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Bihar Teachers: बिहार में शिक्षकों को राहत, टीचर ट्रांसफर-पोस्टिंग नीति पर लगी रोक; शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षकों के स्थानांतरण नीति पर सरकार ने फिलहाल रोक लगा दी है। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने शिक्षा विभाग के सभाकक्ष में मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इस आशय की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सक्षमता परीक्षा का पांचवे चरण समाप्त होने के बाद स्थानांतरण नीति पर विचार किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर नीति को संशोधित भी किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक-शिक्षिकाओं व उनके संगठनों की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने के बाद सरकार ने स्थानांतरण नीति पर फिलहाल रोक लगायी है।
इसमें परेशानी यह हो रही थी कि जो लोग सक्षमता परीक्षा देने वाले हैं उनके साथ अन्याय हो जाएगा। इसलिए यह तय किया गया है सक्षमता परीक्षा के सभी पांचवे चरण के पूरा होने तक स्थानांतरण नीति को लागू नहीं किया जाएगा।
आवश्यकता पड़ने पर स्थानांतरण नीति में होगा संशोधनशिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि स्थानांतरण नीति पर रोक लगने के बाद सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक उसी विद्यालय में अपना योगदान देंगे जहां वे काम कर रहे हैं। नीति में संशोधन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि असहाय व महिलाओं के बारे में कई तरह के आवेदन आए हैं। उन पर विचार किया जा रहा।
आवश्यकता पड़ने पर स्थानांतरण नीति में संशोधन भी किया जा सकता है। कुछ लोगों ने इस संबंध में मुलाकात भी की है। सक्षमता परीक्षा नहीं देने वाले शिक्षकों के बारे में आए एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस बारे में अलग से कमेटी का गठन किया जाएगा।
पटना हाईकोर्ट द्वारा स्थानांतरण पर राेक लगाए जाने के संबंध में दिए गए निर्णय पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि जहां तक उन्हें सूचना है कि स्थानांतरण नीति पर न्यायालय ने रोक नहीं लगायी है। स्थानांतरण पर रोक को लेकर कुछ शिक्षक कोर्ट गए थे। उनके बारे में न्यायालय ने निर्णय है। वैसे विभाग पूरे निर्णय का अध्ययन करेगा।
आज 1.14 लाख शिक्षकों को नियुक्ति पत्रसक्षमता परीक्षा पास 1.14 लाख शिक्षकों को बुधवार को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। अब वे सरकारी शिक्षक हो जाएंगे। अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में कुछ शिक्षकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद नियुक्ति पत्र देंगे। शेष शिक्षकों को जिले में नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।
नियोजित शिक्षकों की पूर्व की सेवा अवधि की गिनती होगी या नहीं इस बारे में शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में फिलहाल कोई निर्णय नहीं है। जिस दिन से वे सरकार की सेवा में आएंगे उसी दिन से उनकी सेवा की गिनती होगी।
नीतीश सरकार का अहम फैसला, अब AI और मशीन लर्निंग से ली जाएगी सड़कों की जानकारी; इंजीनियर हुए अलर्ट
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। पथ निर्माण विभाग अपनी सड़कों की स्थिति की रिपोर्ट अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के माध्यम से हासिल कर रहा। वर्तमान में दो हजार किमी सड़क को पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस योजना से जोड़ा गया है। बिहार में पहली बार सड़कों की स्थिति जानने के लिए इस तरह की अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा।
इस तरह से काम करता है सिस्टमइस तकनीक पर काम करने के लिए पथ निर्माण विभाग ने सड़क से जुड़े मामलों की कोडिंग कर रखी है। इसके तहत सड़क के गड्ढे, दरक गयी सड़क, सड़क के किनारे बने बैरियर का टूटना, डिवाइडर की गड़बड़ी, सड़क के किनारे उगी घास, झार आदि की समझ मशीन लर्निंग सिस्टम में कोड के साथ सॉफ्टवेयर में डाला गया है। वहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तहत एक वाहन में सेंसर लगा है।
इस तरह से वाहन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व मशीन लर्निंग दोनों से युक्त है। यह पथ निर्माण विभाग द्वारा बताए सड़क पर घूमता है और कोडिंग के आधार पर समस्याओं को रिपोर्ट वाली वीडियो उपलब्ध कराता है। संबंधित सड़क की जो समस्या सामने आती है वहां भूरे रंग की एक बाक्स बन जाता है। तीन से चार दिनों के भीतर पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल रूम को यह रिपोर्ट उपलब्ध हो जाती है।
रिपोर्ट के साथ-साथ संबंधित डिवीजन के इंजीनियर की भी मॉनीटरिंगरोड मेंटेनेंस पालिसी के तहत पथ निर्माण विभाग के संबंधित डिवीजन द्वारा उनके अधीन जो सड़क है उसकी रिपोर्ट भेजी जाती है। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग सिस्टम से भी पथ निर्माण विभाग को सड़क की स्थिति की रिपोर्ट मिल रही। इंजीनियर व निर्माण एजेंसी की रिपोर्ट इससे मिलायी जाती है। गड़बड़ी पाए जाने पर इंजीनियर तलब किए जा रहे, इसलिए इस सिस्टम से इंजीनियर भी अलर्ट हो गए हैं।
जहां की तस्वीर आ रही वहां जाकर ही सड़क ठीक करने की रिपोर्ट अपलोड होगीनयी तकनीक में यह भी शामिल है जहां सड़क में कोई गड़बड़ी है वहां की तस्वीर अक्षांश और देशांतर के साथ आ रही। इंजीनियर व संवेदक यूं ही सड़क से जुड़ी समस्या को दुरुस्त कर लेने की रिपोर्ट अपलोड नहीं कर सकेंगे।
जिस अक्षांश और देशांतर पर तस्वीर ली गयी है वहीं जाकर दुरस्त सड़क की रिपोर्ट अपलोड करनी है। दूसरी जगह पर तस्वीर अपलोड करने का सिस्टम खुलेगा ही नहीं।
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Bihar Board Exam 2025: इंटर और मैट्रिक परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ी, अब 25 नवंबर तक जमा करें आवेदन
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Board Exam 2025 बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर व मैट्रिक वार्षिक परीक्षा-2025 के लिए परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी है। इंटर व मैट्रिक परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित विद्यार्थी अब 25 नवंबर तक परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं। इससे पहले परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 23 नवंबर तक थी, जिसे बढ़ाकर 25 नवंबर कर दिया गया है।
परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि छात्रहित में परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ाई गई है। इसके बाद फॉर्म भरने का मौका नहीं मिलेगा। छात्रहित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म विलंब शुल्क के साथ 25 नवंबर तक भर सकते हैं। अध्यक्ष ने बताया कि इंटर में अब तक 12 लाख, 74 हजार, 69 विद्यार्थी फॉर्म भर चुके हैं। वहीं, मैट्रिक में 15 लाख, 97 हजार, 646 विद्यार्थी अब तक परीक्षा फॉर्म भर चुके हैं।
इंटर व मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को रजिस्ट्रेशन का भी मिला मौकाइसके साथ-साथ इंटर व मैट्रिक परीक्षार्थी जो रजिस्ट्रेशन से वंचित हैं, वो अब 23 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। परीक्षा समिति ने कहा कि सत्र 2023-25 के विद्यार्थी, यानी 2025 वार्षिक परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थी का अगर किसी कारण से अब तक रजिस्ट्रेशन फॉर्म नहीं भरा है तो वे 23 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन करा कर 25 नवंबर तक परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं।
इससे पहले रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 21 नवंबर थी, जिसे छात्रहित में बढ़ाकर विलंब शुल्क के साथ 23 नवंबर तक कर दिया गया है। अगर कोई परेशानी हो तो इंटर के विद्यार्थी बोर्ड के हेल्पलाइन नंबर 0612-2230039 पर फोन कर सकते हैं। वहीं, मैट्रिक के विद्यार्थी 0612-2232074 पर फोन कर सकते हैं।
हस्ताक्षर युक्त रजिस्ट्रेशन कार्ड 21 तक करें अपलोडबिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर व मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को हस्ताक्षर युक्त रजिस्ट्रेशन कार्ड अपलोड करने की तिथि बढ़ा दी है। परीक्षा समिति ने कहा है कि वार्षिक परीक्षा 2025 के लिए पंजीकृत विद्यार्थी रजिस्ट्रेशन कार्ड पर हस्ताक्षर कर 19 से 21 नवंबर तक अपलोड कर सकते हैं।
21 नवंबर तक विद्यार्थी माता-पिता व अभिभावक के हस्ताक्षरित घोषणा युक्त डमी रजिस्ट्रेशन कार्ड को शिक्षण संस्थान के प्रधान द्वारा समिति के पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड करना है, नहीं तो परीक्षा में शामिल होने के वंचित कर दिया जाएगा।
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Mukesh Sahani: 'पांच किलो अनाज बांटकर...' , यूपी में ये क्या बोल गए मुकेश सहनी? सियासत हुई तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख एवं पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को उत्तरप्रदेश के गाजीपुर में भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो सरकार पांच किलो अनाज बांटकर इसे विकास बताए वैसी सरकार को बदलने की जरूरत है।
हमारे देश मे बेरोजगार युवकों को रोजगार चाहिए। वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मैराथन दौड़ प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए जहां विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार और सम्मान दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस गांव में बड़ी संख्या में लोग सेना में है, ऐसे आदर्श गांव को मेरा प्रणाम है। आज अग्निवीर योजना जरूर लागू है, लेकिन यह योजना सही नहीं है। राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि जब भी आईएनडीआईए की सरकार बनेगी, अग्निवीर योजना वापस होगी।
अभी हम विपक्ष में हैं और सरकार को आईना दिखाएंगे। सहनी ने कहा कि आपका वोट सबसे बड़ी ताकत है। इस ताकत के जरिये जनता की भलाई करने वाली सरकार चुननी चाहिए। बता दें मुकेश सहनी ने अपने कार्यकर्ताओं से बिहार में इस बार 40 विधायक लाने की अपील की है।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सिर्फ 5 बैठकें होंगीबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सिर्फ पांच बैठकें होंगी। इसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 का द्वितीय अनुपूरक व्यय विरणी पेश किया जाएगा। पहले दिन नए विधायकों का शपथ ग्रहण होगा। विधानमंडल के सत्र में नहीं रहने की अवधि में राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रतियां सदन पटल रखी जाएंगी। राज्य में विधानसभा की चार सीटों पर उप चुनाव हुआ है। 23 नवंबर को परिणाम आएगा। बेलागंज, ईमामगंज, तरारी और रामगढ़ से उप चुनाव में जीते विधायकों को शपथ ग्रहण के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
संभावना है कि सत्र के पहले ही दिन 25 नवंबर को नव निर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण हो जाएगा। पहले दिन की कार्यवाही के अंत में शोक प्रकाश होगा। दिवंगत जन प्रतिनिधियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। सोमवार से शुक्रवार तक के पांच दिनों के सत्र में प्रतिदिन प्रश्नोत्तर काल होंगे।इसमें अल्पसूचित एवं तारांकित प्रश्न पूछे जाएंगे। शून्यकाल और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लिए जाएंगे।
मंगलवार एवं बुधवार को राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे। गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 का द्वितीय अनुपूरक पेश किया जाएगा। उसी दिन इस पर वाद विवाद और मतदान होगा। उसके बाद अनुपूरक से निर्धारित राशि की निकासी के लिए विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा। सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को गैर-सरकारी संकल्प लिए जाएंगे।
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Bihar News: बिहार के किसानों को डीजल पर अनुदान कब तक मिल जाएगा? कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कर दिया एलान
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने पटना स्थित कृषि भवन में सोमवार को समीक्षा बैठक कर राज्य में चल रही विभिन्न कृषि योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने मौजूद पदाधिकारियों को 15 दिन के अंदर डीजल अनुदान से संबंधित बकाया राशि भुगतान के निर्देश दिए।
साथ ही चालू वित्तीय वर्ष में चलाई जा रही परंपरागत कृषि विकास योजना, केंद्र प्रायोजित योजनाएं, क्रिषोन्नति योजनाएं, मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना, बीज ग्राम योजना, दलहन फसल प्रोत्साहन योजना, जैविक खेती से संबंधित योजनाओं की समीक्षा और मूल्यांकन की।
मिट्टी जांच प्रयोगशाला के सुदृढ़ीकरण व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और मृदा स्वास्थ्य कार्ड का लक्ष्य भी इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस मौके पर पांडेय ने कहा कि जैविक खेती पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान केंद्रित की जाए। डबल इंजन की सरकार किसानों की हित के लिए व उनके आर्थिक विकास के लिए दिन रात काम कर रही है।
पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य के किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से कृषि यंत्र उपलब्ध कराना आवश्यक है। इसीलिए कृषि यंत्रों के आवंटन पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। राज्य के किसानों को पौधा संरक्षण परामर्श देना और डीजल अनुदान भी शत-प्रतिशत पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है, ताकि राज्य के किसान उन्नत तरीके से खेती का सकें।
खेतों में मानव रहित हवाई वाहन (ड्रोन) से दवाओं के छिड़काव और ई-किसान भवन के कर्मचारियों को वेतन ससमय उपलब्ध हो, कृषि विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तकों के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी कृषि योजनाओं की जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई जाए।
पांडेय ने कहा कि भागलपुर के सबौर स्थित कृषि विश्वविद्यालय के कार्यालय भवनों को एक सड़क से जोड़ने के लिए किए जा रहे कार्यों को मार्च 2025 तक पूर्ण किया जाए।
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Bihar Weather Today: बिहार के 15 जिलों में घने कोहरे की चेतावनी, तापमान भी लुढ़का; लोगों से सावधान रहने की अपील
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: पछुआ के प्रभाव से पटना सहित अन्य जिलों के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है। मौसम शुष्क होने व आकाश साफ होने के कारण सुबह के समय कोहरे का प्रभाव बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार 15 जिलों, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, अररिया व किशनगंज में घने कोहरे को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तापमान भी तेजी से लुढ़क रहा है।
शहर अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमान पटना 30 डिग्री सेल्सियस 18 डिग्री सेल्सियस भागलपुर 29 डिग्री सेल्सियस 17 डिग्री सेल्सियस दरभंगा 29 डिग्री सेल्सियस 18 डिग्री सेल्सियस मुजफ्फरपुर 29 डिग्री सेल्सियस 18 डिग्री सेल्सियस बेगूसराय 28 डिग्री सेल्सियस 17 डिग्री सेल्सियस तराई वाले भागों में गिरेगा न्यूनतम तापमानजबकि, पटना सहित अन्य भागों में सुबह के समय हल्के दर्जे का कोहरा व कुछ स्थानों पर धुंध का प्रभाव बना रहेगा। देश के उत्तर पश्चिम भाग के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के मौसम में बदलाव की संभावना है। प्रदेश के तराई वाले भागों के तापमान में तीन से चार दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है। तीन दिनों के दौरान कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता में कमी देखने को मिल सकती है।
सोमवार को पटना का न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री की वृद्धि के साथ 18.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 12.0 डिग्री सेल्सियस के साथ बांका में प्रदेश का न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। राजधानी का अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
गोपालगंज में रहा सर्वाधिक तापमान30.8 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना सहित आसपास इलाकों में सुबह के समय हल्की धुंध का प्रभाव रहा। जबकि, तराई वाले इलाकों में घने कोहरे का प्रभाव दिखा। दिन में धूप निकलने के बाद मौसम सामान्य बना रहा।
भागलपुर में बदल रहा मौसम का मिजाजमौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। दीपावली से पहले पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर अब यहां दिखने लगा है। ठंड घुली हुई पश्चिमी हवा के कारण तापमान में गिरावट हो रही है। आने वाले पांच दिनों में भी तापमान और गिरने का अनुमान है। हालांकि दिन में तेज धूप निकलने के कारण न्यूनतम तापमान का गिरावट उतना गंभीरतापूर्वक अभी असर नहीं दिखा पा रहा है।
कोहरा बढ़ेगा, जिससे धूप कम असरकारक होगी। इससे सर्दी बढ़ती चली जाएगी। पिछले एक सप्ताह से सर्दी धीरे-धीरे बढ़ रही है। अब सर्दी का दायरा और बढ़ेगा, क्योंकि दो-तीन दिन बाद उत्तर-पश्चिमी की जद में भागलपुर सहित प्रदेश के अन्य जिला रहेगा।
रात के तापमान में दो डिग्री से ज्यादा गिरावट होगी। सोमवार को जहां सुबह देर तक कोहरे के कारण धुंध बनी रही। वहीं, शाम होते ही कोहरे का असर दिखने लगा। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. बीरेंद्र कुमार ने बताया कि हिमालय क्षेत्र में वर्षा के साथ ठंडा लाने वाला पश्चिमी विक्षोभ 22 नवंबर को सक्रिय होने वाला है। उसका गहरा असर यहां दिखेगा।
बताया गया कि कोहरा और धुंध का असर भागलपुर और आसपास में रहेगा। हालांकि धूप भी निकलेगी, लेकिन आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। इससे धूप-छांव की स्थिति बन सकती है। दिन में धूप रहने से ठंड का असर नहीं के बराबर रहेगा। शाम होते ही ठंड महसूस होगा। रात सर्द होगी। दिन और रात के तापमान में दो गुना से ज्यादा का अंतर रहेगा।
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Patna News: चेन्नई की फ्लाइट का पहिया पंक्चर, आधे घंटे तक विमान में ही बैठे रहे राज्यपाल समेत 175 यात्री
जागरण संवाददाता, पटना। पटना से चेन्नई के लिए सोमवार को उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट का पहिया पंक्चर हो गया। यह जानकारी पायलट को उस वक्त हुई, जब राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर समेत 175 यात्री विमान में बैठ चुके थे। पहिया बदले जाने तक सभी यात्री और क्रू मेंबर विमान में ही बैठे रहे।
आधे घंटे बाद पंक्चर ठीक कर विमान ने गंतव्य के लिए उड़ान भरी। सात दिनों के भीतर यह दूसरी बार है, जब राज्यपाल को हवाई सफर में परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे पहले चंडीगढ़ के विमान में देरी की वजह से वे पटना एयरपोर्ट से राजभवन लौट गए थे।
25 मिनट में की गई पहिये की मरम्मतबताया जाता है कि इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6ई597 सोमवार की दोपहर ढाई बजे चेन्नई के लिए टेकऑफ करने वाली थी। इसी विमान से राज्यपाल को भी जाना था। उन्हें मिलाकर 175 यात्री विमान में सवार हो चुके थे। इस बीच पायलट को विमान के पंक्चर होने की जानकारी हुई।
उन्होंने तत्काल विमानन कंपनी के स्थानीय अधिकारियों और एटीसी को सूचित किया, जिसके बाद फ्लाइट को पार्किंग में खड़ा कर दिया गया। तकनीकी टीम ने 25 मिनट में ही पहिये की मरम्मत कर दी।
दूसरी टीम ने विमान का पुन: परीक्षण किया और पूरी तरह आश्वस्त होने पर टेकऑफ की अनुमति दी। इस दौरान यात्री विमान में ही बैठे रहे। यात्रियों को तकनीकी खराबी के बारे में लगातार अपडेट किया जाता रहा।
गुवाहाटी की फ्लाइट रद्द, आठ जोड़ी विमान लेटठंड के दस्तक देते ही विमानों की लेटलतीफी और रद्द होने का सिलसिला शुरू हो गया है। स्पाइसजेट की गुवाहाटी-पटना-गुवाहाटी फ्लाइट सोमवार को रद्द रही। इसके अलावा आठ जोड़ी विमानों का परिचालन देर से हुआ। पहली फ्लाइट सुबह 6:57 मिनट पर पटना पहुंची थी।
बताया जाता है कि हैदराबाद-पटना (6ई6382) 42 मिनट, दिल्ली-पटना (6ई2373) 20 मिनट, बेंगलुरु-पटना (एसजी531) दो घंटा एक मिनट, दिल्ली-पटना (एआइ407) एक घंटा 40 मिनट, दिल्ली-पटना (6ई2425) 36 मिनट, अहमदाबाद-पटना (एसजी534) दो घंटा 49 मिनट, मुंबई-पटना (6ई5173) 32 मिनट और दिल्ली-पटना (6ई5008) 32 मिनट देरी से पटना पहुंचीं।
इधर, अहमदाबाद-पटना फ्लाइट में देरी की वजह से यात्रियों ने नाराजगी जाहिर की। काफी देर तक विमान लैंड होने का समय प्रसारित नहीं किया जा रहा था। इसी विमान को वापस अहमदाबाद जाना था।
इस कारण पटना से उड़ान भरने वाले यात्री परेशान रहे। हंगामा होने से पहले ही विमानन कंपनी के अधिकारियों ने हालात पर काबू पा लिया, लेकिन यात्री उन्हें कोसते रहे।
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2 दिनों तक सेवानिवृत्त प्रोफेसर को बनाए रखा डिजिटल अरेस्ट, भेजते रहे फर्जी नोटिस; पटना में 3.06 करोड़ की ठगी
जागरण संवाददाता, पटना। साइबर अपराधियों ने पटना में सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर 3.06 करोड़ रुपये ठग लिए। अपराधियों ने उन्हें फोन कर मनी लांड्रिंग के केस में नाम आने की धमकी देते हुए दो दिनों तक पूछताछ के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर रखा।
उन्होंने वीडियो काल कर खुद को सीबीआइ अधिकारी बताया और पूछताछ के नाम पर बैंक खाते से जुड़ी जानकारी हासिल कर ली। फिर उनके बैंक खातों से 3.06 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिया। पीड़िता को जब ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने इसकी सूचना साइबर थाना पुलिस को दी।
थाना पहुंचने के बाद भी वे इस कदर डरी हुई थीं कि कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रही थीं। शनिवार को पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज कर छानबीन कर रही है। वे पटना में अकेली रहती हैं। कुछ दिन पूर्व उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया।
उसने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि आपके खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस हुआ है। इसके बाद उन्हें वीडियो काल किया। वीडियो काल पर यूनिफार्म में व्यक्ति को देख वह सहम गईं।
अपराधी स्वयं को सीबीआइ अधिकारी बताकर बात की और पूरी जानकारी के लिए कुछ खास प्रक्रिया से गुजरने के लिए दबाव डाला। पुष्टि के लिए कई तरह की जानकरियां भी मांगी। वे फोन पर ही पूछताछ करने लगे।
वे कभी पुलिसकर्मी, कभी अलग अलग एजेंसी के अधिकारी बनकर बात कर रहे थे। बैंक खातों की जांच के नाम पर कई तरह की जानकारी हासिल करने के बाद उनके खाते से रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराते रहे।
इधर पीड़िता द्वारा साइबर थाने में केस किया गया है। इसके बाद वह परिवार के पास चली गई हैं। साइबर थाना की पुलिस अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए बैंक डिटेल सहित अन्य जानकारी जुटा रही है।
क्या है डिजिटल अरेस्ट- यह साइबर अपराधियों द्वारा ब्लैकमेल कर उगाही करने एक एडवांस तरीका है।
- हाल के दिनों में इस तरह के अधिकांश मामलों में पीड़ित ज्यादातर पढ़े लिखे लोग थे।
- कोई आपको ऑनलाइन धमकी देकर वीडियो कालिंग के जरिए आप पर नजर रख रहा है।
- डिजिटल अरेस्ट के दौरान साइबर अपराधी नकली पुलिस अधिकारी बनकर धमकाते हैं और अपना शिकार बनाते हैं।
- इस दौरान वे लोगों से वीडियो काल पर लगातार बने रहने के लिए कहते हैं और इसी बीच केस को खत्म करने के लिए पैसे भी ट्रांसफर करवाते रहते हैं।
- इस तरह की ठगी की शुरुआत एक मैसेज या फोन काल के साथ होती है।
- अपराधी लोगों को फोन करके कहते हैं कि वे पुलिस, सीबीआइ, नारकोटिक्स या इनकम टैक्स विभाग से बात करते हैं।
- ये कहते हैं कि आपके पैन और आधार का इस्तेमाल करते हुए तमाम चीजें खरीदी गई हैं या फिर मनी लांड्रिंग की गई है।
- कई बार यह भी दावा किया जाता है कि वह कस्टम विभाग से बोल रहा है और आपके नाम से कोई पार्सल आया है, जिसमें ड्रग्स या प्रतिबंधित चीजें हैं।
- इसके बाद वे वीडियो काल करते हैं और सामने बैठे रहने के लिए कहते हैं। इस दौरान किसी से बात करने, मैसेज करने और मिलने नहीं देते हैं।
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JEE Advanced Attempts: जेईई एडवांस्ड में 3 अवसर के फैसले को IIT कानपुर ने लिया वापस, छात्रों में निराशा
जागरण संवाददाता, पटना। जेईई एडवांस्ड परीक्षा (JEE Advanced) में शामिल होने के अवसरों की संख्या में एक बार फिर बदलाव हुआ है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT Kanpur) ने अपने नए अधिसूचना में अब परीक्षा में बैठने की सीमा को तीन से घटाकर दो कर दिया है।
इस बाबत सोमवार को आईआईटी कानपुर की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी कर सभी को सूचित कर दिया गया है।
IIT कानपुर ने लिया था 3 अवसर का फैसलामालूम हो कि पिछले दिनों आयोजक संस्था आईआईटी कानपुर की ओर से अधिसूचना जारी कर जेईई एडवांस्ड में शामिल होने के अवसरों की संख्या को दो से बढ़ाकर तीन कर दी गई थी। इस निर्णय को ज्वाइंड एडमिशन बोर्ड की बैठक के बाद निरस्त कर दिया गया है। इसके साथ ही अब वर्ष 2023 में 12वीं करने वाले विद्यार्थी अब परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।
हजारों छात्रों के हाथ लगी निराशाजेईई एडवांस्ड में शामिल होने वाले अवसरों की संख्या को घटाकर फिर से तीन से दो कर दिया गया है। विशेषज्ञ बताते हैं कि आईआईटी कानपुर की ओर से यह अवसर दिए जाने के बाद हजारों विद्यार्थियों ने जेईई मेन के लिए आवेदन कर दिया था। इसके बाद वह परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, इसी बीच यह सूचना ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया है।
संभवतः यह निर्णय इसलिए लिया गया है कि एक बार तीन वर्ष का अवसर देने की स्थिति में अगली बार विद्यार्थी इस नियम को हमेशा के लिए स्थापित करने की मांग करते, इसे देखते हुए ही इसे निरस्त किया गया है। इससे बड़ी संख्या में विद्यार्थी निराश भी हुए हैं, क्योंकि इस निर्णय के बाद हजारों विद्यार्थी आइआइटी में जाने की आस लगाने लगे थे।
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Bihar Jharkhand Four Lane: बिहार-झारखंड को जोड़ने वाली सड़क परियोजना में देरी, जनवरी में होगा काम पूरा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार को झारखंड से सीधे-सीधे फोर लेन की संपर्कता को ले एनएचएआई (NHAI) का मिशन दिसंबर अब जनवरी में पूरा होगा। इस मिशन के तहत पटना-गया-डोभी फोरलेन (Patna Gaya Dobhi Fourlane) तथा बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन सड़क को दिसंबर में आरंभ करने की योजना थी, पर मामला रेलवे की वजह से अटक गया है।
पटना-गया-डोभी फोरलेनएनएचएआई से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पटना-गया-डोभी फोरलेन बनकर तैयार है पर एक जगह आरओबी के निर्माण में हो रही देरी के कारण निर्बाध संपर्कता में अभी लगभग एक महीने का समय लगेगा। इस वजह से दिसंबर की जगह अब जनवरी के आखिर में यह सड़क निर्बाध संपर्कता के लिए उपलब्ध हो पाएगी। पटना में जो मिसिंग लिंक है उस पर काम जनवरी के बाद ही आरंभ हो पाएगा। इस सड़क से झारखंड को सीधी संपर्कता मिलती है।
बख्तियारपुर-रजौली फोरलेनलंबी अवधि से निर्माणाधीन बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन पटना से झारखंड के बीच सीधी संपर्कता को ले एक महत्वपूर्ण सड़क है। इस सड़क का निर्माण भी लगभग पूरा है। कई जगहों पर बड़े-बड़े फ्लाईओवर बन गए हैं। पर एक जगह पर आरओबी का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हो पाया है। आरओबी के लिए रेलवे से ब्लाक लेना पड़ता है। इसके बाद ही निर्माण कार्य हो पाता है। इस वजह से इस फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य अब जनवरी के आखिर में ही पूरा हो गया है।
नितिन गडकरी 21 को गया आ रहेकेंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 21 नवंबर को गया आ रहे। उनकी यह यात्रा इंडियन इकोनामिक एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन के सिलसिले में हो रही है। वह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस आयोजन में मगध विश्वविद्यालय की सहभागिता है।
एनएचएआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नितिन गडकरी एनएच की निर्माणाधीन परियोजनाओं का जायजा भी लेंगे।
पांच राज्य उच्च पथों के निर्माण को मिली प्रशासनिक स्वीकृतिबिहार स्टेट हाइवे प्रोजेक्ट-4-एएफ के तहत पांच राज्य उच्च पथों का निर्माण होगा। इसकी प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है। इन सड़कों के निर्माण पर 2900 करोड़ रुपए खर्च होंगे। भूमि अधिग्रहण पर 1100 करोड़ रुपए व्यय होना है। इन परियोजनाओं के लिए एशियन डेवलपमेंट से राशि मिलेगी।
225 किमी सड़क का निर्माण 2900 करोड़ की लागत सेइस योजना के तहत 225 किमी सड़क का निर्माण होगा। इस पर 2900 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसमें 1860 करोड़ रुपए का खर्च सिविल कार्य पर होगा। इन सड़कों के निर्माण पर निविदा का आमंत्रण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जाएगा। इसके तहत संबंधित सड़कों की चौड़ाई को तो बढ़ाना ही है साथ ही साथ उनके सुदृढ़ीकरण का काम भी होना है। एशियन डेवलपमेंट बैंक के प्रतिनिधियों ने इन सड़कों के एलायनमेंट का भ्रमण किया और स्थानीय लोगों से इस बारे में बात की। महिला समूह से उनके जीवन-यापन के संबंध में जानकारी ली गयी।
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3,00,000 लोगों ने जमा नहीं किया ई-चालान, अब नहीं मिलेगा प्रदूषण प्रमाण पत्र; सख्ती में परिवहन विभाग
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी में ई-चालान कटने के बाद तीन लाख से अधिक लोगों ने दंड राशि जमा नहीं की है। इसमें पटना आने वाले राज्य के विभिन्न हिस्सों के वाहन शामिल हैं। ई-चालान जमा नहीं करने वालों पर परिवहन विभाग सख्ती बरतने लगा है। दंड की राशि जमा नहीं करने वालों के प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवाने पर रोक लगा दी गई है। व्यवसायिक वाहनों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है। निजी वाहन स्वामियों को अभी राहत दी गई है। ऐसे लोग वाहन जांच अभियान में पकड़े जा रहे हैं तथा दंड लगाया जा रहा है।
जिला परिवहन पदाधिकारी उपेंद्र पाल ने बताया कि ई-चालान कटने के बाद दंड राशि जमा करना पड़ेगा। व्यवसायिक वाहन मालिकों पर कार्रवाई की जाती है, अब निजी वाहन मालिकों पर भी कार्रवाई होगी। यातायात नियमों का पालन कराते हुए सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह व्यवस्था की गई है। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस लगातार अभियान चला रहा है।
'परिवहन विभाग चला रहा जागरूकता अभियान'एडीटीओ पिंकु कुमार ने बताया कि परिवहन विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है कि अपने ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन प्रमाण पत्र से अपना मोबाइल नंबर संबद्ध कराएं। दंड लगने पर जानकारी मिल जाती है। अधिकांश लोग प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जाते हैं तो जानकारी मिलती है कि ई-चालान कटा हुआ है।
बता दें कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम के तहत शहर में जगह-जगह लगे कैमारे में परिवहन नियमों को तोड़ने वालों पर ऑटोमेटिक चलान कट जा रहा है। बिना हेल्मेट के बाइक चलाने, बिना सीट बेल्ट के चार चक्का वाहन चलाने पर शहर के विभिन्न हिस्सों में लगे सीसीटीवी कैमरे से ऑटोमैटिक ई-चालान कट जा रहा है।
लगातार कट रहा ऑटोमैटिक चालानदीदारगंज टोल प्लाजा के पास से गुजरने पर वाहन में किसी प्रकार की कमियां होने पर ऑटोमैटिक ई-चालान कट रहा है। इसमें प्रदूषण फेल, बीमा नहीं रहने और फीटनेस प्रमाण पत्र शामिल है। टॉल प्लाजा से गुजरने वाले बिना बीमा वाहन पर दो हजार तथा दूसरी बार पकड़े जाने पर चार हजार रुपये जुर्माना लग रहा है। बीमा वाले व्यक्ति के सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने के बाद पांच लाख रुपये मुआवजा देने का प्राविधान है।
इस कारण टॉल प्लाजा पर बीमा नहीं रहने पर भी जुर्माना लगाया जा रहा है। बीमा पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। वाहन दुर्घटना में मृत्यु होने के बाद मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाया जा सके। शहर में प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए वाहनों के प्रदूषण प्रमाण पत्र लेने के लिए सख्ती बरती जा रही है। दुर्घटना में कमी लाने के लिए वाहनों का फिटनेस अनिवार्य किया गया है। बाइकों का ई-चालान सबसे अधिक कटा है।
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जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) ने माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) 2024 का परिणाम (Bihar STET Result 2024) सोमवार को जारी किया। परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशाेर ने परिणाम जारी करते हुए बताया कि पेपर वन और टू के कुल 45 विषयों में 4,23,822 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसमें से 2,97,747 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। यानी कुल 70.25 प्रतिशत अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
परीक्षा परिणाम परीक्षा समिति के वेबसाइट https://secondary.biharboardonline.com पर देखा सकता है। अभ्यर्थी वेबसाइट के रिजल्ट लिंक पर जाकर अपने यूजर आइडी के रूप में एप्लिकेशन आइडी एवं पासवर्ड के रूप में जन्मतिथि अंकित करते हुए अपना परीक्षा फल देख सकते हैं।
पेपर-1 और पेपर-2 का परिणामपरीक्षा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि पेपर -वन की परीक्षा 18 से 29 मई और पेपर-टू की परीक्षा 11 से 20 जून तक सीबीटी के माध्यम से आनलाइन आयोजित हुई थी।
पेपर -वन में सीबीटी के माध्यम से कुल 16 विषयों की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में 2,63,911 अभ्यर्थी शामिल हुए। जिसमें से 1,94,697 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। पेपर - वन में कुल 73.77 प्रतिशत अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
जल्द मिलेगा उत्तीर्णता प्रमाण पत्रइसी तरह पेपर -टू में सीबीटी के माध्यम से 29 विषयों की परीक्षा आयोजित हुई थी। परीक्षा में 1,59,911 अभ्यर्थी शामिल हुए। जिसमें से 1,03,050 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। पेपर -टू में कुल 64.44 प्रतिशत अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का परीक्षा समिति द्वारा उत्तीर्णता प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
अध्यक्ष ने बताया कि सीटीईटी 2024 में पूछे गए प्रश्न बहुविकल्पीय थे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक था। इस परीक्षा में गलत उत्तर पर के लिए निगेटिव मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं था। कुल 150 अंक के 150 प्रश्न पूछे गए थे।
दूसरी एसटीईटी परीक्षा शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होने के बाद परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि बीपीएससी द्वारा तीसरे चरण के परीक्षा परिणाम की घोषणा की जा रही है।
पूरे बिहार में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया समाप्त होने के बाद शिक्षा विभाग स्तर पर शिक्षकों के स्वीकृत पदों का आकलन किया जाएगा। इसके बाद ही अगली परीक्षा की तिथि पर निर्णय लिया जाएगा।
राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को दे दिया नया निर्देश, 31 दिसंबर तक पूरा करना होगा यह काम
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने अधिकारियों से कहा है कि वे सिर्फ उपलब्धियों का आंकड़ा नहीं जुटाएं, आम लोगों की समस्याओं के निदान पर जोर दें। वे साेमवार को भू अर्जन निदेशालय की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कुछ जिलों में डाटा इंट्री ऑपरेटरों की कमी की शिकायत पर कहा कि इनके रिक्त पद जल्द भरे जाएं। बैठक में पिछली बैठकों के निर्णयों के कार्यान्वयन की समीक्षा की गई।
भू अर्जन निदेशालय की ओर से एमआईएस (मैनेजमेंट इंफारमेशन सिस्टम) पोर्टल विकसित किया गया है। ताकि जिला भू अर्जन कार्यालयों में की जा रही भू अर्जन संबंधित कार्यवाही की जानकारी विभाग को तुरंत प्राप्त हो सके। अभी इस पोर्टल पर जिला भू अर्जन कार्यालयों की ओर से परियोजनाओं की जानकारी अपलोड की जा रही है।
हर जिले में भू अर्जन कार्यालय को दिए जा रहे दो लैपटॉपअपर मुख्य सचिव ने कहा कि एमआईएस पोर्टल का सफलता पूर्वक संचालन हमारी मुख्य प्राथमिकता है। बैठक में बताया गया कि विभाग द्वारा प्रत्येक जिले के भू अर्जन कार्यालय को दो लैपटॉप दिए जा रहे हैं।
भू अर्जन निदेशालय द्वारा नियमित रूप से जिलावार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भू अर्जन पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाती है। इसका उद्देश्य जिला स्तर पर भू अर्जन संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा करना है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जिलावार समीक्षा के क्रम में समस्याओं के निदान पर ध्यान केंद्रीत करें। अपर मुख्य सचिव ने मुख्यालय स्तर के सभी अभिलेखों की स्कैनिंग कर 31 दिसंबर तक भू- अभिलेखों के डिजिटलाइजेशन का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।
बैठक में भू अर्जन के निदेशक कमलेश कुमार सिंह तथा सहायक निदेशक सह संयुक्त सचिव आजीव वत्सराज सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
खेल मैदान के लिए भूमि नहीं तो सीओ और कार्यपालक अभियंता को देना होगा प्रमाण पत्रमनरेगा के तहत राज्य की सभी पंचायतों में खेल मैदान विकसित किया जाना है। ताकि ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभा को बेहतर प्लेटफार्म विभिन्न खेल प्रतियोगिता की तैयारी करने के लिए मिल सके। जिले में सकरा प्रखंड की विशुनपुर बघनगरी पंचायत में एक एकड़ भूमि पर खेल मैदान विकसित किया गया है।
हालांकि, अन्य पंचायतों में इसकी प्रक्रिया चल रही है तो कई जगहों पर भूमि की अनुपलब्धता के कारण योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है। राज्य से अब तक 6324 स्थलों का चयन करते हुए ग्रामीण विकास विभाग को सूची भेजी गई है।
इसमें से चार एकड़ तक के बड़े खेल मैदान के लिए 1272 स्थल, एक से डेढ़ एकड़ तक के 2121 और एक एकड़ से कम के लिए 2931 स्थल चिह्नित कर भेजे गए हैं। विभाग के की आयुक्त अभिलाषा कुमारी शर्मा ने सभी जिलाधिकारी और उप विकास आयुक्त को पत्र भेजकर वस्तुस्थिति की जानकारी दी है।
उन्होंने कहा है कि जिन पंचायतों में खेल भूमि अनुपलब्ध होने की रिपोर्ट दी जा रही है, वहां के संबंधित सीओ और कार्यक्रम पदाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से लें। जिसमें यह लिखा होना चाहिए चार एकड़, एक से डेढ़ एकड़ और एक एकड़ से कम सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं है।
इसके बाद अपने स्तर से इसकी समीक्षा और सत्यापन करें। अगर रिपोर्ट गलत पाई गई तो संबंधितों पर कार्रवाई करने को कहा गया है।
फुटबॉल और बास्केटबॉल कोर्ट समेत अन्य का नक्शा तैयार कर भेजाग्रामीण विकास विभाग की ओर से खेल मैदान का नक्शा तैयार कर सभी जिलों को भेजा गया है। इसी अनुसार भूमि चिह्नित करने को कहा गया है। चार एकड़ वाले मैदान में रनिंग ट्रैक, फुटबाल कोर्ट, बास्केटबाल कोर्ट, खोखो, बैडमिंटन कोर्ट, कबड्डी मैदान के साथ लांग जंप और हाई जंप के लिए ढ़ाचा तैयार करने को कहा गया है।
छोटे मैदान में चार प्रकार के खेलों की व्यवस्था रहेगी। इसमें वालीबाल, बास्केटबाल, बैडमिंटन और रनिंग ट्रैक शामिल है। आयुक्त ने जिलों के संबंधित पदाधिकारियों ने शेष स्थलों का चयन कर शीघ्र रिपोर्ट भेजने को कहा है। ताकि उसी अनुसार आगे की प्रक्रिया पूरी की जा सके।
17 लाख रुपये से अधिक किए जाएंगे खर्चएक खेल मैदान को विकसित करने में करीब 17 लाख रुपये से अधिक खर्च किया जाना है। इसके तहत मैदान के चारों ओर पौधे भी लगाए जाएंगे। ताकि पर्यावरण की शुद्धता बनी रहे। इसके अलावा ओपेन जिम और चेंजिंग रूम के साथ महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा।
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PM Awas Yojana: बिहार को मिलेंगे 2 लाख अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास, चुनाव से पहले मोदी सरकार का बड़ा दांव
रमण शुक्ला, पटना। केंद्र सरकार ने राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के अनुरोध पर चालू वित्तीय वर्ष में दो लाख और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) शीघ्र स्वीकृत करने का भरोसा दिया है। संभवत: बिहार में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) को देखते हुए केंद्र सरकार लगातार दरियादिली दिखा रही है।
दरअसल, बिहार ने केंद्र सरकार से चालू वित्तीय वर्ष में 6.50 लाख प्रधानमंत्री आवास की मांग की थी। इसकी तुलना में अभी तक 2.60 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति मिली है। वहीं, शेष 3.90 लाख की तुलना में दो लाख और आवास चालू वित्तीय वर्ष में देने का भरोसा केंद्र सरकार ने दिया है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की ओर से पिछले दो वित्तीय वर्ष से प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) के लिए बिहार को कोई लक्ष्य नहीं मिलने के कारण दावेदारों की संख्या 13.50 लाख से अधिक पहुंच गई है। इसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2023-2024 के साथ ही चालू वित्तीय वर्ष यानि 2024-2025 की प्रतीक्षा सूची सम्मिलित है।
38 लाख से अधिक को मिला लाभराजग सरकार की ओर से बिहार में वित्तीय वर्ष 2016-17 से अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 38 लाख से अधिक गरीबों को पक्के मकान बनाए गए हैं। वहीं, शहरी क्षेत्र का आंकड़ा अगर जोड़ दिया जाए तो पिछले 10 वर्षों में कुल डेढ़ करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है।
अहम यह है कि इस योजना के लिए शीघ्र ही नए परिवारों को लाभ देने के लिए सर्वे भी कराने की तैयारी अंतिम चरण में है। इसके बाद नए लाभार्थियों की सूची बनाई जाएगी।
शहरी आवास योजना लागू करने को लेकर केंद्र और राज्य सरकार में हुआ करारप्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 को बेहतर तरीके से लागू करने को लेकर सोमवार को नई दिल्ली में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला में बिहार ने भी शिरकत की। इस दौरान योजना लागू करने को लेकर राज्य के नगर विकास एवं आवास विभाग और केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, नई दिल्ली के बीच करार ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया।
नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने भागीदारी में किफायती आवास योजना घटक अंतर्गत उत्पन्न समस्या एवं समाधान के मुद्दे पर प्रकाश डाला। मालूम हो कि हाल ही में राज्य कैबिनेट की बैठक में किफायती आवास के लिए राज्य सरकार ने योजना के लाभुकों को एक-एक लाख रुपये प्रति आवासीय इकाई देने का निर्णय लिया है। इसके तहत केंद्र सरकार भी डेढ़ लाख रूपये की सहायता राशि देगी।
लाभुकों को मिलेगी दोगुनी राशिबता दें कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण (बीएलसी) और साझेदारी में बनने वाले किफायती आवास (एएचपी) घटक के तहत प्रति आवासीय इकाई के लाभुकों को अब एक-एक लाख रुपये देगी। इससे पहले, लाभार्थी आधारित आवास योजना में स्टेट गवर्नमेंट लाभुकों को प्रति आवासीय इकाई 50 हजार रुपये की सहायता राशि देती थी। नई व्यवस्था के बाद योजना पर राज्य सरकार का सालाना एक हजार करोड़ रुपये का खर्च बढ़ेगा।
होम लोन पर मिलेगा इतना अनुदानपीएम आवास योजना के तहत अगर आर्थिक रूप से कमजोर या निम्न-मध्यम वर्ग आय के लाभुक होम लोन पर घर खरीदते हैं, तो उन्हें ऋण ब्याज के अनुदान के रूप में अधिकतम एक लाख 80 हजार रुपये मिलेंगे। इसके लिए मिशन अवधि के दौरान लाभुकों को योजना के पोर्टल पर निबंधन कराना होगा। यह अनुदान केंद्र सरकार की ओर से मिलेगा।
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NMCH में मरीज की आंख निकालने के मामले में 2 नर्स सस्पेंड, जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सर्जिकल आइसीयू में भर्ती नालंदा के छात्र फंटूस की मौत के बाद उसकी बाईं आंख गायब होने के मामले को जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने गंभीरता से लेते हुए गठित जांच टीम के रिपोर्ट पर कार्रवाई की बात कही है। डीएम ने कहा कि आंख की चोरी,अंग तस्करी और चूहे के कुतरने के मामले में हर दृष्टिकोण से जांच पड़ताल की जा रही है। वहीं इस मामले में दो नर्स को निलंबित कर दिया गया है।
डॉ.सुधीर कुमार ने दर्ज कराई शिकायतमामले में सर्जरी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ.सुधीर कुमार ने प्राथमिकी कराई है। वहीं अस्पताल प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दो नर्स को निलंबित कर दिया है। एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल प्रशासन के निर्देश के आलोक में सर्जरी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुधीर कुमार ने आलमगंज थाने में शनिवार को कांड संख्या 1025/24 कराई है।
प्राथमिकी में बताया गया है कि नालंदा जिले के चिकसौरा हुरारी निवासी दिलीप प्रसाद के 24 वर्षीय पुत्र फंटुस कुमार को पंजीयन संख्या ईआरएस/ 1577 डॉ. मुन्नवर अहसन की इकाई में भर्ती कराया गया। इलाज के क्रम में 15 नवंबर की रात लगभग 8:55 बजे पर फंटूस की मौत हो गई थी। फंटूस की मौत की सूचना एनएमसीएच के टीओपी प्रभारी को लगभग ढाई घंटे बाद यानी 11:20 बजे दी गई। युवक की मौत के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही, लेकिन रात में पोस्टमार्टम नहीं करने का हवाला देकर शव को बेड पर ही छोड़ दिया गया।
मौत के बाद निकाली गई युवक की आंखअगले दिन सुबह जब परिजन मृतक के पास पहुंचे तो शव से बाईं आंख मिसिंग थी। स्वजनों ने किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा आंख निकालने की संभावना जताई और इस संबंध में कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया गया। मामले की सूचना एनएमसीएच के अधीक्षक को भी दी गई। आलमगंज थाना पुलिस ने धारा 303 (2), 324 (2) के कांड संख्या 1025/24 दर्ज कर दरोगा अभिषेक कुमार सिंह को अनुसंधान का जिम्मा दिया।
रविवार को आलमगंज थाना पुलिस टीम आईसीयू में पहुंच कर मामले में जांच पड़ताल की। आइसीयू के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद इस मामले में दो नर्स को निलंबित किया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी ।
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि इलाज के दौरान हुई छात्र की मौत के बाद समय पर पुलिस को रिपोर्ट नहीं पहुंचाने और आपातकालीन विभाग के आन डय़ूटी स्वास्थ्य प्रबंधक को शव मोर्चरी में रखवाने के लिए आवश्यक सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई।
2 नर्स सस्पेंडमामले में सर्जरी आइसीयू में रात्रि पाली में कार्यरत नर्स सुनीता कुमारी और प्रीति मंडल को कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया। निलंबन अवधि में उन्हें प्राचार्या जीएनएम स्कूल में रखा गया है।
चार सदस्यीय टीम का गठनअधीक्षक ने बताया कि एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. विजय कुमार की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच टीम गठित हुई है। गठित टीम में एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट विभागाध्यक्ष के साथ सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पीडी वर्मा, नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कारक और नेत्र रोग विभाग के सहायक प्राध्यायक डॉ. अभिषेक रंजन शामिल हैं।
टीम को निर्देश दिया गया है कि घटना के दिन संबंधित ईकाई प्रभारी,चिकित्सक,नर्स व कर्मी से जांच पड़ताल कर सकते हैं। उपाधीक्षक डॉ. सरोज कुमार ने बताया कि आंख गायब प्रकरण में गठित जांच टीम और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
कांग्रेस ने साधा निशानाइस पूरे मामले में बिहार कांग्रेस ने कहा कि सरकार को जब अपनी खामियां छिपानी होती है तो चूहे को हर बार कठघरे में खड़ा कर देती है। बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि सरकारी अस्पताल में इलाजरत व्यक्ति की आंखे गायब होने पर अस्पताल प्रशासन ने चूहे को दोषी करार दे दिया।
इस सरकार ने सारी नैतिकता खो दी हैं। राज्य में कभी बरामद शराब को चूहे पी जाते हैं तो कभी बना बनाया बांध चूहे कुतर जाते हैं। अब सारी बेशर्मी पार करते हुए राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में इलाजरत व्यक्ति की आंखें ही गायब कर दी। बिहार में विकास को कुतरने वाले चूहे सरकार संपोषित हैं या प्रशासनिक अधिकारी सरकार के दबाव में दोषमुक्त होने को चूहों को ही दोषी बनाकर मामले को बंद कर दें रहें हैं ये भी जांच का विषय है।
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जागरण संवाददाता, पटना। मौसम के करवट बदलते ही राजधानी की हवा तेजी से बिगड़ने लगी है। रविवार को राजधानी के शेखपुरा इलाके में वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक स्तर तक पहुंच गई। शेखपुरा का एक्यूआइ 401 तक पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। इसके साथ ही कई इलाकों का AQI 300 पार दर्ज किया गया। अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
इन इलाकों में दर्ज हुआ सार्वधिक AQIशहर के राजवंशी नगर इलाके में AQI 350 दर्ज किया गया। तारामंडल के पास AQI 342 रिकॉर्ड हुआ। खगौल के पास AQI 339, पटना सिटी में AQI 209 एवं गांधी मैदान में AQI 182 दर्ज किया गया। वहीं हाजीपुर में AQI 368, मुजफ्फरपुर में AQI 312 दर्ज किया गया। छपरा में AQI 230 और आरा में AQI 110 दर्ज किया गया।
वेटेनरी कॉलेज में निर्माण के कारण बढ़ी प्रदूषण की मात्राबिहार वेटेनरी कॉलेज में निर्माण कार्य शुरू होने के कारण वहां पर वायु प्रदूषण की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। वायु प्रदूषण का स्तर 400 का आंकड़ा पार गया है। इसे मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक माना जा रहा है। इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में निर्माण कार्य करने और मानकों को पूरा नहीं करने के कारण ही वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है।
सड़कों पर पड़ी बालू की मोटी परत भी वायु प्रदूषण में इजाफा कर रही है। जब भी कोई वाहन सड़क से गुजरता है तो पूरा वातावरण बालू से भर जाता है। नेहरू पथ पर भी धुंध छाई हुई नजर आ रही है।
ग्रीन चादर में करना है निर्माणबिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. डीके शुक्ला का कहना है कि राज्य में कोई भी निर्माण कार्य ग्रीन चादर के अंदर करना है। इसके अलावा अगर किसी पुराने मकान को तोड़ा भी जा रहा है तो उसे भी ग्रीन चादर के अंदर ही काम करना है। साथ ही आसपास के क्षेत्रों में समय-समय पर पानी का छिड़काव करते रहना है।
मास्क से होगा बचावपीएमसीएच के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि राजधानी के सर्वाधिक वायु प्रदूषण वाले इलाके में मास्क का उपयोग करके लोग अपना बचाव कर सकते हैं। वायु प्रदूषण से एलर्जी की समस्या काफी बढ़ गई है। ऐसे में लोगों को ज्यादा प्रदूषित इलाके में जाने से परहेज करना चाहिए। अगर जानाजरूरी है तो जाते वक्त मास्क लगाकर ही जाएं।
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पटना जंक्शन से हावड़ा, नई दिल्ली और आनंद विहार के चलाई गई नई स्पेशल ट्रेनें; एक क्लिक में जानें पूरी डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार से बाहर जाने वाले यात्रियों के लिए रेलवे की ओर से रविवार को पटना जंक्शन, दानापुर सहित प्रदेश के विभिन्न स्टेशनों से स्पेशल ट्रेन रवाना की गई। पटना जंक्शन से हावड़ा, नई दिल्ली, पुरी एवं आनंद विहार के लिए पूजा स्पेशल ट्रेन रवाना की गई।
इसके अलावा, दानापुर से अहमदाबाद, कोटा, भेस्तान, पूणे एवं रानी कमलापति के लिए पूजा स्पेशल ट्रेन चलाई गई। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि राज्य से बाहर जाने वाले यात्रियों की अब धीरे-धीरे कमी आ रही है।
भीड़ रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयासरेलवे की ओर से राज्य से बाहर जाने वाले यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस वर्ष कई स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तरी बिहार से इस वर्ष कई ट्रेनों की व्यवस्था की गई थी ताकि वहां की भीड़ पटना न पहुंचे।
इस योजना के तहत बरौनी, दरभंगा, जयनगर, रक्सौल एवं मुजफ्फरपुर से ट्रेन रवाना की गई। वहीं, दक्षिणी बिहार के गया से आनंद विहार (Gaya To Anand Vihar Train) के लिए ट्रेन रवाना की गई।
स्थानीय स्टेशनों के लिए भी चलाई गई ट्रेनलंबी दूरी के साथ-साथ स्थानीय स्टेशनों के लिए भी लोकल ट्रेनों का परिचालन किया गया। इसके तहत पटना से थावे, राजगीर से भागलपुर के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई गई। इन ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को बड़ी राहत मिली।
दिल्ली एवं अन्य स्टेशनों से आने वाले यात्रियों को घर तक पहुंचाने में लोकल ट्रेनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अभी भी इन ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।
चौरा चौरी स्टेशन पर निर्माण कार्य के कारण ट्रेनों के परिचालन में बदलावपूर्वोत्तर रेलवे के चौरा-चौरी-गौरी बाजार-बैतालपुर स्टेशनों के मध्य ऑटोमैटिक सिगनलिंग चालू करने के लिए नेटवर्किंग का कार्य किया जा रहा है। इसके कारण रेलवे की ओर से ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया है। कुछ ट्रेनों का चौरा-चौरी तथा गौरी बाजार स्टेशनों पर दिया गया ठहराव समाप्त कर दिया गया है। 18 एवं 19 नवंबर के लिए कई ट्रेनों का परिचालन रद्द रेलवे की ओर से गोरखपुर-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, नरकटियागंज-गोरखपुर कैंट स्पेशल ट्रेन, नरकटियागंज-बढ़नी स्पेशल ट्रेन का परिचालन रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
कई मार्गों में किया गया परिवर्तन रेलवे की ओर से कई ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है। रेलवे ने गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-सिवान के रास्ते कई ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है।इस मार्ग पर 18 नवंबर को नई दिल्ली से खुलने वाली गाड़ी सं. 02570 नई दिल्ली-दरभंगा क्लोन स्पेशल चलाई जाएगी।
लखनऊ से खुलने वाली गाड़ी लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस इसी मार्ग से चलाई जाएगी। लालगढ़़ से खुलने वाली गाड़ी अवध आसाम एक्सप्रेस, गोमतीनगर से खुलने वाली गोमतीनगर-न्यू जलपाईगुड़ी स्पेशल गाड़ी, 18 नवंबर को उदयपुर से खुलने वाली गाड़ी उदयपुर-कामाख्या एक्सप्रेस, सरहिंद-सहरसा स्पेशल को इसी मार्ग से चलाया जाएगा।
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Bihta International Airport:जान दे देंगे, लेकिन जमीन नहीं; मानव शृंखला बनाकर लोगों ने किया भूमि अधिग्रहण का विरोध
संवाद सूत्र, बिहटा। बिहटा में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहित करना सरकार के लिए धीरे-धीरे परेशानी बनती जा रही है। भूमि अधिग्रहण की सूचना के बाद पिछले कई महीनों से किसान भूमि अधिग्रहण एवं अधिकारियों की तानाशाही का विरोध करते आ रहे हैं। रविवार को प्रखंड के कोरहर, गोकुलपुर, मठिया पर आदि गांव के किसानों ने मानव शृंखला निकालकर सरकार की ओर से जारी नए आदेश का जमकर विरोध किया।
4 किलोमीटर लंबी मानव शृंखला बनाकर विरोधबिहटा एयरपोर्ट रनवे विस्तार के लिए पश्चिमी छोर पर कराए गए सर्वे के विरोध में चार किलोमीटर तक लंबी मानव शृंखला बनाई गई। देवकली मोड़ से बिहटा चौराहा तक बनाई गई इस मानव शृंखला में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। ग्रामीणों का कहना था कि सरकार का यह निर्णय विध्वंसकारी है और इसके लिए हम किसी कीमत पर अपनी जमीन नहीं देंगे।
बिहटा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट विस्तार के लिए 191 एकड़ जमीन की जरूरतबिहटा में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाए जाने की स्वीकृति मिलने के बाद से सरकार के द्वारा रनवे विस्तार के लिए सर्वे कराया जा रहा है। इसके लिए 191 एकड़ जमीन चाहिए। सरकार ने इसके लिए पहले रनवे के पूरब में सर्वे कराया था। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा इसकी स्वीकृति भी दी जा चुकी थी।
इसी दौरान अब एक नया सर्वे पश्चिम दिशा की ओर कराया जा रहा है। इसका कोरहर, गोकुलपुर, मठिया, देवकुली सहित एनएच 30 के किनारे रहने वाले हजारों लोग विरोध कर रहे हैं। इसी विरोध को लेकर मानव शृंखला बनाई गई थी, जो देवकुली मोड़ से बिहटा चौराहा तक करीब 4 किलोमीटर में प्रस्तावित था।
नहर और सड़क होगी प्रभावितरनवे विस्तार की सर्वे से पश्चिम की ओर मनेर रजवाहा नहर के साथ-साथ एनएच 30 सड़क किनारे रहने वाले वैसे हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं, जो इस सड़क के किनारे वर्षों से रहकर छोटे-मोटे धंधे कर अपनी आजीविका चला रहे हैं। ग्रामीणों के साथ ही ऐसे सभी लोग इस मानव शृंखला में भाग लेने पहुंच गए। इसमें महिला, बच्चे, बूढ़े सभी शामिल थे। सभी ने मिलकर प्रस्तावित करीब चार किलोमीटर में लंबी मानव शृंखला बनाई।
सरकार के खिलाफ नारेबाजीविरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। लोगों ने कहा कि हम सरकार के विकास के विरोधी नहीं है, लेकिन सरकार का यह निर्णय मनेर रजवाहा नहर एवं सड़क को तबाह कर रहा है। इसलिए ऐसी योजना के लिए हम अपनी जमीन नहीं देंगे। सरकार जल्द अपनी कार्रवाई को बंद कर दे। अन्यथा हम अपनी जान दे देंगे, लेकिन जमीन नहीं देंगे।
नेताओं ने भी किया लोगों का समर्थनमौके पर पहुंचीं बिहटा प्रमुख मालती देवी एवं उप प्रमुख वरुण कुमार ने इस निर्णय को घोर जन विरोधी बताया है, क्योंकि नहर हो या सड़क दोनों ही बिहटा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। भविष्य में बिहटा के लिए इस नहर के बंद हो जाने से सिंचाई हो या ड्रेनेज सिस्टम दोनों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसलिए हम ग्रामीणों की मांग पर इसका विरोध करते हैं। ऐसा ही कहना कई अन्य दलों के नेताओं का था। माले नेता संतोष सिंह, भाजपा नेता सहदेव राय एवं रजत प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार उर्फ़ राजू यादव ने भी इसका समर्थन किया।
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जासं , पटना। राजधानी समेत प्रदेश में पछुआ का प्रवाह जारी है। पछुआ हवा चलने के कारण सुबह के समय पटना सहित अधिसंख्य भागों में कोहरे का प्रभाव बना हुआ है। साथ ही तापमान में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि, दिन के समय धूप निकलने की वजह से मौसम शुष्क बना हुआ है।
15 जिलों में घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारीमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार तराई वाले इलाके के 15 जिलों के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, शिवहर,सीतामढ़ी , मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया व कटिहार जिले के एक या दो स्थानों पर बहुत घने कोहरे को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पटना समेत अन्य जिलों में हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना है। वहीं राजधानी में आगामी तीन से चार दिनों के दौरान रात के तापमान में विशेष बदलाव की संभावना नहीं है।
तापमान में गिरावटरविवार को पटना सहित 15 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 30.3 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज हुआ है। जबकि आठ जिलों को छोड़ कर पटना सहित शेष जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
रोहतास और मोतिहारी सबसे सर्दपटना का न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस जबकि 13.0 डिग्री सेल्सियस के साथ रोहतास व मोतिहारी में सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। पटना सहित आसपास के इलाकों में सुबह के समय हल्के कोहरा व तराई वाले भागों में घने कोहरे का प्रभाव बना रहा।
प्रमुख शहरों का तापमान- पटना- अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस
- भागलपुर- अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस़
- मुजफ्फरपुर- अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस
- गया- अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस
ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदेश में प्रदूषण में भी काफी तेजी से इजाफा हो रहा है। पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 पार पहुंच गया है। वहीं आने वाले दिनों में इसके कम होने के आसार नहीं हैं। वहीं पटना के साथ ही आस-पास के जिलों में भी तेजी से प्रदूषण में इजाफा हो रहा है, जिसका लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।
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Pushpa 2 Trailer launch: बिहार वालों का प्यार देख गदगद हुए अल्लू अर्जुन, कहा- आपने पुष्पा को झुका दिया
जासं, पटना। जोश, जुनून और जज्बे से भरे लोगों के लिए रविवार का दिन बेहद खास रहा। गांधी मैदान में अभिनेता अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की फिल्म पुष्पा-2 का ट्रेलर रिलीज किया गया। इस दौरान क्षिण भारतीय फिल्म अभिनेता अल्लू अर्जुन गांधी मैदान पहुंचे। अल्लू अर्जुन को देखने और सुनने की भीड़ ऐसी थी जो जहां खड़ा था वहीं से उनका अभिनंदन करता रहा। हजारों की भीड़ से एक ही आवाज सुनाई दे रही थी पुष्पा छुकेगा नहीं, लेकिन पटना के लोगों की भीड़ और प्यार देखते हुए आखिरकार पुष्पा बिहार में झुक गए।
बिहार वालों का प्यार देख झुका पुष्पाकार्यक्रम के दौरान अल्लू अर्जुन ने कहा कि बिहार की पावन धरती को मेरा सत-सत प्रणाम। पहली बार बिहार आया हूं। आपने बहुत प्यार दिया, इसके लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। फिल्म में पुष्पा कभी नहीं झुका, लेकिन आप सभी के प्यार ने हमें झुका दिया। दर्शकों के अपार प्रेम और भीड़ को देखते हुए अपने प्रमुख डायलॉग 'पुष्पा कोई फ्लॉवर समझे हैं क्या, अब मैं वाइल्ड फॉयर हूं' सुनाया।
अल्लू अर्जुन ने कहा कि अगर हमसे कोई गलती हो गई हो तो आप सभी माफ करना। आप सभी दर्शकों का प्यार है कि फिल्म को अपार सफलता मिली है। तीन वर्षों का मेहनत आज आपके सामने है। फिल्म बनाने को लेकर सभी कलाकारों ने काफी मेहनत किया है। पांच दिसंबर को सिनेमाघरों में फिल्म प्रसारित की जाएगी ऐसे में पटना के लोगों का प्यार जरूरी है।
रश्मिका की झलक पाने के लिए फैन हुए बेकाबूवहीं अभिनेत्री रश्मिका मंदाना की एक झलक पाने को दर्शक बेकाबू हो गए। मंच पर आते ही रश्मिका ने हाथ जोड़ कर सभी का अभिनंदन करते हुए नमस्ते पटना कहा। उनकी बात को सुन दर्शकों ने खूब तालियां बजाई। इस दौरान अभिनेत्री ने कहा कि पुष्पा की श्रीबल्ली सभी का स्वागत करती है। दो वर्ष की मेहनत के बाद आप सभी के सामने फिल्म पुष्पा टू आई है। पुष्पा की दुनिया को आप सभी देखेंगे। पांच सितंबर को फिल्म प्रसारित होगी। आप सभी अपने परिवार के साथ फिल्मों का आनंद उठाने जरूर जाएं। फिल्म की सफलता को लेकर आप सभी का प्यार जरूरी है।
अल्लू अर्जुन ने पटना का किया धन्यवादसभी कलाकारों का स्वागत करेगा बिहारसमारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान प्रदेश के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा थे। उन्होंने कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार देश के सभी कलाकारों का स्वागत करती है। बिहार में फिल्म नीति लागू हो गई है। ऐसे में सभी फिल्मकारों का स्वागत है। आप बिहार में फिल्मों का निर्माण करें इसके लिए सरकार की ओर से मदद की जाएगी। पुष्पा टू फिल्म को अपार प्यार बिहार के लोगों से मिलेगा। राजधानी में पहली बार दक्षिण भारत के कलाकार आएं हैं यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है। फिल्म को प्रदेश में अपार सफलता मिलेगी।
लोक गीतों से सजी महफिलदक्षिण भारतीय अभिनेता को मंच पर आने से पहले गांधी मैदान में लोक गीतों की महफिल सजी। मंच पर आसीन वरिष्ठ लोक गायिका डा. नीतू कुमारी नूतन ने अपने गीतों से पटना वासियों का पूरा मनोरंजन कराया। उन्होंने कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना विघ्न हर मंगल कर श्रीगणपति महाराज... से की।
इसके बाद दर्शकों की फरमाइश पर उन्होंने देवी गीत मइया ओढ़ले फूलवा.. से सभी को आनंदित किया। मिथिला की लोक संस्कृति व भगवान श्रीराम का वंदन करते हुए गायिका ने रामजी से पूछे जनकपुर की नारी बता द बबुआ, लोगवा देते काहे गाली... को प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को नमन करते हुए नूतन ने कहे तो सजना... गीत पर वाहवाही लूटी। इसके बाद उन्होंने मोर सैंया गए परदेस, अब लगे न जिया हमार हे.. भोजपुरी गीतों पर दर्शकों की तालियां बटोरी।
अक्षरा ने अपनी प्रस्तुति से जीता दिलसमारोह को यादगार बनाने को लेकर अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीता। अक्षरा ने कहा कि बिहारियों के लिए गर्व की बात है कि दक्षिण भारत के सुपर स्टार का बिहार आना हुआ। कार्यक्रम के दौरान बाहर से आए कलाकारों ने पुष्पा टू के अलग-अलग गीतों पर नृत्य का उम्दा प्रदर्शन कर दर्शकों को पूरा मनोरंजन कराया।
समारोह के दौरान फिल्म के निर्देशक सुकुमार ने कहा कि दर्शकों को यह फिल्म पूरा मनोरंजन कराएगी। फिल्म निर्माता नवीन येर्नेनी वाई रवि शंकर ने कहा कि फिल्म को लेकर दो साल कार्य करना पड़ा। आप सभी दर्शकों का प्यार मिलना हम सभी के लिए बड़ा उपहार होगा। आप सभी पांच दिसंबर को सिनेमा घरों में फिल्म का आनंद उठाने जरूर जाएं। लगभग पांच सौ करोड़ की लागत से बनी फिल्म धूम मचाएगी।
फिल्म के संवाद पर दर्शकों में दिखा जोशबॉक्स आफिस पर धमाका मचाने आने वाली फिल्म पुष्पा टू द रूल का लगभग तीन मिनट के ट्रेलर में भरपूर ड्रामा, सस्पेंस-थ्रिलर, एक्शन, दमदार डायलॉग व भारतीय संस्कृति की झलक दिखी। अर्जुन अल्लू के डायलॉग जो मेरा हक का पैसा है... वो चार आना हो या आठ आना, वो सातवें आसमान पर हो या सात समंदर पार हो.. पुष्पा का उसूल, करने का वसूल.. पर दर्शकों का जोश खूब दिखा। पुष्पा ढाई अक्षर का नाम नहीं है इंटरनेशनल ब्रांड है ब्रांड... जो आग लगा देगा। इन दमदार डायलॉग को सुन कर दर्शकों का उत्साह बना रहा।
गांधी मैदान में बुलाए गए अतिरिक्त पुलिसकर्मीफिल्म पुष्पा-2 का ट्रेलर रिलीज को लेकर रविवार को गांधी मैदान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।जब दर्शकों की भीड़ बढ़ने लगी तो अतिरिक्त पुलिसकर्मी और आसपास के थानेदारों को भी बुला लिया गया। गांधी मैदान में 20 थानेदार, 15 डीएसपी और 550 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।
मौके पर सिटी एसपी भी पहुंची थी। अभिनेता के आने की सूचना मिलने के बाद कुछ देर के भीड़ बेकाबू हो गई थी। दर्शकों ने अंदर प्रवेश करने के लिए एक जगह बैरिकेड्स तोड़ दिया गया। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद स्थिति सामान्य हो गई। सिटी एसपी मध्य स्वीटी सहरावत ने बताया कि काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती हुई थी। कुछ दर्शक बैरिकेड्स से आगे बढ़ना चाहते थे, सिर्फ उन्हें हटाया गया था।
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