Dainik Jagran
कांग्रेस की नजर में गिरिराज की हिंदू स्वाभिमान यात्रा 'नौटंकी', JDU बोली- नीतीश राज में मंदिर-मस्जिद गुलजार
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) की प्रस्तावित हिंदू स्वाभिमान यात्रा की कांग्रेस ने खुल कर आलोचना की है, जबकि जदयू ने सांकेतिक रूप में इसका विरोध किया है।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने सोमवार को अपने एक्स हैंडल पर लिखा-ग्लोबल थिंकर व क्लाइमेट लीडर की उपाधि पा चुके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भीषण ठंड में भी जनता से संवाद करते रहे हैं। अंग प्रदेश हो या सीमांचल सभी जगह मंदिर हो या मस्जिद सबको गुलजार किया और बिहार में खुशनुमा माहौल के साथ विकास की नई इबारत लिखी है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय मिडिया पैनलिस्ट और और पूर्व विधान पार्षद प्रेम चंद्र मिश्रा ने गिरिराज सिंह की यात्रा को पाखंड करार दिया है। उन्होंने पूछा कि क्या बिहार में हिंदू स्वाभिमान खतरे में है? बिहार में तो उन्हीं लोगों की सरकार है फिर ऐसी यात्रा क्यों ?
उन्होंने गिरिराज सिंह को बांग्लादेश जाकर वहां रह रहे हिंदुओं के हितों की सुरक्षा और उनके स्वाभिमान जगाने हेतु यात्रा निकालने की सलाह दी।
स्मार्ट मीटर के विरुद्ध कांग्रेस का जिला मुख्यालयों में प्रदर्शनऊर्जा विभाग के द्वारा लगाए जा रहे प्रीपेड स्मार्ट मीटर के विरुद्ध कांग्रेस ने बुधवार को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदेशव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने प्रत्येक जिले के प्रभारियों को निर्देश दिया है कि जिलाध्यक्ष के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं को लेकर ऊर्जा विभाग के कार्यालय तक मार्च और उसके बाहर प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने बताया कि इससे पहले नालंदा और कैमूर जिला मुख्यालयों में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश और प्रदेश अध्यक्ष ने जनजागरण अभियान का नेतृत्व किया था।
कांग्रेस की सरकारों ने बिहार की बाढ़ समस्या को कभी गंभीरता से नहीं लिया : सम्राट चौधरीउप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि भारी वर्षा के बाद नेपाल से आने वाले लाखों क्यूसेक वर्षा जल से हर साल उत्तर बिहार की नदियों में आने वाली भीषण बाढ़ की समस्या को कांग्रेस की सरकारों ने कभी गंभीरता से नहीं लिया। वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी और अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने बाढ़-नियंत्रण और जल प्रबंधन को उच्च प्राथमिकता दी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार से गुजरने वाली गंगा के जल का उचित प्रबंधन कर एक मॉडल पेश किया, जिससे आज गंगा जल मोक्षधाम गया, नवादा और राजगीर को भी मिलने लगा है।
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Bihar Politics: 'लालू-राबड़ी शासनकाल में अपराधी कानून को...', मंत्री मंगल पांडेय का तेजस्वी यादव पर पलटवार
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि तेजस्वी यादव को देश और प्रदेश की एनडीए सरकार को कोसने व आरोप लगाने से पहले अपने माता-पिता के भयावह शासनकाल को याद करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हुई एक हत्या को लेकर तेजस्वी यादव का यह कहना कि एनडीए सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है, सरासर बेबुनियाद आरोप है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व एनडीए सरकार पर देश को भरोसा है।
मंगल पांडेय ने आगे कहा कि बिहार में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने सुशासन व कानून का राज स्थापित किया है। लालू-राबड़ी शासनकाल में अपराधी कानून को ठेंगे पर रख कर कोहराम मचाते थे। जनता डरी-सहमी रहती थी। एनडीए सरकार को आरोपित करने से पहले तेजस्वी यादव को एक बार भय व दहशत के उन गुजरे दौर को भी याद कर लेना चाहिए।
सात निश्चय योजना प्रदेश के विकास में मील का पत्थर : जदयूजदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने सोमवार को कहा कि सात निश्चय -1 और 2 के तहत जिन योजनाओं पर काम हुआ वह प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित हुई हैं। सात निश्चय की योजनाओं के बेहतर संचालन और क्रियान्वयन का सकारात्मक असर सूबे के सुदूर गांवों तक नजर आता है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने जनता का मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ आधारभूत संरचनाओं के विस्तार पर जोर दिया है। सरकार के प्रभावी प्रयासों से औद्योगिक प्रोत्साहन एवं निवेश की दिशा में अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है।
प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप नीति के तहत युवाओं को दस लाख रुपए तक का ब्याजमुक्त ऋण दिया जा रहा। विकास को लेकर नीतीश कुमार की प्रतिबद्धता पर कोई सवाल खड़े नहीं कर सकता।
16 से 31 अक्टूबर तक भाजपा चलाएगी सक्रिय सदस्यता अभियानभारतीय जनता पार्टी द्वारा प्राथमिक सदस्यता अभियान के बाद सक्रिय सदस्यता के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत 16 अक्टूबर से की जाएगी। सक्रिय सदस्यता अभियान को सफल बनाने के लिए सोमवार को भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता आरा जिलाध्यक्ष दुर्गा राज और संचालन महामंत्री नरेन्द्र तिवारी ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि और वंदे मातरम के साथ हुआ। कार्यशाला मे बतौर मुख्य वक्ता प्रदेश अध्यक्ष सह शाहाबाद क्लस्टर प्रभारी सिद्धार्थ शंभु ने सक्रिय सदस्य बनने और उस अभियान को सफल बनाने के लिए विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने बताया कि 16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक पार्टी की सक्रिय सदस्यता अभियान चलेगा। सक्रिय सदस्य, पार्टी के वैसे कार्यकर्ता बनेंगे, जिसने 50 प्राथमिक सदस्य बनाएं हैं। उन्होंने भोजपुर जिले में अभी तक करीब एक लाख प्राथमिक सदस्य बनने पर जिला के कार्यकर्ताओं को बधाई दी और साथ ही कहा कि 15,16,17 अक्टूबर को आरा जिला में सघन प्राथमिक सदस्यता अभियान चला कर सक्रिय सदस्य बनने के पात्र को अधिक से अधिक प्राप्त करना है।
नीतीश सरकार का पटनावासियों को दिवाली गिफ्ट, अटल पथ और गंगा पथ पर रोज चलेंगी सिटी बसें
राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी में बनीं दो नई चौड़ी और चमचमाती सड़कों पर जल्द ही सिटी बस से सफर किया जा सकेगा। शहरवासियों की सुविधा के लिए इसी माह से अटल पथ और जेपी गंगा पथ पर सीएनजी और इलेक्ट्रिक सिटी बसों का परिचालन शुरू होगा। कंगन घाट से आर ब्लाक तक रोज अप एंड डाउन में बसों का परिचालन किया जाएगा।
परिवहन विभाग ने इसके लिए अटल और गंगा पथ पर नए रूट का निर्धारण किया है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि 15 दिनों में इस रूट पर सिटी बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि अटल और गंगा पथ पर सिटी बसों का परिचालन किये जाने से आर ब्लाक से कंगनघाट का सफर जाम मुक्त होगा। इससे न सिर्फ लोगों का सफर आसान होगा, बल्कि यह पटना शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुचारू बनाएगा।
गंगा का दिखेगा नजारा, पीएमसीएच पहुंचना होगा आसान:कंगन घाट से आर ब्लाक के बीच सिटी बसों के सफर में यात्री गंगा नदी के खूबसूरत नजारों को देख सकेंगे। इन नए बस मार्गों से प्राइवेट गाडि़यों पर निर्भरता भी कम होगी, जिससे पटना शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या का भी समाधान होगा। इस रूट के जरिए पीएमसीएच और अन्य प्रमुख अस्पतालों तक पहुंचना भी आसान होगा। सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन होने से प्रदूषण भी कम होगा।
यह होगा सिटी बस का रूट:कंगनघाट से आर ब्लॉक (अप) वाया- गायघाट, कृष्णाघाट, पीएमसीएच, गांधी मैदान, एलसीटी घाट, दीघा घाट, स्टालीन नगर, कुर्जी बालू पर, राजीव नगर, न्यू पाटलीपुत्र, इन्द्रपुरी, महेश नगर, शिवपुरी, एसके पुरी, पुनाई चक, मोहनपुर संप हाउस, दारोगा राय पथ मोड़, आर ब्लॉक।
आर ब्लॉक से कंगनघाट (डाउन) वाया - दारोगा राय पथ मोड़, मोहनपुर संप हाउस, पुनाईचक, एसकेपुरी, शिवपुरी, महेश नगर, न्यू पाटलिपुत्र, इंद्रपुरी, राजीव नगर, कुर्जी बालू पर, स्टालीन नगर, दीघा घाट, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, कृष्णा घाट, गाय घाट, कंगन घाट।
गंगा घाट से लेकर सड़क, फुटपाथ पर पसरी गंदगीपटना शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए हर स्तर से जन जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद दशहरा खत्म होते ही गंगा घाटों, सड़कों, फुटपाथों से लेकर गली मोहल्लों तक में सोमवार को गंदगी पसरी नजर आई। नगर निगम की टीम भद्रघाट पर बने कृत्रिम तालाब की सफाई में जुटी रही।
महावीर घाट के समीप फुटपाथ और गंगा किनारे की सड़क पर पसरी गंदगी। जागरण
बगल के महावीर घाट, गंगा किनारे की सड़क और फुटपाथ तथा अशोक राजपथ पर पसरी गंदगी स्वच्छता के प्रति नागरिकों की जागरूकता और संसाधन की कमी पर सवाल खड़े कर रही थी।
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Sharad Purnia 2024: ध्रुव योग में 16 अक्टूबर को मनेगी शरद पूर्णिमा, चंद्रलोक से पृथ्वी पर आएंगी मां लक्ष्मी
जागरण संवाददाता, पटना। आश्विन शुक्ल पूर्णिमा 16 अक्टूबर बुधवार को व्रत की पूर्णिमा में शरद पूर्णिमा का पर्व मनेगा। इस दिन दो वर्ष बाद उत्तर भाद्र नक्षत्र व ध्रुव योग के संयोग व रवि योग के सुयोग में मनेगा। 16 अक्टूबर की रात 7.47 बजे से आरंभ होकर 17 की शाम 5.34 बजे तक रहेगा। स्नान दान की पूर्णिमा 17 अक्टूबर गुुरुवार को मनेगा। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं की कलाओं के साथ अपनी शीतलता पृथ्वी पर प्रसारित करता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धन, वैभव की देवी मां लक्ष्मी चंद्रलोक से पृथ्वी पर आती हैं। यह पूर्णिमा सभी 12 पूर्णिमा में सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है। इस दिन चंद्रमा के प्रकाश में औषधीय गुण मौजूद रहता है। इनमें कई असाध्य रोगों को दूर करने की शक्ति होती है। इस दिन चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती है। जो धन, प्रेम और सेहत तीनों देती है। प्रेम और कलाओं से परिपूर्ण होने के कारण भगवान कृष्ण ने इसी दिन महारास रचाया था।
ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि रवि योग के सुयोग में पूर्णिमा की महत्ता बढ़ गई है। इसके अलावा गर करण, ध्रुव योग तथा बुधवार दिन होने से इसकी महत्ता बढ़ गई है। इस दिन रात्रि बेला में मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से सुख-समृद्धि, धन-लाभ व एश्वर्य में वृद्धि होती है।
मिथिलांचल में कोजगरा पर्वमिथिला क्षेत्रों में नवविवाहित वर के घर में कोजगरा का पर्व मनेगा। इसमें वधु पक्ष से कौरी, वस्त्र, पान, मखान, फल, मिठाई, पाग आदि का संदेश आता है। इस दिन सनातन धर्मावलंबी पवित्रता से निर्मित खीर को पूरी रात चन्द्रमा की अमृतोमय चांदनी में छत पर रखते हैं तथा भगवती लक्ष्मी के समक्ष घी का दीपक जलाते हैं। इस दिन शुभ कार्य, गरीब-निर्धन की सेवा, दूध-दही, चावल आदि का दान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।
चन्द्र किरणें बरसाएंगी अमृतशरद पूर्णिमा के रात्रि में चंद्रमा की सोममय रश्मियां पेड़-पौधों व वनस्पतियों पर पड़ने से उनमे भी अमृत का संचार हो जाता है। रात में चंद्र की किरणों से जो अमृत वर्षा होती है, उसके फल स्वरूप घरों के छतों पर रखा खीर अमृत सामान हो जाती है। उसमें चंद्रमा से जनित दोष शांति और आरोग्य प्रदान करने की क्षमता आ जाती है।
यह प्रसाद ग्रहण करने से प्राणी को मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। चंद्र की पीड़ा के कारण जातक को कफ, खांसी, सर्दी-जुकाम, अस्थमा, फेफड़ों और श्वास के रोग संबंधी परेशानियां रहती है। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र का अवलोकन व आराधना तथा शीतल खीर का प्रसाद ग्रहण करने से इन रोगों से मुक्ति मिलती है।
शरद पूर्णिमा का पौराणिक महत्वआश्विन पूर्णिमा यानी शरद पूर्णिमा देवों के चतुर्मास के शयनकाल का अंतिम चरण होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था, इसलिए सुख, सौभाग्य, आयु, आरोग्य और धन-संपदा की प्राप्ति के लिए इस पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इस रात को मां लक्ष्मी स्वर्ग लोक से पृथ्वी पर प्रकट होती हैं। इस रात जो मां लक्ष्मी को जो भी व्यक्ति पूजा करता हुआ दिखाई देता है। मां उस पर कृपा बरसाती हैं।
- शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाकर, घी के दीपक जलाने से घर में सुख शांति बनी रहती है।
- मां लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने व आर्थिक संकटों से छुटकारा पाने के लिए पूर्णिमा की रात्रि में घर में घी के 21 दीपक जलाकर श्रीसूक्त का 51 बार पाठ करना अति शुभ कारी माना जाता है।
- समस्त सुखों की प्राप्ति के लिए शरद पूर्णिमा की रात्रि में लक्ष्मी-नारायण की आराधना एवं विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से घरों में धन-वैभव बना होता है।
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खुशखबरी: पटना से नई दिल्ली के बीच चलेगी Vande Bharat, कानपुर-बक्सर समेत इन स्टेशनों पर रुकेगी
जागरण टीम, पटना/सिवान। नई दिल्ली से पटना आने वाले यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे ने एक बड़ी खुशखबरी दी है। रेलवे की ओर से आगामी 30 अक्टूबर से पूजा के मद्देनजर स्पेशल वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) चलाने का निर्णय लिया गया है। फिलहाल यह ट्रेन प्रायोगिक रूप से 30 अक्टूबर एवं एक, तीन एवं छह नवंबर को चलाई जाएगी।
ट्रेन नई दिल्ली से 30 अक्टूबर को 08.25 बजे खुलेगी और कानपुर, प्रयागराज, डीडीयू, बक्सर एवं आरा में रुकते हुए उसी दिन शाम आठ बजे पटना जंक्शन पहुंच जाएगी।
वापसी में पटना-नई दिल्ली वंदे भारत पटना से 31 अक्टूबर, दो, चार एवं सात नवंबर को खुलेगी। पटना से खुलने का समय 07.30 बजे निर्धारित किया गया है। वहीं नई दिल्ली शाम सात बजे ट्रेन पहुंचेगी। पटना से खुलने वाली वंदे भारत ट्रेन का आरा में 08.05 बजे, बक्सर में 08.47 बजे, डीडीयू में 10.20 बजे, प्रयागराज में 12.10 बजे, कानपुर सेंट्रल 14.18 बजे रुकते हुए उसी दिन 19 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी।
पटना से नई दिल्ली के पहली बार स्पेशल वंदे भारत का परिचालन किया जा रहा है। रेलवे की ओर से पूजा स्पेशल वंदे भारत शुरू करने से यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है।
सिवान से पटना के लिए एक ही ट्रेन का हो रहा परिचालनपूर्वातर रेलवे का सिवान जंक्शन एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। यह जंक्शन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से गोपालगंज जिले के भी यात्री अपनी यात्रा शुरू व समाप्त करते हैं, लेकिन इसके हिसाब से यहां पर सुविधाओं की घोर कमी है। सबसे बड़ी समस्या सिवान से राज्य की राजधानी पटना जाने वाले यात्रियों को है। कारण कि सिवान से पटना जाने के लिए चार साल पहले रेलवे लाइन को चालू कर दिया गया।
इससे सिवान से पाटलिपुत्र स्टेशन तक की यात्रा सीधे तौर पर होती है, लेकिन सिवान से कोई भी ट्रेन पटना के लिए नहीं चलती है। रेल लाइन चालू करने के साथ ही गोरखपुर से पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए एक पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया, लेकिन बाद में बंद कर दिया गया।
कुछ दिन बाद लखनऊ से पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए एक सुपरफास्ट ट्रेन का भी परिचालन कराया गया। इस तरह सिवान से पटना तक की यात्रा महज एक ट्रेन से ही कराई जा रही है। इसमें सुपरफास्ट एक्सप्रेस दोपहर 11:50 बजे सिवान जंक्शन पर आती है और पाटलिपुत्र में दोपहर 2:50 बजे पहुंचती है, जबकि यह ट्रेन शाम में 3:50 बजे पाटलिपुत्र से चलती है और शाम 6:15 बजे सिवान आती है।
पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए सिवान से या सिवान होकर कम एक दर्जन ट्रेनें चाहिए, तभी सिवान के लोगों का पटना के लिए यात्रा आसान हो जाएगा और पटना जाने व आने के लिए किसी भी तरह से ट्रेन का इंतजार करना नहीं पड़ेगा।
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Bihar Rojgar Mela: 18 से 29 अक्टूबर तक 9 जिलों में लगेगा रोजगार मेला, www.ncs.gov.in पर करें रजिस्ट्रेशन
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के नौ जिलों में 18 से 29 अक्टूबर तक रोजगार मेला का आयोजन किया जाएगा। सोमवार को श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार प्रदान कराने के साथ स्वरोजगार से जोड़ने हेतु विभाग निरंतर प्रयत्नशील है।
इसी उद्देश्य से नियोजन एवं प्रशिक्षण निदेशालय की पहल पर एक दिवसीय नियोजन तथा व्यावसायिक मार्गदर्शन मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस रोजगार मेला में राज्य के सभी जिलों के तकनीकी एवं गैर तकनीकी क्षेत्र में योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी सम्मिलित हो सकते हैं।
इस पोर्टल पर करना होगा रजिस्ट्रेशनइसमें सम्मिलित होने के लिए युवाओं को सबसे पहले नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) के पोर्टल www.ncs.gov.in पर निबंधन कराना आवश्यक होगा। जिस पर निबंधन की सुविधा आयोजन स्थल पर भी उपलब्ध होगी। युवा विस्तृत जानकारी हेतु संबंधित जिला के नियोजनालय कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि नियोजन मेला में देश की प्रसिद्ध एवं नामचीन कंपनियां आकर युवाओं को रोजगार मुहैया करवाएंगी। जिलास्तर पर इस मेला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य सुदूरवर्ती क्षेत्र के युवाओं को रोजगार से जोड़ना है।
विभाग ने जारी किया टोल फ्री नंबरविभाग द्वारा समेकित सूचना एवं समाधान केंद्र की स्थापना कर टोल फ्री नंबर : 1800-296-5656 जारी किया गया है जिसमें सभी कार्यदिवस पर सुबह आठ बजे से रात्रि आठ बजे तक युवा बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं अन्य योजनाओं की सुलभ जानकारी एवं प्रतिभागियों के समस्याओं के समाधान भी प्राप्त कर सकते हैं।
नियोजन मेला की तिथि व जिले- 18 अक्टूबर : नवादा
- 19 अक्टूबर : खगड़िया
- 21 अक्टूबर: बेगूसराय
- 22 अक्टूबर : नालंदा
- 23 अक्टूबर : शेखपुरा
- 24 अक्टूबर : समस्तीपुर
- 25 अक्टूबर : दरभंगा
- 28 अक्टूबर : मधुबनी
- 29 अक्टूबर : सुपौल
केंद्र सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए मनरेगा एवं एनआरएलएम/आजीविका मद में 12 अरब रुपये से अधिक की राशि जारी कर दी है। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) के लिए तृतीय किस्त के रूप में केंद्रांश सात अरब नब्बे करोड़ पचासी लाख सत्ताईस हजार रुपये सभी जिलों के लिए दिया गया है। राशि से आजीविका सुरक्षा को सुदृढ़ करने के ही साथ-साथ टिकाऊ परिसम्पति का सृजन कर ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना है।
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कब तक बनकर तैयार हो जाएगा दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड? आया बड़ा अपडेट, भारी वाहनों का बदलने वाला है रूट; पढ़ें डिटेल
जितेंद्र कुमार, पटना। दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के लिए रेलवे ने 28 प्रतिशत जमीन खाली कर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सौंप दिया है। शेष 72 प्रतिशत जमीन पर रेलवे का पुराना निर्माण है, जिसे तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
निर्धारित समय पर एलिवेटेड रोड का कार्य पूरा करने के लिए बिहटा से दानापुर स्टेशन के बीच भारी वाहनों को परिचालन का मार्ग बदलने के लिए तीन प्रस्ताव दिए गए हैं। छठ महापर्व के बाद भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से परिचालन किया जा सकेगा।
दानापुर स्टेशन के पास टूटेगा एनसी घोष इंस्टीच्यूट भवनदानापुर रेलवे स्टेशन के पास तीन तल का रोड रोटरी निर्माण के लिए एनसी घोष इंस्टीच्यूट भवन तोड़ा जाएगा। स्टेशन के पास रेलवे के पुराना आवासीय कालोनी की भी कुछ भवनों को तोड़कर एनएचएआइ को सौंपा जाना है। खगौल नगर परिषद कार्यालय भवन के अलावा निजी मकान तोड़े जा चुके हैं।
भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्रस्तावराष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकारण ने पहले चरण में शिवाला से कन्हौली तक भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से परिचालन का प्रस्ताव दिया है। प्रस्ताव में बिहटा से मनेर होकर दानापुर कैंट रोड का विकल्प के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
दूसरा विकल्प कन्हौली से नौबतपुर होकर शिवाला रोड अथवा एम्स होकर दानापुर की ओर से भारी वाहनों का परिचालन कराया जा सकता है।
एक विकल्प यह भी है कि त्वरित कार्य निपटारा और शहर में जाम की समस्या नहीं हो इसलिए भारी वाहनों को बिहटा-सरमेरा मार्ग से बिक्रम होकर बिहटा मार्ग का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि छोटी गाड़ियों का परिचालन यथावत रहेगा।
25.071 किमी नई सड़क में 14.40 किमी एलिवेटेड- दानापुर स्टेशन से 25.071 किलोमीटर नई सड़क परियोजना सितंबर 2026 तक पूरा करना है।
- इसमें 14.400 किमी एलिवेटेड रोड का निर्माण होना है।
- एलिवेड रोड के नीचे फोर लेन रोड स्थानीय गांवों और संपर्क पथों को जोड़ेगा।
- पटना-बक्सर फोरलेन को परेव के पास जोड़ा जाना है।
इस मार्ग पर 26 जगहों पर बस यात्रियों का शेल्टर और तीन जगहों पर लंबी दूरी वाले ट्रकों का पार्किंग और चालक-खलासी के लिए जन सुविधा का प्रबंध होगा। इस परियोजना पर 1969.4 करोड़ रुपये खर्च आएगा। आठ जगहों पर आपदा से निपटने के लिए लेन का निर्माण होगा।
निर्माण कार्य के लिए रैयती जमीन और मकान का मुआवजा भुगतान कर दखल-कब्जा दे दिया गया है। दानापुर में रेलवे ने भी कुछ जमीन दे दिया है। कुछ जमीन पर पुराना मकान है जिसे हटाकर सौंप दिया जाएगा। समय पर कार्य पूरा कराने के लिए भारी वाहनों के लिए तीन चरणों में मार्ग बदलने पर विचार किया जा रहा है।-डा. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना।
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Bihar Vegetable Price: सस्ती होगी सब्जी, नीतीश सरकार ने निकाली गजब की स्कीम; 38 जिलों को मिलेगा फायदा
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में सब्जियों के सुरक्षित भंडारण के लिए पब्लिक पार्टनरशिप मोड में कोल्ड स्टोरेज का निर्माण होगा। इसके लिए सहकारिता विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस प्रस्ताव के अनुसार, पहले चरण में 50 प्रखंड मुख्यालयों में एक-एक कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कराया जाएगा।
इसके लिए भूखंड चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है। प्रत्येक कोल्ड स्टोरेज पर 1.17 करोड़ रुपये खर्च होंगे। साथ ही विभाग द्वारा बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन योजना को सभी 38 जिलों में कार्यान्वित करने के लिए निर्देश दिया गया है।
खेती और बिक्री में तालमेल बिठाने की कोशिशसहकारिता विभाग के प्रस्ताव के अनुसार, बिहार में अब सब्जियों की खेती और बिक्री में तालमेल बिठाने के लिए हर जिले में सब्जी उत्पादन समूह बनाए जा रहे हैं। ये समूह उन जगहों के पास होंगे, जहां बहुत सारे लोग रहते हैं। यूं कहें कि जहां लोग सब्जियां ज्यादा खाते हैं, उन्हीं के आस-पास उगाने का इंतजाम किया जाएगा।
लोगों को मिलेगी सस्ती सब्जीपहले चरण में 300 प्रखंडों में ऐसे समूह बनाने की तैयारी है। इसका उद्देश्य यह है कि किसानों को उनकी फसल का अच्छा दाम मिले और लोगों को भी सस्ती सब्जियां मिले। इसके लिए चुने हुए प्रखंडों में सब्जी मंडी और सब्जियों को सुरक्षित रखने के लिए गोदाम बनाए जाएंगे।
चयनित प्रखंडों में होगा भंडारण की व्यवस्थासब्जी उत्पादक किसानों को ज्यादा उपज होने पर भी सही दाम मिले और उपभोक्ताओं को भी उचित कीमत पर सब्जियां उपलब्ध हो, इसके लिए चयनित प्रखंडों में सब्जी मार्केट, सब्जियों के सुरक्षित रखने हेतु भंडारण की व्यवस्था की जाएगी।
सब्जियों के दामों को नियंत्रित करने की पहलइसके साथ ही, सब्जी उगाने वाले किसानों, थोक विक्रेताओं और खुदरा दुकानदारों के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए विभाग के अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। किसानों और थोक व्यापारियों के बीच अनुबंध भी करवाया जाएगा, ताकि सब्जियों के दामों को नियंत्रित किया जा सके।
हर खेत तक सिंचाई का पानी की 774 योजनाएं हुईं रद्दहर खेत तक सिंचाई का पानी के अंतर्गत पहले 29952 योजनाओं का चयन हुआ था। अब उनमें से 774 योजनाओं पर काम नहीं होगा, क्योंकि उन योजनाओं के दायरे वाले परिक्षेत्र में सिंचाई के लिए दूसरे विकल्प अधिक उपयोगी हैं। इस तरह अब 29178 योजनाओं पर ही काम आगे बढ़ेगा।
सरकार के सात निश्चय के अंतर्गत इस महत्वाकांक्षी योजना को अगले वर्ष मार्च तक पूरा कर देने का लक्ष्य है। रद होने वाली अधिसंख्य परियोजनाएं लघु सिंचाई की श्रेणी वाली हैं। जैसे कि आहर-पईन आदि।
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Patna Metro Update: दिसंबर तक पूरा हो जाएगा चार मेट्रो स्टेशनों का सिविल वर्क, 6.5 KM लंबा होगा प्रायोरिटी कोरिडोर
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना मेट्रो के चार स्टेशन (Patna Metro Latest Update) इसी साल दिसंबर तक पूरी तरह आकार ले लेंगे। यह स्टेशन मलाही पकड़ी से लेकर न्यू आईएसबीटी तक बनने वाले करीब साढ़े छह किमी लंबे प्रायोरिटी कोरिडोर का हिस्सा हैं। सबसे पहले पटना मेट्रो रेल का परिचालन इसी एलिवेटेड कोरिडोर में करने की योजना है।
पटना मेट्रो की निर्माण एजेंसी दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) के अनुसार, प्रायोरिटी कोरिडोर में पांच एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन हैं। इनमें न्यू आईएसबीटी, जीरो माइल, भूतनाथ और मलाही पकड़ी का काम सबसे तेजी से चल रहा है। इन स्टेशनों का प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर दिसंबर तक इंस्टॉल कर दिया जाएगा। इसके बाद अगले तीन-छह महीने तक फिनिशिंग का काम होगा।
खेमनीचक स्टेशन का अपडेटप्रायोरिटी कोरिडार का एक अन्य स्टेशन खेमनीचक है। खेमनीचक (Khemnichak Metro Station) के पास ट्रैफिक और इंटरचेंज स्टेशन होने के कारण इसका काम थोड़ा धीमा चल रहा है। यह मेट्रो स्टेशन दो मंजिल का होगा जहां से अलग-अलग रूट के लिए मेट्रो रेल मिलेगी। अधिकारियों को उम्मीद है कि खेमनीचक मेट्रो स्टेशन का सिविल वर्क भी मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
सिविल वर्क के बाद क्या होगा?प्रायोरिटी कोरिडोर पर सिविल वर्क पूरा होने के बाद ट्रैक बिछाने और सिग्नल आदि का काम शुरू होगा। यह काम जाइका फंड से होना है।
पटना मेट्रो के काम में अगले साल आएगी तेजीनगर विकास एवं आवास विभाग के अनुसार, अगले साल जनवरी तक जाइका का कंसल्टेंट नियुक्त हो जायेगा, जिसके बाद इन कार्यों में तेजी आएगी। फिलहाल एलिवेटेड लाइन पर पोल लगाये जा रहे हैं।
मार्च तक तैयार हो जाएगा मेट्रो डिपो:पटना मेट्रो के डिपो का काम भी तेजी से चल रहा है। इसे अगले साल मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य है। मेट्रो डिपो में ही बोगियो का रखरखाव करने से लेकर अन्य तकनीकी काम किए जाएंगे। यह मेट्रो परिचालन के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की तरह होगा।
इसके लिए मेट्रो डिपो में वर्कशाप शेड, इंस्पेक्शन शेड, इंटरनल क्लीनिंग शेड, रिसीविंग सब स्टेशन आदि बनाए जा रहे हैं। फिलहाल डिपो में बोगियों के परिचालन के लिए ट्रैक बिछाए जाने का काम चल रहा है।
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Bihar Election 2025: 'नंबर 225' की सियासी जंग का आगाज, नीतीश कुमार ने तैयार किया मास्टर प्लान
राज्य ब्यूरो, पटना। 'मिशन 2025' यानी अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025) को केंद्र में रख जदयू अब विधानसभा सम्मेलन का आयोजन करेगा। यह आयोजन सभी विधानसभा क्षेत्रों में होगा। तय योजना के अनुसार यह कार्यक्रम दिसंबर तक पूरा कर लेना है। हफ्ते भर के भीतर इस सम्मेलन की तारीख तय कर दी जाएगी कि कौन से विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा सम्मेलन कब होगा। विधानसभा सम्मेलन के साथ-साथ जिला सम्मेलन कराने की योजना भी बन रही है।
एक साथ कई विधानसभा क्षेत्रों में होगा विधानसभा सम्मेलनजदयू के संबंधित पदाधिकारी ने बताया कि एक साथ कई विधानसभा क्षेत्रों में विधानसभा सम्मेलन का आयोजन होना है। इसलिए योजना यह बन रही है कि संसदीय क्षेत्र के हिसाब से इसकी योजना बने। विधानसभा सम्मेलन को दौरान ही जिला सम्मेलन की तारीख भी तय हो जाएगी।
मिशन 2025 के साथ नंबर 225जदयू के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि मिशन 2025 को केंद्र में रख होने वाले विधानसभा सम्मेलन की थीम है नंबर 225। आने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए का लक्ष्य 225 सीटों का है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन का आयोजन कर यह बात पार्टी से जुड़े लोगों को बतायी जाएगी कि हमें 225 के नंबर का ध्यान रखना है।
पार्टी के पदाधिकारियों, विधायकों व संभावित प्रत्याशियों की रहेगी मौजूदगीजदयू के विधानसभा सम्मेलन में जदयू के पदाधिकारी, संबंधित विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी, विधायक व संभावित प्रत्याशियों के साथ पार्टी से जुड़े लोगों की मौजूदगी रहेगी। मुख्यालय से गए पदाधिकारी का भी विधानसभा सम्मेलन में होगा संबोधन।
विधानसभा के हिसाब से तैयार की जा रही उपलब्धियों की डाटा शीटजदयू से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार विधानसभा सम्मेलन को केंद्र में पार्टी सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग डाटा शीट तैयार करा रही। उक्त डाटा शीट में इस बात का जिक्र रहेगा कि नीतीश कुमार की सरकार ने उक्त विधानसभा क्षेत्र में विकास से जुड़ी योजनाओं पर कितनी राशि खर्च की। अलग-अलग योजनाओं में कितनी राशि उक्त जिले में आयी यह भी बताया जाएगा। सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं का ब्योरा भी जुटाया जा रहा।
विधानसभा सम्मेलन में यह तय हो जाएगा कि किस मोड में वहां आगे बढ़ना हैविधानसभा सम्मेलन के दौरान यह तय हो जाएगा कि संबंधित विधानसभा क्षेत्र में किस मोड में आगे बढ़ना है। किन मुद्दों के साथ पार्टी वोटरों के पास जाएगी यह बात स्पष्ट रूप से बता दी जाएगी। बात पूरी तरह से सकारात्मक हो इसका ख्याल रखा जाएगा। नियमित रूप से लोगों से सरकार के काम-काज पर पार्टी के लोग सक्रिय रहें इस बाबत टास्क तय किया जाएगा।
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Bihar Land Survey: बिहार में जमीन म्यूटेशन को लेकर आफत, हंगामे के बाद भी DM नहीं ले रहे दिलचस्पी!
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Bhumi Survey : बिहार में सबसे अधिक हंगामा जमीन के म्यूटेशन को लेकर है। विशेष भूमि सर्वेक्षण में भी इसे बड़ा बाधक माना जा रहा है। लेकिन, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, जिलों में तैनात डीएम जैसे शीर्ष अधिकारी इस विषय में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं।
म्यूटेशन के पुनरीक्षण मामलों में डीएम की कोर्ट में निर्णय लिया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर महीने में राज्य के किसी डीएम ने कोर्ट में एक भी मामले का निबटारा नहीं किया। म्यूटेशन के आवेदन सीओ कार्यालय में दिए जाते हैं।
सीओ के निर्णय पर आपत्ति हो तो डीसीएलआर, और डीसीएलआर के निर्णय पर आपत्ति की हालत में एडीएम कोर्ट में अपील की जाती है। यहां के निर्णय से असंतुष्ट होने पर आवेदक डीएम की कोर्ट में अपील करते हैं।
डीएम की भूमिका का मूल्यांकनराजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कामकाज से संबंधित जिस रिपोर्ट में डीएम की भूमिका का मूल्यांकन किया गया है, उसके अनुसार सितंबर में राज्य के 38 में से किसी एक डीएम ने भी कोर्ट से मामले का निष्पादन नहीं किया।
यही हाल म्यूटेशन के पर्यवेक्षण का है। इसके लिए सौ में से 25 अंक निर्धारित हैं। हरेक मानदंड में नम्बर एक पर रहे बांका के डीएम अंशुल कुमार को म्यूटेशन के पर्यवेक्षण में 21.87 अंक मिले हैं। सभी मानदंडों पर पिछड़े अररिया के डीएम अनिल कुमार को 9.30 अंक मिला है।
पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह को इसमें 15.81 अंक मिला है। 38 जिलों में पटना का 34 वां स्थान है। परिमार्जन प्लस पोर्टल पर निष्पादित मामलों के पर्यवेक्षण में भी डीएम को कम अंक मिले हैं।
इसमें तो टॉपर बांका के डीएम को भी 25 में सिर्फ 3.37 अंक मिला है। औरंगाबाद के डीएम श्रीकांत शास्त्री का पांचवा रैंक है। वह भी म्यूटेशन के पर्यवेक्षण में पिछड़ गए हैं। उन्हें इसमें 25 में 1.51 अंक आया है।
आम लोग और किसान किन बातों का रखें ध्यान?- अपनी जमीन का म्यूटेशन कराने से पहले आम लोगों और किसानों को कुछ बातें जरूर ध्यान में रखनी चाहिए।
- आमजन अपनी जमीन से जुड़े कागजातों को दुरुस्त रखें। इससे भूमि सर्वे होने पर मालिकाना हक मिलने में दिक्कत नहीं होगी।
- किसान भूमि सर्वेक्षण से पहले मेढ़ों (आर) को ठीक कर लें। इसके साथ ही अपनी भूमि का सही सीमांकन करा लें।
- भूमि सर्वेक्षण के समय रैयत अपने सभी कागजातों को दुरुस्त रखें। खेतों की चौहद्दी की भी सही जानकारी अपने पास रखें।
- किसान ग्राम सभा में जाकर वंशावली सत्यापन सहित सभी कार्यों में सर्वेक्षण कर्मियों की मदद भी कर सकते हैं।
- ध्यान रहे कि भूमि सर्वेक्षण से सम्बंधित प्रपत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से जमा किए जा सकते हैं।
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Chirag Paswan: चिराग पासवान को किससे खतरा? विदेश गए LJPR चीफ की अचानक बढ़ी सुरक्षा, गृह मंत्रालय का नया ऑर्डर
डिजिटल डेस्क, पटना। केंद्र सरकार ने केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ा दी है। अब उन्हें 'जेड श्रेणी' की सुरक्षा मिलेगी। चिराग की सुरक्षा का जिम्मा अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को सौंप दिया गया है।
पहले सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) चिराग की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही थी। अगले कुछ दिनों में सीआरपीएफ एसएसबी से सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल लेगी। गृह मंत्रालय की तरफ से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। हालांकि, अचानक इस तरह का निर्णय क्यों लिया गया है, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है।
The Central government has handed over the 'Z category' security cover of Union Minister Chirag Paswan to the Central Reserve Police Force (CRPF). The security was earlier handled by the Sashastra Seema Bal (SSB). The CRPF will take over the security from the SSB in the next few… pic.twitter.com/00SaMHW9eb
— ANI (@ANI) October 14, 2024 विदेश दौरे पर चिराग पासवानबता दें कि चिराग फिलहाल विदेश दौरे पर हैं। उन्होंने रविवार को फ्रांस के डिजॉन शहर में आयोजित एक सम्मेलन में भाग लिया था।
इसको लेकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट भी शेयर किया था। उन्होंने लिखा कि अंगूर की खेती और वाइन विज्ञान में वैश्विक नवाचारों पर चर्चा करने का अवसर प्राप्त हुआ।
चिराग ने आगे लिखा कि यह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ाने, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और कृषि-खाद्य क्षेत्र में मूल्यवर्धित अवसरों की खोज करने के भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
हम मिलकर वैश्विक व्यापार को मजबूत कर सकते हैं, विरासत को संरक्षित कर सकते हैं, तथा किसानों और खाद्य प्रसंस्करण पारिस्थितिकी तंत्र के लिए सतत विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। बता दें कि चिराग ने पोस्ट के साथ सम्मेलन की एक तस्वीर भी शेयर की थी।
फ्रांसीसी कृषि मंत्री ने चिराग का किया स्वागतफ्रांस के डिजॉन शहर में फ्रांसीसी कृषि मंत्री एनी जेनेवार्ड ने चिराग का स्वागत किया था। फ्रांस में विभिन्न देशों के मंत्रियों के साथ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विस्तार और नवीनीकरण को लेकर भी चिराग ने चर्चाएं की।
Visited Danone’s largest manufacturing facility in France, located at Ferrierres en Bray near Paris. The company representatives discussed about their present activities in India and possible expansion plans. I assured full support from Government of India for company’s such… pic.twitter.com/dZWP0NqlYK
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 10, 2024वहां फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से जुड़ी कई अहम परियोजनाओं पर भी विस्तृत चर्चाएं हुईं। चिराग चार दिनों के लिए पेरिस और डिजॉन शहर के दौरे पर गए हैं।
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जागरण संवाददाता, पटना। दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रदेश से लौट चुका है। इसके साथ ही हवाओं ने दिशा बदलना शुरू कर दिया है। अब तक राज्य में दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव ज्यादा देखा जाता था, लेकिन मौसम के करवट बदलने के कारण अब उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने सिसकना शुरू कर दिया है।
हवाओं की दिशा में बदलाव होने के कारण मौसम में भी बदलाव देखा जा रहा है। आजकल दिन ढलते ही शाम को गुलाबी ठंड का अहसास होने लग रहा है। वहीं, दोपहर में उमस से लोगों को परेशानी हो रही है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि बिहार के मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। अब धीरे-धीरे रात में आर्द्रता बढ़ती चली जाएगी।
रात के तापमान में दिखेगा आठ से दस डिग्री सेल्सियस का अंतरअगले कुछ दिनों में राज्य के दिन एवं रात के तापमान में आठ से दस डिग्री सेल्सियस का अंतर देखा जा सकता है। रविवार को डिहरी राज्य का सर्वाधिक ठंडा दिन रहा है। वहां पर न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, बांका एवं नवादा में सर्वाधिक तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
अगले दिन से चार दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। उसके बाद ही मौसम में बदलाव होगा। फिलहाल राज्य का अधिकतम तापमान औसतन 32 से 34 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
वहीं न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस रहेगा। वहीं रविवार को पटना में अधिकतम तापमान 31.4 एवं न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अब राजधानी के तापमान में भी धीरे-धीरे गिरावट आएगा।
मौसम में बदलाव से धान की फसल में कंडुआ रोग का प्रकोप बढ़ामौसम में लगातार बदलाव और वातावरण में नमी तथा बादल छाए रहने के कारण धान की फसल में कंडुआ रोग फैल रहा है। इसे आम बोलचाल की भाषा में लेढ़ा रोग या हल्दी रोग से भी किसान जानते हैं।
हाल के दिनों में इस रोग का प्रकोप धान की फसल पर काफी तेजी से बढ़ रहा है। जिससे किसान काफी परेशान हैं।
कैसे फैलता है ये रोगजमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के नारायण कृषि विज्ञान संस्थान के शस्य विज्ञान विभाग में सहायक प्राध्यापक सह-प्रभारी फसल प्रक्षेत्र डॉ. धनंजय तिवारी के अनुसार यह रोग एक फफूंद जनित बीमारी है, जो संक्रमित बीज, मिट्टी तथा वायु के माध्यम से भी फैलता है।
इसका प्रकोप इस समय बढ़ गया है। क्योंकि धान में बालियां निकल रही हैं और इस रोग का प्रकोप पौधे के इस अवस्था में अधिक होता है। प्रभावित पौधे के दाने एक बडे़ गांठ में परिवर्तित हो जाते हैं।
साथ ही उसमें पीले रंग का पाउडर दिखाई देने लगता है। इसे छूने पर वह हाथ पर लग जाता है। उन्होंने बताया कि इस रोग की वजह से उत्पादन के साथ साथ आगे अंकुरण में भी समस्या आती है।
कैसे करें बचाव- रोग से बचने के लिए नियमित खेत की निगरानी करते रहना चाहिए।
- रोग का प्रकोप अगर पौधों की एक दो बालियों पर दिखाई दे रहा है, तो प्रभावित पौधों की बालियों को सावधानी पूर्वक काट कर खेत से बाहर निकालकर फेंक दें या उसे जला दें।
- अगर किसी भी खेत में इसका लक्षण दिखता है, तो किसानों को सचेत हो जाना चाहिए।
- यह हवा के माध्यम से भी बहुत तेज फैलता है।
- अगर शुरुआती दौर में रोग लग जाए, तो काफी हद तक इस पर नियंत्रण किया जा सकता है।
- रोग के नियंत्रण के लिए कुछ फफूंदनाशी रसायन जैसे प्रोपेकोनोजोल एक मिली लीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर किसान मौसम साफ रहने पर छिड़काव करें।
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Bihar Politics: IAS से लेकर IFS तक... विधानसभा चुनाव से पहले नौकरशाहों पर चढ़ा खाकी का रंग; लिस्ट में ये दिग्गज भी शामिल
रमण शुक्ला, पटना। बिहार में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर पूर्व नौकरशाहों का दिल मचलने लगा है। शासन-प्रशासन में लंबी पारी खेलने के बाद खाकी छोड़ खादी पहन सत्ता में जगह बनाने की जतन में जुट गए हैं। यही नहीं, भविष्य में विधायकी का टिकट सुनिश्चित करने के लिए अभी से कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
हाल के दिनों में आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा), आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) और आईएफएस (भारतीय विदेश सेवा) के कुछ पूर्व अधिकारियों ने जनसुराज, जदयू एवं अन्य दलों की सदस्यता ग्रहण कर अपनी भावी रणनीति स्पष्ट कर दी है।
अहम यह है कि पूर्व नौकरशाहों को दलों से जोड़ने की पटकथा कोई और नहीं बल्कि सूट-बूट छोड़ खादी पहने वाले ही लिख रहे हैं।
अक्टूबर के पहले सप्ताह में पटना के एसपी ग्रामीण समेत विभिन्न पदों पर रहे पूर्व आइपीएस ललन मोहन प्रसाद ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर सबको चौंका दिया था।
इसी तरह जन सुराज पार्टी के पहले राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व आइएफएस अधिकारी मनोज भारती चर्चा में बने हुए हैं। पीके (प्रशांत किशोर) ने अनुसूचित समुदाय के मनोज भारती को आगे कर जातियों के खांचे में उलझी राजनीति को नई हवा दे दी है।
इससे पहले पहली अक्टूबर को भाजपा छोड़ने वाले पूर्व आइपीएस अधिकारी अरविंद ठाकुर ने दो अक्टूबर को जन सुराज पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर 2025 के विधानसभा चुनाव में विधायकी लड़ने की मंशा को स्प्ष्ट कर दिया। ठाकुर को जनसुराज से जोड़ने के पीछे बिहार के पूर्व डीजी राकेश मिश्रा मुख्य मेंटर बताए जा रहे हैं।
उधर, लोकसभा चुनाव में बक्सर से निर्दलीय ताल ठोंककर भाजपा की नाव डुबोने वाले पूर्व आइपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा भी जन सुराजी बन चुके हैं। मिश्रा अब सांसद बनने के बजाए तत्काल विधानसभा चुनाव पर फोकस कर रहे हैं।
चेहरे जो बिखेर रहे चमकमुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसेमंद नौकरशाह रहे पूर्व आइएएस अधिकारी मनीष वर्मा जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद संगठन में अहम दायित्व पाने में सफल रहे। राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के साथ ही वर्मा धरातल पर संगठन गढ़ने में जुटे हैं।
मनीष वर्मा बिहार के सभी जिलों का दौरा करके राजनीतिक नब्ज टटोल रहे हैं। हर एक जिले में एक-दो दिनों तक प्रवास करके संगठन के साथ क्षेत्र के बुद्धिजीवियों से भी मुलाकात कर रहे हैं। वर्तमान में जदयू के उभरते हुए कुशल संगठक के रूप में मनीष की चर्चा हो रही है।
उधर, मनोज भारती ने भी जन सुराज का बागडोर संभालने के साथ ही बिहार विधानसभा उप चुनाव को लेकर पार्टी रणनीति और व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प धार देने में जुटे हैं। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में मनोज का नेतृत्व पार्टी के साथ ही जनता की कसौटी पर है।
Baba Siddique Murder: महाराष्ट्र में NDA शासन में लगातार..., बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सामने आया तेजस्वी यादव का रिएक्शन
राज्य ब्यूरो, पटना। Baba Siddique Murder Case: राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुंबई में राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि इस घटना ने महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की खस्ताहाल स्थिति की पोल खोल दी है।
तेजस्वी ने फेसबुक पर पोस्ट किया, "महाराष्ट्र के वरीय नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का समाचार बेहद दुखद है। परवरदिगार परिजनों को सब्र और हिम्मत दे। तेजस्वी ने सवाल पूछा कि महाराष्ट्र में एनडीए शासन में लगातार हो रहीं ऐसी आपराधिक घटनाओं को क्या नाम देंगे?"
बाबा सिद्दीकी की हत्या पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, डॉ. मीसा भारती, तेज प्रताप यादव, जगदानंद सिंह, उदय नारायण चौधरी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद आदि नेताओं ने भी शोक जताया है।
जीतन राम मांझी ने भी जताया शोककेंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी बाबा सिद्दीकी की हत्या पर शोक जाते हुए कहा कि वह बिहार से ताल्लुक रखने वाले एनसीपी के बड़े नेताओं में शामिल थे। वह एक जिंदादिल इंसान थे। उनके परिजनों को परवरदिगार सब्र अता करें।
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एसटीएफ ने पटना के कुख्यात अपराधी मुकेश को किया गिरफ्तारबिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने पटना जिले के कुख्यात वांछित अपराधी मुकेश कुमार उर्फ मुक्कु बाबा को दानापुर से छापेमारी कर गिरफ्तार किया है। कुख्यात पर पटना और वैशाली जिले के विभिन्न थानों में हत्या, अपहरण और आर्म्स एक्ट सहित कई कांड दर्ज हैं।
एसटीएफ के अनुसार, पिछले माह जुलाई में बेउर जेल में बंद कुख्यात अपराधी रवि गोप के भाई राजू राय पर दीघा में फायरिंग हुई थी। इसमें राजू राय के ड्राइवर विकास कुमार उर्फ सूर्यकांत की मौत हो गई थी।
आरोप है कि इस फायरिंग की घटना में गिरफ्तार अपराधी मुकेश कुमार भी शामिल थ। इस मामले में दीघा थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
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Bihar Bhumi: राजस्व एवं भूमि सुधार संबंधी कार्यों में टॉप पर बांका DM, 38 जिलों की रैंकिंग 31वें स्थान पर पटना
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन से जुड़े मामलों में पहली बार डीएम के कामकाज की समीक्षा की। सितंबर की समीक्षा में सभी मानकों पर बांका के डीएम को पहला स्थान मिला। पटना के डीएम 38 जिलों में 31वें नम्बर पर रहे।
पटना उन पांच जिलों में शामिल है, जिसके डीएम सूची में अंतिम पांचवें नम्बर पर हैं। बाटम के पांच जिलों को सौ में 30 प्रतिशत से भी कम अंक मिले हैं।
विभाग के सचिव जय सिंह ने कहा कि सितंबर से शुरुआत हो गई है और अब हर एक महीने डीएम के कामकाज की समीक्षा होगी। उस आधार पर उनकी रैंकिंग तय की जाएगी। डीएम के वार्षिक कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन में भी रैंकिंग में हासिल अंकों को जोड़ा जाएगा।
जय सिंह ने उम्मीद जाहिर की कि सभी डीएम अब राजस्व संबंधित कार्यों में अधिक अभिरुचि लेंगे और तीव्र निष्पादन सुनिश्चित कराएंगे।
उन्होंने कहा कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में पिछले चार वर्षों से कामकाज की समीक्षा और उस आधार पर रैंकिंग सिस्टम लागू है। डीएम से पहले सीओ, डीसीएलआर और एडीएम की मासिक रैंकिंग होती थी। विशेष भूमि सर्वेक्षण के दौरान आई परेशानियों को देखते हुए सरकार ने डीएम को भी इसमें शामिल करने का निर्णय किया।
उन्होंने बताया कि डीएम को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कामकाज में न सिर्फ दखल देने का अधिकार है, बल्कि वे इस विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा भी कर सकते हैं। उन्हें हरके काम की समीक्षा करने और सुधार के लिए निर्देश देने का अधिकार है।
उन्होंने आगे बताया कि विभाग ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों की उपलब्धियों के आकलन के लिए मानदंड तय किया है, उसमें आठ कार्य शामिल हैं। हरेक के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित हैं। ये सब कुल सौ अंक के हैं।
उन्होंने कहा कि बांका ऐसा जिला है, जिसके सीओ, डीसीएलआर और एडीएम को पहले भी कई बार पहला स्थान मिला है। डीएम की पहली बार हुई रैंकिंग में भी बांका एक नम्बर पर आया। इससे पहले सीओ के कामकाज की मासिक समीक्षा में पटना के अंचलों की हालत खराब बताई गई थी। इसके आधे दर्जन से अधिक सीओ बाटम में थे।
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Bihar Teachers: हर साल दो बार होगा सरकारी शिक्षकों का प्रशिक्षण, 5 लाख से अधिक शिक्षक होंगे लाभान्वित
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को प्रत्येक वर्ष दो बार आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। दिसंबर में शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन के बाद उन्हें आवासीय प्रशिक्षण दिलाने हेतु कार्ययोजना तैयार की गई है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के अनुसार, स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता का विकास हो, इसके लिए शिक्षकों को वर्ष में दो बार प्रशिक्षण दिलाने हेतु सभी जिलों को तैयारी करने का दिशा-निर्देश दिया गया है। जनवरी-फरवरी में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
केंद्र से मिलेगी 32.20 करोड़ की राशिकेंद्र प्रायोजित समग्र शिक्षा अभियान में शिक्षकों का प्रशिक्षण अनिवार्य है। इसके लिए केंद्र सरकार ने टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से शिक्षकों को छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। इसके तहत हरेक शिक्षक को 50 घंटे का प्रशिक्षण लेना है।
कक्षा एक से पांच तक के शिक्षकों को क्षमता संवर्द्धन के लिए प्रतिदिन पांच सौ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया जाता है। कक्षा नौ से 12 तक के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण के लिए पांच सौ रुपया देने का प्रविधान है।
प्रशिक्षण की यह व्यवस्था नई शिक्षा नीति के तहत है। चालू वित्तीय वर्ष में बिहार सरकार को 32.20 करोड़ की राशि शिक्षकों को प्रशिक्षण हेतु उपलब्ध करायी जा रही है।
प्रारंभिक विद्यालयों में 7279 विशेष शिक्षकों की होगी नियुक्तिराज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में 7,279 विशेष शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इनमें पूर्ण दृष्टिबाधित, विशेष अधिगम दिव्यांगता, बहु दिव्यांगता, प्रमस्तिष्कीय पक्षाघात, श्रवण बाधित, वाच्य और भाषा दिव्यांगता, बौद्धिक दिव्यांगता और स्वलीनता संबंधित शिक्षक हैं।
इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा रोस्टर क्लीयरेंस कराया गया है। अगले सप्ताह तक शिक्षा विभाग द्वारा विशेष शिक्षकों की नियुृक्ति संबंधी अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग को भेजी जाएगी।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, पहली से पांचवीं कक्षा तक के लिए 5,534 और कक्षा छह से आठवीं तक के लिए 1,745 शिक्षकों के नियुक्ति संबंधी पद हैं।
विशेष शिक्षक के कुल पदों में 50 प्रतिशत आरक्षित पद महिलाओं के लिए होंगे। इन नियुक्तियों में महिलाओं को कोटिवार 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
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Bihar Flood: बाढ़ से मची तबाही का आकलन करने में जुटी नीतीश सरकार, सभी विभागों से मांगी गई नुकसान की रिपोर्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य के विभिन्न जिलों में बाढ़ से हुए नुकसान की सभी विभागों से रिपोर्ट मंगायी है। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समेकित रूप से नुकसान की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
इस रिपोर्ट के आधार पर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा एक प्रेजेंटेशन तैयार किया जाएगा, जिसे केंद्र से आने वाली टीम के समक्ष दिखाया जाएगा।
बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने जल्द ही केंद्रीय टीम बिहार का दौरा करेगी। केंद्रीय टीम के समक्ष सड़क, फसल, घर व जान-माल को हुए नुकसान की रिपोर्ट पेश की जाएगी।
बड़े स्तर पर सड़क को नुकसानसड़क को हुए नुकसान की रिपोर्ट दो चरणों में आनी है। पहले चरण की रिपोर्ट आरंभिक रिपोर्ट है। यह रिपोर्ट नियंत्रण कक्ष को प्रति दिन भेजी जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर है।
इस रिपोर्ट में सड़क के कई जगहों पर कट जाने, फ्लैंक के कटने और कई पुलों के एप्रोच पथ तथा कई जगहों पर निर्माणाधीन सड़क के डायवर्सन बह जाने के हैं। अब सड़क से पानी उतर रहा है।
इसे ध्यान में रख पथ निर्माण विभाग ने अपने सभी डिवीजनों से विस्तार से यह रिपोर्ट मांगी है कि उनके डिवीजन में कितने स्टेट हाईवे व मेजर डिस्ट्रिक्ट पथ को किस स्तर का नुकसान हुआ है। इन्हें मोटरेबल बनाने या फिर नए सिरे से निर्माण पर किस तरह का खर्च होगा।
सबसे अधिक नुकसान सीमांचल व भागलपुर जिले में हुआ है। इसके अतिरिक्त पटना व नालंदा जिले में भी कुछ जगहों पर सड़क कट गयी है। उत्तर बिहार में भी कई जगहों पर सड़क कट गयी है।
फसल नुकसान की रिपोर्ट भी मंगायीआपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ की वजह से हुई फसल क्षति की विस्तृत रिपोर्ट कृषि विभाग से मंगायी है। कृषि विभाग का आकलन यह है कि प्रदेश के 30 से अधिक जिलों में बाढ़ की वजह से फसल को नुकसान हुआ है। राज्य सरकार ने अपने स्तर से प्रथम चरण के बाढ़ के दौरान हुए फसल नुकसान के लिए 229 करोड़ रुपए कृषि विभाग को उपलब्ध करा भी दिया है।
गृह क्षति और जान-माल को हुए नुकसान की भी रिपोर्ट बन रहीदोनों चरणों में आयी बाढ़ के दौरान कितने लोगों के घर को नुकसान हुआ, जान-माल या फिर पशु को नुकसान हुआ इस बारे में भी रिपोर्ट जिलों से मंगायी जा रही। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा इसकी समेकित रिपोर्ट बनायी जाएगी।
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जनवरी-फरवरी में होने जा रहा बड़ा कार्यक्रम, IAS S Siddharth ने सरकारी शिक्षकों के लिए जारी किया नया निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Education Department बिहार में सरकारी शिक्षकों के लिए एक नया निर्देश जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों (Bihar Government Teachers) को प्रत्येक वर्ष दो बार आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे शिक्षकों को पढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
बता दें कि दिसंबर में शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन के बाद उन्हें आवासीय प्रशिक्षण दिलाने हेतु कार्ययोजना तैयार की गई है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ (IAS S Siddharth) ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता का विकास हो, इसके लिए शिक्षकों को वर्ष में दो बार प्रशिक्षण दिलाने हेतु सभी जिलों को तैयारी करने का दिशा-निर्देश दिया गया है। जनवरी-फरवरी में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
केंद्र से मिलेगी 32.20 करोड़ की राशिकेंद्र प्रायोजित समग्र शिक्षा अभियान में शिक्षकों का प्रशिक्षण अनिवार्य है। इसके लिए केंद्र सरकार ने टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से शिक्षकों को छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है।
इसके तहत हरेक शिक्षक (Bihar Teacher News) को 50 घंटे का प्रशिक्षण लेना है। कक्षा एक से पांच तक के शिक्षकों को क्षमता संवर्द्धन के लिए प्रतिदिन पांच सौ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया जाता है।
कक्षा नौ से 12 तक के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण के लिए पांच सौ रुपया देने का प्रविधान है। प्रशिक्षण की यह व्यवस्था नई शिक्षा नीति के तहत है। चालू वित्तीय वर्ष में बिहार सरकार (Bihar Government News) को 32.20 करोड़ की राशि शिक्षकों को प्रशिक्षण हेतु उपलब्ध करायी जा रही है।
प्रारंभिक विद्यालयों में 7279 विशेष शिक्षकों की होगी नियुक्तिराज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में 7,279 विशेष शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इनमें पूर्ण दृष्टिबाधित, विशेष अधिगम दिव्यांगता, बहु दिव्यांगता, प्रमस्तिष्कीय पक्षाघात, श्रवण बाधित, वाच्य और भाषा दिव्यांगता, बौद्धिक दिव्यांगता और स्वलीनता संबंधित शिक्षक हैं।
इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा रोस्टर क्लीयरेंस कराया गया है। अगले सप्ताह तक शिक्षा विभाग द्वारा विशेष शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग को भेजी जाएगी।
ये है निर्देश- शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, पहली से पांचवीं कक्षा तक के लिए 5,534 और कक्षा छह से आठवीं तक के लिए 1,745 शिक्षकों के नियुक्ति संबंधी पद हैं।
- विशेष शिक्षक के कुल पदों में 50 प्रतिशत आरक्षित पद महिलाओं के लिए होंगे।
- इन नियुक्तियों में महिलाओं को कोटिवार 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
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Baba Siddique Murder: 'NCP और BJP के राज में...', बाबा सिद्दीकी की हत्या पर शाहनवाज हुसैन ने दिया रिएक्शन
डिजिटल डेस्क, पटना। मुंबई में शनिवार को एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद देश भर में सनसनी फैल गई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से लेकर तमाम नेताओं ने इस हत्या पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस बीच, भाजपा के कद्दावर नेता शाहनवाज हुसैन ने भी रिएक्शन दिया है।
एएनआई से बात करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई है, जो बहुत दुखद है। उन्हें पहले गोली लगी, इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया।
बाबा सिद्दीकी सीनियर लीडर थे- शाहनवाज हुसैनशाहनवाज हुसैन ने कहा कि बाबा सिद्दीकी एक सीनियर लीडर थे, वह एनडीए में थे। वह अजित पवार गुट के नेता थे। उन्होंने कहा कि मुंबई में बांद्रा के इलाके में बाबा सिद्दीकी का बड़ा नाम था। वो बिहार के रहने वाले थे, मुंबई में उन्होंने बहुत बड़ा नाम किया था।
#WATCH दिल्ली: NCP नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या पर भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा, "बाबा सिद्दीकी की हत्या बहुत दुखद है... वो एक वरिष्ठ नेता था, NDA में थे। बांद्रा इलाके में उनका बहुत बड़ा नाम था। वो बिहार के रहने वाले थे। मुंबई में उन्होंने बहुत बड़ा नाम किया… pic.twitter.com/wOLH57z4kx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 12, 2024शाहनवाज ने कहा कि काफी दुखद है कि उनकी इस तरह से हत्या होना, दो हत्यारे पकड़े गए हैं। एक फरार है। शिवसेना और बीजेपी के राज में कोई भी हत्या कर बच नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि जो भी अपराधी होंगे, वह बख्शे नहीं जाएंगे।
मुंबई पुलिस ने दर्ज किया केसबता दें कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद मुंबई में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया है। तमाम नेता और एक्टर्स बाबा सिद्दीकी को देखने के लिए अस्पताल में पहुंचे। अब इस मामलों को लेकर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
मुंबई पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों को अरेस्ट किया गया है। इनमें करनैल सिंह हरियाणा का रहने वाला है। वहीं, धर्मराज कश्यप मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है।
पुलिस ने आगे कहा कि आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी के घर और ऑफिस की रेकी की थी, वे डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे और उन पर नजर रख रहे थे। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है, मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं।
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