Dainik Jagran
ब्रॉडसन कंपनी के पूर्व निदेशक पुंज सिंह को ईडी ने किया गिरफ्तार, भेजे गए जेल; ये है पूरा मामला
राज्य ब्यूरो, पटना। बालू के अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को ब्रॉडसन के पूर्व निदेशक और बालू सिंकिडेट के सदस्य पुंज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुंज सिंह पर ईडी पूर्व से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच कर रही है। पुंज सिंह के बिहार-झारखंड के अलग-अलग ठिकानों पर इसी वर्ष मार्च में निदेशालय की टीम ने छापेमारी की थी। पुख्ता सबूत मिलने के बाद शुक्रवार को पटना क्षेत्रीय कार्यालय की टीम ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद इन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुंज सिंह बिहार-झारखंड के चर्चित बालू और कोयला से जुड़े कारोबारी हैं। इन पर आरोप है कि ब्रॉडसन में निदेशक रहते हुए इन्होंने अवैध बालू खनन से लेकर कोयले के कारोबार में अवैध कमाई की। इन पर 210 करोड़ से अधिक की सरकारी संपत्ति के गबन के आरोप में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था।
बिहार के रहने वाले हैं पुंज सिंहपुंज सिंह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और वे धनबाद में रहकर बालू और कोयला का अवैध कारोबार करते हैं। गिरफ्तारी के बाद पुंज सिंह को विशेष अदालत के न्यायाधीश रूपेश सिंह के समक्ष पेश किया गया। जहां से इन्हें पहली अक्टूबर तक के लिए जेल भेज दिया गया है।
बालू के अवैध कारोबार मामले की जांच ईडी लंबे समय से कर रही है। ईडी ने भारतीय दंड विधान एवं पीएमएलए एक्ट की धारा चार के तहत मुकदमा दर्ज करने के बाद अपनी कार्रवाई शुरू की थी। इसी मामले में राधा चरण साह समेत छह लोगों के खिलाफ ईडी चार्जशीट तक दायर कर चुकी है। इन सभी पर आरोप है कि ये बिना ई-चालान के बालू का अवैध खनन, परिवहन एवं बिक्री किया करते थे।
क्या है मामला?यहां बता दें कि इसी वर्ष मार्च महीने में ईडी ने पुंज सिंह के धनबाद, गोपालगंज और आरा के घर पर छापा मारा था। पुंज सिंह आदित्य मल्टीकाम प्रा. लि. कंपनी में भी निदेशक थे। यह मामला 210 करोड़ से अधिक के राजस्व चोरी से जुड़ा हुआ है।
इससे पूर्व ईडी की टीम ने विधान पार्षद राधाचरण सेठ, सुभाष यादव और अन्य के यहां भी छापा मारा था। छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने चल-अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, संदिग्ध बैंकिंग लेनदेन सहित कई अन्य बालू और कोल माफियाओं से जुड़े कनेक्शन को खंगाला और जब्त किया गया था।
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Bihar Politics: तेजस्वी यादव बोले- मांझी RSS स्कूल की विचारधारा वाले, केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार
राज्य ब्यूरो, पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आरएसएस स्कूल वाले बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वो पढ़े नहीं है, पढ़ाई का मरहम क्या जाने? हम अनुसूचित जाति की अंतिम पंक्ति से हैं। हमारे लिए शिक्षा कठिन थी; कई प्रयासों के बावजूद हमने पढ़ाई की।
मांझी ने कहा, मैंने मेरिट में मैट्रिक पास किया और फिर स्नातक किया है। मेरे बेटे ने पीएचडी की है और अब प्रोफेसर है। मांझी ने कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रवादी पार्टी है। हालांकि, हम इसके दायरे में नहीं हैं, लेकिन हम इसका विरोध भी नहीं कर सकते।
मालूम हो कि तेजस्वी यादव ने नवादा जिले में आगजनी की घटना पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की टिप्पणी की आलोचना की, और उन पर और उनके बेटे पर आरएसएस स्कूल की विचारधारा का पालन करने का आरोप लगाया था।
बिहार में दलिताें पर सर्वाधिक अत्याचार राजद के कार्यकाल में : उमेशजदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि आजादी के बाद बिहार में दलितों पर सबसे अधिक अत्याचार राजद के कार्यकाल में हुआ। दलितों के प्रति झूठा प्रेम प्रदर्शित कर राजद अपनी राजनीति को चमकाना चाहता है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दलित समाज के लिए अपनी झूठी हमदर्दी जताने के बजाय राजद को अपने 15 वर्षों के शासनकाल को याद करना चाहिए। राजद के शासनकाल में नरसंहारों की लंबी फेहरिस्त इस बात का सबूत है कि सबसे अधिक दलित अत्याचार राजद के कार्यकाल में हुआ। घड़ियाली आंसू बहाने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कभी नरसंहार पीड़ित की सुध लेने की कोशिश तक नहीं की।
उन्होंने कहा, लालू-राबड़ी शासनकाल में दलित समाज को बदहाली और पिछड़ेपन से निकालने का कभी ठोस प्रयास तक नहीं किया गया। प्रदेश का दलित समाज जागरूक है, राजद के राजनीतिक छलावे मे वह कभी नहीं फंसने वाला।
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Bihar Flood News Live: बिहार में कहां-कहां बाढ़ से हो रही तबाही? देखें डराने वाली तस्वीरें; दीघा घाट पर अलर्ट
जागरण टीम, पटना। Bihar News: पटना और आसपास के दियारा क्षेत्र में गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। बीते 24 घंटे के दौरान मनेर दीघा घाट गांधी घाट और हाथीदह में गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार की सुबह गंगा का जलस्तर मनेर में खतरे के निशान से 129 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया।
पीपापुल घाट पर दियारा से आते प्रभावित परिवार
बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर में भोजन की जानकारी लेते पटना के जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा
हाथीदह में गंगा ने तोड़ा सारा रिकॉर्डआज सुबह आठ बजे पटना के हाथीदह में जलस्तर 43.150 मीटर दर्ज किया गया। पिछला रिकॉर्ड 2021 में 43.52 मीटर था।
फतुहा गोविंदपुर से सैदपुर जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी
दीघा घाट पर गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रहीपटना के दीघा घाट पर गंगा खतरे के निशान से 131 सेंटीमीटर और गांधी पर 172 सेंटीमीटर उपर बह रही है। हाथीदह घाट पर 149 सेंटीमीटर उपर दर्ज किया गया है। पटना के जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि मनेर, दानापुर और बख्तियारपुर प्रखंड के 20 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हुआ है।
बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक रसोई का प्रबंध किया गया है। पशु चारा, दवाई और डाक्टर के साथ राहत बचाव के लिए टीम प्रतिनियुक्त कर दिया गया।
नदी को पार करती महिलाएं
छपरा शेरपुर में बना वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में घुसा बाढ़ का पानी
Manorama Devi Raid: पूर्व MLC मनोरमा देवी के ठिकानों से ऐसा क्या मिला? जिससे NIA अधिकारियों का भी चकराया माथा
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने नक्सली कनेक्शन मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गया और कैमूर के पांच ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें जदयू की पूर्व विधानपार्षद मनोरमा देवी समेत नक्सली संगठन से जुड़े तीन संदिग्धों के आवास और कार्यालयों की तलाशी ली गई।
इस तलाशी में एनआइए को चार करोड़ तीन लाख रुपये नकद, विभिन्न बोर के दस हथियार, डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। जिसे देखकर NIA अधिकारी भी हैरान रह गए।
नक्सली कनेक्शन भी आ रहा सामनेएनआइए के अनुसार, यह तीनों मगध क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के लिए सीपीआइ (माओवादी) के नेताओं को धन और रसद सहायता प्रदान करने में शामिल थे। छापेमारी का उद्देश्य मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने की सीपीआइ (माओवादी) की साजिश को विफल करना था।
सुबह से देर रात तक जारी रही कार्रवाईगुरुवार को तड़के एनआइए की टीम पूर्व विधानपार्षद मनोरमा देवी के एपी कालोनी स्थित आवास और उनकी कंपनी रमिया कंस्ट्रक्शन के कार्यालय पहुंची जहां देर रात तक छानबीन जारी रही। इस दौरान पूर्व विधान पार्षद सहित परिवार के अन्य सदस्य घर के अंदर मौजूद रहें। कार्रवाई के दौरान एनआइए की टीम ने एसबीआइ की शाखाओं से नोट गिनने की तीन मशीनें और छह बक्से भी मंगाए।
इसके अलावा एनआइए की टीम ने बोधगया और भभुआ शहर के वार्ड 22 स्थित न्यू रुचिका प्रिंटिंग प्रेस में भी छापेमारी की। बांकेबाजार में सिमरन ट्रेवल्स के मालिक द्वारिका यादव के घर और कार्यालय में भी छापेमारी की गई है। इस बाबत गया के एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि एनआइए के अधिकारियों ने अलग-अलग स्थानों पर छापामारी करने के लिए जिला बल का सहयोग मांगा था। उन्हें अलग-अलग शिफ्ट में पुलिस पदाधिकारी और जवान उपलब्घ करा दिए गए हैं।
रोहित राय और प्रमोद यादव से जुड़े हैं तारएनआइए के अनुसार, यह मामला सात अगस्त 2023 को औरंगाबाद जिले के गोह थाना क्षेत्र से सीपीआइ (माओवादी) के दो कैडरों की गिरफ्तारी से जुड़ा है। इसमें आरोपी रोहित राय और प्रमोद यादव के पास हथियार और गोला-बारूद के साथ-साथ संबंधित पुस्तिकाएं भी मिलीं थीं।
एनआइए ने पिछले साल 26 सितंबर को जांच अपने हाथ में ली जिसके बाद 20 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। एनआइए ने इसी साल फरवरी में रोहित और प्रमोद के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था जिसमें बताया गया कि दोनों अपने सहयोगियों के साथ मगध क्षेत्र में सीपीआइ (माओवादियों) के ख़त्म हो रहे आंदोलन को पुनर्जीवित करने और इसकी हिंसक राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे थे।
अब तक छह आरोपितों की गिरफ्तारीइस मामले में अब तक कुल छह आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एनआइए ने मार्च 2024 में आरोपी अनिल यादव उर्फ अंकुश और सीपीआइ (माओवादी) पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा के खिलाफ पूरक आरोपपत्र भी दाखिल किया था। जुलाई में अपने दूसरे पूरक आरोपपत्र में एनआइए ने एक अन्य आरोपी अनिल यादव उर्फ छोटा संदीप का नाम लिया था। मामले की जांच जारी है।
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Bihar Weather Today: बिहार में आज कैसा रहेगा मौसम, किन इलाकों में होगी बारिश? पढ़ें वेदर रिपोर्ट यहां
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राजधानी पटना समेत प्रदेश में मानसून का प्रभाव कमजोर पड़ने से मौसम शुष्क बना हुआ है। नमी युक्त हवा के कारण उमस का प्रभाव बने रहने की संभावना है। बादलों की आवाजाही बने होने के कारण सुबह-शाम में लोगों को राहत मिलेगी।
उत्तर पूर्व व दक्षिण पश्चिम बिहार के कुछ जिलों में हल्की बारिश के आसारमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार शुक्रवार को उत्तर पूर्व व दक्षिण पश्चिम बिहार के कुछ जिलों में हल्की वर्षा की संभावना है। जबकि, पटना सहित अन्य जिलों का मौसम सामान्य बने होने के साथ बादल आते जाते रहेंगे। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में वर्षा का अभाव होने से मौसम शुष्क बना रहा। अगले पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
वर्षा का प्रभाव कम होने के कारण पटना सहित अन्य जिलों के तापमान में वृद्धि हुई है। गुरुवार को पटना के अधिकतम तापमान में सामान्य से 3.3 डिग्री वृद्धि होने के कारण 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 38.2 डिग्री सेल्सियस के साथ बांका में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। अरवल, मधुबनी व कटिहार को छोड़ कर शेष जिलों के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतम
पटना 36.0 27.8
गया 34.4 26.0
भागलपुर 35.2 28.0
मुजफ्फरपुर 34.4 27.8
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One Nation One Election पर क्या है नीतीश कुमार की सोच, पीएम मोदी के साथ या खिलाफ?
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने गुरुवार को कहा कि हमें खुशी है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘एक देश, एक चुनाव’ (One Nation One Election) के संबंध में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई वाली उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार आरंंभ से ही 'एक देश एक चुनाव' की नीति के समर्थक रहे हैं।
संजय झा ने कहा कि इसी वर्ष 17 फरवरी को वह दिल्ली में पार्टी के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के साथ पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति से मुलाकात की थी और 'वन नेशन वन इलेक्शन' के संदर्भ में जदयू के नजरिये से संबंधित आधिकारिक ज्ञापन सौंपा था।
'एक देश एक चुनाव महत्वपूर्ण कदम होगा'उसमें बताया गया था कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और जदयू (JDU) का मानना है कि सुशासन की संरचना को मजबूत करने की दिशा में 'एक देश एक चुनाव' एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे पहले, वर्ष 2018 में भी भारत के विधि आयोग द्वारा आमंत्रित सुझावों के जवाब में नीतीश कुमार और जदयू ने लोकसभा तथा विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की नीति को अपना समर्थन दिया था।
उन्होंने बताया कि विधि आयोग ने निर्वाचन विधियों में सुधार से संबंधित अपनी रिपोर्ट में 'वन नेशन वन इलेक्शन' की सिफारिश की थी। उस पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति विचार कर रही थी। जदयू ने इस संदर्भ में देशभर में सीआईआई, फिक्की, एसोचैम सहित विभिन्न औद्योगिक, नागरिक एवं अन्य संगठनों के साथ हुए विमर्श में उभरी राय पर गंभीरता से विचार किया।
साथ ही, भारत में एक साथ चुनाव कराने के इतिहास को भी ध्यान में रखा। वर्ष 1947 में आजादी मिलने के बाद से लोकसभा और विधान सभाओं के चुनाव अधिकतर एक साथ आयोजित हुए थे लेकिन 1960 के दशक के अंतिम वर्षों से एक साथ चुनाव का सिलसिला विभिन्न कारणों से बाधित हो गया।
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