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Nitish Kumar: फिर होगा 'खेला'? अटकलों के बीच BJP ने चल दी पहली चाल; 'ब्रांड नीतीश' पर क्या है JDU का प्लान
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की प्रगति यात्रा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) भी गुरुवार को शामिल हो गए। सम्राट के प्रगति यात्रा में शामिल होने के राजनीतिक मायने समझे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जब पिछले सोमवार से बेतिया जिले से अपनी प्रगति यात्रा आरंभ की थी, तब भाजपा या फिर एनडीए घटक दल से आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं था।
जदयू नेता व जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ही उनके साथ बेतिया व मोतिहारी दोनों जगहों पर थे। तब यह कहा गया कि पूर्व में भी मुख्यमंत्री भी अपनी यात्रा में अकेले ही रहे हैं। वैसे भाजपा की एक महिला मंत्री एक जगह जरूर नजर आयीं थी। इस पर कहा गया कि समीक्षा बैठक में सभी जन प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था।
एकजुटता साफ-साफ दिखे इसे अब केंद्र में रख रहेहाल में जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया हाउस के एक कार्यक्रम में यह कहा था कि बिहार में अगले वर्ष होने वाला विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा यह भाजपा और जदयू मिलकर तय करेगा। जदयू को इस बात पर हैरानी हुई, क्योंकि पूर्व में जब एनडीए की समन्वय समिति की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई थी तब यह तय हुआ था कि विधानसभा का अगला चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
नीतीश कुमार के नेतृत्व की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने भी अपने बिहार के कार्यक्रम मे की है। अमित शाह के बयान के बाद एनडीए कई तरह की चर्चा शुरू हो गयी। इसी दौरान पटना में आयोजित बिजनेस कनेक्ट कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नहीं गए। कहा गया कि वह अस्वस्थ हैं। आयोजन के कर्ता-धर्ता भाजपा नेता व उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा थे।
इस आयोजन के दो दिन बाद मुख्यमंत्री प्रगति यात्रा पर निकले। ऐसे में राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा शुरू हो गयी कि लगता है कि सब कुछ ट्रैक पर नहीं। भाजपा ने तुरंत स्थिति संभाली और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार के काम की जबरदस्त तारीफ करते हुए उन्हें 'भारत रत्न' दिए जाने की बात कही।
इसके अगले ही दिन मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शामिल हो गए। भाजपा ने एनडीए में एकजुटता और नीतीश कुमार के नेतृत्व के प्रति आस्था जताते हुए यह कवायद आरंभ की।
ब्रांड नीतीश से इतर नहीं जाएगा एनडीएजदयू नेताओं ने तो साफ कर दिया है कि ब्रांड नीतीश से इतर जाने का तो कोई प्रश्न ही नहीं है। उनके पास कहने को काफी कुछ हैं कि नीतीश कुमार ने बिहार के लिए क्या किया है। एनडीए के अन्य घटक दल भी नीतीश कुमार के चेहरे पर सुर मिलाते रहे हैं।
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बिहार में भजन पर छिड़ा विवाद: ‘मैं अटल रहूंगा’ कार्यक्रम में गाया ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम’, लोकगायिका ने मांगी माफी
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन को लेकर विवाद हो गया है। यह भजन है ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम...। दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में आयोजित कार्यक्रम में इसे लेकर हंगामा हुआ है।
क्या है पूरा मामला?- प्रदेश की राजधानी पटना में गांधी मैदान स्थित बापू सभागार में भारतरत्न मदन मोहन मालवीय की जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर बुधवार को 'मैं अटल रहूंगा' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
- इस दौरान लोकगायिका देवी ने 'ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम' भजन की प्रस्तुति दी थी। इसे लेकर ही कार्यक्रम में विवाद और हंगामा हो गया था। इसके बाद लोकगायिका को माफी भी मांगनी पड़ी।
बता दें कि कार्यक्रम हंगामा होने के दौरान लोकगायिका देवी ने 'भारत माता की जय' और 'अटल बिहारी वाजपेयी अमर रहें' के नारे भी लगाए।
वहीं, सामने बैठे दर्शकों और श्रोताओं ने भी इसके बाद अपनी जगह पर खड़े होकर 'जय श्री राम' के नारे लगाए। इस तरह हंगामा थोड़ा शांत करने का प्रयास किया गया।
लोकगायिका ने मांगी माफी और कहा...इधर, लोकगायिका देवी ने भजन को लेकर हंगामा होने के बाद माफी मांगी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा भारतीय संस्कृति और वसुधैव कुटुंबकम की विचारधारा का उल्लेख किया।
उनका कहना था कि भजन प्रस्तुति देने के पीछे किसी को ठेस पहुंचाने की मंशा नहीं थी। अंत में उन्होंने दिवंगत लोकगायिका और बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को याद करते हुए 'छठी मैया आई ना दुअरिया' गाया और कार्यक्रम से चली गईं।
भगवान हम सभी के हैं और मेरा उद्देश्य केवल राम को याद करना था। भारतीय संस्कृति में 'वसुधैव कुटुंबकम' का संदेश देती है। हिंदू ही हैं, जो सभी को अपने भीतर समाहित करते हैं। मेरी भजन से किसी को ठेस पहुंचने की कोई मंशा नहीं थी। अगर किसी को ठेस लगी है तो मैं आप सभी से माफी मांगती हूं। - देवी, लोकगायिका, बिहार
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धाजंलि दीपूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर बुधवार को राजकीय जयंती समारोह का आयोजन राजधानी पटना के पाटलिपुत्रा पार्क में किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भी अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर सूचना एवं जन संपर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती-पूजन, बिहार गीत एवं देश भक्ति गीतों का गायन किया गया।
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बिहार में 2500 से ज्यादा मोस्टवांटेड अपराधियों पर अलग तरह के एक्शन की तैयारी, DGP के नए निर्देश से मचा हड़कंप
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में पहले चरण में ढाई हजार से अधिक मोस्टवांटेड अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। इसके लिए थानास्तर पर मोस्टवांटेड अपराधियों को चिह्नित करने का टास्क डीजीपी विनय कुमार ने दिया है। नए निर्देश से अपराधियों के बीच हड़कंप मच गया है।
सभी थानों को कम से कम ऐसे दो कुख्यात अपराधियों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है, जिन्होंने अवैध संपत्ति अर्जित की है। इनमें शराब तस्कर, बालू माफिया और पेपर लीक गिरोह के शातिरों को भी शामिल किया जाएगा। इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है।
राज्य में करीब 1300 थाने हैं। ऐसे में करीब 2600 अपराधियों की सपंत्ति जब्त करने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। सभी जिलों के एसपी को ऐसे अपराधियों की कुंडली बनाकर अपराधियों की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
ऐसे अपराधियों के स्वजन के नाम पर बनाई गई संपत्ति की भी जांच की जाएगी। अनुसंधान शुरू होने के दस दिनों के अंदर ऐसे अपराधियों की संपत्ति अटैच की जाएगी।
20 दिनों में वारंट का हो तामिला- अपराधियों की अवैध संपत्ति जब्त करने के साथ ही फरार अपराधियों की कुर्की जब्त में भी तेजी लाई जाएगी। ऐसे फरार अपराधियों की भी थाना और जिलास्तर पर सूची बनाई जाएगी।
- इसके बाद कोर्ट से कार्रवाई का आदेश लेकर कुर्की-जब्ती की जाएगी। राज्यभर में अभी फरार चल रहे अपराधियों की संख्या हजार के आसपास है।
- इसके अलावा पुलिस मुख्यालय ने एक माह में पुराने वारंटों का निष्पादन करने का निर्देश सभी जिलों को दिया है। थानों को हर हाल में 20 दिनों में वारंट का तामिला करने का निर्देश दिया गया है।
- राज्य में अक्टूबर माह तक करीब 82 हजार वारंट थे जिनमें महज 21 हजार का तामिला हो पाया है। पुलिस मुख्यालय ने कुर्की जब्ती की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करने का निर्देश भी दिया है।
देश भर में एक जुलाई से लागू तीन नए कानूनों ने राज्य सरकार को भी सपंत्ति जब्त करने का अधिकार दिया है। पहले ऐसे अपराधियों की संपत्ति जब्ती के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को प्रस्ताव भेजा जाता था मगर अब राज्य सरकार नए कानूनों का पालन करते हुए अपने स्तर से भी ऐसे अपराधियों की संपत्ति जब्ती की कार्रवाई कर सकती है।
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BPSC Protest: छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर तमतमा गए लालू यादव, अपने विधायक और सांसदों से कर दी बड़ी अपील
एएनआई, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा को रद करने की मांग को लेकर पटना में सैंकड़ों अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार की शाम अभ्यर्थियों ने बीपीएससी का घेराव भी किया। इसको लेकर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
लाठीचार्ज के बाद, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था, यह गलत है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम सभी विपक्षी सांसदों और विधायकों से इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह करते हैं।
अभ्यर्थियों की बस एक मांग है- लालू यादव- लालू यादव ने आगे कहा कि लोगों को बिहार भर के सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों और विधायकों के आवासों के बाहर बैठना चाहिए। इसमें राजनीति क्या है? ये छात्र इतने दिनों से विरोध कर रहे हैं और उनकी एकमात्र मांग फिर से परीक्षा कराना है।
- उधर, लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस विभाग के अधिकारियों ने स्पष्टीकरण जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों पर 'हल्के बल' का प्रयोग किया गया है। विरोध कर रहे अभ्यर्थियों में से किसी ने भी किसी तरह की चोट लगने की बात से इनकार किया है।
- अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि कोचिंग शिक्षक अभ्यर्थियों को विरोध प्रदर्शन के लिए उकसा रहे थे और उन्होंने कई सोशल मीडिया अकाउंट का नाम भी लिया जो कथित तौर पर छात्रों को गुमराह कर रहे थे।
दूसरी ओर, डीएसपी अनु कुमारी ने बताया कि बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद करने के लिए अभ्यर्थी 18 दिसंबर से गर्दनीबाग के एक धरना स्थल पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इन छात्रों को कुछ शिक्षकों द्वारा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भड़काया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि कई सोशल मीडिया हैंडल छात्रों को गुमराह कर रहे हैं और भड़का रहे हैं। 23 दिसंबर को एक अभ्यर्थी ने गर्दनीबाग अस्पताल में तोड़फोड़ तक की।
25 दिसंबर को सैकड़ों अभ्यर्थियों ने बीपीएससी कार्यालय को घेर लिया। बिना अनुमति के कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा की गई, जिससे लोगों को असुविधा हुई। प्रशासन ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, लेकिन किसी को कोई चोट नहीं आई।
डीएसपी ने यह भी बताया कि अभ्यर्थियों को भड़काने वालों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत गर्दनीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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BH Series नंबर रखने वाले गाड़ी मालिक ध्यान दें, अगर नहीं किया है ये काम तो अब हर दिन के हिसाब से लगेगा जुर्माना
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में भारत सीरीज (बीएच सीरीज) नंबर के अंतर्गत निबंधित वाहनों ने जल्द ही अपना बकाया कर (टैक्स) जमा नहीं किया तो उन्हें रोज सौ रुपये की दर से अतिरिक्त शुल्क (फीस/जुर्माना) दंड स्वरूप जमा करना होगा। परिवहन विभाग ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है।
दरअसल, भारत सीरीज नंबर वाले वाहनों को एक साथ 14 वर्षों का मोटरवाहन कर जमा करना है। शुरुआत में बीएच सीरीज नंबर वाले वाहन मालिकों ने प्राय: दो वर्ष का ही टैक्स जमा किया है। इसके बाद परिवहन विभाग ने आदेश जारी कर सभी से शेष 12 वर्षों का मोटरवाहन कर जमा करने का निर्देश दिया था।
इसके लिए 60 दिनों का समय भी दिया गया। अब परिवहन विभाग ने नया आदेश जारी कर कहा है कि मोटरवाहन कर के भुगतान की देय तिथि (जमा करने की तारीख) से सात दिनों के बाद भुगतान में देरी के मामले में सौ रुपये प्रतिदिन की अतिरिक्त शुल्क लिए जाने का प्रविधान (नियम) है।
ऑनलाइन बुक कराएं वाहन की हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट- अगर आपके पास एक अप्रैल 2019 से पहले का वाहन है और आप हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना चाहते हैं तो फर्जीवाड़ा से बचने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया को अपनाएं।
- ऑनलाइन बुकिंग कर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट आसानी से लगवा सकते हैं। सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य है।
- एक अप्रैल 2019 से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लग रही है। उसके पहले का वाहन है तो ऑनलाइन बुकिंग कराएं। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने के नाम पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा होने की भी कई सूचनाएं सामने आ चुकी हैं।
- ऐसे में परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिला परिवहन पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऑनलाइन हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने के लिए वाहन स्वामियों को प्रेरित करें।
आप हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट www.bookmyhsrp.com पर बुक कर सकते हैं। वेबसाइट पर जाने के बाद दाहिनी तरफ रोजमार्टा सेफ्टी सिस्टम प्राइवेट लि. का लोगो मिलेगा।
उसके बाद बुकिंग का ऑप्शन है। गाड़ी का पूरा ब्योरा, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी की जानकारी भरनी होती है। इसके बाद मोबाइल पर ओटीपी आएगा। ओटीपी अपलोड करना जरूरी है।
जिले का भी चयन करना है। उसके बाद डीलर चयन करना होगा। इसके बाद टाइम स्लॉट चुनने का विकल्प आएगा।
ध्यान रखना है कि जिस कंपनी की गाड़ी है, उसी कंपनी के डीलर का चयन करना है। उसके बाद ओटीपी वेरिफिकेशन का ऑप्शन आएगा। ओटीपी सत्यापन (वेरिफाई) करने के बाद वन टाइम पास कोड आएगा।
इसके लिए राशि निर्धारित है, उसे यूपीआई या बैंक ट्रांजेक्शन जैसे हो, पेमेंट करना है। ध्यान देना है कि यह राशि रोसमेर्टा सेफ्टी सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड में डिपाजिट हो।
आपके पास इनवॉयस आएगा। बिल को पीडीएफ में जेनरेट कर सकते हैं। कुछ डीलर के यहां जाकर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवा सकते हैं।
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BPSC 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर हो गया फाइनल फैसला! आयोग ने जारी किया नया निर्देश
जागरण संवादददाता, पटना। बीपीएससी एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा को रद कराने के लिए सात दिनों से गर्दनीबाग धरनास्थल पर सैकड़ों अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थी अमन, सत्यम, शिक्षक सुजीत कुमार उर्फ सुनामी गुरु सहित कई अभ्यर्थी अनशन पर हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि चार जनवरी को बापू परीक्षा परिसर के अभ्यर्थियों की परीक्षा दोबारा होती है तो यह समान अवसर के अधिकार का उल्लंघन होगा। अभ्यर्थी 500-600 होते तो बात कुछ और होती। बापू परीक्षा परिसर में अभ्यर्थियों की संख्या 12 हजार से अधिक है।
यह किसी एक जिले में आवंटित अभ्यर्थियों की संख्या के बराबर है। चार लाख 80 हजार अभ्यर्थियों के लिए 900 से अधिक केंद्र बनाए गए थे। एक केंद्र पर लगभग 550 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। ऐसी स्थिति में बापू परीक्षा परिसर में 20 से अधिक केंद्रों के बराबर अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा में शामिल होंगे।
आयोग इतने कम समय में रद परीक्षा का दोबारा आयोजन के लिए नए सिरे से प्रश्न पत्र तैयार नहीं करा सकता है। चार जनवरी की परीक्षा में 13 दिसंबर के लिए तैयार अन्य दो सेट में से ही किसी से प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र का पैटर्न समझ चुके अभ्यर्थियों को इसका लाभ होगा।
आयोग ने किया स्पष्टआयोग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि नार्मलाइजेशन विधि से परिणाम का प्रकाशन नहीं होगा। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग डैशबोर्ड पर लिंक जारी कर परीक्षार्थियों का पक्ष चंद घंटों में जान सकता है। परीक्षा रद करने के पक्ष और विपक्ष में कितने अभ्यर्थी हैं, इसके लिए ऑनलाइन पोलिंग का विकल्प सहज है।
अभ्यर्थी दोषी हैं तो व्यवस्थापक कैसे हुए निर्दोष अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग और जिला प्रशासन उन्हें उपद्रवी, गैर जिम्मेदार आदि बता रहा है। आखिर बापू परीक्षा परिसर में ही अभ्यर्थी हंगामा को मजबूर क्यों हुए? परीक्षा में अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने के लिए सिर्फ अभ्यर्थी ही कैसे दोषी हैं।
अव्यवस्था के लिए जिम्मेवार अधिकारियों पर कार्रवाई की जानकारी भी बीपीएससी और जिला प्रशासन ने सार्वजनिक नहीं की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग परीक्षार्थियों से प्रमाण मांगती है। यह लोकतांत्रिक प्रवृति नहीं है।
अभ्यर्थी यदि किसी केंद्र में अव्यवस्था का आरोप लगाते हैं तो उसे असत्य प्रमाणित करने की जिम्मेवारी आयोग की होनी चाहिए। आयोग वेबसाइट पर संबंधित आरोप का प्रमाण सहित खंडन जारी कर अभ्यर्थियों को मानसिक प्रताड़ना से राहत दे सकता है।
प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली, इलाहाबाद सहित कई शहरों से अभ्यर्थी पहुंचे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रदर्शन में कई कोचिंग सेंटर के संचालक और शिक्षकों में श्रेय लेने की होड़ लगी है। नेता भी अभ्यर्थियों की मांग को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं।
70 वीं बीपीएससी परीक्षा रद नहीं हुई तो करेंगे बिहार बंद : पप्पू यादवउधर, 70वीं बीपीएससी परीक्षा रद करने की मांग को लेकर बिहार बंद करने की घोषणा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने की है। सांसद ने कहा कि अगर परीक्षा रद नहीं होती है, तो जनवरी के पहले सप्ताह में बिहार बंद किया जाएगा। अभ्यर्थियों की आत्महत्या के लिए आयोग जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में पांच सौ करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है। जिन बच्चों ने आत्महत्या की है, वे एक कोचिंग के छात्र थे। एक कोचिंग मालिक ने अपने छात्रों को दो दिनों पहले ही प्रश्नपत्र का अभ्यास करा दिया था। सांसद ने इससे संबंधित सीसीटीवी फुटेज को सामने लाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि नार्मलाइजेशन को लागू नहीं किया गया और अलग-अलग पैटर्न में प्रश्नपत्र दिया गया है। कहीं दस मिनट, कहीं पंद्रह मिनट और कहीं 20 मिनट के बाद अलग-अलग प्रश्नपत्र दिए गए डेढ़ घंटे में ही कापी वापस ले ली गई। उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र लीक के मामले को वह सामने लाकर ही दम लेंगे।
रद परीक्षा का बापू परीक्षा परिसर में नहीं होगा केंद्र- बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का केंद्र चार जनवरी को बापू परीक्षा परिसर, कुम्हरार में नहीं होगा। आयोग के सचिव सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि 13 दिसंबर को बापू परीक्षा परिसर की परीक्षा अव्यवस्था के कारण रद कर दी गई है।
- इसका आयोजन चार जनवरी को एकल पाली में पटना जिला स्थित विभिन्न केंद्रों पर मध्याह्न 12:00 से अपराह्न 2:00 बजे तक किया जाएगा। बापू परीक्षा परिसर में जिनका सेंटर था। वह 27 दिसंबर से अपना ई-प्रवेश पत्र नए सिरे से डाउनलोड करेंगे।
- अभ्यर्थी अपने यूजर आइडी एवं पासवर्ड के माध्यम से डैशबोर्ड से इसे डाउनलोड करेंगे। ई-प्रवेश पत्र में अभ्यर्थी को आवंटित परीक्षा केंद्र कोड के रूप में दर्ज होगा, जिसमें केंद्र कोड व जिला का नाम अंकित रहेगा।
- परीक्षा केंद्र कोड से संबंधित विस्तृत जानकारी डैशबोर्ड के माध्यम से अभ्यर्थी दो जनवरी को प्राप्त करेंगे। परीक्षा प्रारंभ होने से एक घंटे पहले सुबह 11:00 बजे तक ही केंद्र में प्रवेश की अनुमति होगी।
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