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Durga Puja 2024: पटना के 27 संवेदनशील दुर्गा पंडाल के पास होगी अलग तरह की व्यवस्था, सबकुछ बदला-बदला आएगा नजर
जागरण संवाददाता, पटना। Durga Puja in Patna: दुर्गा पूजा को लेकर अग्निशमन विभाग अलर्ट है। जिले के 389 महत्वपूर्ण और एक हजार से अधिक छोटे छोटे पंडाल बनाए जा रहे है। इसे देखते हुए 27 संवेदनशील पंडाल के पास अस्थायी अग्नि नियंत्रण कक्ष बनाए गए है। गुरुवार को अग्निशमन विभाग के अधिकारी और 155 पूजा पंडाल समिति के साथ बैठक कर उन्हें पंडाल में अग्नि से सुरक्षा के संबंध में बताया। दिशा निर्देश के साथ उनकी समस्याओं को भी सुना गया।
बैठक में अग्निशमन वाहन तैनात करने की उठी मांगचिरैयाटांड़ के पास निर्माणाधीन पंडाल की समिति द्वारा बताया गया कि पूजा के दौरान चिरैयाटांड़ और डाकबंगला के बीच काफी भीड़ रहती है। चिरैयाटाड़ पुल और डाकबंगला के पास एक अग्निशमन वाहन की प्रतिनियुक्त करने की मांग की गई। इसी तरह इनकम टैक्स चौराहा के पास पूजा पंडाल समिति द्वारा सूचनाओं के आदान प्रदान को लेकर वाट्सएप ग्रुप बनाए जाने की बात कहीं गई।
चीनाकोठी के पास झूलते तार की वजह से कहीं और पंडाल निर्माण की बात कहीं गई। बेउर के पास बने पंडाल के उपर नंगे तार को कवर करने की बात कही गई। पोस्टल पार्क के गली नंबर एक में बन रहे पंडाल के पास ट्रांसफार्मर है। वहां अग्निशमन वाहन की मांग गई। साथ ही उन्हें ट्रांसफार्मर के पास एक सीओटू सिलिंडर और ट्रांसफार्मर को एल्युमीनियम से कवर करने का कहा गया। मछुआ टोली में अग्निशमन वाहन की प्रतिनियुक्ति करने की मांग की गई।
101 दमकल गाड़ी के साथ 513 दमकलकर्मियों की तैनातीजिला अग्निशमन अधिकारी मनोज कुमार नट ने बताया कि संवेदनशीलता को देखते हुए पटना को लोदीपुर, पटना सिटी, दानापुर और कंकड़बाग को चार जोन में बांटा गया है। कहीं भी किसी प्रकार की अग्नि संबंधित घटना हो तो हम उससे निपटने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
डाकबंगला चौराहा, बोरिंग रोड, गोला रोड, सगुना मोड़, मलाहीपकड़ी, सिपारा सहित अन्य इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। महत्वपूर्ण पंडाल और संवेदनशील इलाकों 101 दमकल गाड़ी के साथ 513 दमकलकर्मियों की तैनाती की गई है। फायर कैंप और कुछ स्थानों पर अस्थाई फायर बूथ बनाया जाएगा। लटकते बिजली के तार को सही कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी से भी संपर्क किया गया है।
पंडाल बनाने के लिए गाइडलाइंस जारीपंडाल निर्माण के पूर्व सूती कपड़े का फायर रिटारडेंट सोलूएशन से उपचार कराएं एवं पंडाल की न्यूनतम उंचाई कम से कम तीन मीटर रखें।-कम से कम 15 मीटर की दूरी पर तीन द्वार रखें। जनरेटर दूर रखा जाए एवं जनरेटर के पास फोम टाइप पोर्टेबल अग्निशमन यंत्र लगाए जाएं।-पंडाल में सामान्यतौर शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका होती है। ऐसे में तार की टेपिंग किया जाए। तार को खुला न छोड़ा जाए।
पंडाल में दो दो कर्मी नामित करें, जिनका दायित्व होता कि वह आग लगने वाले संभावनाओं को न्यूनीकरण करने हेतु जागरूक करते रहें।-पटना सिटी में संकरी गलियों को देखते हुए एहतियातन पंडाल में दो सौ लीटर का दो ड्रम पानी, दो पोर्टेबल अग्निशमन यंत्र व सूखा बालू रखें।-पालीगंज क्षेत्र में पाया गया कि एक ही जनरेटर पर काफी लोड दिया जा रहा है। एक से अधिक जनरेटर इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है।-पंडाल को किसी भी शर्त पर बिजली के तार के नीचे नहीं लगवाएं। आसपास फास्ट फूड आदि की दुकानों को दूर रखा जाए।
Prashant Kishor: 'या तो सीटें गिनते थक जाएंगे या फिर...', बिहार विजय के लिए क्या है PK की प्लानिंग; पढ़ें खास बातचीत
राज्य ब्यूरो, पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने दावा किया है कि अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी जन सुराज पार्टी की सरकार बनेगी। हालांकि, उन्होंने इसके विपरीत परिणाम की संभावना से भी इनकार नहीं किया है।
दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में पीके ने कहा, "हम सीटों की गिनती करते थक जाएंगे या चार-पांच सीटों पर सिमट कर रह जाएंगे।"
अपनी संतानों के लिए वोट करेंप्रशांत किशोर का कहना है कि हम दो वर्षों से आम लोगों के बीच घूम रहे हैं। हम उनसे कह रहे हैं कि हर बार दूसरे के लिए आपने वोट किया है। एक बार अपने लिए, अपनी संतानों के लिए वोट कीजिए।
जाति और धर्म आधारित बिहार की राजनीति के बारे में पीके ने कहा, "जाति और धर्म बिहार की राजनीति के सच हैं। लेकिन, ये अंतिम सच नहीं हैं। लोकसभा चुनाव पार्टी से जुड़ी जातियों का मिथ पूरी तरह टूट गया था। विधानसभा चुनाव में भी यही होगा।
हमारे पास हर जाति का वोटप्रशांत किशोर दावा करते हैं कि हमारे पास सभी जातियों का कुछ न कुछ वोट है। ऐसे समूहों का वोट है, जो पारंपरिक दलों के पाखंड से उबकर मतदान में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। हम किसी एक जाति पर केंद्रित नहीं हैं।
जहां तक मुसलमानों का प्रश्न है, हमारी एक बैठक में 15 हजार मुसलमान आए थे। वे अभी सुन रहे हैं। हमसे सहमत भी होंगे।
बेंगलुरु और चेन्नई से मुकाबला करेगा बिहारपीके ने कहा कि बिहार के लोगों को अबतक यही बताया गया कि सड़क और नाले का निर्माण ही विकास है। हमारे पास ऐसे बिहार के विकास का ऐसा मॉडल है, जो बेंगलुरु और चेन्नई से राज्य का मुकाबला कराएगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि भाजपा ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का वादा किया था। वह पूरा हो गया। नीतीश ने सड़क और बिजली का वादा किया था। वह भी पूरा हो गया।
हम लोगों से पूछ रहे हें कि मंदिर, सड़क और बिजली के बाद आपके बच्चों को शिक्षा, राेजगार और स्वास्थ्य की सुविधा चाहिए या नहीं।
कैसे होंगे प्रशांत किशोर के उम्मीदवारपीके ने विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर कहा-हम प्रयास करेंगे कि ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाएं, जो इससे पहले कभी चुनाव नहीं लड़े हैं। हम काबिल उम्मीदवार बनाएंगे।
प्रशांत दावा करते हैं कि जनसुराज के उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही लोग कहने लगेंगे कि जन सुराज ने सचमुच सक्षम, ईमानदार और बेदाग उम्मीदवार उतारा है।
नीतीश को दी भवियष्य की सलाहनीतीश कुमार के भविष्य पर उन्होंने कहा कि लंबी पारी के बाद अब नीतीश कुमार को अवकाश ले लेना चाहिए। यदि वे स्वयं ऐसा नहीं करते हैं तो, जनता उन्हें बिठा देगी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अच्छा काम किया। लेकिन, समय आया तो जनता ने उन्हें पद से हटा दिया।
कहां से इतना पैसा लाएंगे प्रशांत किशोरहम जन सहयोग से धन जुटाएंगे। ऐसा होने पर सरकार पर भी किसी खास समूह के हित में नीतियां बनाने का दबाव नहीं रहेगा।
चुनाव में पराजय के बाद पलायन की संभावना को अस्वीकार करते हुए उन्होंने कहा- मेरी उम्र अभी 45 साल है। मेरे पास राजनीति के लिए बहुत समय है। हम अगले चुनाव की तैयारी करेंगे।
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Smart Meter: पटना के डीएम ने स्मार्ट मीटर पर क्या कहा? सुनते ही आप आज ही करवा लेंगे इंस्टॉल; पढ़िए एक-एक बात यहां
जागरण संवाददाता, पटना। स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल नहीं आता। यदि किसी उपभोक्ता को संशय है तो वे पुराना और स्मार्ट दोनों मीटर एक साथ लगवाकर इसकी जांच करा सकते हैं। सच्चाई यह है कि यह पहले से अधिक उपभोक्ता हित में और पारदर्शी है। किसी तरह की भ्रांति में नहीं पड़ें। डीएम डा. चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को यह कहा। वे समाहरणालय में कार्यपालक अभियंताओं के साथ बैठक के बाद प्रेस से मुखातिब थे। बिजली अभियंताओं ने भी इस क्रम में कई बिंदुओं पर अपनी बातें रखीं।
स्मार्ट मीटर से आई पारदर्शिताडीएम ने कहा कि पहले वाले मीटर में बिल की शिकायत ज्यादा आती थी। बिल को सुधरवाने के लिए काफी चक्कर लगाने पड़ते थे। मीटर रीडिंग मैनुअल होते थे। उसमें कई तरह की समस्याएं आती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होता। उपभोक्ता अपना उपभोग प्रतिदिन देख सकते हैं।
स्मार्ट मीटर पूरी तरह टेस्टेड होते हैं। पटना में तीन लैब में इनकी जांच होती है। दो साल में 534 उपभोक्ताओं ने मीटर तेज करने की शिकायत की। मीटर की जांच कराई गई तो कोई गड़बड़ी नहीं मिली। पटना में करीब 12 लाख उपभोक्ता हैं, उनमें से 7.25 लाख के घर में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है। शेष बचे घरों में भी तेजी से इसे लगाया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी कार्यालयों में दोनों मीटरजिले के 1,244 सरकारी कार्यालयों में 783 में यह मीटर लग चुका है। शेष में इसी माह तक स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र के कार्यालयों में तत्काल दोनों मीटर रखे जाएंगे, उससे जनप्रतिनिधियों व आमजन को दिखाया जाएगा कि दोनों में बिल का कोई अंतर नहीं। स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद यदि लोड बढ़ता है तो छह माह तक पेनाल्टी नहीं लगेगी।
बैलेंस निगेटिव तो दिन में ही कटेगी बिजलीबताया गया कि वैलिडिटी खत्म होने की सूचना एक सप्ताह पहले से दी जाएगी। पूरी तरह निगेटिव हो जाने पर भी 24 घंटे तक बिजली नहीं कटेगी। यदि कोई इस अवधि में भी रिचार्ज नहीं करा पाते हैं तो उनके लिए मीटर में पुश बटन की सुविधा दी जा रही है।
इस बटन को 20 सेकंड तक दबाने पर तीन दिनों तक के लिए बिजली मिल जाएगी। उपभोक्ता घर बैठे रिचार्ज, लोड बढ़ाने के साथ शिकायत भी कर सकते हैं। निगेटिव बैलेंस की स्थिति में दिन के 10 से दो बजे के बीच ही बिजली कटेगी।
साइबर फ्राड से रहें सावधानउपभोक्ताओं को बिजली काटने के नाम पर साइबर फ्राड मोबाइल नंबर से काल करते हैं, जबकि विभाग की ओर से एसएमएस भेजा जाता तो वह एसबीपीडीसीएल के नाम से रहता है। यदि काल जाता है तो उसका नंबर 33 से शुरू होगा। इसलिए अन्य किसी नंबर से काल जाए तो उसपर ध्यान नहीं दें। अमूमन यूपीआइ से बिल भुगतान करने वाले का डाटा वे एकत्र कर काल करते हैं।
Bihar News: निगरानी विभाग बनाएगा ऑनलाइन पोर्टल, भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की बढ़ेगी मॉनीटरिंग
राज्य ब्यूरो, पटना। सरकारी विभागों में होने वाले भ्रष्टाचार या वित्तीय अनियमितता के मामलों की समय पर जांच और समय पर मामलों के निपटारे के लिए निगरानी विभाग ऑनलाइन पोर्टल बना रहा है। महीने भर में इस पोर्टल के तैयार हो जाने की संभावना है।
निगरानी के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने गुरुवार को मुख्य निगरानी पदाधिकारियों, विभागों के प्रतिनिधियों के साथ निगरानी से जुड़े मामलों की समीक्षा की। बैठक में निगरानी के प्रधान सचिव ने निर्देश दिए कि निगरानी विभाग के स्तर से विभागों को जो शिकायत भेजी जाती है उसका समय पर निष्पादन किया जाए।
मामले के निपटारे के बाद तत्काल इसकी जानकारी निगरानी विभाग को भेजी जाए। उन्होंने सभी तकनीकी एवं अन्य विभागों में चल रही योजनओं की रैंडम जांच के निर्देश भी निगरानी पदाधिकारियों को दिए। साथ ही विभागीय योजनाओं में पारदर्शिता लाने के लिए प्रयास करने का सुझाव भी दिया गया।
उन्होंने बैठक में जानकारी दी कि निगरानी विभाग की ओर से भेजी गई शिकायतें और उनकी जांच समय पर हो रही है या नहीं, इसकी मॉनीटरिंग के लिए विभाग ऑनलाइन पोर्टल विकसित कर रहा है। उन्होंने कहा कि पोर्टल विकसित होने के बाद जो भी शिकायतें हैं, वे इसी पोर्टल के माध्यम से विभागों को भेजी जाएंगी।
बैठक में चल-अचल संपत्ति की खरीद-बिक्री के संबंध में पूर्व से बने नियमों पर भी चर्चा की गई। साथ ही निर्देश दिया गया कि यदि कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी या अनियमितता की बात सामने आती है तो नियमों के अनुसार उस पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में एडीजी (मुख्यालय) जीतेंद्र सिंह गंगवार, विशेष निगरानी इकाई के एडीजी पंकज दराद, निगरानी ब्यूरो के आइजी एम सुनील कुमार नायक, कला संस्कृति विभाग की विशेष सचिव प्रेम लता और सीमा त्रिपाठी भी उपस्थित रहीं।
Prashant Kishor: 'प्रशांत किशोर ने अब अपना असली चेहरा दिखाया', आखिर क्यों आगबबूला हुईं बिहार की मंत्री?
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: परिवहन मंत्री शीला मंडल ने गुरुवार को कहा कि गांधी जयंती के दिन शराबबंदी हटाने की बात कर प्रशांत किशोर ने अपनी असली मानसिकता को उजागर किया है। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रशांत किशोर को इस बात की जानकारी नहीं है कि शराबबंदी से कितने घरों में खुशियां लौटी है। समाज में अमन-चैन का माहौल कायम हुआ है।
आज किसी चौराहे पर कोई भी व्यक्ति शराब पीकर उपद्रव करने या हुड़दंग का साहस नहीं कर सकता। वह जमीनी हकीकत से अनभिज्ञ हैं। शराबबंदी की अहमियत का उन्हें अंदाजा नहीं है। जन सुनवाई कार्यक्रम में जदयू नेता प्रो. नवीन आर्या चंद्रवंशी व प्रदेश महासचिव विनोद सिंह भी मौजूद थे।
प्रशांत किशोर ने बताया मुस्लिमों को कैसे जोड़ेंगे?जागरण से साक्षात्कार में प्रशांत किशोर ने कहा कि बीते 30 साल से मुसलमान लालू प्रसाद को छोड़ कर किसी की नहीं सुन रहे थे। लेकिन अब हमारी सुन रहे हैं। पटना की हमारी एक बैठक में 15000 मुसलमान शामिल हुए थे। वे अभी हमको सुन रहे हैं। धीरे-धीरे हमारी नीतियों से सहमत भी हो जाएंगे। जन सुराज विधानसभा की 40 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार देगी। मुस्लिम वोटर भी बदलाव चाहते हैं।उनकी बेचैनी झलक रही है। कई मुस्लिम बहुल सीटों पर राजद की हार इसका प्रमाण है।
प्रशांत किशोर दूसरे दलों से अलग उम्मीदवार का चयन कैसे करेंगे?प्रशांत किशोर ने कहा कि हम प्रयास करेंगे कि ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाएं, जो इससे पहले कभी चुनाव नहीं लड़े हैं। हम काबिल उम्मीदवार बनाएंगे। सूची जारी होते ही लोग कहने लगेंगे कि जन सुराज ने सचमुच सक्षम, ईमानदार और बेदाग उम्मीदवार उतारा है।
Patna News: फतुहा-बख्तियारपुर हाईवे पर भीषण सड़क हादसा, बाइक सवार तीन लोगों की स्पॉट डेथ, परिवार में मचा कोहराम
जागरण संवाददाता, पटना। पटना जिले फतुहा में फतुहा-बख्तियारपुर स्टेट हाईवे पर सड़क दुर्घटना में बाइक सवार तीन लोगों की शुक्रवार को मौत हो गई।
बाइक सवार तीनों लोग रुकुनपुर से खुशरूपुर की ओर जा रहे थे तभी मकसुदपुर गांव के पास अज्ञात वाहन चालक ने तीनों को रौंदते हुए फरार हो गया। घटना स्थल पर ही तीनों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही फतुहा पुलिस मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पटना भेज दिया।
मृतकों की पहचान फतुहा थाना क्षेत्र के रुकुनपुर गांव निवासी गंगा राय (50 वर्ष), राहुल कुमार (22 वर्ष) व महम्मदपुर गांव निवासी शिवशंकर प्रसाद (30 वर्ष के रूप में हुई है। तीनों ईंट भट्ठा पर ईंट लाने के लिए घर से निकले थे।
खबर अपडेट की जा रही है....
Flight Ticket Patna : छठ पर फ्लाइट से पटना जाने में 10 बार सोचेंगे, पढ़ लें दिल्ली समेत 7 प्रमुख शहरों का किराया
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ लोगों की बिहार वापसी होने लगी है। हालांकि, आने वालों की संख्या महापर्व छठ पर कई गुणा बढ़ जाती है। विमानन कंपनियां इसका लाभ उठाने से नहीं चूकतीं, क्योंकि आरक्षित रेल टिकटों की मारामारी चार-पांच महीने पहले से ही होने लगती है।
बिहार में सात नवंबर को छठ महापर्व का आगाज होगा। ऐसे में कई शहरों के विमान टिकटों का किराया लगभग दोगुना हो चुका है। लेकिन, दक्षिण भारत से आने वाली फ्लाइटों के टिकट अब भी किफायती और औसत दर पर मिल रहे हैं। पुणे, दिल्ली, कोलकाता समेत अन्य शहरों से पटना आने वाले यात्रियों को चार से छह नवंबर तक अधिक किराया देना होगा।
शहर 4 नवंबर 5 नवंबर 6 नवंबर औसत किराया पुणे 12,611 12,506 11,100 6,500 दिल्ली 8,598 8,845 8,354 4,500 मुंबई 14,739 10,749 7,035 6,400 बेंगलुरु 10,493 11,581 7,235 7,200 हैदराबाद 9,635 9,206 9,206 6,400 चेन्नई 10,362 11,040 7,572 7,100 कोलकाता 6,647 6,122 6,647 3,500Bihar Weather Today: बिहार के 20 जिलों में गरज के साथ बारिश का अलर्ट; सावधान रहने की अपील; पढ़ें आज का मौसम
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: बांग्लादेश के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव से प्रदेश में बादलों की आवाजाही बने होने के साथ कुछ स्थानों पर छिटपुट व हल्की वर्षा की संभावना है। पटना सहित 20 जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। 48 घंटों के बाद अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री गिरावट के आसार हैं।
गुरुवार को पटना सहित आसपास के इलाकों में बादलों की आवाजाही व धूप के कारण उमस रही। अधिकतम तापमान 35-37 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
इन जिलों में बारिश के आसारबिहार की राजधानी पटना, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, कटिहार, गया, किशनगंज, पूर्णिया, समस्तीपुर, मधुबनी, खगड़िया, भागलपुर, अररिया, समस्तीपुर समेत 20 जिलों में जमकर बारिश होने के आसार हैं।
बीते 24 घंटों में कहां हुई बारिशबीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सुपौल, अररिया, सहरसा, मधुबनी, बक्सर, बेगूसराय, भागलपुर व भोजपुर में वर्षा दर्ज की गई। सुपौल के किशनपुर में सर्वाधिक वर्षा 59.2 मिमी दर्ज हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 35.9 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
इन जगहों पर भी हुई बारिशकटिहार के बरारी में 50.2 मिमी, सुपौल में 48.0 मिमी, अररिया के नरपतगंज में 35.4 मिमी, बक्सर के सिमरी में 26.8 मिमी, अररिया में 18.2 मिमी, मधुबनी के पंडौल में 16.8 मिमी, सुपौल के मरौना में 14.6 मिमी, भागलपुर के सोनहलुआ में 13.2 मिमी, बेगूसराय में 12.5 मिमी, मधुबनी के फुलपरास में 12.2 मिमी, भोजपुर के तरारी में 11.6 मिमी, अररिया के फारबिसगंज में 11.4 मिमी, कटिहार के कुरसेला में 10.8 मिमी, सुपौल के बौसा में 10.0 मिमी एवं भोजपुर के आरा में 9.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
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Bihar News: NIA के डीएसपी ने कैसे की 20 लाख घूस की डील? पूर्व MLC मनोरमा देवी के घर पर रेड से जुड़ा मामला
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की पटना शाखा के डीएसपी अजय प्रताप सिंह और उसके दो एजेंटों को गुरुवार को बतौर रिश्वत लिए गए 20 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) ने डीएसपी के विरुद्ध मिले इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की। मामले की जांच जारी है। बताया जा रहा है कि सभी को गया में ही रखा गया है।
सीबीआइ को NIA के DSP के खिलाफ मिली थी शिकायतसीबीआइ को NIA के डीएसपी अजय प्रताप सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायत मिली थी। रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक व जदयू के पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव ने एनआईए से जुड़े कांड में पटना शाखा के अनुसंधान पदाधिकारी (आइओ) रहे डीएसपी पर भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था।
DSP ने कैसे की डील, हो गया खुलासाविदित हो कि कुछ दिन पहले जेडीयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव की कंपनी और ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी की थी। इस दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद हुई थी। उस केस के आईओ डीएसपी अजय प्रताप सिंह थे। इसी मामले मे वे अपने एजेंट के माध्यम से रिश्वत लेने की कोशिश कर रहे थे। उनके द्वारा लगातार रिश्वत का दबाव बनाए जाने के बाद रॉकी ने सीबीआइ से शिकायत की।
सीबीआई ने लिया एक्शनइसके बाद सीबीआई (CBI) ने अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया। सीबीआइ से मिली जानकारी के अनुसार रॉकी यादव ने अपनी लिखित शिकायत में कहा था कि 19 सितंबर को उसके ठिकानों पर एनआइए द्वारा छापा मारा गया था। इस छापे के बाद एनआइए डीएसपी की एक नोटिस उन्हें मिली, जिसमें 26 सितंबर को एनआइए कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया गया था।
26 सितंबर को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई थीवह 26 सितंबर को आइओ के समक्ष उपस्थित हुआ। उसने आरोप लगाया कि यहां पूछताछ के दौरान उसे तथा उसके परिवार के लोगों को अलग-अलग तरह के झूठे मुकदमों में फंसा देने की धमकी दी गई और ढ़ाई करोड़ की रिश्वत की मांग की गई। परिवार को बचाने के लिए वह रिश्वत देने को तैयार हो गया। इसके बाद उसे एक अक्टूबर को बुलाया गया और 70 लाख की मांग की गई, जिसे उसी दिन पटना में देने कहा गया।
रॉकी ने शिकायत में कहा कि उसने इसके लिए समय की मांग की और तीन अक्टूबर को गया में रिश्वत देने की बात तय हुई। राकी की शिकायत की जानकारी एनआइए को भी दी गई, इसके बाद सीबीआइ ने गया, पटना और वाराणसी में छापेमारी की। इस दौरान कई दस्तावेज, गैजेट्स तथा घूस की 20 लाख की रकम बरामद की गई।
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नई दिल्ली/पटना (पीटीआई)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को एनआईए के एक सीनियर अधिकारी को अरेस्ट किया है। अधिकारी के साथ उसके दो एजेंटों को भी दबोचा गया है। तीनों पर शिकायतकर्ता से 20 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है।
सीबीआई की तरफ से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, आरोपी अधिकारी की पहचान एनआईए की पटना शाखा में तैनात पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) अजय प्रताप सिंह के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि सीबीआई को रिश्वत के बारे में एक इनपुट मिला था। दरअसल, रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक रॉकी यादव ने एनआईए से जुड़े कांड में पटना शाखा के अनुसंधान पदाधिकारी (आइओ) रहे डीएसपी पर भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था।
सीबीआई ने एनआईए के साथ मिलकर की कार्रवाईइस मामले का सत्यापन होने के बाद सीबीआई ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ मिलकर तुरंत कार्रवाई करते हुए एक जाल बिछाया।
ट्रैप के दौरान गुरुवार को डीएसपी अजय प्रताप सिंह और उनके दो एजेंटों को शिकायतकर्ता से 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया। अब एनआईए की तरफ से भी सीनियर अधिकारी की गिरफ्तारी की पुष्टि की जा चुकी है।
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Bihar Politics: इधर जन सुराज पार्टी की लॉन्चिंग में शराबबंदी हटाने की बात, उधर JDU के रिएक्शन से मच सकता है घमासान
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को कहा कि गांधी जयंती पर प्रशांत किशोर द्वारा शराबबंदी हटाने की घोषणा से जुड़ा बयान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान है।
आबकारी अधिनियम के तहत गांधी जयंती के दिन देशभर में शराब की खरीद-बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध रहता है। इस अवसर पर जन सुराज पार्टी के संस्थापक द्वारा बिहार में शराबबंदी कानून हटाने की बात कहना महात्मा गांधी के प्रति लोगों की भावना को ठेस पहुंचाना है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शराबबंदी कानून ,से महिलाओं के विरुद्ध हाेने वाली घरेलू हिंसा में काफी कमी आयी है। पर प्रशांत किशोर को सामाजिक सुधार के विषयों से कुछ लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी शराब के सेवन को एक सामाजिक बुराई मानते थे। इसलिए उनका यह प्रश्न है कि क्या प्रशांत किशोर शराबबंदी को खत्म कर प्रदेश में सामाजिक दुर्गंध फैलाना चाहते हैं?
उमेश कुशवाहा ने कहा कि अगर उनकी यह मंशा है तो बिहार की जनता और खासकर महिलाएं इसे कतई स्वीकार नहीं करेगी। जनसुराज पार्टी 2025 के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक छुरछुरी साबित होगी।
प्रशांत किशोर ने अपनी असली मानसिकता को उजागर किया : शीला मंडलपरिवहन मंत्री शीला मंडल ने गुरुवार को कहा कि गांधी जयंती के दिन शराबबंदी हटाने की बात कर प्रशांत किशोर ने अपनी असली मानसिकता को उजागर किया है। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत क्रम में उन्होंने यह बात कही।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रशांत किशोर को इस बात की जानकारी नहीं है कि शराबबंदी से कितने घरों में खुशियां लौटी है। समाज में अमन-चैन का माहौल कायम हुआ है। आज किसी चौराहे पर कोई भी व्यक्ति शराब पीकर उपद्रव करने या भी हुड़दंग का साहस नहीं कर सकता। वह जमीन हकीकत से अनभिज्ञ हैं।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी की अहमियत का उन्हें अंदाजा नहीं है। जन सुनवाई कार्यक्रम में जदयू नेता प्रो. नवीन आर्या चंद्रवंशी व प्रदेश महासचिव विनोद सिंह भी मौजूद थे।
Ayushman Card: आयुष्मान कार्ड बनाने वालों की नीतीश सरकार ने कर दी चांदी, ऑपरेटरों को प्रति कार्ड अलग से मिलेगा पैसा
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राज्य के जिन चयनित लाभार्थियों को अब तक आयुष्मान भारत कार्ड जारी नहीं किया गया है, उन्हें जल्द ही कार्ड आवंटित किया जाएगा। जो डाटा इंट्री ऑपरेटर ओपीडी के बाद कार्ड बनाने में सेवा देंगे उन्हें प्रति कार्ड पांच रुपये अलग से दिए जाएंगे।
मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के दौरान उक्त घोषणा की। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने की योजना में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।
मंत्री पांडेय ने योजना को ले व्यापक स्तर पर जन जागरूकता बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के निर्देश पर गरीबों को पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ दिया जा रहा है।
आंकड़ों के अनुसार इस योजना के तहत अबतक 13.48 लाख रोगियों का उपचार हुआ है। जिसपर 1650 करोड़ व्यय किए गए हैं। बैठक के दौरान ही मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत जल्द ही प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान शुरू होगा।
ओपीडी रजिस्ट्रेशन मामले में बिहार देश के स्तर पर तीसरे स्थान परइस अभियान के तहत प्रदेश की 352 ग्राम पंचायत अंतर्गत 75,070 जनजातीय परिवार लाभांवित हो सकेंगे। योजना से आदिवासी समाज को उचित स्वास्थ्य लाभ की सुविधा उपलब्ध कराना है।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन अंतर्गत स्कैन एंड शेयर के माध्यम से किए गए ओपीडी रजिस्ट्रेशन मामले में बिहार देश के स्तर पर तीसरे स्थान पर है।
स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश में स्कैन एंड शेयर टोकन सिस्टम के तहत एक दिन के अंदर एक लाख से ज्यादा टोकन की प्रक्रिया पूर्ण करने पर हर्ष जताया और कहा कि आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए हास्पिटल में ओपीडी अंतराल के बाद डाटा ऑपरेटरों को अन्य रजिस्ट्रेशन के हिसाब से पांच रुपये प्रति कार्ड प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जिससे कार्ड बनाने में तेजी आएगी।
Promotion News: 31 राजस्व कर्मचारियों की हो गई बल्ले-बल्ले, नीतीश सरकार ने दुर्गा पूजा के बीच दे दी खुशखबरी
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में कार्यरत 31 राजस्व कर्मचारियों को राजस्व अधिकारी के पद पर औपबंधिक प्रोन्न्ति दे दी गई है। सामान्य प्रशासन विभाग की स्वीकृति के बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से गुरुवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई।
नव प्रोन्न्त राजस्व अधिकारियों के नाम हैं-विकास कुमार, अरुण कुमार सिंह, प्रमोद कुमार, बिहारी सिंह, अशोक कुमार झा, सुरेंद्र कुमार, सुजीत कुमार, रामसागर पासवान, अखिलेश्वर राम, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नवीन कुमार, श्याम नारायण मंडल, अनिल कुजूर।
इसके अलावा, धर्मवीर कुमार रंजन, धनंजय कुमार सिंह, सुभाष चंद्र मिश्र, वेदप्रकाश, दिनेश कुमार शर्मा, शिवशंकर राय, मनीष कुमार शुक्ला, रत्नेश्वर दास, ऋृषि कुमार राकेश, संतोष कुमार, अजमेरी अंसारी, सुनील उरांव, नरेंद्र नाथ आनंद, आशीष कुमार कर्ण, राजीव रंजन चौधरी, अरुण कुमार, सैयद बादशाह एवं गोपाल गिरधारी को प्रमोशन मिला है।
2011 में गठित बिहार राजस्व सेवा के 25 प्रतिशत पद राजस्व कर्मचारियों की प्रोन्नति से भरने का प्रविधान है। ये राजस्व अधिकारी, अंचलाधिकारी और उसके समकक्ष पदों पर तैनात होते हैं।
227 पुलिस कर्मियों को अलग-अलग जगह पर किया गया प्रतिनियुक्तअरवल में एसपी राजेंद्र कुमार भील के निर्देश पर 227 पुलिस कर्मियों का अलग-अलग थाने में प्रतिनियुक्त किया गया। एसपी ने बताया कि 227 पुलिस कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
कलेर, करपी कुर्था,मेहंदिया परासी, महिला थाना नगर थाना, कोर्ट परिसर अंचल गार्ड पैंथर किंजर थाना,ट्रेजरी, पुलिस लाइन ,प्रहार टीम , डीएसपी आवास शामिल है।
Traffic Challan: बिहार में वाहन मालिक हो जाएं सावधान, सभी जिलों में कैमरे से कटेगा ऑटोमैटिक ई-चालान; ये है तैयारी
कुमार रजत, पटना। स्मार्ट सिटी वाले शहरों की तर्ज पर जल्द ही राज्य के सभी जिलों में अत्याधुनिक कैमरे और सॉफ्टवेयर की मदद से आटोमैटिक ई-चालान कटेगा। सभी जिला मुख्यालय वाले शहरों में चिह्नित प्रमुख चौराहों, व्यस्तम सड़कों और ब्लैक स्पाट पर कैमरे लगाए जाएंगे।
इसकी मदद से हेलमेट और सीट बेल्ट के अलावा ओवरस्पीड, ओवरलोड और गलत लेन में ड्राइव करने वाले वाहनों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए परिवहन विभाग ने एजेंसी की खोज शुरू कर दी है।
इच्छुक एजेंसियों से 15 अक्टूबर तक प्रस्ताव मांगा गया है। वर्तमान में पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी में कैमरों की मदद से ई-चालान काटा जा रहा है।
इसके अलावा राज्य से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के टोल-प्लाजा पर भी अगस्त से बीमा, प्रदूषण और फिटनेस फेल वाहनों का ई-डिटेक्शन एप की मदद से आटोमैटिक ई-चालान काटा जा रहा है। इसके तहत हर दिन औसत एक हजार गाड़ियों का ई-चालान काटा जा रहा है।
कैमरों की मदद से ई-चालान कटने के बाद चारों स्मार्ट सिटी शहरों और एनएच पर यातायात नियमों के उल्लंघन में कमी भी दर्ज की गई है। इसकी सफलता को देखते हुए ही सड़क सुरक्षा के लिए राज्य के शेष 34 जिलों में भी कैमरों की मदद से आटोमैटिक ई-चालान की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
वाहन व सारथी पोर्टल से जुड़ेगा डाटासड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वालों की पहचान के लिए डाटा संग्रह भी किया जाएगा।
इसके तहत कैमरों से कटने वाले चालान का डाटा वाहन और सारथी पोर्टल से जोड़ा जाएगा, ताकि वाहन चालकों की पहचान हो सके। इसके अलावा उनकी गाड़ियों और चालान के पूर्व के नियम उल्लंघन की जानकारी भी मिल सके।
इन नियमों के उल्लंघन पर कटेगा चालान- हेलमेट न पहनने पर
- ट्रिपल राइडिंग पर
- गाड़ी चलाते हुए मोबाइल चलाने पर
- सीटबेल्ट न लगाने पर
राज्य में वर्ष 2022 में 10 हजार 801 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 8898 लोगों की मौत हुई है। सड़क हादसों में मौत के मामले में बिहार शीर्ष राज्यों में शामिल है। इसका बड़ा कारण सड़क सुरक्षा की कमी और लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता का अभाव है।
इसी को देखते हुए सड़क सुरक्षा को लेकर सभी जिला मुख्यालय वाले शहरों में कैमरों की मदद से चालान की व्यवस्था की जा रही है।
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Smart Meter: अब गांवों में जबरन नहीं लगाए जाएंगे स्मार्ट मीटर, बिजली कंपनी का नया प्लान तैयार; पढ़ें डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। स्मार्ट प्री पेड मीटर लगाए जाने को ले बिजली कंपनी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब ग्रामीण क्षेत्रों में जबरन स्मार्ट प्रीपेड मीटर नहीं लगाया जाएगा। अगर किसी इलाके में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने का विरोध हो रहा तो वहां बिजली कंपनी के कई अधिकारी जाएंगे।
स्मार्ट प्री पेड मीटर को लेकर जो भ्रांति हैं उन्हें दूर किया जाएगा। कई जगहों पर मुख्यालय से अधिकारी इस सिलसिले में पहुंचे हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर बिजली कंपनी को जोर अब इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने पर है।
गांवों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रिचार्ज करने घर-घर पहुंचेंगे मीटर रीडरबिजली कंपनी से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार गांवों में स्मार्ट प्रीपेड को रिचार्ज किए जाने को ले घर-घर पहुंचेंगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रिचार्ज करने। बिजली कंपनी के संबंधित अधिकारी ने कहा कि यह कहा जा रहा था कि गांव में रहने वाले लोगों में बड़ी संख्या ऐसे बुजुर्गों की है जो स्मार्ट फोन नहीं रखते हैं।
अगर उनके पास स्मार्ट फोन है भी तो उन्हें बिजली कंपनी के एप से रिचार्ज करने में तकनीकी तौर पर परेशानी है। ऐसे में यह व्यवस्था की है कि उस इलाके मीटर रीडर उनके घर जाकर फोन को रिचार्ज कर देंगे।
इसके अतिरिक्त सभी पंचायतों में भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रिचार्ज करने की व्यवस्था की गयी है। मीटर रीडरों से ग्रामीणों की पहचान पहले से है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने की गति थोड़ी धीमी हुई हैबिजली कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार विगत दो-चार दिनों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने की गति थोड़ी धीमी है। औसतन एक दिन में चार हजार स्मार्ट प्री पेड मीटर लग जाते हैं। अभी यह गति दो से तीन हजार के बीच है। बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि यह गति जल्द ही तेज होगी।
पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में फतुहा और नौबतपुर में स्थति ठीक है। बाढ़ में थोड़ी परेशानी है। कुछ इलाकाें में पानी आ जाने के कारण थोड़ी परेशानी हो रही है।
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Bihar News: बिहार के पांच जिले बनने जा रहे हाईटेक, गंभीर मरीजों की परेशानी हो जाएगी दूर; स्वास्थ्य विभाग का फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग राज्य के पांच जिलों में टेली आईसीयू की स्थापना करने की तैयारी में है। विभाग ने इस दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया है। विभाग ने करीब तीन महीने पहले पांच जिलों में टेली आईसीयू की योजना स्वीकृत की थी। अब इस पर कार्य प्रारंभ करने की तैयारी है।
इन जिलों में टेली आईसीयू स्थापित किए जाएंगेस्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की योजना है कि किसी एक नेशलनल एजेंसी के माध्यम से सीमावर्ती जिले पूर्वी चंपारण, सुपौल, बांका, बक्सर और नवादा में टेली आइसीयू की स्थापना होगी।
प्रत्येक टेली आईसीयू में कम से कम 10 बेड होंगेप्रत्येक टेली आईसीयू में कम से कम 10 बेड होंगे। विभाग के अनुसार आइसीयू में तमाम आधुनिक जीवन रक्षक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि गंभीर मरीजों को समय पर बेहतर चिकित्सा सुविधा देकर उनकी जान बचाई जा सके।
फिलहाल यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप मे शुरू होगी इसके बाद अन्य जिलों में इसका विस्तार किया जाएगा। टेली आइसीयू का प्रभार राज्य के मेडिकल कालेजों से पास करने वाले पीजी एनेस्थेसिया के डाक्टर रहेंगे। जबकि पीजी डाक्टरों को अनिवार्य सेवा के तहत जिला अस्पतालों में पदस्थापित किया जाता है।
इनके अलावा मेडिकल अफसर भी यहां तैनात किए जाएंगे। पांच जिलों में चलनेवाले टेली आइसीयू की मानीटरिंग मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल,पटना को सौंपने पर सरकार फिलहाल विचार कर रही है।
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Bihar News: बिहार में नदियों में नाव चलाने के पहले कराना होगा रजिस्ट्रेशन, इंजन लगाने की मंजूरी भी जरूरी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार में अवैध बालू खनन पर रोक के साथ ही नदियों में आए दिन होने वाली नौका दुर्घटना एक बड़ी समस्या है। अब सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए नदियों में चलने वाली नावों को नियमों के दायरे में बांधने का निर्णय लिया है। नियम निर्धारित होने से एक ओर जहां अवैध बालू खनन, दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सकेगी वहीं सरकार को राजस्व भी प्राप्त होने लगेगा।
प्रदेश सरकार नाव परिचालन को नियमों में बांधने के लिए नौका नियमावली बना रही है। नई नियमावली को लागू करने के पहले पूर्व से लागू बंगाल फेरी अधिनियम 1885 को समाप्त किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार नौका नियमावली बनने के बाद किसी भी नदी में बिना निबंधन नावों का परिचालन नहीं हो सकेगा। नाव मालिक को नदियों में नावें चलाने के पूर्व पंचायती राज विभाग के अधीन नावों का निबंधन कराना होगा।
बिना निबंधन नदियों में नाव चलाने पर उसके मालिक को मोटा जुर्माना भरना होगा। यदि नाविक अपनी नाव में किसी प्रकार का बदलाव करते हैं या फिर डीजल इंजन या दूसरी कोई मशीन लगाते हैं तो उन्हें इसके लिए सरकार से अनुमति प्राप्त करनी होगी।
सूत्रों ने बताया कि नाविकों को नियमावली बनने और प्रभावी होने के बाद अपनी नाव पर यह प्रदर्शित करना होगा कि नाव कितना भार उठा सकती है। नाविकों को इसके लिए अपनी नाव पर एक सफेद पट्टी बनाकर भार क्षमता प्रदर्शित करनी होगी।
महत्वपूर्ण यह है कि शाम साढ़े पांच बजे के बाद किसी भी नदी में नाव का परिचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा। यहां बता दें के नदियों से अधिकांश अवैध बालू खनन रात में ही होता है। इस नियम के प्रभावी होने से अवैध खनन पर रोक संभव हो सकेगी।
नावों में डीजल इंजन या मशीन लगाने के लिए भी अनुमति लेनी होगी। नाव पर कितना भार लाद सकते हैं इसके लिए नाविक को अपनी नाव पर बकायदा एक सफेद पट्टी बनाकर भार क्षमता प्रदर्शित करना होगा। नाव घाटों पर प्रशिक्षित तैराकों, गोताखोरों, और नजदीकी पुलिस थाने और जिला प्रशासन के प्रमुख पदाधिकारियों के फोन नंबर प्रदर्शित करने होंगे। नियमावली प्रभावी होने के बाद नदियों में शाम साढ़े पांच बजे के बाद नावों का परिचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा।
Exclusive: 'हम भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे या फिर 4 से 5 सीटों पर ही सिमट जाएंगे', पढ़िए प्रशांत किशोर का पूरा इंटरव्यू
जागरण संवाददाता, पटना। Prashant Kishor Interview: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने दो साल पहले जब बिहार के गांवों की पदयात्रा शुरू की थी, राजनीतिक दलों की बात छोड़िए, आम लोगों ने भी उन्हें गंभीरता से नहीं लिया था। लेकिन, दो साल बाद इस समय, जबकि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है, पीके ने अपनी पार्टी की घोषणा कर दी है, सभी प्रमुख दलों में कुछ विशेषज्ञ चुनाव पर पड़ने वाले प्रशांत किशोर के प्रभाव का आकलन करने के लिए तैनात किए गए हैं।
वे पीके (Prashant Kishor) की प्रतिदिन की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट करते हैं। राजनीतिक दलों के बीच यह विमर्श शुरू हो गया है कि अगर पीके विधानसभा की सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतार देते हैं तो उनके दल पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
अभी कहना मुश्किल है और स्वयं पीके भी चुनाव परिणाम को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। लेकिन, आम लोगों के बीच जिस गंभीरता से उनकी चर्चा हो रही है, अगले विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका को अस्वीकार नहीं किया जा सकता है।
कुछ लोग उनकी तुलना 2020 के विधानसभा चुनाव में उतरी प्लूरल्स पार्टी से करते हैं। प्लूरल्स पार्टी मीडिया के विज्ञापनों के माध्यम से प्रकट हुई थी। चुनाव परिणाम के साथ विलीन हो गई। सच यह है कि प्लूरल्स पार्टी से तुलना करना पीके के साथ अन्याय है।
कोई उनसे असहमत हो सकता है, लेकिन भारत के विभिन्न राज्यों के चुनावों को प्रभावित करने की उनके अतीत की अनदेखी नहीं कर सकता है। पीके से जन सुराज पार्टी, चुनावी रणनीति और सरकार बनी तो उसकी जन कल्याणकारी योजनाओं पर दैनिक जागरण के बिहार ब्यूरो प्रमुख अरुण अशेष ने लंबी बातचीत हुई। प्रस्तुत है उसके प्रमुख अंंश।
प्र.- विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर कहां रहेंगे?
उ.-हम दो संभावनाओं को देख रहे हैं। पहली-जन सुराज पार्टी की भारी बहुमत से सरकार बनेगी। दूसरी-अगर परिणाम पक्ष में नहीं आया तो हमारी सीटें दहाईं आंकड़ा नहीं पार करेंगी। चार या पांच सीटों पर हम सिमट जाएंगे।
प्र. इस आकलन का आधार क्या है?
उ. हम दो वर्षों से आम लोगों के बीच घूम रहे हैं। हम उनसे कह रहे हैं कि हर बार दूसरे के लिए आपने वोट किया है।एक बार अपने लिए, अपनी संतानों के लिए वोट कीजिए। लोग इस तर्क से सहमत हो रहे हैं। यह अपील अगर मतदान के दिन तक लोगों के मन में बनी रही तो जन सुराज पार्टी की सीटों की गिनती नहीं हो पाएगी। लैंड स्लाइट विक्ट्री होगी। हां, अगर लोगों के मन में जाति और धर्म के नाम पर वोट देने की पुरानी प्रवृति बनी रही तो हम आगे की लड़ाई की तैयारी में लग जाएंगे।
प्र.-जाति और धर्म आधारित राजनीति को आप कैसे अपने पक्ष में मोड़ेंगे?
उ. हम मानते हैं कि जाति और धर्म बिहार की राजनीति के सच हैं। लेकिन, यह भी कि ये अंतिम सच नहीं हैं। अभी आपने लाेकसभा चुनाव में देखा होगा। पार्टी से जुड़ी जातियों का मिथ पूरी तरह टूट गया था। कुशवाहा और वैश्य जैसी जातियां एनडीए से जुड़ी मानी जाती थीं। वह एनडीए से अलग हो गईं। अत्यंत पिछड़ी जातियों के साथ भी ऐसा ही हुआ। विधानसभा चुनाव तक इस प्रवृति में और बदलाव आएगा।
प्र. राजद के पास माय समीकरण है। भाजपा के पास हिन्दू हैं। जदयू के पास अत्यंत पिछड़ी जातियां हैं। इस क्रम में पीके के पास क्या है?
उ. हमारे पास सभी जातियों का कुछ न कुछ वोट है। ऐसे समूहों का वोट है, जो पारंपरिक दलों के पाखंड से उब कर मतदान में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। हम किसी एक जाति पर केंद्रीत नहीं हैं। सभी जातियों का वोट हमें मिलने जा रहा है। आप यादवों को राजद से जोड़ रहे हैं। हम भी मान रहे हैं। लेकिन, यह नहीं कह सकते कि सौ प्रतिशत यादव राजद को ही वोट देंगे। उसमें से दो चार भी हमारी पार्टी को मिल जाएगा बढ़त मिल जाएगी।
प्र: मुसलमान तो राजद से बंधे हुए हैं। उन्हें आप कैसे जोड़ेंगे?
उ. बीते 30 साल से मुसलमान लालू प्रसाद को छोड़ कर किसी की नहीं सुन रहे थे। हमारी सुन रहे हैं। पटना की हमारी एक बैठक में 15 हजार मुसलमान शामिल हुए थे। वे अभी हमको सुन रहे हैं। धीरे-धीरे हमारी नीतियों से सहमत भी हो जाएंगे। जन सुराज विधानसभा की 40 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार देगी। मुस्लिम वोटर भी बदलाव चाहते हैं।उनकी बेचैनी झलक रही है। कई मुस्लिम बहुल सीटों पर राजद की हार इसका प्रमाण है।
प्र. बिहार में लंबे समय से एनडीए की सरकार है। विकास का दावा भी है। सड़क-बिजली और कई अन्य मानकों पर आम लोग भी सहमत हैं कि विकास हुआ है। जन सुराज के पास विकास का वैकल्पिक माडल क्या है?
उ. नाली और गलियों के निर्माण को विकास मत कहिए। हमारे पास ऐसे बिहार का माडल है, जो बेंगलूरू और चेन्नई से राज्य का मुकाबला कराएगा। यहां के लोग 10-12 हजार की नौकरियों के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाएंगे। इससे अधिक वेतन पर काम करने के लिए दूसरे राज्यों के लोग बिहार आएंगे।
प्र. इस समय एनडीए और राजद के बीच सीधे मुकाबले की तस्वीर बन रही है। इसमें जसुपा की जगह कहां है?
उ. मुसलमान अगर हमारी तरफ आते हैं तो राजद कमजोर होगा। वैसी हालत में एनडीए और जन सुराज के बीच सीधा मुकाबला होगा। आप लोगों से संवाद कीजिए। वे बताएंगे कि किसी दल के विरोध के नाम पर ही अमुक दल को वोट दे रहे हैं। क्योंकि उनके पास अबतक कोई विकल्प नहीं था। इसलिए लोग किसी दल को पराजित करने के ध्येय से मतदान कर रहे थे। इसबार हम विकल्प लेकर आए हैं। लोग अपनी सरकार बनाने के लिए वोट देंगे।
प्र. दूसरे दलों से अलग उम्मीदवार का चयन कैसे करेंगे?
उ. हम प्रयास करेंगे कि ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाएं, जो इससे पहले कभी चुनाव नहीं लड़े हैं। हम काबिल उम्मीदवार बनाएंगे। सूची जारी होते ही लोग कहने लगेंगे कि जन सुराज ने सचमुच सक्षम, ईमानदार और बेदाग उम्मीदवार उतारा है।
प्र. आप चुनावी जीत के प्रति इतने आश्वस्त कैसे हो सकते हैं?
उ. 2014 के लोकसभा चुनाव के परिणाम को याद कीजिए। सिर्फ दो सीट जीतकर नीतीश कुमार पस्त हो गए थे। यहां तक कि नैराश्य भाव में उन्होंने मुख्यमंत्री का पद तक छोड़ दिया था। उस दौर में हमने उनका साथ दिया। वह मुख्यमंत्री बने। आजतक पद पर हैं।
प्र. आपकी पार्टी में भी कई पस्त चेहरे हैं, उनका क्या उपयोग है?
उ. (हंस कर) हमारे पास मसाला है। हम पस्त लोगों में मसाला भरेंगे। फुर्ती आ जाएगी।
प्र. आप कभी नीतीश के उत्तराधिकारी माने गए थे। चुनाव मैदान में उनका विरोध कैसे करेंगे?
उ. कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री से हमारी मुलाकात हुई थी। उसी दिन हमने तय किया था कि उनकी वर्तमान अवस्था को देखते हुए हम उनपर प्रहार नहीं करेंगे। हम वही कर भी रहे हैं। कह रहे हैं कि लंबी पारी के बाद उन्हें अवकाश ले लेना चाहिए। यदि वे स्वयं ऐसा नहीं करते हैं तो जनता उन्हें बिठा देगी। ओडीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अच्छी छवि रही है। काम भी अच्छा किया है। लेकिन, समय आया तो जनता ने उन्हें पद से हटा दिया। हम उम्मीद करते हैं कि नीतीश कुमार के साथ भी कुछ वैसा ही होगा।
प्र. क्या जनसुराज पार्टी मुकाबले को त्रिकोणीय बना पाएगी?
उ. नहीं। जनसुराज और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला होगा। राजद तीसरे नम्बर पर चला जाएगा। एक बात और स्पष्ट कर दें कि हम किसी की बी टीम नहीं हैं। अगर भाजपा से हमारा लगाव होता तो हम बहुत पहले उस पार्टी में चले गए होते। भाजपा का प्रस्ताव भी आया था। हमने इंकार कर दिया।
प्र. चुनाव महंगा होगा। धन का प्रबंध कैसे करेंगे?
उ. धन कोई समस्या नहीं है। हम जन सहयोग से धन जुटाएंगे। ऐसा होने पर सरकार पर भी किसी खास समूह के हित में नीतियां बनाने का दबाव नहीं रहेगा। सरकार की सभी नीतियां राज्यवासियों के हित में बनेंगी।
प्र. यह देखा गया है कि लोग चुनाव के दिनों में पार्टी बनाते हैं। असफल होने पर राज्य से विदा हो जाते हैं। ऐसी नौबत आने पर पीके क्या करेंगे?
उ. मेरी उम्र अभी 45 साल है। मेरे पास राजनीति के लिए बहुत समय है। हम अगले चुनाव की तैयारी करेंगे। वैसे, मैं अपने अनुभव के आधार पर कह सकता हूं कि अगले साल नवंबर में राज्य में सत्ता परिवर्तन होगा। जन सुराज की सरकार बनेगी। हां, मुझे सरकार या संगठन में किसी पद की इच्छा नहीं है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Tejashwi Yadav on Nitish Kumar: बिहार में बाढ़ की विभीषिका के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लालू प्रसाद के रेल मंत्री काल को याद करते हुए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाए हैं।
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पता नहीं क्या झिझक है कि प्रधानमंत्री से बिहार की बाढ़ के लिए न तो सहायता मांगते हैं न ही उनसे मिलते हैं। वहीं प्रधानमंत्री से पूछा है कि उन्हें याद है कि नहीं बिहार भारत में ही पड़ता है।
2008 में सोनिया गांधी और पीएम मनमोहन सिंह ने हवाई दौरा किया थाबुधवार को नेता प्रतिपक्ष ने अपने एक्स पर एक लंबी पोस्ट डाल कर कहा कि 2008 में जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू प्रसाद रेल मंत्री थे तो उनके आग्रह पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार की बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण किया था।
उस वक्त लालू ने बाढ़ के लिए 1000 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता दिलाई थीउस वक्त बिहार की बाढ़ के लिए लालू प्रसाद ने तत्काल एक हजार करोड़ की केंद्रीय सहायता दिलाई थी। बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा तक घोषित कराया। उस वक्त लालू प्रसाद ने अपनी महीने भर की सैलरी और एक प्रतियोगिता में जीते एक करोड़ रुपये भी बाढ़ पीडि़तों को दे दिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उस वक्त यूपीए में बिहार से 29 सांसद थे। आज एनडीए के 30 संासद हैं बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री और केंद्र में एनडीए के सात मंत्री बेबस, लाचार और असहाय दिख रहे हैं। बिहार की मदद से चल रही सरकार से न तो विशेष सहायता मांग सकते हैं न ही बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करा सकते हैं।
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एएनआई, नई दिल्ली। साल 1998 में बिहार के पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद की हत्या के मामला पर सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुनाया। कोर्ट ने मुन्ना शुक्ला और एक अन्य को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाने के ट्रायल कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह और पांच अन्य को बरी कर दिया।
(मुन्ना शुक्ला की फाइल फोटो)
कोर्ट ने 22 अगस्त को फैसला रखा था सुरक्षितजस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस आर महादेवन की बेंच ने यह फैसला सुनाया है। कोर्ट ने 22 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था। पटना हाईकोर्ट ने पूर्व सांसद सूरजभान और विधायक मुन्ना शुक्ला समेत आठ लोगों को पटना हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था।