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Bihar Politics: विधानसभा में फिर क्यों भड़के CM नीतीश कुमार? दे डाली कड़ी चेतावनी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Assembly: बिहार का विधानसभा सत्र जारी है। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के दौरान तीखी बहस हुई।सदन में नालंदा में महिला की हत्या का मामला खूब गूंजा। विपक्ष के विधायकों ने इस घटना को लेकर बिहार सरकार को खूब घेरा।
विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा कि आप सब शांत हो जाइए, विधि व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कड़ा एक्शन होगा।
विधि-व्यवस्था के खिलाफ प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में अध्यक्ष के आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे भाकपा (माले) विधायकों को मुख्यमंत्री ने कहा कि आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि आप बैठ जाइए। इसके बाद माले विधायक अपनी सीट पर बैठ गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी कोई घटना होती है और उसके बारे में खबर मिलती है तो हम तुरंत अफसरों को कहते हैं कि उसे देख लिया जाए। दूसरे राज्यों में हुई घटना की खबर लेते हैं। कोई इधर से उधर करता है तो उस पर कार्रवाई होती है। इसलिए आप लोग बेमतलब वेल में आकर नारेबाजी करने लगते हैं।
मुख्यमंत्री आज प्रश्नकाल में विधानसभा अध्यक्ष के आने से पहले ही आकर बैठ गए थे। अध्यक्ष के आने से पहले भाकपा (माले) के सत्यदेव राम ने मुख्यमंत्री से कहा कि आज उन्हें कुछ बोलना है। मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा- आप तो हर रोज बोलते रहते हैं।
दरअसल, भाकपा (माले) विधायकों का हंगामा विधि-व्यवस्था के साथ-साथ तलवे में कील ठोककर हुई एक हत्या को लेकर था। काफी देर तक वे लोग वेल में पोस्टर के साथ हंगामा करते रहे। अध्यक्ष के आसन पर मार्शलों ने उनसे पोस्टर छीन लिया, फिर भी वे नारेबाजी करते रहे।
सीएम ने विपक्ष से कहा- आपने महिलाओं के लिए कुछ नहीं कियाविधान परिषद में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि आप लोगों ने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने महिलाओं-लड़कियों की पढ़ाई से रोजगार तक के लिए काम किया है।
राजद सदस्य उर्मिला ठाकुर के तारांकित सवाल के दौरान हस्तक्षेप करते हुए पर मुख्यमंत्री अचानक खड़े होकर बोले- आपके शासन में कोई लड़की-महिला पढ़ती थी? बहुत तो प्राथमिक शिक्षा मिलती थी, पांचवीं के बाद कहां पढ़ पाती थी? हमारी सरकार ने इतना काम किया गया है कि महिलाओं को कोई दिक्कत नहीं है अब।
आप लोगों ने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया। इस दौरान राबड़ी देवी की तरफ देखते हुए कहा कि इनके हसबैंड (लालू प्रसाद) हटे तो इनको (मुख्यमंत्री) बना दिया गया। फिर सत्ता पक्ष की महिला सदस्यों की ओर देखते हुए कहा कि इन लोगों को विस्तार से बताना चाहिए।
शिक्षा मंत्री ने दिया जवाबइसके बाद सीएम ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार से कहा कि ठीक से इसका जवाब दीजिए। मंत्री सुनील कुमार ने सदन को बताया कि वर्ष 2003 में राज्य में महिला साक्षरता दर 34 प्रतिशत थी, जो 2023 में बढ़कर 74 प्रतिशत हो गई है।
वर्ष 2005 में शिक्षा का बजट सिर्फ 1500 करोड़ था, जो इस साल बढ़कर 60 हजार करोड़ से भी अधिक हो गया है। हर पंचायत में प्लस टू स्कूलों को लाया गया। साइकिल योजना, पोशाक योजना, मिड डे मिल जैसी योजनाओं ने पूरे बिहार में शिक्षा का परिदृश्य बदल दिया है।
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जागरण टीम, पटना। बिहार विधान परिषद (Bihar Vidhan Parishad Session) में शुक्रवार को खूब पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिला। सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी पर भड़क उठे। बड़े ही उखड़े अंदाज में राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए नीतीश कुमार बहुत तीखा बोल गए।
नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी (Rabri Devi) की ओर इशारा करते हुए कहा, "इनके हसबैंड जेल गए, तो अपनी वाइफ को मुख्यमंत्री बना दिया। ये लोग महिलाओं के लिए कोई काम नहीं किए हैं।"
MLC उर्मिला के बयान से खड़ा हुआ सियासी बवालदरअसल, ये पूरा बवाल राजद एमएलसी उर्मिला ठाकुर के सवाल से शुरू हुआ। वह प्रश्नकाल में जब महिलाओं के मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछ रहीं थी, तब नीतीश कुमार को अचानक गुस्सा आ गया। वह सीट से खड़े हो गए और लालू परिवार को निशाने पर ले लिया।
गुस्से से लाल हो गए सीएम नीतीशमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुस्से में कहा, हमने महिलाओं के लिए बहुत काम किया है। इनको (विपक्ष) कुछ मालूम नहीं है। इन लोगों ने आज तक महिलाओं के लिए कोई काम नहीं किया।
राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए सीएम ने कह दिया, इनके हसबैंड जेल गए, तो अपनी वाइफ को मुख्यमंत्री बना दिया।
बता दें कि नीतीश कुमार कई बार महिलाओं के मुद्दे पर लालू परिवार और राजद को घेर चुके हैं। नीतीश कुमार ने बीते दिनों सदन नें कहा था कि 2005 से पहले लोग रात को बाहर नहीं निकल पाते थे। मां-बेटी घर से बाहर जाने पर डरती थीं।
तेजस्वी यादव ने क्या बोला?राबड़ी देवी के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टिप्पणी पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार को यह पता होना चाहिए कि राबड़ी देवी बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं... नीतीश कुमार की गिरती सेहत साबित कर चुकी है कि वे अब बिहार चलाने के योग्य नहीं हैं"।
महिलाओं पर बढ़ते अपराध के खिलाफ विधानमंडल में प्रदर्शनराष्ट्रीय महिला दिवस के एक दिन पूर्व बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों के बाहर महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा, अपराध और आउट सोर्स से होने वाली नियुक्तियों में आरक्षण की मांग को लेकर विपक्ष ने प्रदर्शन किया। विधान परिषद में स्वयं राबड़ी देवी ने प्रदर्शन का मोर्चा संभाला और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया।
शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होने के पूर्व भाकपा माले के सदस्य विधानसभा परिसर में होर्डिंग और प्ले कार्ड के साथ उतरे और उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर प्रदर्शन किया। माले नेताओं ने कहा कि बिहार में हर दिन महिलाओं के साथ आपराधिक वारदातें हो रही हैं।
हाल ही में एक महिला की नृशंस तरीके से हत्या कर उसके पैरों में कीले ठोक दी गई। इस अमानवीय घटना के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय सरकार मौन है। नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग उठाई।
दूसरी ओर विधानसभा और विधानसभा परिसर पोर्टिको में राजद ने आउटसोर्सिंग नियुक्तियों में 65 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग के साथ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन करने वाले नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार साजिश के तहत अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों का आरक्षण छीनना चाहती है। जाति आधारित सर्वे के बाद 65 प्रतिशत आरक्षण सीमा बढ़ाई गई परंतु साजिश के तहत इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया।
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Women Kabaddi World Cup: राजगीर में 1 जून से होने जा रहा महिला कबड्डी विश्वकप, इन 14 देशों के खिलाड़ी लेंगे भाग
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: बिहार दूसरी बार महिला कबड्डी विश्वकप की मेजबानी करेगा। राजगीर खेल परिसर में एक से 13 जून तक चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में 14 देशों की खिलाड़ी भाग लेंगी।
इसमें भारत, चीन, जापान, साउथ कोरिया, नेपाल, पाकिस्तान (संशय), ईरान, पालैंड, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया दो दक्षिण अफ्रीकी देशों के शामिल होने की संभावना है। इस संबंध में गुरुवार को इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन (आइकेएफ) के अध्यक्ष विनोद कुमार तिवारी ने पत्र जारी किया।
चैंपियनशिप में 75 किलो भार या उससे कम की महिला भाग लेंगीआइकेएफ की ओर से जारी पत्र के अनुसार चैंपियनशिप में 75 किलोग्राम भार वर्ग या उससे कम की महिला खिलाड़ी भाग लेंगी। एक टीम से 14 खिलाड़ी, दो कोच, एक मैनेजर और एक इंटरनेशनल तकनीकी पदाधिकारियों सहित कुल 18 सदस्यों को आइकेएफ भोजन, आवासन एवं परिवहन की सुविधा देगा।
सभी मैच राजगीर के इनडोर हाल में मैट पर खेले जाएंगे। प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए विभिन्न देशों को 31 मार्च तक इमेल के माध्यम से प्रविष्टी करा लेनी होगी। सभी टीमों को मैच शुरू होने से 15 मिनट पहले कॉल रूम में रिपोर्ट करनी होगी।
इसके पहले इसी वर्ष जनवरी में आयोजन को लेकर एशियन कबड्डी फेडरेशन के प्रेसिडेंट डा. अब्बास खाजेस अवारसे और इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन के डायरेक्टर तेजस्वी गहलोत ने पाटलिपुत्र खेल परिसर में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रण शंकरण से मुलाकात की थी।
इससे पहले पटना में महिला कबड्डी का आयोजन किया गया थाबता दें कि अबतक एक ही बार महिला कबड्डी विश्वकप का आयोजन किया गया है। यह दूसरा अवसर होगा जब बिहार महिला विश्वकप कबड्डी चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा। वर्ष 2012 में पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
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Bihar News: पूर्णिया-कोसी प्रमंडल के लोगों की बल्ले-बल्ले, बाढ़ प्रभावित 5 जिलों की चमक जाएगी किस्मत
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: राज्य सरकार ने विश्व बैंक से पूर्णिया सहित कोसी प्रमंडल के जिलों के विकास के लिए नई परियोजना बनाने का आग्रह किया है। यह आग्रह गुरुवार को विश्व बैंक की टीम के साथ हुई बैठक में योजना व विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने की।
बैठक में तय हुआ कि बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना से जुड़े सारे काम 27 मार्च तक पूरे कर लिए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि इस परियोजना को विश्व बैंक की आर्थिक सहायता मिली हुई है।
बाढ़ प्रभावित 5 शहरों को मिलेगी मददकोसी बेसिन विकास परियोजना की निगरानी के लिए विश्व बैंक के अधिकारियों की टीम बिहार के चार दिवसीय दौरे पर है। इस टीम ने दौरे के पहले दिन मंत्री को परियोजना से संबंधित अद्यतन स्थिति की जानकारी भी दी। बाढ़ प्रभावित सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और अररिया में इस परियोजना के अंतर्गत काम हो रहे। अब तक 59 पुलों और 117 सड़कों का निर्माण हो चुका है।
परियोजना के लिए 1975 करोड़ की राशि आवंटितसाथ ही पूर्वी कोसी तटबंध के प्रारंभ के 28.20 किलोमीटर और 78वें किलोमीटर से 84वें किलोमीटर तक का सुदृढ़ीकरण कार्य हुआ है। परियोजना के लिए 1975 करोड़ की राशि आवंटित है। उसमें से फरवरी, 2025 तक 1831 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।
वीरपुर में स्थापित किया गया भौतिक प्रतिमान संस्थान (पीएमसी) सेंटर आफ एक्सीलेंस है। यह पूर्वी भारत का पहला और देश का दूसरा संस्थान है, जहां नदियों के भौतिक माडल पर जल प्रवाह के आधार के हिसाब से संवेदनशील स्थलों की पहचान हो सकेगी।
बैठक में विश्व बैंक के वरीय जल संसाधन प्रबंधन विशेषज्ञ सत्यप्रिय, जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञ मेहुल जैन, वरीय आपदा जोखिम प्रबंधन विशेषज्ञ दीपक सिंह के अलावा बापेप्स के परियोजना उप निदेशक सूर्यदेव पांडेय, आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ राज वर्मा और कृषि विशेषज्ञ सुधांशु कुमार सम्मिलित रहे।
कोसी प्रमंडल के जिले- सहरसा: कोसी प्रमंडल का मुख्यालय और एक महत्वपूर्ण शहर।
- मधेपुरा: एक ऐतिहासिक शहर और मधेपुरा जिले का मुख्यालय।
- सुपौल: एक महत्वपूर्ण शहर और सुपौल जिले का मुख्यालय।
- अररिया: एक महत्वपूर्ण शहर और अररिया जिले का मुख्यालय।
- किशनगंज: एक महत्वपूर्ण शहर और किशनगंज जिले का मुख्यालय।
- पूर्णिया: एक महत्वपूर्ण शहर और पूर्णिया जिले का मुख्यालय।
- कटिहार: एक महत्वपूर्ण शहर और कटिहार जिले का मुख्यालय।
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Bihar Politics: तेजस्वी के सहारे बिहार की चुनावी नैया को पार करेगा महागठबंधन, तैयार किया मास्टर प्लान
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले पांच पार्टियों के गठजोड़ वाला महागठबंधन जनहित के मुद्दे पर सदन से सड़क तक एकजुटता के साथ अपनी आवाज कुछ और बुलंद करेगा। महागठबंधन विधायक दल की बैठक में इसका निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें दोनों सदनों में उन मुद्दों को उठाना है, जिनसे जनता का प्रत्यक्ष वास्ता है।
महागठबंधन में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर विवाद नहीं- तेजस्वी ने ये भी कहा कि अगर सरकार अगर उचित नोटिस नहीं लेती तो उन मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच भी जाएंगे। इसमें महागठबंधन की पहल और आवाज एकत्रित हो।
- एकजुटता का यह संदेश ही हमें अपने लक्ष्य में सफल बनाएगा। सहयोगी दलों ने एक स्वर में स्वीकार किया कि महागठबंधन में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर कोई विवाद नहीं है।
- प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को महागठबंधन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही लड़ेगा। इसके साथ ही आगामी चुनाव को लेकर अभी से तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।
पूर्व मंत्री आलोक मेहता के आवास पर हुई बैठक में राजद, कांग्रेस सहित तीनों वामदलों (भाकपा, माकपा व भाकपा-माले) के विधायक-विधान पार्षद उपस्थित रहे। तमाम कयासों व बयानबाजी को दरकिनार करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ विधायकों ने कहा कि महागठबंधन आगे भी एकजुट रहेगा।
अंतर्कलह या विवाद की कोई गुंजाइश ही नहीं है। राजद विधायकों का आग्रह था कि यह एकजुटता सदन में भी पुरजोर तरीके से दिखे। वाम दलों, विशेषकर माले ने राजद के इस विचार से हामी भरी।
तेजस्वी ने की तालमेल बनाकर चलने की अपीलसहयोगी दलों के विधायकों से तेजस्वी ने कहा कि हर समस्या का समाधान है। उचित प्लेटफार्म पर विवाद का निराकरण भी है। हमें एक लाइन बनाकर चलना है। मतभेद के किसी संदेश की गुंजाइश ही न रहे। बयानों और कार्यक्रमों में तालमेल व समन्वय से ही ऐसा संभव है।
जन-संपर्क बढ़ाने का किया आग्रहमहागठबंधन के मसलों का हल आपसी बातचीत से निकाला जाएगा, न कि किसी भी प्रकार की बयानबाजी से। व्यर्थ की बयानबाजी में अपनी ऊर्जा जाया करने की बजाय उसे उन मुद्दों पर खर्च किया जाए, जिससे जनता का भी हित जुड़ा है और हमारी चुनावी संभावना भी।
इसी के साथ तेजस्वी ने विधानसभा क्षेत्र में अधिकाधिक समय देने और जन-संपर्क को और बढ़ाने का आग्रह भी सभी नेताओं से किया।
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Bihar Weather Today: मौसम ने लिया यूटर्न, आंधी-तूफान के साथ इन जिलों में होगी बारिश; IMD ने जारी किया यलो अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: पछुआ के प्रवाह से प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा। आठ व नौ मार्च को पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के आसपास बने रहने की संभावना है। इसके प्रभाव से आठ मार्च को प्रदेश के छह जिलों में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान 30-40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी।
इन जिलों में बारिश के आसारकिशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका व जुमई जिले के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा, मेघ गर्जन, बिजली गिरने और झोंके के साथ 30-40 किमी प्रतिघंटा हवा का प्रवाह जारी रहने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
औरंगाबाद रहा सबसे गर्मपटना सहित अधिसंख्य भागों में बादल छाए रहने, ठंडी हवा के प्रवाह से तापमान में गिरावट की संभावना है। गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री गिरावट के साथ 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 29.8 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान औरंगाबाद में दर्ज किया गया।
अधिकतम तापमान में अंतरमौसम में हुए बदलाव के कारण पटना सहित प्रमुख शहरों के अधिकतम तापमान में पांच दिनों के दौरान अंतर देखा गया। पटना का अधिकतम तापमान दो मार्च को 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पांच दिनों के दौरान राजधानी के अधिकतम तापमान में चार डिग्री का अंतर दर्ज किया गया। वहीं, गया के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री, भागलपुर में चार डिग्री, मुजफ्फरपुर में चार डिग्री का अंतर दर्ज किया गया।
पांच दिनों के दौरान तापमान में अंतर 11 4 शहरदो मार्च (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
छह मार्च (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
तापमान में अंतर पटना 30.8 26.6 4.2 गया 31.4 28.7 2.7 भागलपुर 31.3 27.4 3.9 पूर्णिया 31.4 27.8 3.6 वाल्मीकि नगर 31.4 26.8 4.6 मुजफ्फरपुर 30.0 26.3 3.7 सुपौल 31.0 26.6 4.4 डेहरी 31.2 28.6 2.6 बक्सर 32.8 28.6 4.2 औरंगाबाद 32.0 29.8 2.2 32.0 29.8 2.2 प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 26.6 15.0 गया 28.7 12.4 भागलपुर 27.4 12.8 मुजफ्फरपुर 26.3 14.6 आरा: तापमान में उतार-चढ़ाव जारी, बढ़ेगी मौसमी बीमारी
गर्मी के मौसम की शुरूआत से पहले तापमान में जारी उतार-चढ़ाव और बदलता मौसम बीमारियों के बढ़ने का संकेत दे रहा है। सप्ताह भर से दोपहर में बढ़े तापमान की तल्खी के कारण, जहां धूप में बाहर निकलना मुश्किल साबित हो रहा है, वहीं अब देर रात के बाद सुबह होने तक सिहरन पैदा करने वाली गुनगुनी ठंड हाल ही में धो सुखाकर बक्से में रखे गए गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस करा रही है।
न्यूनतम तापमान अभी भी 13-14 डिग्री सेल्सियस पर टिका हुआ है। गुरुवार की सुबह 6.10 बजे सूर्योदय के समय तक न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस पर बरकरार था। वहीं शाम 5.56 बजे सूर्यास्त होने के बाद आर्द्रता भी 65 प्रतिशत के आकड़े को पार कर रात्रि में 85 प्रतिशत तक पहुंच चुकी थी। जबकि दोपहर में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस था।
मौसम मे तेजी से जारी यह उतार-चढ़ाव बच्चों और बुजर्गों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। मौसम में जारी यह उतार-चढ़ाव सप्ताह के अंत तक जारी रहेगा। विगत पांच दिनों में पांच डिग्री लुढ़का अधिकतम तापमान का पारा सप्ताह के अंत तक सात डिग्री सेल्सियस चढ़ने के साथ होली के दिन 15 मार्च तक 34 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को पार कर सकता है।
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Patna News: पटना घाट से इस वर्ष जुड़ जाएगा जेपी गंगा पथ, पूर्वी और पश्चिमी भाग के बीच सुहाना होगा सफर
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। गंगा किनारे दीघा से दीदारगंज तक निर्मित 21 किलोमीटर लंबे जेपी गंगा पथ पर कंगन घाट तक वाहनों का परिचालन जारी है। कंगन घाट से लेकर दीदारगंज तक गंगा पथ पर 31 मार्च से गाड़ियां दौड़ने लगेंगी।
दीघा से दीदारगंज तक के इस मार्ग से लोगों का सफर आसान हो जाएगा। यह बातें पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को जेपी गंगा पथ के अंतिम सेगमेंट का निरीक्षण करने के दौरान कही। उन्होंने कंगन घाट से दीदारगंज तक पांच किलोमीटर दूरी के जेपी गंगा पथ का जायजा लिया।
पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि पटना घाट के सम्पर्क पथ से जेपी गंगा पथ इसी वर्ष जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि कंगन घाट से दीदारगंज जेपी गंगा पथ का निर्माण कार्य 31 मार्च तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा।
इस निर्माण की महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पथ एक तरफ जहां जेपी गंगा पथ से जुड़ रहा है तो दूसरी ओर सिक्स लेन ब्रिज से जुड़ रहा है। इस पथ के प्रारंभ होने से उत्तर बिहार से पटना आने वाले लोगों को काफी सुविधा होगी।
उन्होंने बताया कि अभी दीदारगंज से शहर में प्रवेश करने में नागरिकों को दो घंटा लगता है। पथ के प्रारंभ होने से नागरिकों का समय भी बचेगा। मंत्री ने बताया कि इस पैच को गायघाट, अशोक राजपथ, पीएमसीएच, गांधी मैदान, अटल पथ समेत कई स्थानों से जोड़ने के कारण राजधानी में बढ़ते यातायात दबाव में कमी आयेगी।
जेपी गंगा पथ का निरीक्षण करते पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन व अधिकारी। (फोटो जागरण)
निरीक्षण के दौरान बिहार राज्य पथ निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, अभियंता प्रमुख सुनील कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रवीण चंद्र गुप्ता, महाप्रबंधक अरुण कुमार, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा समेत अन्य थे।
जेपी गंगा पथ का कोईलवर और मोकामा तक होगा विस्तारपथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि बिहार की डबल इंजन सरकार विकास कार्यों को दोगुनी गति से कर रही है। इस वर्ष के अंत तक जेपी गंगा पथ पटना घाट से भी जुड़ जाएगा।
दीघा से दीदारगंज तक आवागमन सुचारु होने के बाद विभाग जेपी गंगा पथ का दीघा से कोईलवर और दीदारगंज से मोकामा तक के बीच विस्तारीकरण और नई कनेक्टिविटी का कार्य करेगा। मंत्री ने बताया कि पूरे पैच को मुख्यमंत्री समग्र उद्यान योजना से जोड़ने की योजना है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सात किलोमीटर तक के पैच को जोड़ा जाएगा। जेपी गंगा पथ के दोनों ओर हरित क्षेत्र विकसित किया जाएगा, जिससे पटना शहर के पर्यावरण में भी सुधार होगा।
मंत्री ने बताया कि वर्ष 2013 के 11 अक्टूबर को जेपी गंगा पथ की आधारशिला लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर रखी गयी थी। वर्ष 2024 के 24 जून को दीघा से पीएमसीएच तक पहले चरण में आवागमन प्रारंभ किया गया। दूसरे चरण में वर्ष 2023 के 14 अगस्त को पीएमसीएच से गायघाट तक आवागमन शुरू किया गया।
तीसरे चरण में वर्ष 2024 के 10 जुलाई को कंगन घाट तक आवागमन शुरू हुआ। अब चौथे चरण में 31 मार्च तक कंगन घाट से दीदारगंज तक आवागमन प्रारंभ हो जाएगा।
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जागरण टीम, पटना/मुजफ्फरपुर। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने काम में लापरवाही बरतने वाले दो अंचल अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। बहादुरगंज एवं नवादा सदर के अंचलाधिकारियों पर लापरवाही का आरोप है।
सरावगी ने आमलोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए सभी राजस्व कर्मचारियों को अपने पदस्थापन वाले पंचायत में रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जिन राजस्व कर्मचारियों के जिम्मे एक से अधिक पंचायत है, उन्हें रोस्टर जारी कर उनका पंचायत में रहने का दिन तय किया जाय।
'अंचल कार्यालय स्तर पर बरती लापरवाही'मंत्री ने बताया कि नवादा के डीएम से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नवादा सदर अंचल अंतर्गत दाखिल खारिज वाद संख्या 9425/23-24 में निहित खाता संख्या 122, खेसरा संख्या 791 में सन्निहित रकबा का दाखिल-खारिज जल संसाधन विभाग के नाम से करने के मामले में अंचल कार्यालय स्तर पर लापरवाही बरती गई।
किशनगंज में भी ऐसा ही मामलाइसी तरह किशनगंज के डीएम की रिपोर्ट में बताया गया कि बहादुरगंज के अंचल अधिकारी ने माह अगस्त 2024 से जनवरी 2025 तक दायर दाखिल खारिज आवेदनों में से 143 आवेदनों का निष्पादन 75 दिनों के बाद किया है।
उल्लेखनीय है कि दाखिल खारिज नियमावली के प्रावधानों के अनुसार, दाखिल खारिज आवेदनों का निष्पादन 35 दिनों के भीतर करना है। आपत्ति प्राप्त आवेदनों का निष्पादन भी 75 कार्यदिवस के भीतर करना है।
डीसीएलआर पूर्वी के कोर्ट में दाखिल-खारिज और भूमि विवाद के 5700 मामले लंबितडीसीएलआर पूर्वी के कोर्ट में दाखिल-खारिज और भूमि विवाद के 5756 वाद लंबित हैं। कुल 6507 दायर वादों में से मात्र 751 का ही निष्पादन किया गया। इसमें सितंबर से लेकर अब तक यानी पांच माह में सिर्फ 138 वादों का निपटारा ही डीसीएलआर पूर्वी कर सके। इसपर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने संज्ञान लिया है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त की है। इसे कर्तव्य और दायित्व के प्रति लापरवाही तथा उदासीनता का परिचायक बताया है।
इसी आधार पर उन्होंने डीसीएलआर पूर्वी से स्पष्टीकरण पूछा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्रपत्र क गठित करने की चेतावनी दी है। बताया गया कि डीएम ने फरवरी में समीक्षा की थी। इस दौरान लंबित वादों की संख्या अधिक पाए जाने पर चिंता जताई और इसमें सुधार करने का निर्देश दिया था। इससे पूर्व मुख्य सचिव ने भी समीक्षा कर कोर्ट में लंबित मामलों का तेजी से निष्पादन करने को कहा था, लेकिन डीसीएलआर पूर्वी ने इसपर संज्ञान नहीं लिया।
उन्होंने निर्देशों का अनुपालन नहीं किया। इस दौरान डीएम ने दोबारा समीक्षा की तो पाया कि निष्पादन का कार्य जस का तस है। इसमें सुधार की जगह दिन प्रतिदिन गिरावट देखी गई। समीक्षा में निर्देशित करने के बाद भी फरवरी में दाखिल-खारिज के 30 और भूमि विवाद के मात्र दो मामलों का निष्पादन किया गया।
जाहिर है कि मुख्य सचिव और डीएम के निर्देश के बाद भी डीसीएलआर पूर्वी ने कार्यों का निष्पादन करने में रुचि नहीं ली। इसे लापरवाही और वरीय अधिकारियों के आदेश की अवहेलना का मामला बताते हुए डीएम ने उक्त कार्रवाई की है।
विवाद गहराता और न्याय मिलने में होती देरी:विदित हो कि सभी राजस्व न्यायालयों को ऑनलाइन कर दिया गया है। सप्ताह में चार दिन कोर्ट का कामकाज करने का विभागीय निर्देश है, लेकिन जो स्थिति सामने आई है, उससे स्पष्ट है कि जिम्मेदार इसमें लापरवाही बरत रहे हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, वाद लंबित रहने के कारण विवाद गहराता है और पीड़ितों को न्याय मिलने में देरी हो रही है।
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Bihar Politics: CM नीतीश ने बजट के दौरान थपथपाई थी पीठ, अब सम्राट चौधरी ने गजब अंदाज में दिया जवाब
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: बिहार विधानसभा के बजट सत्र में पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है। एक दिन पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर कई प्रकार के आरोप लगाए थे।
जिसका जवाब गुरुवार को उमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने दिया। सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार को खटारा बिहार मिला था जिसे उन्होंने अपने अनोखे कार्यों से मर्सिडीज बना दिया। सम्राट वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर सामान्य वाद-विवाद के बाद सरकार का पक्ष रख रहे थे।
अपने संबोधन के दौरान वित्त मंत्री ने राज्य में किए गए और किए जाने वाले कार्यो का विस्तार से लेखा-जोखा भी रखा। हालांकि, सरकार का पूरा जवाब सुनने के पहले ही विपक्ष ने सदन का बहिष्कार किया और बाहर चला गया।
सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार की जमकर की तारीफसम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने 20 वर्षो तक बिहार को सींचने का काम किया है। यह काम आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा इसी बिहार का बजट कभी 23 हजार करोड़ हुआ करता था जो आज बढ़कर 3.17 लाख करोड़ का हो गया है।
लालू राज में सिर्फ लौंडा डांस हुआ करता थालालू प्रसाद के राज में सिर्फ लौंडा नाच हुआ करता था। उन्हें विकास से कोई मतलब नहीं था। अगर उन्हें नीतीश कुमार और भाजपा का समर्थन नहीं मिल पाता तो वे कभी मुख्यमंत्री नहीं बन सकते थे।
तेजस्वी क्रिकेट कम खेले पानी ज्यादा पिलाएतेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने जिंदगी भर क्रिकेट खेला मगर रन बनाए 36, क्योंकि खेलने से ज्यादा वे पानी ही पिलाते रहे। यहां तक की अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाए। लोग हर बात पर दावा करते हैं हमारी सरकार ने यह किया, वह किया।
परंतु कैबिनेट का कोई भी फैसला मुख्यमंत्री करते हैं। मुख्यमंत्री ही मंत्रियों को काम देते हैं। सम्राट ने कहा सरकार पर पैसा खर्च नहीं करने के आरोप लगते हैं। परंतु जब से एनडीए की सरकार बनी है बजट की अधिकांश राशि खर्च हुई है। इस वर्ष अब तक 84 प्रतिशत राशि खर्च हो चुकी है। 31 मार्च तक शत प्रतिशत राशि खर्च कर लेंगे।
सम्राट चौधरी ने बिहार की योजनाओं का लेखा-जोखा दियासंबोधन के दौरान सम्राट ने बिहार की योजनाओं का लेखा जोखा भी दिया। उन्होंने कहा अब तक 30 लाख को रोजगार और नौ लाख को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। नौ मार्च को नीतीश कुमार गांधी मैदान में 50 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र देंगे। सुधा दूध को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेचने की तैयारी है।
जैसे बूथों पर सुधा दूध मिलता है जल्द ही सुधा तरकारी केंद्र खोले जाएंगे जहां किसानों की सब्जी मिलेगी। अंडा-मछली का उत्पादन बढ़ा है। उद्योगों के विकास को अब तक तीन हजार एकड़ जमीन दी गई है। हमारा लक्ष्य 10 हजार एकड़ जमीन देने का है।
इसके अलावा उन्होंने इथनॉल, प्रखंड स्तर पर कोल्ड स्टोरेज निर्माण, प्रति व्यक्ति आय से लेकर छात्रवृति तक की योजना पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि अब बिहार की जनता तय करेगी कि रानी की पेट से राजा जन्म नहीं लेगा।
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जागरण संवाददाता, पटना। यात्रियों की भीड़ के मद्देनजर नई दिल्ली एवं बिहार के विभिन्न स्टेशनों के बीच वंदे भारत स्पेशल ट्रेन (Vande Bharat Train) सहित 15 जोड़ी होली स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। होली के अवसर पर रेलवे ने नई दिल्ली से पटना के बीच स्पेशल ट्रेनों को चलाकर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की है।
नई दिल्ली से पटना के बीच स्पेशल वंदे भारत चलेगीभारतीय रेलवे ने बिहारवासियों को राहत देते हुए नई दिल्ली से पटना के बीच स्पेशल वंदे भारत ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन पाटलिपुत्र, छपरा, बलिया, वाराणसी, प्रयागराज एवं कानपुर के रास्ते चलाई जाएगी। वंदे भारत स्पेशल ट्रेन आठ से 20 मार्च तक चलाई जाएगी। वंदे भारत स्पेशल ट्रेन सोमवार को नहीं चलेगी।
यह ट्रेन नई दिल्ली से 08.30 बजे चलेगी और उसी दिन 22.30 बजे पटना पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी पटना से नई दिल्ली नौ से 21 मार्च तक चलाई जाएगी। यहां से ट्रेन मंगलवार को नहीं चलेगी। पटना से यह ट्रेन 05.30 रवाना होगी, जो 20.10 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी।
दिल्ली-पटना सुपरफास्ट फेस्टिवल स्पेशल 7 मार्च से चलेगीरेलवे की ओर से दिल्ली-पटना सुपरफास्ट फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन सात मार्च से 17 तक चलाई जाएगी। यह ट्रेन प्रतिदिन दिल्ली से 23.55 बजे चलेगी और अगले दिन 16.40 बजे पटना पहुुंचेगी।
वापसी में गाड़ी पटना सात मार्च से 18 मार्च तक चलाई जाएगी।यह ट्रेन प्रतिदिन पटना से 17.50 बजे खुलेगी और अगले दिन 10.25 बजे दिल्ली पहुंचेगी।
इसके अलावा, आनंद विहार से राजगीर के लिए भी स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। यह ट्रेन भी पटना के रास्ते चलाने का निर्णय लिया गया है।
- आनंद विहार-राजगीर सुपरफास्ट ट्रेन पटना, डीडीयू एवं प्रयागराज के रास्ते चलाई जाएगी। होली के दौरान नई दिल्ली से भागलपुर के बीच भी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। यह ट्रेन भी जमालपुर, मोकामा, पटना के रास्ते चलाई जाएगी।
- नई दिल्ली से गया के बीच भी होली स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। आनंद विहार एवं मुजफ्फरपुर के बीच भी स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।
- ऋषिकेश एवं मुजफ्फरपुर के बीच भी होली स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। साथ ही नई दिल्ली-सहरसा, आनंद विहार-जोगबनी, आनंद विहार-जयनगर, आनंद विहार-सीतामढ़ी, अमृतसर-सहरसा एवं सरहिन्द-जयनगर के बीच होली स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।
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'सत्ता मिली तो ताड़ी से हटा देंगे बैन', तेजस्वी यादव का बड़ा वादा; बोले- पासी समाज को मिलेगा लाभ
राज्य ब्यूरो, पटना। एक दिन पहले शत प्रतिशत डोमिसाइल का वादा कर चुके तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को कहा कि अगर वे सत्ता में आए तो शराबबंदी कानून के अंतर्गत ताड़ी पर लगे प्रतिबंध को समाप्त करेंगे। उसके बाद ताड़ी को बेचने-पीने की व्यवस्था 2016 से पहले जैसी हो जाएगी।
इसका लाभ जनसंख्या में दो प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले उस पासी समाज को मिलेगा, जिसकी आजीविका ताड़ी से चलती है। ताड़ी प्राकृतिक उत्पाद है। जिस नीरा को नीतीश सरकार इसका विकल्प बता रही है, वह योजना सफल ही नहीं, इसलिए ताड़ी अपने मूल स्वरूप में ही ठीक है।
'अपने उद्देश्य से भटका शराबबंदी कानून'राजद के प्रदेश कार्यालय में प्रेस-वार्ता के दौरान तेजस्वी ने कहा कि वे नशामुक्त समाज के पक्षधर हैं, लेकिन बिहार में शराबबंदी कानून अपने उद्देश्य से भटक गया है। शराबबंदी विफल है। पटना हाई कोर्ट की पिछले दिनों की टिप्पणी से सच्चाई समझी जा सकती है।
उन्होंने कहा, शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार में अगस्त, 2024 तक 1279387 लोगों की गिरफ्तारी हुई। उनमें 99 प्रतिशत अति-पिछड़ा और अनुसूचित जाति-जनजाति के लोग हैं। उनमें से 736161 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। बाकी को मद्य निषेध व उत्पाद इकाई ने। 845907 लोगों पर शराबबंदी कानून के अंतर्गत मामले दर्ज हुए।
'महागठबंधन की सरकार बनेगी तो...'इस कानून के अंतर्गत प्रतिदिन 426 लोग गिरफ्तार हो रहे। आकलन है कि जहरीली शराब से अब तक 2000 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और सरकार के स्तर से कोई मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा। महागठबंधन की सरकार बनेगी तो नशा-मुक्ति के लिए अभियान चलाया जाएगा।
'मुझे तो काम करना है...'कांग्रेस का कहना है कि महागठबंधन के नेता का निर्णय चुनाव बाद होगा। इस प्रश्न पर तेजस्वी ने कहा कि अभी कहीं कुछ तय हो रहा क्या! ...मुझे तो काम करना है और मैं अपना काम कर रहा। अवसर मिलने पर मैं नौकरी-रोजगार में शत प्रतिशत डोमिसाइल नीति लागू करूंगा। नौकरी के लिए भरे जाने वाले आवेदन का शुल्क माफ होगा। प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थियों को मार्ग-व्यय सरकार देगी।
लालू प्रसाद को मुख्यमंत्री बनाने से संबंधित नीतीश कुमार की टिप्पणी पर कंधे उचकाते हुए तेजस्वी बोले कि नीतीश को तो मैंने दो बार मुख्यमंत्री बनाया। लालूजी की बात छोड़ दीजिए, जिसने कई मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री बनाए।
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बिहार भूमि सर्वे के बीच सरकार ने चला दी 'तबादला एक्सप्रेस', 6 जिलों में नए लैंड ऑफिसर; सामने आई लिस्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भूमि सर्वे के बीच राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बिहार राजस्व सेवा के छह अधिकारियों का तबादला कर दिया है। किशनगंज के अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी को इसी पद पर बांका भेजा गया है। चंद्रशेखर तिवारी जमुई के अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाए गए हैं। वे गोपालगंज में थे।
भोजपुर के अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी विजेंद्र कुमार को इसी पद पर सारण भेजा गया है। विभागीय अधिसूचना के अनुसार विकास कुमार को दरभंगा का अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाया गया है। वे सीतामढ़ी में पदस्थापित थे।
पश्चिम चंपारण में कार्यपालक दंडाधिकारी के पद पर तैनात अजीत कुमार झा को वैशाली का अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाया गया है। अररिया के कार्यपालक दंडाधिकारी विजय कुमार गुप्ता को मधुबनी का अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाया गया है।
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चोर चुस्त; चौकसी सुस्त: पटनावाले बाइक चोरों से परेशान, हर महीने 300 गाड़ियां हो रहीं गायब
आशीष शुक्ल, पटना। एक गाड़ी खरीदने के लिए कितने महीने अपने खर्चे कम करने पड़ते हैं और साल-दर-साल ईएमआई भी भरनी पड़ती है। यह वाहन स्वामी से बेहतर कौन समझेगा, लेकिन चोरों के लिए यह इतने महीनों की मेहनत नहीं है। उनके लिए कुछ मिनट का समय ही काफी है।
वाहन चोरी की वजह से थानों में चक्कर लगाने वाले ऐसे पीड़ितों की संख्या दो-चार या दर्जन भर नहीं हैं, बल्कि हर महीने आंकड़ा तीन सौ के पार हो जाता है।
ऐसी स्थित तब है, जब जिले में सड़क से लेकर सीमावर्ती इलाके पहरेदारी, सुबह और शाम में वाहन जांच, कैमरे से निगरानी, गलियों में डायल 112 की टीम और सड़कों पर थाना पुलिस की चौकसी का दावा किया जा रहा है।
चौकसी ऐसी है कि वाहन चोर गिरोह जहां चाहते वहीं से वाहन चोरी कर भूमिगत हो जा रहे। लगातार बढ़ते मामलों के बाद भी पुलिस की कार्रवाई केस दर्ज करने से आगे नहीं बढ़ पा रही है।
यहां तक की सूचना पर अगर पुलिस घटनास्थल पहुंच भी गई तो दो चार जगह सीसीटीवी फुटेज देखकर आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी का आश्वासन देते रहती है।
इधर, पुलिस की सुस्ती और उनके कमजोर नेटवर्क का फायदा उठाकर वाहन चोर गिरोह अपना दायरा बढ़ाने के साथ ही घटना को अंजाम देते रहते हैं।
इन इलाकों में सबसे अधिक वाहन चोरीसबसे अधिक वाहन चोरी की शिकायतें कंकड़बाग, गांधी मैदान, कदमकुआं, अगमकुआं में आती हैं। कंकड़बाग, पत्रकारनगर से न्यू बाइपास और ओल्ड बाईपास से होते हुए फरार हो जाते हैं।
इसी तरह गांधी मैदान क्षेत्र में वाहन चोरी कर जेपी गंगा पथ से भाग जाते हैं। वाहन चोरों का गिरोह दीघा क्षेत्र में भी सक्रिय हुए है, जो जेपी गंगा पथ के आसपास से बाइक चोरी कर सीमा पार कर जाते हैं।
बाइक से करते थे शराब की होम डिलीवरीदिसंबर 2024 में लोगों ने बाइक चोरी करते हुए एक बदमाश को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया था। पूछताछ के बाद जक्कनपुर, चित्रगुप्त नगर, आलमगंज व दियारा रुस्तमपुर चार थानों की पुलिस ने वैशाली में दबिश देकर खेत और आसपास के इलाकों से चोरी की 11 बाइक बरामद की।
दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। यह गिरोह बड़े स्तर पर शराब तस्करों को भी चोरी की बाइक को बेचता था।
इसी साल जनवरी में दानापुर, शाहपुर, खगौल और रूपसपुर थाने की संयुक्त टीम ने पतलापुर बाजार स्थित चार गैराज 60 बाइक जब्त की थी।
चोरी की बाइक का लूट, हत्या और रंगदारी में करते इस्तेमालकुछ माह पूर्व कंकड़बाग में रंगदारी नहीं देने पर फायरिंग की गई थी। फायरिंग में इस्तेमाल स्कूटी चोरी की थी। इसके पूर्व पटना सिटी में एक युवक की घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई।
अपराधियों की गिरफ्तारी हुई। वारदात में इस्तेमाल बाइक को भी बरामद किया गया। अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के लिए उक्त बाइक को जक्कनपुर क्षेत्र से लूटा था।
घर-बाजार के पास से पांच मिनट में बाइक उड़ा दे रहे हैं शातिर- 18 फरवरी : रात में गांधी मैदान थाना क्षेत्र के सालिमपुर अहरा में स्कूटी चोरी कर ली गई
- 18 फरवरी : लोदीपुर में बाइक गायब कर दी गई
- 21 फरवरी : बिरला मंदिर रोड साईं मंदिर गली के पास से बाइक चोरी हो गई
- 21 फरवरी : एनआइटी घाट के पास से चोरों ने बाइक गायब कर दी
- 22 फरवरी : पीरबहोर में पिलर संख्या 29-30 के पास बाइक खड़ी कर युवक कुछ सामान खरीदने गए थे। पांच मिनट बाद लौटकर आए तो बाइक चोरी हो चुकी थी
- 24 फरवरी : महेंद्रू रेलवे कार्यालय के मुख्य गेट से पांच मिनट में बाइक चोरी कर ली गई
- 25 फरवरी : रात पीएमसीएच के शिशु वार्ड के पीछे से बाइक चोरी कर ली गई
हाल के दिनों में गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी और वाहन भी बरामद किए गए हैं। थाना पुलिस को जैसे ही वाहन चोरी की सूचना मिलती है, तत्काल इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) को सूचित करते हुए वाहन नंबर उपलब्ध कराना है। वहीं, वाहन के नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। -अवकाश कुमार, एसएसपी
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Bihar Politics: औरंगजेब पर बिहार NDA में ही घमासान, जेडीयू नेता ने कर दिया समर्थन; BJP का आया जवाब
एएनआई, पटना। महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आज़मी द्वारा औरंगज़ेब पर टिप्पणी किए जाने के बाद घमासान मच गया है। अब यह मामला बिहार भी पहुंच गया है। बिहार में एनडीए में ही इस मामले पर अलग-अलग सुर दिखाई दे रहे हैं। जेडीयू नेता खालिद अनवर के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।
जेडीयू नेता खालिद अनवर ने औरंगजेब को बताया अच्छा शासकखालिद अनवर ने औरंगजेब के समर्थन में बयान देकर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। जेडीयू नेता खालिद अनवर ने कहा कि ऐतिहासिक शख्सियतों पर चर्चा अकादमिक ही रहनी चाहिए और उसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि इतिहासकारों ने औरंगज़ेब को एक अच्छा शासक बताया है और वह उतना क्रूर नहीं था जितना उसे अक्सर दर्शाया जाता है। औरंगजेब के बारे में लोगों की अलग-अलग राय है। इतिहासकारों ने कहा है कि औरंगजेब एक अच्छा शासक था और वह उतना क्रूर नहीं था जितना उसे दर्शाया जाता है।
एक लॉबी औरंगजेब को क्रूर बता रहीएक लॉबी है जो उसे क्रूर के रूप में चित्रित करने की कोशिश कर रही है। यह एक अकादमिक चर्चा है, और इस पर संसद के पटल या किसी राजनीतिक रैली में चर्चा नहीं की जा सकती। खालिद अनवर ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि औरंगजेब के खिलाफ इस तरह की गलत सूचना से एक राजनीतिक पार्टी क्या हासिल करना चाहती है।
बीजेपी ने किया जेडीयू नेता पर पलटवारबिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा विधायक तारकिशोर प्रसाद ने जेडीयू नेता को नसीहत देते हुए कहा कि किसी भी नेता को इस तरह के बयान देने से बचने की कोशिश करनी चाहिए। इस तरह के बयान से अच्छा संदेश नहीं जाता है।
औरंगजेब ने जिस तरह से भारत में शासन किया और जिस तरह से उसने एक धर्म का पक्ष लिया और उसके प्रशासन के तरीके क्रूर थे।
हमने हमेशा आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है और कई लोगों ने औरंगजेब के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है और अब उसके जैसे शासक की प्रशंसा करने से बचना चाहिए।
अबू आजमी को विधानसभा से कर दिया गया था निलंबितमहाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मुगल बादशाह औरंगजेब पर टिप्पणी करने के लिए समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी को बुधवार को चल रहे बजट सत्र की पूरी अवधि के लिए निलंबित कर दिया। आजमी की टिप्पणी के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा में आज एक प्रस्ताव लाया गया।
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जागरण संवाददाता, पटना। रेलवे बोर्ड की उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं आरआरबी द्वारा केंद्रीयकृत परीक्षा सीबीटी के माध्यम से की जाएंगी। सभी क्षेत्रीय रेलवे परीक्षा के लिए एक कैलेंडर बनाया जाएगा। सभी परीक्षाएं कैलेंडर के आधार पर आयोजित की जाएंगी।
कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) में उम्मीदवारों को उनके प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिकाएं और सही उत्तर कुंजियां दिखाई जाती हैं। उन्हें प्रश्नों और उत्तर कुंजियों की शुद्धता के बारे में आपत्ति (यदि कोई हो तो) उठाने का अवसर भी दिया जाता है। पात्रता के सभी महत्वपूर्ण डेटा जैसे जाति, प्रमाण पत्र संख्या, मोबाइल नंबर, पहचान के निशान, फोटो और हस्ताक्षर, जन्म तिथि और योग्यता स्पष्ट रूप से परिभाषित और कैप्चर की गई।
बता दें कि अब तक बिना किसी शिकायत के पूरी पारदर्शिता के साथ आरआरबी द्वारा परीक्षाएं आयोजित की जाती रहीं हैं। 2015 से लेकर आज तक सात करोड़ से अधिक उम्मीदवारों की परीक्षा बिना किसी पेपर लीक, प्रतिरूपण, रिमोट लाग-इन और जासूसी उपकरणों के उपयोग द्वारा कंप्यूटर आधारित परीक्षणों के माध्यम से ली गई है।
आरआरबी ने खुली निविदा के माध्यम से एजेंसी का चयन किया थाआरआरबी द्वारा परीक्षा आयोजित करने के लिए खुली निविदा के माध्यम से विभिन्न मापदंडों को पूरा करने वाली एजेंसी का चयन किया गया था। रेलवे टीम द्वारा परीक्षा केंद्र का आडिट यथा बाहर बाथरूम की अनुमति नहीं, 100प्रतिशत सीसीटीवी कवरेज और रिकार्डिंग परीक्षा से दो घंटे पहले और परीक्षा के एक घंटे बाद तक की जाती है। सीसीटीवी से निगरानी की व्यवस्था की गई है।
परीक्षा केंद्र के बारे में जानकारी 10 दिन पहले बताई जाती हैपरीक्षा के शहर के बारे में जानकारी परीक्षा की वास्तविक तिथि से लगभग 10 दिन पहले बताई जाती है। परीक्षा का स्थान, केंद्र परीक्षा से केवल चार दिन पहले उपलब्ध कराया जाता है। परीक्षा केंद्र को मैन्युअल हस्तक्षेप से बचते हुए कम्प्यूटरीकृत माध्यम से आवंटित किया जाता है।
केंद्र के अंदर प्रयोगशाला का आवंटन और बफर नोड्स सहित नोड्स, सभी स्वचालित होते हैं। नकली आवेदनों का पता लगाने के लिए आवेदन पर क्यूआर कोड तथा उम्मीदवार की वास्तविकता स्थापित करने के लिए एडमिट कार्ड पर बारकोड।
परीक्षा केंद्रों में उम्मीदवारों की जांच मेटल डिटेक्टरों से की जाती है। प्रवेश से पहले और परीक्षा के बीच में तथा प्रत्येक बायो ब्रेक के बाद बायोमेट्रिक उपस्थिति (एलटीआई और डिजिटल दोनों) ली जाती है।
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एएनआई, पटना। बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया है। अब इस बयान पर केंद्रीय मंत्री सह मुंगेर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है।
ललन सिंह ने लालू यादव पर साधा निशानाकेंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने तेजस्वी यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू यादव और तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि साल 1990 में जब लालू यादव बिहार के सीएम बने तो नीतीश कुमार की वजह से बने।
नीतीश कुमार ने रात-रातभर जागकर लालू यादव के लिए प्रचार किया और उन्हें सीएम बनाया। एक भी विधायक लालू यादव के समर्थन में नहीं था, वो खुद अपने प्रस्तावक थे और एक विधायक थे शिवशंकर।
तेजस्वी को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं : ललन सिंहकेंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी यादव द्वारा बजट पर लेकर की गई प्रतिक्रिया पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अब बजट अच्छा है तो ये लोग कह रहे हैं कि ये सरकार बचाने वाला बजट है।
इस दौरान तेजस्वी को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने ये भी कहा कि जब कुछ किया ही नहीं तो क्या ही करेंगे। ललन सिंह ने अपने बयान में ये भी कहा कि तेजस्वी को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है।
चारा घोटाले का जिक्रकेंद्रीय मंत्री ने चारा घोटाले का जिक्र करते हुए भी लालू यादव पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि एच डी. देवेगौड़ा जब देश के प्रधानमंत्री थे तब लालू यादव प्रधानमंत्री बनने के लिए दिल्ली गए थे। तभी उनका नाम चारा घोटाले में आ गया और पीएम बनने का सपना पूरा नहीं हुआ।
सीएम नीतीश के बयान से शुरू हुआ घमासान4 मार्च मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा था कि लालू यादव को मुख्यमंत्री उन्होंने बनवाया था। इस बयान के बाद से ही बिहार में सियासी घमासान मच गया।
तेजस्वी यादव ने दावा कर दिया कि एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार उन्होंने नीतीश कुमार को सीएम बनाया है। वहीं, अब केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने सीएम नीतीश के बयान का समर्थन किया है।
महागठबंधन में शुरू हो गया प्रेशर पालिटिक्स का गेम : प्रभाकरभाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र कहा कि बिहार में विपक्षी कुनबे में बिखराव की पटकथा तैयार हो चुकी है और विधानसभा चुनाव के पहले विपक्षी गठबंधन का नामो-निशान बिखर जाएगा।
- प्रभाकर ने कहा कि विपक्ष के बीच प्रेशर पालिटिक्स शुरू हो चुकी है। महागठबंधन में सम्मिलित सभी दल बड़ी संख्या में अपने लिए सीटों के दावे कर रहे हैं। कांग्रेस ने 70 सीटों की मांग की है, जबकि राजद कांग्रेस को सस्ते में हटाने की तैयारी कर रहा है।
- वामदल और वीआइपी का मुंह खुलना अभी बाकी है। इनके दावे जब सामने आएंगे तो तेजस्वी के पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाएगी। महागठबंधन में कुश्ती के लिए अखाड़ा तैयार हो चुका है।
- राजद अपने सहयोगी दलों को पटखनी देकर ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक रहा है। यही नहीं, सहयोगियों को सस्ते में हटाकर ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की फिराक में है।
प्रभाकर ने कहा कि राजद के वरिष्ठ नेता 1990 से पहले और 1990 के बाद के बिहार की तुलना कर कांग्रेस शासनकाल की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
कांग्रेस शासनकाल को सामंती बताया जा रहा। भागलपुर दंगे के लिए पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी कांग्रेस को कोस रही हैं। ऐसे में यह तय हो चुका है कि विधानसभा चुनाव के पहले विपक्षी गठबंधन का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
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Bihar Weather Today: बिहार में फिर पलटी मारेगा मौसम, तेज हवाओं के साथ इन इलाकों में होगी बारिश; IMD ने जारी किया अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: पूर्वोत्तर असम और इसके आसपास एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। आठ और नौ मार्च के आसपास पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा। इसके कारण आठ और नौ मार्च को उत्तर पूर्व व दक्षिण पूर्व भागों के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा का पूर्वानुमान है।
30 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के आसारअगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित अधिसंख्य भागों में 10-20 किमी प्रतिघंटा व झोंके के साथ 30 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार के साथ सतही हवा का प्रवाह जारी रहेगा।
मौसम विभाग ने नाविकों तथा नदी से यात्रा करने वाले यात्रियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। दो से तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
10 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावटमौसम में हुए बदलाव के कारण पटना समेत 10 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस, जबकि 12.9 डिग्री सेल्सियस के साथ जीरादेई (सिवान) में सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
पटना का अधिकतम तापमान चार डिग्री गिरावट के साथ 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि, 30.8 डिग्री सेल्सियस के साथ छपरा में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। बुधवार को पटना समेत 30 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना व आसपास इलाकों में तेज हवा का प्रवाह बने होने के साथ मौसम सामान्य बना रहा।
प्रमुख शहरों के तापमान में गिरावट शहरगिरावट (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
तापमान (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
पटना 3.9 26.7 भोजपुर 5.3 25.5 बक्सर 5.3 27.5 गोपालगंज 4.6 26.4 अरवल 4.7 25.0 औरंगाबाद 4.8 28.1 सासाराम 5.1 25.5 राजगीर 3.2 26.6 गया 2.8 28.0 डेहरी 2.2 29.6 भोजपुर 5.3 25.5 प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
पटना 26.7 17.0 गया 28.8 17.2 भागलपुर 28.6 17.8 मुजफ्फरपुर 26.3 16.6 गया: मौसम में बदलाव से बढ़ी किसानों की चिंतागया में 5 मार्च को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस समय गेहूं, दलहन और सब्जियों की फसलें अभी पूर्ण रूप से तैयार भी नहीं हुई हैं। यदि तापमान की यही स्थिति बनी रही तो फसलों की उत्पादकता पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
आमस कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ पंकज तिवारी (पादप रोग विज्ञान) के अनुसार रबी की फसलें मुख्यतः ठंडे मौसम की फसलें होती हैं, जिसका समय अक्टूबर से मार्च तक होता है।
गेहूं के लिए 24-26 डिग्री सेल्सियस अधिकतम और 10-12 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान उपयुक्त होता है। बढ़े हुए तापमान से फसलों में जल्दी परिपक्वता होगी। इससे दाने का वजन और गुणवत्ता प्रभावित होगी। उत्पादन में 10-15% तक की कमी संभावित है।
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कामाख्या-आनंद विहार, नारंगी-गोरखपुर और कटिहार-अमृतसर के बीच चलेंगी स्पेशल ट्रेनें; जानें रूट और टाइमिंग
जागरण संवाददाता, पटना। होली के अवसर पर यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनों (Holi Special Trains List) का परिचालन किया जा रहा है।
इसी क्रम में नारंगी-गोरखपुर, कटिहार-अमृतसर, कामाख्या-आनंद विहार के मध्य एक-एक जोड़ी तथा गोमतीनगर से भागलपुर एवं मालदा टाउन, गोरखपुर से हावड़ा एवं आसनसोल तथा गाजीपुर सिटी से सियालादह के मध्य एक-एक वन-वे होली स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।
गाड़ी सं. 02525/02526 कामाख्या-आनंद विहार-कामाख्या होली स्पेशल का परिचालन कामाख्या से सात से 28 मार्च तक प्रत्येक शुक्रवार को तथा आनंद विहार से नौ मार्च से 30 मार्च तक प्रत्येक रविवार को किया जाएगा।
कामाख्या-आनंद विहार-कामख्या ट्रेन का रूटकामाख्या से रात 10.45 बजे प्रस्थान करेगी तथा हाजीपुर से 4.20 बजे, पाटलिपुत्र से शाम 5.20 बजे, दानापुर से शाम 5.42 बजे, आरा से 6.20 बजे, बक्सर से शाम 7.12 बजे होते हुए आनंद विहार पहुंचेगी।
वापसी में गाड़ी आनंद विहार से शाम 5.20 बजे चलेगी। इस गाड़ी में वातानुकूलित प्रथम श्रेणी का एक, वातानुकूलित तृतीय इकोनॉमी श्रेणी के 13, शयनयान श्रेणी के चार, साधारण द्वितीय श्रेणी के दो कोच लगाए जाएंगे।
नारंगी-गोरखपुर-नारंगी ट्रेन का रूटगाड़ी सं. 05633/05634 नारंगी-गोरखपुर-नारंगी होली स्पेशल का परिचालन नारंगी से छह मार्च से 27 मार्च तक प्रत्येक गुरुवार को तथा गोरखपुर से सात मार्च से 28 मार्च तक प्रत्येक शुक्रवार को परिचालित की जाएगी।
नारंगी से दिन के 1.20 बजे तथा गोरखपुर से रात 8.55 बजे खुलेगी। इस स्पेशल में शयनयान श्रेणी के 18, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एक, सामान्य द्वितीय श्रेणी के दो तथा एसएलआरडी के दो कोचों सहित कुल 23 कोच लगाए जाएंगे।
कटिहार-अमृतसर-कटिहार ट्रेन का रूटगाड़ी संख्या 05734/05733 कटिहार-अमृतसर-कटिहार होली स्पेशल का परिचालन कटिहार से छह मार्च से से 27 मार्च तक प्रत्येक गुरुवार को तथा अमृतसर से आठ से 29 मार्च तक प्रत्येक शनिवार को किया जाएगा।
कटिहार से दिन के 11.40 बजे तथा अमृतसर से सुबह 4.20 बजे चलेगी। इस गाड़ी में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के तीन, शयनयान श्रेणी के पांच, साधारण द्वितीय श्रेणी के चार तथा वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के एक कोच लगाए जाएंगे।
चलेंगी पांच वन-वे होली स्पेशल- छह मार्च को गाड़ी संख्या 05084 गोमतीनगर-मालदा टाउन वन-वे स्पेशल दोपहर 2.20 बजे चलेगी
- छह मार्च को गाड़ी संख्या 05092 गाजीपुर सिटी-सियालदह वन-वे स्पेशल दिन के 1.55 में चलेगी।
- सात मार्च को गाड़ी संख्या 05086 गोमतीनगर-भागलपुर वन-वे स्पेशल दिन के 2.20 बजे चलेगी
- सात मार्च को गाड़ी संख्या 05088 गोरखपुर-आसनसोल वन-वे स्पेशल गाड़ी रात 8.50 बजे चलेगी
- नौ मार्च को गाड़ी संख्या 05090 गोरखपुर-हावड़ा वन-वे स्पेशल रात 11.15 बजे चलेगी
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Bihar Jobs 2025: युवाओं के लिए गुड न्यूज, सरकार 2473 पदों पर करेगी भर्ती; जल्द निकलेगा नोटिफिकेशन
जागरण संवाददाता, पटना। सरकारी नौकरी के लिए हाई कोर्ट से लेकर विभाग तक दौड़ लगाने वाले डिप्लोमा फार्मासिस्ट छात्रसंघ के प्रतिनिधिमंडल बुधवार को प्रकाशित 10 हजार रिक्तियों में खुद को न पाकर, इतने मायूस हुए कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के पास पहुंच गए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा सबसे पहले डिप्लोमा फार्मासिस्ट रिक्तियों की अधियाचना प्रकाशित करने का आग्रह भेजने पर भी देरी से उन्हें अवगत कराया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया कि अभी कुछ पदों पर नियुक्तियों का विज्ञापन निकाला गया है और अन्य का जल्द प्रकाशित होगा।
इस महीने निकलेगा नोटिफिकेशनइस माह डिप्लोमा फार्मासिस्ट की रिक्तियों का विज्ञापन भी प्रकाशित हो जाएगा। बताते चलें 19 वर्ष पूर्व डिप्लोमा फार्मासिस्ट पदों पर नियुक्ति निकली थी।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को विज्ञापन प्रकाशन में देरी संबंधी आवेदन देते डिप्लोमा फार्मासिस्ट छात्रसंघ के पदाधिकारी। जागरण
डिप्लोमा फार्मासिस्ट ऑर्गेनाइजेशन छात्र संघ, के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से 2473 पदों पर नियुक्ति की अधियाचना भेजी गई है।
'आयोग के स्तर से हो रही देरी'स्वास्थ्य मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि चार माह पूर्व ही विभाग ने विज्ञापन प्रकाशन के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग को अधियाचना भेज दी थी। आयोग के स्तर से विज्ञापन प्रकाशन में देरी हो रही है।
अरविंद ने बताया कि हाईकोर्ट ने लोकसभा चुनाव खत्म होने के तीन माह के अंदर सिर्फ डिप्लोमा फार्मासिस्टों की नियमित नियुक्ति हेतु विज्ञापन प्रकाशित कर नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश दिया था। आठ माह में भी विज्ञापन नहीं निकलने पर हाई कोर्ट में अवमानना वाद याचिका विचाराधीन है।
रेलवे की सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं आरआरबी सीबीटी के माध्यम से कराएगादूसरी ओर, रेलवे बोर्ड की उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं आरआरबी द्वारा केंद्रीयकृत परीक्षा सीबीटी के माध्यम से की जाएंगी। सभी क्षेत्रीय रेलवे परीक्षा के लिए एक कैलेंडर बनाया जाएगा। सभी परीक्षाएं कैलेंडर के आधार पर आयोजित की जाएंगी। कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) में उम्मीदवारों को उनके प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिकाएं और सही उत्तर कुंजियां दिखाई जाती हैं। उन्हें प्रश्नों और उत्तर कुंजियों की शुद्धता के बारे में आपत्ति (यदि कोई हो तो) उठाने का अवसर भी दिया जाता है।
पात्रता के सभी महत्वपूर्ण डेटा जैसे जाति, प्रमाण पत्र संख्या, मोबाइल नंबर, पहचान के निशान, फोटो और हस्ताक्षर, जन्म तिथि और योग्यता स्पष्ट रूप से परिभाषित और कैप्चर की गई। बिना किसी शिकायत के पूरी पारदर्शिता के साथ आरआरबी द्वारा परीक्षाएं आयोजित की जाती रहीं हैं। 2015 से लेकर आज तक सात करोड़ से अधिक उम्मीदवारों की परीक्षा बिना किसी पेपर लीक, प्रतिरूपण, रिमोट लॉग-इन और जासूसी उपकरणों के उपयोग द्वारा कंप्यूटर आधारित परीक्षणों के माध्यम से ली गई है।
आरआरबी द्वारा परीक्षा आयोजित करने के लिए खुली निविदा के माध्यम से विभिन्न मापदंडों को पूरा करने वाली एजेंसी का चयन किया गया था। रेलवे टीम द्वारा परीक्षा केंद्र का आडिट यथा बाहर बाथरूम की अनुमति नहीं, 100प्रतिशत सीसीटीवी कवरेज और रिकार्डिंग परीक्षा से दो घंटे पहले और परीक्षा के एक घंटे बाद तक की जाती है। सीसीटीवी से निगरानी की व्यवस्था की गई है।
परीक्षा के शहर के बारे में जानकारी परीक्षा की वास्तविक तिथि से लगभग दस दिन पहले बताई जाती है। परीक्षा का स्थान, केंद्र परीक्षा से केवल चार दिन पहले उपलब्ध कराया जाता है। परीक्षा केंद्र को मैन्युअल हस्तक्षेप से बचते हुए कम्प्यूटरीकृत माध्यम से आवंटित किया जाता है। केंद्र के अंदर प्रयोगशाला का आवंटन और बफर नोड्स सहित नोड्स, सभी स्वचालित होते हैं।
नकली आवेदनों का पता लगाने के लिए आवेदन पर क्यूआर कोड तथा उम्मीदवार की वास्तविकता स्थापित करने के लिए एडमिट कार्ड पर बारकोड। परीक्षा केंद्रों में उम्मीदवारों की जांच मेटल डिटेक्टरों से की जाती है। प्रवेश से पहले और परीक्षा के बीच में तथा प्रत्येक बायो ब्रेक के बाद बायोमेट्रिक उपस्थिति (एलटीआई और डिजिटल दोनों) ली जाती है।
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Bihar: नीतीश सरकार ने दी खुशखबरी! बिहार में बनेंगी 18000 KM लंबी सड़कें, नेशनल हाईवे भी बनेंगे
राज्य ब्यूरो, पटना। ग्रामीण क्षेत्रों में दो वित्तीय वर्ष के भीतर 18000 किलोमीटर लंबाई में सड़कें बनाई जाएंगी। विधानसभा में बुधवार को यह जानकारी ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने दी। इनमें से 9000 किलोमीटर में इसी वित्तीय वर्ष निर्माण कार्य हो जाएगा। शेष 9000 किलोमीटर अगले वर्ष में। सरकार का प्रयास विधानसभा चुनाव से पहले निर्माण करा लेने का है।
सीतामढ़ी जिला में एक खस्ताहाल सड़क के संदर्भ में मुकेश कुमार यादव ने प्रश्न किया था। दूसरा प्रश्न मनोहर प्रसाद सिंह का था। वे कटिहार जिला के अमदाबाद प्रखंड में डेढ़ किलोमीटर लंबाई में सड़क नहीं होने 10 हजार की जनसंख्या की परेशानी का उल्लेख किए। ग्रामीण सड़कों के संदर्भ में ऐसे ही लगभग आधा दर्जन प्रश्न थे।
रामबली सिंह यादव के प्रश्न पर मंत्री ने कहा कि विपक्ष ग्रामीण सड़कों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दे। इस विभाग का मंत्री रहते उनके नेता (तेजस्वी प्रसाद यादव) ने तो कुछ भी नहीं किया। उनके नेता जब आए थे तब राज्य में मात्र आठ हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कें थीं।
आज उसकी लंबाई बढ़कर एक लाख 17 हजार किलोमीटर हो गई है। ग्रामीण सड़कों के निर्माण में कोई भेदभाव नहीं किया गया है कि यह एनडीए विधायक का क्षेत्र है या राजद का। उल्लेखनीय है कि चौधरी के उत्तर के समय ही मुख्यमंत्री सदन में आए थे।
एनएच बनाने के लिए चिह्नित की जा रहीं कुछ और सड़केंविधानसभा में बुधवार को एक प्रश्न के उत्तर में सरकार ने बताया कि अभी बिहार में जनसंख्या घनत्व के आधार पर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) की लंबाई भले ही कम हो, लेकिन क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से यह राष्ट्रीय औसत से डेढ़ गुना अधिक है। राज्य में कुछ और सड़कें भी एनएच घोषित की जाएंगी। इसके लिए योग्य सड़कों को चिह्नित किया जा रहा है। प्रश्न अरुण शंकर प्रसाद का था।
अखबार की एक खबर के हवाले से उनका कहना था कि बिहार में मात्र 36 एनएच हैं, जिनकी कुल लंबाई 6131.80 किलोमीटर है। देश में एनएच 146145 किलोमीटर है। बिहार की तुलना में महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक आदि में एनएच अधिक है। इसी के साथ उन्होंने पूछा था कि क्या यह सही नहीं है कि 2005 में राष्ट्रीय स्तर पर एनएच में बिहार की भागीदारी 5.4 प्रतिशत थी। वह घटकर अभी 4.04 प्रतिशत रह गई है, जबकि राष्ट्रीय औसत छह प्रतिशत का है।
उत्तर में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि 2005 में राज्य में दो-लेन और फोर-लेन सड़कों की लंबाई क्रमश: 1200 और 800 किलोमीटर थी। वह बढ़कर अब क्रमश: 2000 और 2600 किलोमीटर हो गई है। तब एनएच की लंबाई बिहार में मात्र 3600 किलोमीटर थी, जो बढ़कर अब 6000 किलोमीटर हो गई है। क्षेत्रफल (प्रति हजार किलोमीटर) के हिसाब से राष्ट्रीय औसत 39 किलोमीटर का है, जो बिहार में 60 किलोमीटर है।
अब राज्य में छह लेन की सड़कों का भी निर्माण हो रहा है। इसमें आमस-दरभंगा, पटना-बेतिया, आरा-सासाराम, वाराणसी-कोलकाता के अलावा राम जानकी मार्ग और बक्सर-चौसा मार्ग हैं। हम ग्रीन-फील्ड एलायनमेंट की ओर बढ़ चले हैं और बिहार को कई एक्सप्रेस-वे भी मिले हैं। इसी के साथ मंत्री ने काम में देरी, अड़चन या निर्माण एजेंसी के फिसड्डी होने जैसी शिकायतों को सही नहीं माना।
देरी तो हुई, फिर भी रैयतों को मिलेगा मुआवजा:मुंगेर जिला में गोगरी से हरिणमार-झौवा बहियार तक सड़क से जुड़े पुल निर्माण के लिए 2012 में ही किसानों की भूमि ली गई थी। उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला। प्रवण कुमार का प्रश्न था कि मुआवजा कब तक मिलेगा।
नितिन ने बताया कि रैयतों में से एक मो. सबुल 2023 में उच्च न्यायालय चले गए थे। पिछले वर्ष 13 अगस्त को न्यायालय ने मुआवजा भुगतान का आदेश दिया है। मुआवजे के लिए जिला प्रशासन द्वारा दर का निर्धारण किया जा रहा है। उसके बाद भुगतान कर दिया जाएगा।
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