापक करने की रणनीति रही है।

यह स्वीकार्यता जन-मानस में भी हो, इसके लिए राजद अब कार्यक्रमों-समारोहों तक का विकेंद्रीकरण कर रहा है। पहले जिन समारोहों का केंद्र राजधानी पटना हुआ करता था, उनका आयोजन अब छोटे-छोटे स्वरूप में जिला व प्रखंड स्तर पर होने लगा है।

राजद की रणनीति इस क्रम को बढ़ाते हुए विधानसभा चुनाव तक अपनी मजबूत संभावना की पृष्ठभूमि तैयार करने की है।

तेजस्वी के नेतृत्व में हो रहा बदलाव

राजद में रणनीतिक परिवर्तन के इस दौर का बीजारोपण वस्तुत: विधानसभा के पिछले चुनाव के दौरान ही हो गया था, जब अघोषित रूप से नेतृत्व तेजस्वी के हाथ आया था।

लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद नए प्रयोग व तौर-तरीकों से जुड़ी झिझक भी समाप्त हो गई। परंपरागत MY (मुसलमान+यादव) समीकरण के साथ अति-पिछड़ा वर्ग को थोड़ा-बहुत साधकर राजद संसद में चार सीटें पा गया।

समग्रता में महागठबंधन की उपलब्धि नौ सीटों की रही। उसके बाद से अति-पिछड़ा व अनुसूचित जाति के मतदाताओं को लुभाने का हर संभव प्रयास हो रहा। मिथिलांचल पर फोकस का असली कारण यही है।

संवाद कार्यक्रम से मजबूत कर रहे पृष्ठभूमि 

अति-पिछड़ा वर्ग के दम पर कभी यहां राजद का मजबूत आधार हुआ करता था। उस वर्ग को साधने के उद्देश्य से ही तेजस्वी ने अपने संवाद कार्यक्रम की शुरुआत जननायक कर्पूरी ठाकुर के गृह जिला समस्तीपुर से की। पिछले वर्ष 10 सितंबर से यह कार्यक्रम शुरू हुआ था, जिसका आखिरी और नौवां चरण शेष रह गया है।

बहरहाल राजद अपने इस प्रयास से पूर्णतया आशान्वित है। यही कारण है कि इस बार कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर मुख्य समारोह पटना के बजाय मधुबनी जिला के फुलपरास में हुआ।

दही-चूड़ा भोज का आयोजन

फुलपरास उसी मिथिलांचल का अंश है, जहां 55 उप जातियों में विभाजित अति-पिछड़ा वर्ग को पचपनिया की संज्ञा मिली है। इससे पहले मकर संक्राति पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन भी जिला व प्रखंड स्तर तक हुआ।

पहले इसका केंद्र-बिंदु लालू-राबड़ी का आवास हुआ करता था। अब सांसदों-विधायकों से लेकर पार्टी के संपन्न नेताओं द्वारा दिए अपने-अपने गृहक्षेत्र में दिए गए भोज में स्थानीय लोगों को विशेषकर आमंत्रित किया गया।

स्नेह-निमंत्रण के इस क्रम में आगे रविदास जयंती और माह-ए-रमजान है। रविदास जयंती पर राजद की ओर से वंचित समाज के बीच छोटे-छोटे आयोजनों की चर्चा है।

यह कड़ी आगे इफ्तार पार्टियों तक बढ़ेंगी। इस तरीके से कार्यकर्ताओं में चुनावी चेतना जाग्रत करने और परंपरागत समर्थकों को उत्साहित करने के साथ राजद नए लक्षित वर्ग (अति-पिछड़ा व अनुसूचित जाति) को साधने का भरसक प्रयास भी करेगा।

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Ex IAS RK Mahajan: बीपीएससी के पूर्व चेयरमैन पर चलेगा मुकदमा, दिल्ली की अदालत ने CBI को दी अनुमति

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 8:04pm

राज्य ब्यूरो, पटना। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आरके महाजन (Ex IAS RK Mahajan) के खिलाफ अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जमीन के बदले नौकरी घोटाले में मुकदमा करेगी।

सीबीआई की अपील पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने पूर्व आईएएस और लालू प्रसाद के रेल मंत्री कार्यकाल में उनके निजी सचिव (पीएस) व रेलवे जन शिकायत कोषांग के कार्यकारी निदेशक रहे महाजन के खिलाफ मुकदमा काम कर जांच आगे बढ़ाने की अनुमति दे दी है।

क्या है पूरा मामला?
  • भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के तौर पर महाजन प्रदेश के विभिन्न महकमों में रह चुके हैं। वह बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
  • आरके महाजन को राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद का खास माना जाता था। 2004-2009 के बीच जब लालू प्रसाद केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री बने तो वे आरके महाजन को अपने साथ मंत्रालय लेते गए।
  • महाजन को लालू प्रसाद के निजी सचिव के साथ ही रेलवे जन शिकायत कोषांग के कार्यकारी निदेशक का दायित्व सौंपा गया।
  • इसके बाद बिहार में 2015 में जब जदयू-राजद की साझा सरकार बनी तो लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप को स्वास्थ्य मंत्री पद का जिम्मा दिया गया। उस वक्त महाजन को स्वास्थ्य विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया था।
CBI ने की महाजन की भूमिका की जांच

सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी मामले में अपनी जांच के दौरान महाजन की भूमिका की जांच की और जांच के क्रम में कोर्ट से महाजन के खिलाफ भी मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी। सुनवाई के लिए कोर्ट न 30 जनवरी 2025 की तिथि तय की थी।

आज इस मामले की सुनवाई करते हुए महाजन पर भी जमीन के बदले नौकरी मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति सीबीआइ को दे दी गई।

कौन-कौन है आरोपी?

बता दें कि इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद के साथ ही उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ ही सांसद पुत्री डॉ. मीसा भारती, हेमा यादव समेत अन्य को आरोपी बनाया है। अब इन नामों में पूर्व आईएएस आरके महाजन का नाम भी शाामिल हो गया है

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Bihar: किशनगंज-बहादुरगंज के बीच बनेगा फोरलेन हाईवे, 1100 करोड़ का प्रोजेक्ट; यात्रा में बचेंगे 25 मिनट

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 7:39pm

राज्य ब्यूरो, पटना। किशनगंज-बहादुरगंज खंड पर फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ होगा। उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इससे किशनगंज में सड़क संपर्कता को नई गति मिलेगी।

किशनगंज-बहादुरगढ़ सड़क एनएच-27 और एनएच 327ई के बीच एक स्पर कनेक्टिविटी के रूप में काम करेगा। इस परियोजना की कुल लागत 1117.01 करोड़ रुपए है। स्पर की लंबाई 23.649 किमी है।

यह किशनगंज के उत्तर रामपुर गांव से शुरू होकर सतल इस्तमरार गांव बहादुरगंज में समाप्त होगा। इसके निर्माण से एनएच 327 ई अररिया-गलगलिया और एनएच 27 पूर्णिया-मुजफ्फरपुर आपस में जुड़ जाएगा। स्पर निर्माण के लिए निविदा जारी कर दी गयी है।

पूरब-पश्चिम कॉरिडोर होगा कनेक्ट

उपमुख्यमंंत्री ने कहा कि यह नया हाईवे एक महत्वपूर्ण आर्थिक कॉरिडोर का हिस्सा होगा। यह पूरब-पश्चिम कॉरिडोर को सीधे तौर पर जोड़ेगा। विभिन्न शहरों से सिलीगुड़ी के बागडोगरा हवाई अड्डे तक की यात्रा आसान हो जाएगी। यात्रा का समय भी कम होगा।

यात्रा में बचेंगे 25 मिनट

किशनगंज से बहादुरगंज जाने अभी 45 मिनट लगता है जो इस स्पर के निर्माण से घटकर 20 मिनट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना बिहार में आधारभूत संरचना के विकास का एक महत्वपूर्ण घटक है। इससे राज्य के विकास को गति मिलेगी। इससे अन्य राज्यों के साथ-साथ पड़ाेसी देशों के साथ बिहार के व्यापारिक संबंध स्थापित होंगे।

प्रमंडलीय आयुक्तों को पत्र, एनएच की जमीन अधिग्रहण की बाधाओं को दूर करें

दूसरी ओर, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने प्रमंडलीय आयुक्तों को पत्र लिख कर कहा है कि वे एनएच के लिए होने वाले जमीन अधिग्रहण की बाधाओं को प्राथमिकता के स्तर पर दूर करें।

उन्होंने यह पत्र उन शिकायतों के बाद लिखा है, जिनमें कहा जाता है कि अधिकारियों के टाल मटोल के कारण परियोजनाएं समय पर पूरी नहीं हो पाती हैं। इससे लागत खर्च बढ़ जाता है। मुकदमे की संख्या भी बढ़ जाती है।

टाल मटोल करना छोड़ें

उन्होंने लिखा कि रैयतों एवं राज्य के व्यापक हित में टाल मटोल की प्रवृति पर रोक लगाने की जरूरत है। पत्र में अर्जनाधीन भूमि की प्रकृति एवं दर को लेकर सक्षम प्राधिकार, भू-अर्जन द्वारा निर्णय लेने की जगह कार्रवाई को टालने का जिक्र किया गया है।

दिशा-निर्देशों का पालन करें

प्रमंडलीय आयुक्तों से अनुरोध किया गया है कि विवादित मामलों में जिनमें उनसे मध्यस्थ के रूप में निर्णय लेने की अपेक्षा की जाती है, एनएच एक्ट, 1956 एवं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्गत दिशा-निदेशों का पालन हो रहा है या नहीं इसका अवलोकन कर लें।

अपर मुख्य सचिव के पत्र में लिखा गया है कि अर्जनाधीन भूमि की प्रकृति एवं दर को लेकर रैयतों में अक्सर असंतोष रहता है। भूमि की प्रकृति से ही दर का निर्धारण होता है। इसी से मुआवजा तय होता है।

इस संबंध में जिला भू अर्जन पदाधिकारियों के द्वारा लिए गए निर्णयों के खिलाफ आयुक्त सह अध्यक्ष यानी आर्बिट्रेटर के समक्ष अपील का प्रविधान है।

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Bihar Bijli Connection: किसानों के लिए खुशखबरी, 28 फरवरी तक मुफ्त बिजली कनेक्शन के लिए करें आवेदन

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 6:48pm

मृत्युंजय मानी, पटना। राज्यभर के बिजली कनेक्शन के इच्छूक किसान 28 फरवरी तक 'सुविधा ऐप' से बिजली कनेक्शन का आवेदन दे सकते हैं। राज्य सरकार हर खेत तक बिजली पहुंचने की योजना चला रही है। किसान अपने खेतों मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना के तहत नि:शुल्क बिजली कनेक्शन ले सकते हैं।

पटना जिला में किसानों के खेत तक बिजली पहुंचाने के कार्यों तेज आ गई है। अब तक पटना जिला में 51717 किसानों के खेत पर बिजली के लाइन निर्माण बिजली कनेक्शन दे दिया गया है। जून 2025 तक 18615 किसानों को बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य है, उसमें से छह हजार और किसानों को कनेक्शन देना रह गया है।

खेतों तक बिजली आपूर्ति के लिए 51 पावर सब स्टेशनों से 88 फीडर निकालकर बिजली आपूर्ति हो रही है। अप्रैल तक फीडरों की संख्या 115 हो जाएगी। 27 फीडरों का निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।

खेतों तक बिजली आपूर्ति के लिए लग गए 3903 ट्रांसफार्मर

किसानों के खेतों तक बिजली आपूर्ति के लिए 3903 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लग गया तथा अप्रैल तक 1485 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगाने का लक्ष्य रखकर कार्य किया जा रहा है। दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना एवं मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना एक के माध्यम से 25 केवीए के 2485 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगा।

आरडीएसएस और मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना दो के तहत 1418 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगाया गया। अप्रैल 2025 तक आरडीएसएस योजना के तहत 262 और मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना टू के तहत 1223 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगने जा रहा है।

55 पैसे यूनिट, कनेक्शन नि:शुल्क

किसानों को प्रति यूनिट 55 पैसे बिजली मिलती है। फिक्स चार्ज शून्य है। बिजली कनेक्शन का शुल्क शून्य है।

किसान घर बैठे बिजली कनेक्शन के लिए सुविधा एप के माध्यम से आवेदन दें। नि:शुल्क उनके खेतों तक बिजली पहुंचा दी जाएगी। किसानों को सिर्फ 55 पैसे प्रति यूनिट राशि का भुगतान करना है। किसान फीडरों और लाइनों का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी मुख्यालय से नियमित निगरानी हो रही है। - शंकर चौधरी, अधीक्षण अभियंता, पटना अंचल

कृषि फीडर का वर्षवार विवरण वर्ष संख्या 2021-22 25 2022-23 57 2023-24 88 2024-25 115

बिजली कनेक्शन लेने वाले किसान वर्ष संख्या 2021-22 30844 2022-23 39908 2023-24 51717 2024-25 58253

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Bihar Paper Leak: कब तक भागेगा संजीव मुखिया? अब EOU कोर्ट ने दे दिया ये ऑर्डर; 1 महीने के अंदर...

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 3:02pm

जागरण संवाददाता, पटना। सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक (Bihar Sipahi Bharti Paper Leak) मामले में आर्थिक अपराध इकाई की विशेष अदालत के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अमित वैभव की अदालत ने बुधवार को मामले में फरार चल रहे आरोपित संजीव मुखिया के खिलाफ इश्तेहार चस्पा करने का आदेश जारी किया है।

अदालत ने आरोपित को एक माह के अंदर इस मुकदमे में आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया है। एक माह के अंदर आत्मसमर्पण नहीं करने पर संजीव मुखिया की संपत्तियों की कुर्की-जब्ती का आदेश जारी हो सकता है। इस संबंध में पटना पुलिस ने अदालत में एक आवेदन दिया था। आवेदन पर सुनवाई के बाद अदालत ने यह आदेश दिया है।

क्या है पूरा मामला?

संजीव मुखिया नालंदा के नगरनौसा प्रखंड की भुतहाखार पंचायत का मूल निवासी है। केंद्रीय सिपाही चयन बोर्ड की ओर से सिपाही भर्ती परीक्षा एक अक्टूबर 2023 को आयोजित की गई थी।

सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के बाद तीन अक्टूबर 2023 को बोर्ड ने परीक्षा रद्द कर दी थी। इस संबंध में पूरे राज्य में करीब 74 प्राथमिकी विभिन्न जिलों में दर्ज की गई थी। पटना स्थित आर्थिक अपराध इकाई ने एक प्राथमिकी कर मामले की जांच की।

जांच में यह पाया गया कि उक्त सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 के प्रश्न पत्र कोलकाता के एक प्रिंटिंग संस्था में छपे थे, जहां से आगे की कार्रवाई एक दूसरी संस्था ने की थी।

उस संस्था ने बिना अधिकारियों को सूचित किये प्रश्न पत्र एक वेयरहाउस में लाकर छह दिनों तक रखे थे, जबकि उसे राज्य कोषागार में जमा करना था। इस वेयरहाउस से संजीव मुखिया गैंग के लोगों द्वारा प्रश्न पत्र लीक करने का आरोप है।

सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा में फर्जीवाड़े के तीन आरोपित अभ्यर्थी गिरफ्तार

सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा पास कराने के लिए सभी जिलों में दलालों का गिरोह सक्रिय था। जैसे-जैसे अभ्यर्थी पकड़े जा रहे हैं, उनके जिले के बिचौलियों और स्कालर की पहचान हो रही है। हालांकि, अब तक बिचौलिये और स्कालर पकड़े नहीं गए। अभ्यर्थियों से 50 हजार रुपये से लेकर पांच लाख तक वसूलने की बात सामने आई है।

केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) में प्रतिनियुक्त दारोगा अमृता प्रियदर्शनी की लिखित शिकायत पर मंगलवार को अभ्यर्थी, बिचौलिये और स्कॉलर समेत 12 आरोपितों के विरुद्ध गर्दनीबाग थाने में प्राथमिकी की गई। थानेदार संजीव कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभ्यर्थियों को जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपितों के नाम और पते का सत्यापन करा गिरफ्तारी की जाएगी।

बताया गया है कि गर्दनीबाग स्थित पटना हाईस्कूल में सिपाही भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा चल रही है। मंगलवार को फर्जीवाड़े के आरोप में बक्सर जिले के ब्रह्मपुर थानांतर्गत देवकुली निवासी मंदीप सिंह यादव, सारण जिले के डोरीगंज में रसलपुर निवासी चंचल कुमार और अरवल जिले के कुर्था थानांतर्गत मेदनीपुर बड़हिया निवासी नितिश कुमार को गिरफ्तार किया गया।

मंदीप ने पूछताछ में बताया कि उसने आरा के करम कुमार के माध्यम से स्कालर बिठा कर लिखित परीक्षा पास की थी। वहीं, चंचल ने दीघवारा निवासी बिचौलिये राजेश राम और विपिन सिंह से पांच लाख रुपये में लिखित परीक्षा पास करने के लिए सौदा तय किया था। स्कॉलर बैठाने के लिए उसने एक लाख रुपये का अग्रिम भुगतान किया था।

नितिश ने कहा कि उसके बदले जहानाबाद के गोलू कुमार उर्फ अमित कुमार ने परीक्षा दी थी। रंजन ने उससे संपर्क कराया था। तीनों अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने सेंटर के बाहर अपनी तस्वीर खिंचवाई और अंगूठे का निशान लगवाया था, लेकिन परीक्षा हाल में स्कालर बैठा। वहां उसकी तस्वीर और अंगूठे का निशान लिया गया था। ऐसे में उन परीक्षा केंद्रों के प्रबंधक भी संदेह के दायरे में हैं।

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Patna News: पटना के 3 फेमस बिल्डर होंगे गिरफ्तार, ग्राहकों के साथ कर रहे थे चालबाजी; एक्शन में पुलिस

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 12:46pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: ग्राहकों को राशि न लौटाने वाले तीन बिल्डरों के विरुद्ध बिहार रेरा ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इनमें घर लक्ष्मी बिल्डकान, आदित्य यूनिक कंस्ट्रक्शन और पाटलीग्राम बिल्डर्स शामिल हैं। बिहार रेरा के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह की अदालत ने इन बिल्डरों के विरुद्ध दायर वाद मामले की सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया।

यह आदेश बिल्डरों से लगभग 21 लाख रुपये की राशि वसूली के लिए दिया गया है, जिसे तीन पीड़ित घर खरीदारों को भुगतान किया जाना है।

पढ़िए क्या है पूरा मामला

बिहार रेरा के अनुसार, गोपाल स्वरूप रवि ने घर लक्ष्मी बिल्डकान के खिलाफ 3.5 लाख रुपये की वापसी के लिए मामला दर्ज किया था। शिकायतकर्ता ने पहले प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसका निपटारा मार्च 2023 में उक्त राशि की वापसी के आदेश के साथ किया गया था। जब बिल्डर ने प्राधिकरण के आदेश का सम्मान नहीं किया, तो शिकायतकर्ता ने जनवरी 2024 में इजराय वाद दायर किया।

इसी तरह आदित्य यूनिक कंस्ट्रक्शन के मामले में सुरेश नारायण सिंह नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी। प्राधिकरण ने शिकायत पर 10 लाख रुपये की वापसी के आदेश के साथ जनवरी 2024 में मामले का निपटारा कर दिया था, मगर बिल्डर के द्वारा आदेश का सम्मान न करने पर जून, 2024 में इजराय वाद दायर किया गया था।

तीसरा मामला पाटलीग्राम बिल्डर्स से संबंधित है, जिसके खिलाफ दिनेश कुमार ने मामला दर्ज कराया था। प्राधिकरण ने 7.84 लाख रुपये की वापसी के लिए अगस्त 2023 में उनकी शिकायत का निपटारा कर दिया था, लेकिन प्रमोटर द्वारा आदेश का सम्मान करने में विफल रहने पर सितंबर 2024 में इजराय वाद दायर किया गया।

रेरा का क्या काम होता है?
  • रेरा के पास रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स का पंजीकरण करने का अधिकार है।
  • यह घर खरीदारों के हितों की रक्षा करने में मदद करता है।
  • रेरा के पास निर्माण कंपनियों का पंजीकरण करने का अधिकार है।
  • रेरा के पास घर खरीदारों की शिकायतों का निवारण करने की शक्ति है।
  • यह घर खरीदारों को न्याय दिलाने में मदद करता है।
  • रेरा के पास रियल एस्टेट क्षेत्र में नियमों का पालन करने की शक्ति है।
  • यह रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने में मदद करता है।
  • रेरा घर खरीदारों को सूचित निर्णय लेने में मदद करता है।

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Patna News: पटना वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, इस जगह होगा पुल का निर्माण; 15 साल से उठ रही थी मांग

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 11:48am

जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना नगर निगम के वार्ड 44 में महापौर सीता साहू ने बुधवार को पुल का शुभारंभ किया। वार्ड 44 में ईश्वर दयाल अस्पताल के पास से बाइपास रोड में आरसीसी पुलिया का निर्माण किया जाएगा। इस अवसर पर महापौर ने कहा कि इस पुल के निर्माण से आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। यात्रियों की पुरानी परेशानी दूर हो जाएगी।

15 साल से उठ रही थी मांग

बाइपास के आसपास के मोहल्ले में नगर निगम मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराएगा। इसी कड़ी में पुल का शिलान्यास किया गया है। वार्ड संख्या 44 के पार्षद सत्येंद्र यादव ने कहा कि 15 सालों से आमजन नगर निगम में पुल के निर्माण की मांग कर रहे थे। अब जाकर इस पुल का शिलान्यास किया गया है।

पुलिया तैयार हो जाने के बाद स्थानीय नागरिकों को काफी लाभ मिलेगा। इस अवसर पर कंकड़बाग अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता सहित नगर निगम के कर्मी उपस्थित थे।

सड़क पर सुरक्षा का पाठ पढ़ा रहे डीएसपी समेत 33 अधिकारी

सड़क सुरक्षा को लेकर राजधानी पटना में तीन दिवसीय सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। एशियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट, नई दिल्ली के द्वारा बिहार ट्रैफिक पुलिस के लिए 31 जनवरी तक चलने वाले तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन बुधवार को एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार ने किया।

इसमें 33 अधिकारी शामिल हैं, जिनमें ट्रैफिक पुलिस के 25 डीएसपी, सड़क निर्माण विभाग के छह और बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के दो अधिकारी शामिल हैं। ट्रैफिक एडीजी ने राज्य सरकार के द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए उठाए गए विभिन्न प्रयासों का उल्लेख किया और प्रशिक्षण कार्यक्रम की सुव्यवस्थित रूपरेखा की सराहना की।

कार्यक्रम में सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी सत्येंद्र गर्ग, अंडमान एवं निकोबार के पूर्व डीजीपी समेत अन्य वरीय अधिकारियों ने अपने कार्यकाल के अनुभव साझा किए।

कार्यक्रम के समन्वयक और एशियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट के महाप्रबंधक संदीप कुमार ने बताया कि यह प्रशिक्षण सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत आयोजित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य वरिष्ठ ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों को मोटर वाहन अधिनियम और नियमों के तहत सड़क सुरक्षा प्रावधानों की जानकारी देना, दुर्घटनाओं की वैज्ञानिक जांच के तरीकों को सिखाना और दुर्घटनास्थल तथा पीड़ितों के प्रबंधन के लिए तैयार करना है।

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Mahakumbh Stampede: 60 घंटे बाद खुला 'महाजाम', UP बॉर्डर पर शुरू हुआ वाहनों का प्रवेश; भगदड़ के बाद रोकी गई थी एंट्री

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 11:24am

जागरण टीम, पटना। उत्तर प्रदेश की सीमा के अंदर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक के कारण जीटी रोड़ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर 60 घंटे से लगे लंबे जाम से गुरुवार की सुबह 9 बजे के बाद से लोगों को राहत मिली है। उत्तर प्रदेश की सीमा में वाहनों का प्रवेश शुरू होने के बाद धीरे-धीरे जीटी रोड़ पर यातायात सामान्य हो रहा है।

लोगों को मिली राहत

कैमूर जिले में भभुआ व दुर्गावती में लगी वाहनों की लंबी कतार अब समाप्त हो गई है। वहीं रोहतास जिले में भी ट्रकों का आवागमन शुरू हो गया है।

औरंगाबाद में सुबह 10 बजे से बारूण में जाम की स्थिति खत्म हो गई। एनएच पर वाहनों का परिचालन सामान्य हो गया। वहीं मदनपुर में भी वाहनों का परिचालन अब शुरू करा दिया गया है।

डेहरी में जीटी रोड की स्थिति।

शाही स्नान की वजह से लगा जाम

प्रयागराज में कुंभ स्नान को लेकर बंगाल, झारखंड, बिहार समेत पूर्वोतर राज्यों से श्रद्धालु डेहरी आन-सोन के राष्ट्रीय राजमार्ग के रास्ते प्रयागराज के लिए जा रहे हैं।

प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा पर रोक के बाद बिहार के राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ने वाले सभी जिला में प्रशासन द्वारा बड़े वाहनों पर रोक लगा दी गई । इसके बाद से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर लंबा जाम लग गया।

बक्सर : मुंडन मुहूर्त की गलतफहमी में अलसुबह ही रोक दिया वाहनों का प्रवेश

यातायात व्यवस्था को प्रबंधित करने में जिम्मेदार लोगों के बीच आपसी समन्वय की कमी अक्सर देखने को मिल रही है। ऐसा गत गुरुवार को भी देखने को मिला।

बीते कुछ मौकों पर यातायात प्रबंधन में चूकने के बाद यातायात पुलिस गुरुवार की अलसुबह इस सूचना पर सक्रिय हो गई कि रामरेखा घाट पर मुंडन संस्कार के लिए भीड़ जमा होगी।

जिम्मेदार लोगों ने यह ध्यान नहीं दिया कि मुंडन का मुहूर्त गुरुवार को नहीं बल्कि शुक्रवार को है। अलसुबह ही शहर के बाहरी चौक-चौराहों पर तैनात पुलिसबल वाहनों को शहर के अंदर जाने से रोकने लगे।

इस दौरान शहर में रामरेखा घाट की ओर जाने वाली सड़कों पर दो पहिया वाहनों को छोड़ कर सभी वाहनों पर रोक लगा दी गई। ट्रैफिक इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर ऐसा किया गया है। हालांकि बाद में प्रशासन को अपनी योजना में चूक का अहसास हुआ, तो यातायात व्यवस्था को सामान्य मोड में लाया गया।

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Gupt Navratri 2025: तंत्र साधकों के लिए बेहद खास है गुप्त नवरात्र, मां भगवती की दस महाविद्याओं की होगी पूजा

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 10:54am

जागरण संवाददाता, पटना। माघ शुक्ल प्रतिपदा गुरुवार को श्रवण नक्षत्र व जयद योग के सुयोग में गुप्त नवरात्र आरंभ होगी। कलश स्थापना के साथ श्रद्धालु नौ दिनों तक मां दुर्गा के विविध रूपों की पूजा अर्चना करेंगे। 30 जनवरी से शुरू होकर सात फरवरी को गुप्त नवरात्र का समापन होगा।

9 दिन की होगी नवरात्र
  • माघ मास के शुक्लपक्ष में सप्तमी तिथि का क्षय होने से नौ दिनों की नवरात्र होगी। चार फरवरी मंगलवार को षष्ठी और सप्तमी तिथि में पूजा होगी। श्रद्धालु नौ दिनों तक निराहर रहकर, फलाहार करके मां की आराधना करेंगे।
  • यह पूजा मुख्य रूप से तंत्र साधना और गुप्त विद्याओं में रुचि रखने वाले लोग करते हैं। वे कलश स्थापना के साथ ही 9 दिनों तक शक्ति की उपासना करते हैं।
गुप्त नवरात्र में तंत्र साधना की प्रधानता

गुप्त नवरात्र में तंत्र साधना की प्रधानता होती है। नवरात्र में श्रद्धालु अपनी आध्यात्मिक व मानसिक शक्तियों से वृद्धि करने के लिए उपवास, सयंम, भजन, पूजन व योग साधना करते हैं। गुप्त नवरात्र के दौरान 10 महाविधाओं की साधना की जाती है।

इन 10 महाविद्याओं की साधना

10 महाविद्याओं में मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की साधना होती है।

विशेष तौर पर तंत्रोक्त क्रियाओं, शक्ति साधनाओं, और महाकाल से जुड़े साधकों के लिये यह नवरात्र विशेष महत्व रखता है।

सोलह शक्तियों की प्राप्ति के लिए पूजन

गुप्त नवरात्र के दौरान देवी के साधक कड़े विधि-विधान के साथ व्रत और साधना करते हैं। देवी के सोलह शक्तियों की प्राप्ति के लिये यह पूजन करते हैं। गुप्त नवरात्र में बनने वाले सिद्धिदाई योग में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अत्यंत कल्याणकारी होगा।

रोग से मुक्ति के लिए करें ये काम

नवरात्र में दुर्गा सप्तशती, देवी के विशिष्ट मंत्र का जाप, दुर्गा कवच, दुर्गा शतनाम का पाठ प्रतिदिन करने से रोग-शोक आदि का नाश होता है।

व्यवसाय में वृद्धि, रोजगार, रोग निवारण आदि मनोकामनाओं के लिए इस नवरात्र में देवी की आराधना की जाती है।

ग्रहों का बुरा असर होता है कम

देवी का पूजन, हवन, मंत्रों का जाप करने से ग्रहों का बुरा प्रभाव कम होता है। दुर्लभ शक्तियों को प्राप्त करने को श्रद्धालु महाविद्या का पूजन करते हैं। माघ मास में सर्दी तथा शीत लहर की प्रधानता रहती है।ऐसे में विभिन्न प्रकार की बीमारियों को प्रकोप बढ़ता है।

ऐसे में लोग विशेष रूप से खान-पान का प्रयोगकर योग साधना करके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के साथ निरोग रखते हैं। संयम और अनुशासन तन व मन को शक्ति और ऊर्जा देती है।

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Basant Panchami 2025: सरस्वती पूजा को लेकर प्रशासन अलर्ट, ड्रोन से होगी निगरानी; टोल फ्री नंबर भी जारी

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 9:38am

जागरण संवाददाता, पटना। सरस्वती पूजा पर भीड़ प्रबंधन, यातायात एवं विधि-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। सीसीटीवी एवं ड्रोन से आयोजनों की निगरानी की जाएगी। आयोजन के पूर्व, पूजा के दौरान एवं विसर्जन के दौरान की त्रुटिहीन तैयारी जरूरी है। सभी पदाधिकारी टीम भावना से काम करें। सार्थक समन्वय तथा सुदृढ़ संवाद स्थापित रखें।

बैठक में दिए गए निर्देश

जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी अवकाश कुमार ने समाहरणालय सभाकक्ष में हुई बैठक में एसडीओ, एसडीपीओ, पुलिस उपाधीक्षकों, नगर कार्यपालक पदाधिकारियों, बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्षों को यह निर्देश दिया गया।

अफवाहों का करें तुरंत खंडन

डीएम-एसएसपी ने कहा कि शांति समिति की ससमय बैठक कर लें। अफवाहों का त्वरित खंडन करें। अफवाह फैलाने वालों पर त्वरित एवं कड़ी कार्रवाई का निर्देश भी दिया गया। भीड़ की गतिविधियों पर सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी।

ड्रोन से होगी निगरानी

अधिकारियों को ड्रोन के माध्यम से भी निगरानी का निर्देश दिया गया। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम एवं क्विक मेडिकल रिस्पांस टीम तैनात रखने के निर्देश दिए गए हैं। 

साथ ही मद्य निषेध अधिनियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की बात भी बैठक में कही गई।

होटल-लॉज एवं हॉस्टल की नियमित जांच होगी
  • डीएम-एसएसपी ने संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता, फ्लैग मार्च, होटल, लॉज व हॉस्टल की नियमित जांच करने व संदेहास्पद गतिविधियों पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए।
  • बिना अनुज्ञप्ति की प्रतिमा या पंडाल की स्थापना, विसर्जन जुलूस नहीं निकले, यह संबंधित थानेदार की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी।
  • जुलूस के निर्धारित मार्ग में परिवर्तन नहीं हो, इस बात का ख्याल एसडीओ व एसडीपीओ रखेंगे।
  • कृत्रिम तालाब घाटों पर भी दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती रहेगी।
सक्रिय युवाओं को शांति समिति में करें शामिल

अधिकारियों को कहा गया कि शांति समिति में स्थानीय स्तर पर सक्रिय युवाओं को शामिल करें। लगभग 20-20 सक्रिय कार्यकर्ताओं की सूची बना लें।

आपत्तिजनक स्लोगन, कॉर्टून, आतिशबाजी पर प्रतिबंध है। लाउडस्पीकर सुबह छह से 10 बजे तक तय डेसिबल में ही बजाया जा सकेगा।

इन नंबरों पर करें शिकायत

डीजे पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। किसी भी प्रकार की संदेहास्पद सूचना जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2219234/2219810) एवं आपात नंबर सेवा 112 पर देने को कहा गया।

3 फरवरी को होगी सरस्वती पूजा (Saraswati Puja 2025)

विद्या व बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी माता सरस्वती का पूजन माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को किया जाता है। इस बार रेवती नक्षत्र एवं सोद्ध योग के सुयोग में 3 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जाएगी।

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Patna News: पटना में बालू वाहनों के लिए बदला नियम, अब इस समय गांधी सेतु से गुजरने की मिली अनुमति

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 8:09am

जागरण संवाददाता, पटना। शहर की यातायात व्यवस्था पर जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी अवकाश कुमार ने पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की। जाम की समस्या दूर करने के लिए आवश्यक निर्णय लिया गया।

खासकर गांधी सेतु, जीरो माइल, फुलवारीशरीफ एवं शहर के अन्य भागों में ट्रैफिक जाम की समस्या पर गहन मंथन किया गया। गांधी सेतु से अब रात के 12 से तीन बजे तक केवल पांच सौ बालू लदे ट्रकों के परिचालन की अनुमति दी जाएगी।

गांधी सेतु के पास लगता है जाम

जिलाधिकारी ने कहा कि शहर में जाम की समस्या का मुख्य कारण कोइलवर पुल, बिहटा से नौबतपुर, एम्स, फुलवारीशरीफ जीरो माइल होते हुए लगभग एक हजार की संख्या में बालू लदे ट्रकों को रात के 11 से सुबह पांच बजे के बीच गांधी सेतु से गुजरना है।

हाजीपुर की तरफ सड़क पर काम हो रहा है, इस कारण उधर दो लेन ही कार्यशील है। इससे जीरो माइल एवं गांधी सेतु के पास काफी जाम रहता है।

बैठक में लिया गया ये निर्णय
  • रात 11 से सुबह पांच बजे की जगह अब केवल रात के 12 से तीन बजे के बीच पांच सौ बालू लदे ट्रकों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी।
  • ये सभी ट्रक जो अभी नौबतपुर, एम्स, फुलवारीशरीफ, जीरो माइल होते हुए गांधी सेतु आते हैं, उन्हें इन रास्तों से आने की अनुमति नहीं होगी।
  • इसके बदले इन ट्रकों को पटना रिंग रोड से (बिहटा–सरमेरा रोड से बेलदारीचक (गौरीचक थाना) से गोपालपुर, जीरो माइल से गांधी सेतु का रूट अनुसरण किया जाएगा।
पीपा पुल लगाने का प्रस्ताव

ट्रैफिक एसपी ने नया महात्मा गांधी सेतु तैयार होने तक गंगा नदी में पीपा पुल लगाने का सुझाव दिया है, ताकि छोटी–बड़ी गाड़ियों को इससे पास कराया जा सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि इसपर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई ट्रैफिक एसपी करेंगे, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी बड़ी गाड़ियों के यूपी सीमा में प्रवेश करने पर 31 जनवरी तक रोक लगा दी है, इस कारण बक्सर एवं आरा में बड़ी गाड़ियां खड़ी हैं। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

गांधी सेतु व एनएच जाम से टोल पर घटे पांच हजार छोटे वाहन

महात्मा गांधी सेतु, राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 30, पटना मसौढ़ी रोड पर कई दिनों से लगातार लग रहे जाम का साइड इफेक्ट पटना-बख्तियारपुर टोल प्लाजा पर देखा जा रहा है।

पटना-बख्तियारपुर टोल प्लाजा पर घटी छोटे वाहनों की संख्या।

यहां से चौबीस घंटों में गुजरने वाले छोटे वाहनों की संख्या में लगभग पांच हजार की कमी दर्ज की गई है। यह संख्या कुल वाहनों की संख्या का लगभग 25 से 30 प्रतिशत है।

वाहनों की इतनी अधिक संख्या घटने से टोल टैक्स वसूली में कमी नहीं आई है। घटे टैक्स की भरपाई राख ढोने वाले वाहनों की संख्या बढ़ने से पूरी हो रही है।

यह जानकारी बुधवार को दीदारगंज स्थित पटना बख्तियारपुर टोल प्लाजा के उप महाप्रबंधक संजीव कुमार ने दी।उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा से छोटे-बड़े सभी तरह के 17,098 वाहन मंगलवार को गुजरे। इस दिन गांधी सेतु, एनएच, पटना मसौढ़ी रोड पर भीषण जाम लगा था।

गुजरने वाले वाहनों में कार समेत छोटी गाड़ियों की संख्या 10,202 थी। लगन होने के कारण छोटी गाड़ियों की संख्या गत वर्षों की तुलना में 12 से 15 हजार होनी चाहिए थी।

उन्होंने बताया कि एनएच पर लगने वाले जाम से बचने के लिए छोटे वाहनों ने कई वैकल्पिक मार्गों को अपना लिया है। कर्मलीचक और पेट्रोल पंप के समीप वाले कट से दक्षिण के रास्तों से होते हुए छोटे वाहन आगे निकल रहे हैं। इसी तरह दीदारगंज चेकपोस्ट के समीप से दीदारगंज होते हुए कंगन घाट के रास्ते जेपी गंगा पथ से वाहन गुजर रहे हैं।

इससे छोटे वाहन जाम में फंसने से बच रहे हैं। इन्हें टोल टैक्स भी नहीं देना पड़ रहा है।टोल प्लाजा के उप महाप्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि बाढ़ और कोडरमा से हाजीपुर क्षेत्र के लिए राख ढोने वाले वाहनों की संख्या 200 से 300 तक बढ़ी है।

इन वाहनों के टोल पार करने के कारण ही छोटे वाहनों की संख्या घटने के बाद भी राजस्व नहीं घटा है। चौबीस घंटों में लगभग 4500 बड़े वाहन टोल से गुजरते थे। अब यह संख्या बढ़ कर पांच हजार तक पहुंच गयी है। लगभग एक हजार बस हर दिन टोल से आवाजाही करती है।

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Driving License: बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस लेने का बदला नियम, अब इस काम को पूरा करने पर ही मिलेगा डीएल

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 8:00am

राज्य ब्यूरो, पटना। मार्च से बिहार के सभी जिलों में ड्राइविंग लाइसेंस पाने के लिए टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट देना होगा। अभी पटना, औरंगाबाद में यह सुविधा लागू है। इसमें कैमरे की निगरानी में टेस्ट देना होता है।

परिवहन विभाग के अनुसार, राज्य के कुल 36 जिलाें में ट्रैक बनना है, जिनमें 26 जिलों में ट्रैक लगभग बनकर तैयार है। शेष 10 जिलों में योजना प्रक्रियाधीन हैं। इन जिलों में निर्माण कार्य तेज करने के लिए राशि उपलब्ध करा दी गयी है। इन जिलों में मार्च तक काम पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।

टेस्टिंग ट्रैक बनने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में पारदर्शिता आएगी। सभी आवेदकों को आनलाइन और फिर सीसी टीवी कैमरा की निगरानी में टेस्ट देना पड़ेगा। जिन्हें यातायात नियमों की जानकारी के साथ ही गाड़ी चलाना आता होगा, वहीं ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकेंगे।

विभागीय समीक्षा में यह बात सामने आई है कि जिन जिलों में अभी यह व्यवस्था नहीं है, वहां एजेंट की मदद से बिना टेस्ट के लिए ही लाइसेंस बनाए जा रहे हैं। इसके कारण टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण तेजी से पूरा करने को कहा गया है।

इन 26 जिलों में काम पूरा 

मोतिहारी, पूर्णिया, बांका, नवादा , भागलपुर, कैमूर, दरभंगा , किशनगंज, नालंदा, शिवहर, समस्तीपुर , जहानाबाद , सीतामढ़ी , रोहतास , मुंगेर , शेखपुरा , जमुई , बेतिया, बक्सर , अररिया, वैशाली, लखीसराय, खगड़िया, सारण, मधुबनी और मधेपुरा।

डीएल कैसे बनवाएं
  • अपने निकटतम आरटीओ (रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस) से आवेदन पत्र प्राप्त करें या ऑनलाइन आवेदन करें।
  • पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, आयु प्रमाण, और चार पासपोर्ट साइज फोटो जमा करें।
  • आवेदन पत्र और दस्तावेज जमा करने के बाद, लर्निंग लाइसेंस के लिए एक परीक्षा देनी होगी। यह परीक्षा यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के बारे में होती है।
  • लर्निंग लाइसेंस की वैधता 6 महीने होती है। इस दौरान आपको ड्राइविंग सीखनी होगी और परीक्षा के लिए तैयार होना होगा।
  • लर्निंग लाइसेंस की वैधता के दौरान, आपको ड्राइविंग टेस्ट देनी होगी। यह परीक्षा आपकी ड्राइविंग क्षमता का मूल्यांकन करती है।
  •  ड्राइविंग परीक्षा पास करने के बाद, आपको ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा।
ड्राइविंग टेस्ट कैसे होता है?

वाहन की जांच: टेस्ट के पहले चरण में, आपको अपने वाहन की जांच करनी होगी। इसमें हेडलाइट, टेललाइट, ब्रेक लाइट, और टायर की जांच शामिल है।

ड्राइविंग टेस्ट: इसके बाद, आपको ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। इसमें आपको विभिन्न सड़क परिस्थितियों में ड्राइविंग करनी होगी, जैसे कि सीधी सड़क, मोड़, और ट्रैफिक सिग्नल।

यातायात नियमों का पालन: टेस्ट के दौरान, आपको यातायात नियमों का पालन करना होगा, जैसे कि स्पीड लिमिट, ट्रैफिक सिग्नल, और पेडेस्ट्रियन क्रॉसिंग।

वाहन को नियंत्रित करना: आपको अपने वाहन को नियंत्रित करने की क्षमता दिखानी होगी, जैसे कि ब्रेक लगाना, एक्सीलरेटर दबाना, और स्टीयरिंग करना।

सुरक्षा उपाय: टेस्ट के दौरान, आपको सुरक्षा उपायों का पालन करना होगा, जैसे कि सीटबेल्ट पहनना और मोबाइल फोन का उपयोग न करना।

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Bihar Weather Today: बिहार के 10 जिलों में बदलेगा मौसम का मिजाज, एक फरवरी से बढ़ेंगी मुश्किलें; अलर्ट जारी

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 7:28am

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश में पछुआ हवा का प्रवाह बना हुआ है। उत्तरी भागों में घना कोहरा तो पटना समेत अन्य भागों में हल्के दर्जे का कोहरा है। मौसम विभाग के अनुसार एक फरवरी को हिमालय के तराई वाले इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बनने के कारण तापमान में गिरावट आने के साथ कोहरे व ठंड में वृद्धि हो सकती है।

मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट

गुरुवार को उत्तरी पश्चिम भागों के अलावा सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, मधेपुरा, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, पूर्णिया व किशनगंज जिले में घने कोहरे को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पटना सहित अन्य भागों में हल्का कोहरा छाए रहने के साथ दिन में धूप निकलने से मौसम सामान्य बने रहने की संभावना है।

डेहरी रहा सबसे ठंडा

बुधवार को पटना सहित 12 जिलों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई, जबकि शेष जिलों के तापमान में कमी आई है। पटना का न्यूनतम तापमान 12.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 6.6 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी दूसरे दिन में सबसे ठंडा रहा।

पक्षुआ का प्रवाह जारी

राजधानी व आसपास इलाकों में सुबह के समय हल्के कोहरे का प्रभाव बना रहा। दिन में धूप निकलने के साथ मौसम सामान्य होने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। हालांकि, इस दौरान सर्द पछुआ हवा का प्रवाह जारी रहा।

दिन में धूप निकलने के पटना सहित दक्षिणी भागों के तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। दिन के अलावा रात्रि के तापमान में वृद्धि की संभावना है।

13 शहरों में गिरा पारा

बीते 24 घंटों के दौरान 13 शहरों के न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस के नीचे दर्ज किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस जबकि 27.7 डिग्री सेल्सियस के साथ खगड़िया में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

नौ डिग्री के नीचे प्रमुख शहरों का तापमान शहर  न्यूनतम तापमान औरंगाबाद 8.0 डिग्री सेल्सियस अरवल  8.1 डिग्री सेल्सियस सासाराम 8.0 डिग्री सेल्सियस नालंदा 8.5 डिग्री सेल्सियस शेखपुरा 8.5 डिग्री सेल्सियस पूसा 7.5 डिग्री सेल्सियस दरभंगा 8.6 डिग्री सेल्सियस छपरा 7.7 डिग्री सेल्सियस वैशाली 8.8 डिग्री सेल्सियस बांका 6.7 डिग्री सेल्सियस जमुई 8.7 डिग्री सेल्सियस मोतिहारी 8.0 डिग्री सेल्सियस डेहरी 6.6 डिग्री सेल्सियस प्रमुख शहरों का तापमान
  • पटना- पटना का अधिकतम तापमान 25.1 और न्यूनतम तापमान 12.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
  • गया- गया का अधिकतम तापमान 26.9 और न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
  • भागलपुर-  भागलपुर का अधिकतम तापमान 25.5 और न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
  • औरंगाबाद- औरंगाबाद का अधिकतम तापमान 26.1 और न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

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हिम्मत तो देखो..! बिहार में ED के अधिकारी से ही मांग ली रिश्वत, CM नीतीश को लिखना पड़ा लेटर

Dainik Jagran - January 30, 2025 - 6:00am

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में सहायक निदेशक स्तर के पद पर तैनात अधिकारी ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के दानापुर अंचल कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया है।

ईडी अफसर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, राजस्व भूमि सुधार मंत्री, सचिव से लेकर कमिश्नर और पटना डीएम तक को पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने आरोप लगाए हैं कि दानापुर अंचल के अधिकारी भ्रष्टाचार को जानते हुए उससे अनजान बने हुए हैं और उसे सिंचित कर रहे हैं।

अब पुणे में है अनीश की पोस्टिंग

अनीश कुमार प्रवर्तन निदेशालय में अधिकारी हैं और पूर्व तक वे पटना जिले में ही पदस्थापित थे। कुछ समय पूर्व उनका तबादला पुणे कर दिया गया।

अनीश कुमार ने पत्र में क्या लिखा?

उन्होंने सरकार को भेजे पत्र में हवाला दिया है कि उनका पैतृक आवास अर्पणा बैंक कॉलोनी, राम जयपाल मोड बेली रोड पर है। यह संपत्ति पैतृक है और पिता के गुजर जाने के बाद इसका बंटवारा दो भाइयों के बीच हुआ।

10-10 हजार रुपये का नजराना मांगा

इस आवास की दो होल्डिंग रसीद के लिए उन्होंने ऑनलाइन आवेदन भी किया। यह आवेदन 15 जनवरी 2025 को किया गया, लेकिन होल्डिंग कायम करने के बदले ईडी अधिकारी से हल्का कर्मचारी इरफान ने 10-10 हजार रुपये का नजराना मांग लिया।

'आप सरकारी अधिकारी हैं...'

यही नहीं, अधिकारी से कहा गया कि इस काम के लिए पुणे से आते तो एक लाख खर्च होता। आप सरकारी अधिकारी हैं लिहाजा 20 हजार में काम हो जाएगा। अब ईडी अधिकारी अनीश कुमार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हुए मुख्यमंत्री समेत वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए समस्या समाधान के लिए लिखा है।

मुझे ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। एक बार मेरे पास फोन जरूर आया था जिसके बाद उन्हें जानकारी दे दी गई थी कि यह काम हल्का कर्मचारी के स्तर पर होगा। हल्का कर्मचारी की रिपोर्ट मुझे अब तक प्राप्त नहीं हुई है। - चंदन कुमार, अंचल अधिकारी दानापुर

क्या होता है होल्डिंग नंबर?

जब प्रॉपर्टी रजिस्टर्ड हो जाती है, तो सब-रजिस्टर कार्यालय आयकर विभाग के साथ मिलकर एक यूनिक आइडेंटिफिकेशन (UID) नंबर जारी करता है। इस नंबर को होल्डिंग नंबर कहा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी की पहचान करना है, जो ऑफिशियल रिकॉर्ड में उपयोग किया जाता है।

'होल्डिंग' शब्द उस संपत्ति के मालिक द्वारा भुगतान किए गए होल्डिंग टैक्स से उत्पन्न होता है। यह नंबर संपत्ति के लेन-देन और टैक्स पेमेंट से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त करने में सहायक होता है।

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NH-2 पर महाजाम... UP से सटे बिहार के 3 जिलों में लगी गाड़ियों की कतार, दोनों लेन पैक; घंटों भोजन-पानी को तरसे यात्री

Dainik Jagran - January 29, 2025 - 11:15pm

जागरण टीम, पटना। कोलकाता-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग-दो पर 48 घंटे से महाजाम की स्थिति है। इससे उत्तर प्रदेश (यूपी) से सटे कैमूर, रोहतास तथा औरंगाबाद जिले बुरी तरह प्रभावित हैं।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए प्रयागराज में जुटी भारी भीड़ के कारण यूपी प्रशासन ने बिहार के कैमूर से चंदौली में किसी भी वाहन के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

यह देखते हुए जीटी रोड से जुड़े तीनों जिले की पुलिस पहले शहरी क्षेत्र के पहले ही वाहनों को सड़क किनारे खड़े कराने लगी, यह देख कई वाहन उलटे लेन में घुस गए, जिससे देखते-देखते जीटी रोड के आने-जाने वाले दोनों लेन पर वाहनों की कई कतार लग गई।

कई स्थानों पर बाइक निकलने तक की जगह नहीं बची है। इस महाजाम में अमृत स्नान में शामिल होने जा रहे बंगाल, झारखंड, बिहार और अन्य राज्यों के हजारों श्रद्धालु फंसे हैं।

बताया गया कि प्रयागराज से मौनी अमावस्या स्नान के बाद श्रद्धालुओं के लौटने के बाद ही चंदौली से वाहनों के प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद ही स्थिति सामान्य होगी।

शेरघाटी तक जाम की समस्या

कैमूर प्रशासन के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि गुरुवार की शाम तक ही यूपी में वाहनों के प्रवेश की अनुमति मिलने की संभावना है। तबतक जो जहां हैं, वहीं रहें तो बेहतर।

नेशनल हाइवे पेट्रोलिंग के पदाधिकारी रामाशीष सिंह ने बताया कि प्रयागराज से वाराणसी मोहनिया, डेहरी, औरंगाबाद, शेरघाटी तक जाम की समस्या है।

प्रयागराज जाने और लौट रहे श्रद्धालुओं के वाहनों के अधिक परिचालन से यह स्थिति बनी है। श्रद्धालुओं के लिए रास्ते खोले जा रहे हैं।

बड़े वाहनों को सड़क किनारे रोका गया
  • बताया कि सरकार के आदेशानुसार बड़े वाहनों को सड़क किनारे रोका गया है। छोटे वाहनों को पास कराया जा रहा है। यह स्थिति बसंत पंचमी तक रहेगी।
  • बारुण के सोन पुल पर जाम से आम यात्री, महाकुंभ स्नान को जाने और लौटने वाले यात्री परेशान हैं। यात्री भोजन, पानी और शौचालय के लिए तड़प रहे हैं। पूरी रात कड़ाके की ठंड और कुहासे में वाहनों में बैठकर बिताई।
  • जाम में कई स्कूल वाहन और एंबुलेंस भी फंस गई। जिन्हें पुलिस ने किसी तरह निकाला। कई यात्री वाहन छोड़ पैदल गंतव्य की ओर जाते दिखे।

डेहरी से औरंगाबाद जाने में लगा 14 घंटे

प्रयागराज से लौट रहे गया के गुरुआ थाना क्षेत्र के बर्मा गांव निवासी वर्तमान हजारीबाग के अजय कुमार ने बताया कि डेहरी से औरंगाबाद 26 किमी की दूरी तय करने में लगभग 14 घंटे का समय लगा।

कैमूर के दुर्गावती के संवाददाता के अनुसार यूपी सीमा पर सभी वाहनों को रोक दिया जा रहा है। इससे जाम की स्थिति गंभीर हो गई है।

बिहार में खजुरा बार्डर से धनेछा गांव तक पांच किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। एनएच पर दक्षिणी लेन व सर्विस लेन पूरी तरह ठप है। उत्तरी लेन पूरी तरह से खाली है।

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Saraswati Puja 2025 Date: दो या तीन फरवरी... आखिर कब है सरस्वती पूजा? शुभ मुहूर्त भी जानें

Dainik Jagran - January 29, 2025 - 9:55pm

जागरण संवाददाता, पटना। विद्या व बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी माता सरस्वती की पूजा माघ शुक्ल पंचमी 3 फरवरी (Saraswati Puja Date 2025) सोमवार को बसंत पंचमी के साथ रेवती नक्षत्र एवं सोद्ध योग के सुयोग में होगी।

इसी दिन मां शारदा का आविर्भाव हुआ था। यह पर्व विद्या, बुद्धि, ज्ञान, संगीत व कला की अधिष्ठात्री देवी मां बागेश्वरी को समर्पित है। इस दिन रवियोग का भी शुभ संयोग रहेगा।

बसंत पंचमी को श्रद्धालु ज्ञान के साथ खुद को प्रबुद्ध करने एवं अज्ञानता को दूर करने हेतु मां सरस्वती की पूजा करेंगे। माघ शुक्ल पंचमी को मां शारदे के साथ भगवान गणेश, लक्ष्मी, नवग्रह, पुस्तक-लेखनी और वाद्य यंत्र की भी पूजा होगी। पूजा के बाद श्रद्धालु एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाएंगे।

जानें शुभ मुहूर्त

पंडित राकेश झा ने विभिन्न पंचांगों के हवाले से बताया कि दो फरवरी को पंचमी तिथि 12.28 बजे से आरंभ होकर तीन फरवरी सुबह 9.35 बजे तक है। उदया तिथि मान के अनुसार, श्रद्धालु पूरे दिन मां सरस्वती की प्रतिमा प्रतिष्ठित कर विधि-विधान के साथ पूजन करेंगे। इस दिन शिशुओं का पारंपरिक विधि से अक्षरारंभ संस्कार होगा। इसी दिन से उनका विद्या अध्ययन भी शुरू हो जाएगा।

इस दिन विद्यार्थियों, साधकों, भक्तों व ज्ञान की चाह रखने वाले उपासकों को सिद्धि तथा मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं। बसंत पंचमी के पूरे दिन दोषरहित श्रेष्ठ योग रहता है तथा इस दिन अबूझ मुहूर्त के होने से इसकी महत्ता और बढ़ जाती है।

भगवान शिव और मां पार्वती का तिलकोत्सव

बसंत पंचमी के दिन ही भगवान शिव व माता पार्वती का तिलकोत्सव हुआ था और उनके विवाह की रस्में शुरू हुई थी। ऐसे में शुभ कार्य जैसे गृह प्रवेश, नौकरी व व्यापार का आरंभ, भूमि पूजन, वाहन व आभूषणों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रभु श्रीकृष्ण ने भी पीतांबर धारण करके सरस्वती माता का पूजन माघ शुक्ल पंचमी को किये थे। पीले रंग का संबंध गुरु ग्रह से है जो ज्ञान, धन व शुभता के कर्क माने जाते हैं। इस ग्रह के प्रभाव से धनागमन, सुख व समृद्धि की प्राप्त होती है। पीला रंग शुद्धता, सादगी, निर्मलता व सात्विकता का प्रतीक है।

यह रंग हमारे स्नायु तंत्र को संतुलित, मस्तिष्क को सक्रिय एवं मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने में मददगार साबित होता है। पीला रंग जोश, ऊर्जा, उत्साह, खुशी तथा सकारात्मकता का प्रवाह करता है।

केसरिया या पीला रंग सूर्यदेव, मंगल और देवगुरु बृहस्पति ग्रहों का कारक है तथा उन्हें प्रबुद्ध बनाता है। ऐसे में इस दिन पीले वस्त्र धारण कर पूजन का विशेष महत्व होता है।

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