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Bihar Crime: पटना में पुलिस बैरक में ASI की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, सिर में लगी थी गोली
जागरण संवाददाता, पटना। गांधी मैदान थानांतर्गत गोलघर के सामने एकता भवन स्थित पुलिस बैरक में शनिवार की सुबह सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) अजीत कुमार सिंह (40) की संदिग्ध परिस्थितियों में सिर में गोली लगने से मौत हो गई।
वे मूलरूप से भोजपुर जिले के तरारी थानांतर्गत बड़कागांव के निवासी थे। वर्तमान में पटना पुलिस लाइन में स्कार्ट ड्यूटी कर रहे थे। वारदात की सूचना पर सिटी एसपी (मध्य) स्वीटी सहरावत दलबल के साथ मौके पर पहुंचीं।
घटनास्थल से सरकारी पिस्टल और खोखा बरामद किया गया। पिस्टल की नली में एक गोली फंसी थी, जबकि मैग्जीन से भी आधा दर्जन कारतूस जब्त किए गए। यह पिस्टल उसी बैरक में रहने वाले एक एसटीएफ के जवान के नाम से जारी थी।
स्वजन ने दर्ज कराई हत्या की प्राथमिकी- एसपी ने बताया कि साक्ष्य आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि, स्वजन ने कुछ लोगों पर संदेह जताते हुए हत्या की प्राथमिकी कराई है। पुलिस सभी संभावित बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया।
- अजीत को पुलिस लाइन में भी आखिरी विदाई दी गई। फायरिंग की आवाज से सकते में आ गए पुलिसकर्मी एकता भवन (पुराना एसटीएफ मुख्यालय) के निचले तल पर यातायात कार्यालय है। पुलिस लाइन में पुरानी बैरक को ध्वस्त किए जाने के बाद पुलिसकर्मी यहां रहते हैं।
अजीत के बैरक में 30-35 पुलिसकर्मी थे। सुबह में लगभग पौने पांच बजे फायरिंग की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद पुलिसकर्मी सकते में आ गए। उन्होंने उठ कर देखा तो सामने कोई नहीं था। तभी उनकी नजर अजीत की चौकी के बगल में पड़ी।
वहां अजीत पलथी मारे औंधे मुंह पड़े थे। सिर से काफी खून बह रहा था। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने गांधी मैदान थाने को सूचना दी। साथी पुलिसकर्मी अजीत की मौत को आत्महत्या बता रहे हैं। हालांकि, अब तक खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। मजबूत इरादे का था मेरा बेटा, नहीं कर सकता खुदकुशी अजीत के पिता पिता विनोद सिंह ने कहा कि मेरा बेटा मजबूत इरादे का सुलझा हुआ व्यक्ति था। वह आत्महत्या नहीं कर सकता। उसकी हत्या की गई है।
उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति से अजीत का न तो विवाद चल रहा था और न ही किसी प्रकार का पारिवारिक कलह था, जिससे विवश होकर वह आत्मघाती कदम उठा सके। तीन दिनों पहले बेटे से बात की थी। बातचीत का लहजा भी सामान्य था।
इस दौरान भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि उनके मन में किसी बात को लेकर उधेड़बुन चल रही हो। उन्होंने स्वजन को बताया था कि त्योहार के कारण छुट्टियां रद हैं। वे दिवाली पर घर नहीं आ सकते, मगर छठ में आने की कोशिश करेंगे।
चार भाइयों में दूसरे स्थान पर थे अजीतभाई मुन्ना सिंह ने बताया कि अजीत मिलनसार स्वभाव के थे। गांव आने पर भी वे नाते-रिश्तेदारों और दोस्तों से गर्मजोशी के साथ मिलते थे। बिहार पुलिस में 2007 में उनकी नियुक्ति हुई थी। भभुआ जिले में पदस्थापन के दौरान पीटीसी की और चार महीने पूर्व एएसआई में प्रोन्नत होने के बाद पटना जिला बल में स्थानांतरित किए गए थे।
वे चार भाइयों में दूसरे स्थान पर थे। उनके बड़े भाई सेना से सेवानिवृत्त हैं, जबकि मंझले निजी कंपनी में कार्यरत हैं। छोटे भाई रेलवे में लोको पायलट हैं। पिता गांव पर ही किसानी करते हैं। उनकी पत्नी शोभा देवी और 15 वर्षीय बेटी एवं 13 वर्षीय बेटा भी गांव पर ही रहते हैं।
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NEET PG: नीट पीजी का नामांकन कार्यक्रम जारी, 17 नवंबर तक होगा पहले चरण की काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन; पढ़ें डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (एमसीसी) ने नीट पीजी काउंसिलिंग-2024 का कार्यक्रम वेबसाइट mcc.nic.in पर जारी कर दिया है। पहले चरण की काउंसिलिंग के रजिस्ट्रेशन 17 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे। सीट आवंटन परिणाम 20 नवंबर को घोषित किया जायेगा।
एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग में देरी हुई है। पीजी मेडिकल कोर्स के लिए कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी। विकल्प के लिए विंडो आठ नवंबर को सक्रिय हो जाएगा।
इसके माध्यम से देश के सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल कालेजों में एमडी, एमएस, डीएनबी और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआइक्यू) की सीटों नामांकन होगा।
दूसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व भुगतान चार से नौ दिसंबर तक, विकल्प पांच से नौ दिसंबर तथा नामांकन 13 से 20 दिसंबर तक होगा। तीसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व शुल्क भुगतान 26 दिसंबर से एक जनवरी तक स्वीकार किए जाएंगे।
नीट पीजी के लिए काउंसलिंग शुरूउधर, देहरादून में नीट-पीजी काउंसलिंग का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया है, जो चार चरण में होगी। प्रथम चरण के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो 17 नवंबर को बंद हो जाएगी। पीजी कोर्स के लिए कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी।
दरअसल, नीट-पीजी में शामिल 19 अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणाम पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में रिजल्ट की गड़बड़ियां और एग्जाम पैटर्न में अंतिम समय में किए गए बदलाव को लेकर सवाल उठाए गए। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। जिस कारण काउंसलिंग में विलंब हुआ।
अभ्यर्थी काफी समय से काउंसलिंग शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। लंबे इंतजार के बाद अब एमसीसी ने काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया है।
बता दें कि एमसीसी देशभर के सरकारी व निजी मेडिकल कालेजों की 50 प्रतिशत अखिल भारतीय कोटा की सीटों पर प्रवेश के लिए आयोजित करता है। साथ ही डीम्ड व केंद्रीय विवि की 100 प्रतिशत सीटों पर भी दाखिला इसी काउंसलिंग के माध्यम से होता है।
जरूरी सूचना- राउंड-1 पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- 17 नवंबर 2024 तक विकल्प भरना और लाक करना
- आठ से 17 नवंबर सीट आवंटन
- 20 नवंबर दाखिले की अंतिम तिथि
- 21 से 27 नवंबर तक राउंड-2 पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- चार से नौ दिसंबर विकल्प भरना व लाक करना
- पांच से नौ दिसंबर सीट आवंटन
- 12 दिसंबर दाखिले की अंतिम तिथि
- 13 से 20 दिसंबर तक राउंड
- 3 पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- 26 दिसंबर से एक जनवरी विकल्प भरना और लाक करना
- 27 दिसंबर से एक जनवरी सीट आवंटन
- चार जनवरी दाखिले की अंतिम तिथि
- छह से 13 जनवरी स्ट्रे वेकेंसी राउंड पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- 18 से 21 जनवरी विकल्प भरना
- 18 से 21 जनवरी (11.55 बजे तक) विकल्प लाक करना
- 21 जनवरी (शाम चार बजे से) सीट आवंटन-24 जनवरी दाखिले की अंतिम तिथि-25 से 30 जनवरी
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जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने डीएलएड संस्थानों में नामांकित प्रथम वर्ष के अभ्यर्थी जिन्होंने निर्धारित शुल्क जमा नहीं किया उन्हें अंतिम अवसर प्रदान किया है।
अभ्यर्थियों को दो नवंबर तक राशि जमा कर देनी है, नहीं तो उनका नामांकन व आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। संस्थान द्वारा कार्य अपडेशन के लिए निर्धारित तिथि चार नवंबर है।
परीक्षा समिति ने कहा है कि सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के लिए जारी की गई तीन चयन सूची आलोक में अथवा सरकारी संस्थानों की स्पाट नामांकन प्रक्रिया के तहत किसी भी संस्थान में नामांकित कोई भी अभ्यर्थी गैर-सरकारी संस्थानों की स्पाट नामांकन की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं है।
डीएलएड कोर्स संचालित सभी संस्थानों में स्वीकृत सीट के 50 प्रतिशत स्थान विज्ञान एवं 50 प्रतिशत स्थान कला व वाणिज्य के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रहने के प्रावधान को स्पाट नामांकन के लिए शिथिल कर दिया गया है।
चार नवंबर को जारी होगी खाली सीटों की सूचीपरीक्षा समिति द्वारा डीएलएड में स्पाट नामांकन के लिए चार नवंबर को खाली सीटों की सूची जारी की जाएगी। ईआरसी एनसीटीई से मान्यता प्राप्त व बिहार बोर्ड से संबद्धता प्राप्त राज्य के डीएलएड कोर्स संचालित सभी गैर सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों में डीएलएड प्रशिक्षण सत्र 2024-26 में रिक्त सीटों के लिए स्पाट नामांकन छह से 12 नवंबर के बीच आनलाइन आवेदन लिया जाएगा।
रिक्त सीटों का विवरण समिति के पोर्टल पर पांच नवंबर से उपलब्ध रहेगा। उसी के आधार पर छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते हैं। 13 नवंबर को मेधा क्रम में संस्थान द्वारा औपबंधिक सूची प्रकाशित की जाएगी। 14 -15 नवंबर को औपबंधिक सूची पर अभ्यर्थियों से आपत्ति प्राप्त किया जाएगा।
16 नवंबर को उसका निराकरण किया जाएगा। प्राप्त आपत्तियों के निराकरण के बाद अंतिम मेधा सूची 18 नवंबर को प्राप्त होगा। 18 से 20 नवंबर तक सूची के आधार पर नामांकन लिया जाएगा। 21 व 22 को प्रतीक्षा सूची के अभ्यर्थी का मेधा क्रमानुसार नामांकन लिया जाएगा। 23 नवंबर तक पोर्टल पर नामांकन को अद्यतन करना है।
नो फाउंड वाले सक्षमता पास शिक्षकों का आवेदन लेना शुरूसक्षमता परीक्षा पास (प्रथम) के वैसे शिक्षक अभ्यर्थी काउंसलिंग के दौरान जिनका आवेदन नो फाउंड में चला गया था उनकी काउंसलिंग फिर से होगी। जिला शिक्षा कार्यालय ने विभिन्न कारणों से नो फाउंड में चले गए शिक्षक अभ्यर्थियों का आवेदन लेना शुरू कर दिया है। आवेदन की अंतिम तारीख चार नवंबर है।
आवेदन के आधार पर बिहार बोर्ड के पोर्टल के माध्यम से मूल कागजातों की जांच की जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजकमल ने बताया कि बिहार बोर्ड के पोर्टल पर मूल कागजात अपलोड करने की अंतिम तारीख नौ नवंबर है। पोर्टल पर सभी मूल कागजात सही पाया गया तो फिर से काउंसलिंग के लिए कैंप लगाया जाएगा।
काउंसलिंग की तिथि विभाग स्तर पर जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि सक्षमता पास (प्रथम) के शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग सितंबर माह में आयोजित हुई थी। जिसमें जिले के छह सौ शिक्षक अभ्यर्थियों का आवेदन विभिन्न कारणों से नो फाउंड में चला गया था।
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Jeevan Praman Patra: दूरदराज रहने वालों और वरिष्ठ नागरिकों का घर बैठे बनेगा जीवन प्रमाण पत्र, पढ़ लें पूरी प्रक्रिया
जागरण संवाददाता, पटना। पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण पत्र बनवाने का अभियान आरंभ हो चुका है। 30 नवंबर तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 की शुरूआत की गई है।
इसके लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 के लिए पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्यााण विभाग के साथ समझौता किया है। इसके माध्यम से पेंशनभोगियों का चेहरा प्रमाणीकरण के साथ बायोमीट्रिक प्रमाणिकरण की प्रक्रिया होगी।
दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले सभी पेंशनभोगियों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिक पेंशनभोगियों को उनके घर पर ही यह सुविधा प्रदान करनी है। इसके तहत डाकघर में आने वाले पेंशनभोगियों को यह सेवा निशुल्क दी जाएगी, जबकि घर पर ही बुलाकर बनवाने पर 70 रुपये देने होंगे।
डाक विभाग के बिहार परिमंडल मुख्य डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि इस समझौते से पेंशनभोगियों को काफी लाभ प्राप्त होगा। इस संबंध में सभी मंडलीय अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है।
उन्होंने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आइपीपीबी) ने पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग और सभी केंद्रीय, राज्य और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पेंशनभोगियों के लिए जीवन प्रमाण बनवाने के लिए 2020 में डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र की डोरस्टेप सेवा शुरू की थी।
ऑनलाइन भी देख सकेंगे प्रमाण पत्रपेंशनभोगी को केवल नजदीकी डाकघर या नजदीकी डाकघर के डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक से संपर्क करने है। इसके बाद उन्हें घर पर ही जाकर डोरस्टेप सेवा प्रदान कर उनका डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इसके लिए डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक की ओर से प्रमाण पत्र के लिए अधिकतम 70 रुपये लिया जाएगा। इस सेवा के लिए पेंशनभोगी द्वारा केवल आधार संख्या और पेंशन का विवरण देना होगा।
प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी होने पर, पेंशनभोगी को उसके मोबाइल नंबर पर पुष्टिकरण एसएमएस प्राप्त होगा और प्रमाणपत्र को जिस दिन प्रक्रिया होगी उसके एक दिन के बाद https://jeevanpramaan.gov.in/ppouser/login पर आनलाइन देखा जा सकता है।
आधा दर्जन से अधिक योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्यउधर, पथ निर्माण विभाग ने तय किया है कि अगले वर्ष तक पथ निर्माण विभाग की आधा दर्जन से अधिक सड़क व पुल परियोजनाओं का काम पूरा कर लिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने शुक्रवार को पथ निर्माण विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई।
बैठक में लक्ष्य तय किया गया कि जनवरी 2025 तक गंगा पथ के शेष कार्य, अशोक राजपथ में निर्माणधीन डबल डेकर पुल व मीठापुर- महुली परियोजना के अंतर्गत भूपतिपुर से महुली पथांश का काम पूरा कर लिया जाए।
इसके अलावा ताजपुर-बख्तियारपुर पुल के चकलालशाही से बख्तियारपपर तक के पथांश को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया। अगले वर्ष तक पथ निर्माण विभाग के वैसे राज्य पथ जिनकी चौड़ाई 3.75 मीटर है,को डबल लेन में विकसित करने की योजना है।
इसके लिए बजट में अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होगी। वर्तमान में करीब 360 किमी सड़क राज्य उच्च पथ व एमडीआर श्रेणी की हैं, का चौड़ीकरण कराया जा रहा। इस वित्तीय वर्ष में 90 परियोजनाओं को पूरा कर लिया गया है।
समीक्षा बैठक में यह बताया गया कि पथ निर्माण विभाग के इस वर्ष के बजट की राशि 52.24 प्रतिशत राशि खर्च हो चुकी है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक बारिश के बावजूद 3295 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। यह वार्षिक योजना 4194.6 करोड़ का 78.55 प्रतिशत है।
वहीं, संशोधित योजना राशि 6292.16 करोड़ का यह 52.24 प्रतिशत है। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी परियोजनाओं की कार्य गति को बढ़ाया जाए।
समीक्षा बैठक में पथ निर्माण विभाग के अपर मु्ख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, सचिव संदीप कुमार आर पुडलकट्टी, बी कार्तिकेय धनजी, विशेष सचिव शीर्षत कपिल अशोक तथा अपर सचिव शैलजा शर्मा सहित विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे।
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Patna News: चिंगारी से पटना सिटी में 8 जगहों पर लगी भीषण आग, धू-धूकर जला लाखों का सामान
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। जिला प्रशासन की सख्ती और तमाम आदेश- निर्देश के बावजूद दीपावली में जमकर आतिशबाजी हुई। करोड़ों रुपये के पटाखों से आसमान पट गया। हर तरफ से बारूद की महक उठ रही थी। काले धुएं के बीच दम्मा के मरीज, वृद्ध व बच्चे खांसते दिखे।
एक तरफ त्योहार की खुशियां खिलखिला रही थी तो दूसरी ओर पटाखों की चिंगारी से कोई तबाह हो रहा था। पटना सिटी अनुमंडल के चार थाना क्षेत्रों में आठ जगहों पर लगी आग में लगभग 70 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
अग्निशमन की टीम फायर आफिसर गयानंद सिंह के नेतृत्व में दीपावली की रात से लेकर शुक्रवार की सुबह तक आग बुझाने के लिए यहां से वहां तक दौड़ती-भागती रही। छोटे-बड़े 20 दमकल की मदद से आग बुझाई गई। सुकून इस बात का रहा कि कई जगहों पर लगी भीषण से केवल सामान जलकर राख हुआ।
हरि मंदिर गली स्थित खिलौना दुकान की आग बुझाते फायर कर्मी व सहयोग करते नागरिक
किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। आग लगने से हुई इन घटनाओं से नुकसान को कम करने की कोशिश के दौरान समाज के सभी धर्म व समाज के लोगों की एकजुटता देखने को मिली। जिसे जितना और जैसे मौका मिला सभी ने आग पर छत, दीवार, बालकोनी से पानी डाल कर बुझाने में सहयोग किया।
यहां हुई घटना- घटना 1 : चौक थाना अंतर्गत हरि मंदिर गली में गुरुवार की शाम एक खिलौना दुकान में आग लग गई। देखते ही देखते साबरा खातून की दुकान में रखे हजारों रुपये के खिलौने राख हो गए। खाली पड़े पुराने मकान में यह दुकान थी। अग्निशमन बुलेट के पाइप को मोटर से जोड़कर आग बुझायी गयी। इसमें स्थानीय नागरिकों ने भरपूर सहयोग किया।
- घटना 2 : आलमगंज थाना क्षेत्र के मठ लक्ष्मणपुर कोयरी टोला देवी स्थान के समीप गुरुवार की रात करीब बारह बजे दो फर्नीचर और एक अलीमारा कारखाना व गोदाम में आग लग गयी। फर्नीचर धू धू कर जल गया। फायर आफिसर ने बताया कि यह तीनों कारखाना मोहम्मद नासिर, मोहम्मद एकराम और शमीम अंसारी का था। आतिशबाजी के दौरान चिंगारी गिरने से कारखाना में आग लग गई।
- घटना 3 : सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के दरगाह रोड में नीम तल पीली कोठी के समीप गुरुवार की रात लगभग 12:40 बजे सोफा के दो कारखानों में पटाखों की चिंगारी से आग लग गई। तैयार व निर्माणाधीन दर्जनों सोफा व अन्य सामान जल गया। आसपास के लोगों ने टंकी व मोटर से आग पर लगातार पानी डाला । काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
- घटना 4 : खाजेकलां थाना क्षेत्र 'के मच्छरहट्टा स्थित सजावट की एक दुकान में गुरुवार की रात करीब ग्यारह बजे आग लग गई। मौके पर पहुंचे फायर आफिसर गयानंद सिंह ने बताया कि मुकेश कुमार की दुकान का सामान जल गया। आग लगने की वजह पटाखे की चिंगारी थी। दो बड़े और एक छोटे दमकल से यहां की आग बुझाई गई।
- घटना 5 : सुल्तानगंज थाना अन्तर्गत साहेब कालोनी स्थित एक मकान की छह पर रखी सेंट्रिंग की लकड़ी में आग लग गयी। फायर आफिसर ने बताया कि मोहम्मद मोईनुल की छत पर सेंट्रिग की सारी लकड़ियां जल गयी। यह आग पटाखे की चिंगारी से लगी थी। घर तक पहुंचने का रास्ता संकीर्ण होने के कारण अग्निशमन बुलेट की मदद से आग बुझाई गई।
- घटना 6 : सुलतानगंज थाना क्षेत्र के अंबेडकर कालोनी के समीप जमा कर रखे गए कबाड़ी में गुरुवार की रात करीब ग्यारह बजे आग लग गई। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। एक छोटे दमकल की मदद से आग बुझायी गयी। यह आग भी पटाखे की चिंगारी से लगने की बात अग्निशमन कर्मियों ने कही।
- घटना 7 : खाजेकलां के मौरी गली स्थित एक मकान के प्रथम मंजिल पर कपड़ा, रूई एवं मौरी बनाने वाली सामग्री के गोदाम में शुक्रवार की शाम आग लग गई। अग्निशमन बुलेट की मदद से आग को रोका गया।
- घटना 8 : खाजेकलां थाना के चोआ लाल लेन स्थित एक कबाड़ी दुकान में शुक्रवार की शाम आग लग गई। फायर आफिसर गयानंद सिंह ने बताया कि तीन दमकल से आठ पाइप जोड़ कर पानी पहुंचाया गया।
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BPSC Teacher Cut Off: प्रधान शिक्षक के लिए EWS से अधिक रहा SC का कटऑफ, यहां पढ़ें डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के प्रधान शिक्षक के परिणाम में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) का कटऑफ अनुसूचित जाति (एससी) के कम है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पुरुष और महिला अभ्यर्थियों का कटऑफ 48 अंक है।
अनुसूचित जाति पुरुष और महिला का कटऑफ क्रमश: 49 व 48 अंक है। ईडब्ल्यूएस पुरुष व महिला अभ्यर्थियों के लिए पार्ट टू का कटऑफ अंक 20 व 17 है।
वहीं, एससी के पुरुष व महिला के लिए यह 24 व 18 अंक है। पिछड़े वर्ग की महिला और अनुसूचित जनजाति के पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का कटऑफ ईडब्लयूएस के समान ही है। सामान्य श्रेणी के पुरुष व महिला का कटऑफ क्रमश: 67 व 59 अंक है।
अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) पुरुष व महिला का कटऑफ क्रमश: 59 व 49 तथा पिछड़ा वर्ग (बीसी) पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का 61 और 52 अंक है। दिव्यांग और स्वतंत्रता सेनानी के स्वजन का कटऑफ भी 48 या उससे अधिक है।
आयोग के अनुसार बिहार प्रारंभिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियमावली, 2024 के आधार पर अभ्यर्थियों के योग्यता से संबंधित दावे का सत्यता की जांच प्रशासी विभाग द्वारा अपने स्तर पर करने के बाद नियुक्ति की कार्यवाही की जाएगी। ततवा-तांती अभ्यर्थियों का परिणाम अत्यंत पिछड़ा वर्ग में किया गया है।
प्रधानाध्यापक के लिए ईडब्ल्यूएस से ज्यादा व बीसी महिला का कटऑफ- उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पदों के लिए जारी परिणाम में सामान्य श्रेणी पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का कटऑफ क्रमश: 85 और 74 अंक है।
- ईडब्ल्यूएस और पिछड़ा वर्ग पुरुष का कटऑफ एक समान 79 अंक है। जबकि ईडब्ल्यूएस महिला से अधिक बीसी महिला का रहा है।
- बीसी महिला का कटऑफ 67 तो ईडब्ल्यूएस महिला का 63 अंक है। एससी पुरुष व महिला का क्रमश: 59 व 48 अंक है।
- एसटी में दोनों वर्ग का 48 तथा पिछले वर्ग की महिला का 67 अंक है। ईबीसी पुरुष व महिला क्रमश: 74 व 57 और बीसी पुरुष व महिला का 79 व 67 अंक है।
आयोग के अनुसार ईडब्ल्यूएस, बीसी, ईबीसी, एससी-एसटी, बीसीएल आदि के लिए पूर्व से सीटें निर्धारित होती हैं। इसमें से किसी भी आरक्षित श्रेणी में किसी दूसरी श्रेणी के अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किया जाता है। जब किसी श्रेणी में अभ्यर्थियों की संख्या कम हो जाती है तो उनका कटऑफ भी नीचे चला जाता है।
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Air Pollution in Bihar: दीवाली की रात सबसे ज्यादा हाजीपुर में खराब हुई हवा, 340 पहुंचा AQI; कारण पटाखा नहीं कुछ और
जागरण संवाददाता, पटना। दीवाली की रात राजधानी की हवा पिछले वर्ष की तुलना में कुछ कम प्रदूषित हुई। इससे राजधानीवासियों को बड़ी राहत मिली, लेकिन पटाखों की तेज आवाज ने परेशानी बढ़ा दी।
शांत क्षेत्र में भी काफी शोर हुआ है। राजधानी में कुछ जगहों पर पीएम टू की मात्रा सामान्य से अधिक दर्ज की गई। हालांकि, राजधानी में कहीं भी वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक स्तर तक नहीं पहुंची और पिछले वर्ष की तुलना में कम वायु प्रदूषण हुआ।
पिछले वर्ष दीवाली की रात राजधानी में एक्यूआई 333 था, इस बार 230 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। यानी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 103 एक्यूआई कम है। यह स्थिति राजधानीवासियों के लिए काफी राहत देने वाली है।
प्रशासन की कड़ाई एवं लोगों की जागरूकता से वायु प्रदूषण में आई कमीबिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. डीके शुक्ला ने कहा कि इस वर्ष प्रशासन की कड़ाई एवं लोगों की जागरूकता से वायु प्रदूषण में कमी आई। प्रशासन की ओर से वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कई स्तर पर काम किया गया। सड़कों पर निरंतर पानी का छिड़काव होने से उसका असर देखा गया।
इसके अलावा स्कूल-कालेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने का भी प्रभाव इस वर्ष देखा गया। दैनिक जागरण भी लोगों को पटाखे को लेकर जागरूक करता रहा कि इसका कितना अधिक कुप्रभाव होता है।
तेज हवा ने भी दी लोगों को राहतविशेषज्ञों का कहना है कि इस वर्ष दीवाली की रात हवा की गति 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा रहने के कारण लोगों को थोड़ी राहत मिली। हवा तेज होने के कारण राजधानी के आकाश में प्रदूषण का लेयर नहीं बन सका।
तेज हवा के कारण धुआं बिखर जा रहा था। यह सिलसिला पूरी रात जारी रही। साथ ही वातावरण में आजकल नमी कम होने के कारण धूलकण का बिखराव हो जा रहा है।
हाजीपुर में हाइवे निर्माण के कारण एक्यूआई 340 पर पहुंचीदीवाली की रात वायु प्रदूषण की मात्रा राज्य में सबसे ज्यादा हाजीपुर में रिकॉर्ड की गई। वहां पर 340 एक्यूआई रिकॉर्ड की गई। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. डी.के.शुक्ला का कहना है कि हाजीपुर में हो रहे वायु प्रदूषण का मुख्य कारण पटाखा नहीं है।
प्रदूषण से दीवाली को कोई लेना देना नहीं है। वर्तमान में वहां पर हाइवे का निर्माण किया जा रहा है, जिससे वायु प्रदूषण हो रहा है। उस पर भी नियंत्रण के लिए निर्माण एजेंसी को बोला गया है, अगर निर्माण एजेंसी समुचित कार्रवाई नहीं करती तो उसके खिलाफ बोर्ड कार्रवाई करेगा।
सामान्य दिनों की तुलना में दीवाली की रात वायु प्रदूषण में वृद्धिसामान्य दिनों की तुलना में दीवाली की रात राजधानी के वातावरण में वायु प्रदूषण में वृद्धि दर्ज की गई। राजधानी में चार जगहों पर वायु प्रदूषण का डाटा संग्रह किया गया। सभी जगहों पर सामान्य दिनों की तुलना में दीवाली की रात वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई। खासकर पीएम-10 में काफी बढ़ा था।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद कार्यालय में दीवाली के एक दिन पहले एक्यूआई 54 रिकार्ड किया गया, वहीं दीवाली की रात यहां पर 188 पहुंच गया।
वहीं बेल्ट्रान भवन के पास दीवाली से एक रात पहले पीएम-10 की मात्रा 64 था, जो दीवाली की रात बढ़कर 110 हो गया।
बोरिंग रोड चौराहा के पास दीवाली से पहले वायु प्रदूषण की मात्र 49 एक्यूआई थी, जो दीवाली की रात बढ़कर 172 हो गई। वहीं अशोकराज पथ दीवाली से पहले 97 एक्यूआई था, जो दीवाली की रात बढ़कर 186 एक्यूआई हो गया।
पिछले वर्ष की तुलना में वायु प्रदूषण की स्थिति (एक्यूआई में) वर्ष दीवाली के पूर्व की स्थिति दीवाली की रात की स्थिति 2023 326 बहुत खराब 333 बहुत खराब 2024 185 मध्यम 230 खराब शांत क्षेत्र में हुआ शोरराजधानी में बेल्ट्रान के पास ध्वनि प्रदूषण सर्वाधिक रिकॉर्ड किया गया। वहां पर वायु प्रदूषण रात्र 10 से 11 बजे के बीच 70.7 डेसीबल रिकार्ड किया गया।
बेल्ट्रान का इलाका शांत क्षेत्र में आता है लेकिन वहां पर ध्वनि प्रदूषण इतना ज्यादा होना बेहद खतरनाक माना जाता है। वहीं शाम को यहां पर 56 एवं देररात 69.6 डेसीबल ध्वनि की मात्रा रिकॉर्ड किया गया।
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जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी समेत प्रदेश का मौसम पांच दिनों तक शुष्क बना रहेगा। पछुआ के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। सुबह के समय कुछ स्थानों पर हल्की धुंध की स्थिति बनी रहेगी। न्यूनतम तापमान 20-23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं होने के कारण इस बार दीपावली पर मौसम असामान्य बना रहा। बीते 24 घंटों के दौरान शेखपुरा, दरभंगा व किशनगंज जिले को छोड़ कर पटना सहित शेष जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
कहां कितना रहा तापमानपटना के न्यूनतम तापमान में दो डिग्री गिरावट के साथ 23.3 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान में सामान्य से तीन डिग्री वृद्धि के साथ 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 36.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी पुपरी में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
शुक्रवार को पटना सहित 15 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। शुक्रवार को पटना सहित आसपास के क्षेत्रों का मौसम पछुआ के कारण शुष्क बना रहा।
पटाखों के धुएं से हवा प्रदूषितबिहार के बेतिया का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) का स्तर ठीक नहीं है। दीपावली के अगले दिन शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 171 दर्ज किया गया। जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। नगर के विभिन्न हिस्सों में गुरुवार की शाम से ही आतिशबाजी शुरू हो गई। यह सिलसिला रात 11 बजे के बाद तक भी चलता रहा।
जिसका असर एयर क्वालिटी इंडेक्स पर पड़ा और हवा प्रदूषण हो गई। शुक्रवार को नगर के लालबाजार, कमलनाथ नगर, राज देवढी, छावनी आदि इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 170 के आसपास रहा। चिकित्सकों के अनुसार ऐसे हवा में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
खासकर जो पहले से मरीज है उनके लिए यह प्रदूषित हवा जहर के समान है। शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. अमिताभ चौधरी ने बताया प्रदूषित हवा में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है।
इससे दिल, स्क्रीन, फेफड़ों की बीमारी होती है। आंखों की रोशनी पर भी इसका असर पड़ता है। हार्ट की बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
क्या है एयर क्वालिटी इंडेक्सएयर क्वालिटी इंडेक्स यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक से हवा में प्रदूषण की जानकारी मिलती है। सांस लेने के दौरान हमारे शरीर को हवा से आवश्यक आक्सीजन मिलती है। स्वच्छ आक्सीजन युक्त हवा हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। लेकिन हमारे आस-पास की हवा में हानिकारक पदार्थ भी हो सकते हैं, जिन्हें प्रदूषक कहा जाता है।
वायु गुणवत्ता का मतलब हवा में प्रदूषक के स्तर से है। अच्छी वायु गुणवत्ता का अर्थ है कि हवा अपेक्षाकृत स्वच्छ है। खराब या घटिया वायु गुणवत्ता का अर्थ है कि हवा में प्रदूषण हैं, जो हमारे फेफड़ों और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक का लेवलवायु की गुणवत्ता को छह श्रेणियां में बांटा गया है। शून्य से 50 गुणवत्ता सूचकांक का स्तर स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा है। जबकि एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से ऊपर जाने पर यह स्वास्थ्य पर खराब असर डालता है।
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IndiGo Flight Bomb Threat: 'बम टू अवर हैप्पी दीवाली', पटना पहुंची फ्लाइट के टॉयलेट में मिला धमकी लिखा टिशू पेपर
जागरण संवाददाता, पटना। पटना एयरपोर्ट पर बुधवार की रात उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब बेंगलुरु से पहुंची इंडिगो की फ्लाइट के टॉयलेट में एक टिशू पेपर पर बम की धमकी लिखी मिली। लिखा था- बम टू अवर हैप्पी दीवाली।
एयर होस्टेस ने उस टिशू पेपर को देखा तो तत्काल फ्लाइट मैनेजर एवं एटीसी को सूचना दी। इसके बाद फ्लाइट को रनवे पर ही रोक दिया गया। सुरक्षाकर्मियों ने बुक्ड लगेज से लेकर यात्रियों के हैंडबैग तक की जांच की गई।
विमान को पार्किंग-बे में भेजा गयाविस्फोटक नहीं मिलने के प्रति पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद विमान को पार्किंग-बे में भेजा गया। फ्लाइट में लगे सीसी कैमरे से उन यात्रियों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने टॉयलेट का उपयोग किया था।
हवाईअड्डा थानेदार विनोद पीटर ने बताया कि टिशू पेपर पर बम और हैप्पी दीवाली लिखे होने की सूचना प्राप्त हुई थी। सुरक्षाबलों के साथ छानबीन की गई तो सूचना अफवाह पाई गई। यह किसी असामाजिक तत्व की हरकत है।
विमानन कंपनी इंडिगो की ओर से लिखित शिकायत की गई है। हालांकि, प्राथमिकी नहीं की गई।
फ्लाइट 180 यात्रियों को लेकर पहुंची थी पटना- बेंगलुरु-पटना (6ई6256) फ्लाइट रात साढ़े नौ बजे पटना एयरपोर्ट पर लैंड हुई थी। इसके बाद पायलट ने मोबाइल फोन आन करने का संकेत दिया, लेकिन यात्रियों को कुर्सी की पेटी बांधे रखने की सलाह दी।
- इस बीच सभी एयर होस्टेस सामान को व्यवस्थित करने में जुट गईं। तभी एक एयर होस्टेस टॉयलेट की जांच करने लगी तो वॉश बेसिन के बगल में टिशू पेपर पर धमकी लिखी मिली।
- उन्होंने तुरंत वायरलेस से फ्लाइट मैनेजर और एटीसी को सूचित किया, जिसके बाद विमान को रनवे पर ही रोक दिया गया। उस वक्त विमान में क्रू मेंबर के साथ 180 यात्री विमान में सवार थे।
वापसी में इसी फ्लाइट को 24 यात्रियों के साथ रात साढ़े दस बजे रवाना होना था। मगर, एटीएस और सीआईएसएफ ने रनवे पर घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी। पहले पटना से बेंगलुरु जाने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई थी।
वे बोर्डिंग नहीं होने को लेकर परेशान थे। लगभग चार घंटे तक एटीएस के साथ डॉग स्क्वॉयड और बम स्क्वॉयड ने विमान के कोने-कोने की तलाश ली। जब सुरक्षाकर्मी आश्वस्त हो गए कि किसी प्रकार का विस्फोटक विमान में नहीं है, तब रात डेढ़ बजे फ्लाइट बेंगलुरु रवाना की गई।
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BPSC Teacher Result: बीपीएससी शिक्षक और प्रधानाध्यक का परिणाम जारी, गोपाल ठाकुर और हितकर कुमार ने किया टॉप
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षा विभाग व अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के क्रमश: पांच हजार 971 व तीन तथा शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक के 36 हजार 947 पदों के लिए परिणाम जारी कर दिया है।
सचिव सह परीक्षा नियंत्रक सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रधानाध्यापक के पदों के लिए 28 जून को परीक्षा आयोजित की गई थी। छह हजार 61 रिक्त पदों के लिए आवेदन स्वीकार किए गए थे। इसके विरुद्ध 5,971 अभ्यर्थियों को मेधा सूची में शामिल किया गया है।
वहीं, प्रधान शिक्षक के 40 हजार 247 रिक्तियों के लिए आवेदन स्वीकार किए गए थे। परीक्षा का आयोजन 29 जून को किया गया था। सामान्य प्रशासन विभाग से पत्र प्राप्त होने के बाद रिक्त पदों की संख्या 40 हजार 247 के स्थान पर 37 हजार 943 कर दी गई थी। इसकी मेधा सूची में 36 हजार 947 अभ्यर्थियों को शामिल किए गए हैं।
आयोग की वेबसाइट https://www.bpsc.bih.nic.in/ पर श्रेणीवार कटऑफ जारी कर दिया गया है। प्रधान शिक्षक में पहला स्थान गोपाल ठाकुर, दूसरा स्थान एमजी जावेद, तीसरा कुमारी शिल्पी, चौथा प्रीति तथा पांचवां मनोरंजन कुमार दीपक तथा प्रधानाध्यापक में पहले से पांचवें स्थान पर क्रमश: हितकर कुमार सिंह, मनोज कुमार, सुनील कुमार, सुधाकर कुमार चौधरी व रितेश कुमार सुमन शामिल हैं।
नीट पीजी का नामांकन कार्यक्रम जारीमेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (एमसीसी) ने नीट पीजी काउंसिलिंग-2024 का कार्यक्रम वेबसाइट mcc.nic.in पर जारी कर दिया है। पहले चरण की काउंसिलिंग के रजिस्ट्रेशन 17 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे। सीट आवंटन परिणाम 20 नवंबर को घोषित किया जायेगा। एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग में देरी हुई है।
पीजी मेडिकल कोर्स के लिए कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी। विकल्प के लिए विंडो आठ नवंबर को सक्रिय हो जाएगा। इसके माध्यम से देश के सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल कालेजों में एमडी, एमएस, डीएनबी और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआइक्यू) की सीटों नामांकन होगा।
दूसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व भुगतान चार से नौ दिसंबर तक, विकल्प पांच से नौ दिसंबर तथा नामांकन 13 से 20 दिसंबर तक होगा। तीसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व शुल्क भुगतान 26 दिसंबर से एक जनवरी तक स्वीकार किए जाएंगे।
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Shadi Muhurat 2024: 12 नवंबर को देवोत्थान एकादशी, 16 से बजने लगेगी शहनाई; पढ़ें लग्न की तारीखें
जागरण संवाददाता, पटना। कार्तिक शुक्ल एकादशी 12 नवंबर को श्री हरि विष्णु चार मास के बाद योग निद्रा से जागृत होंगे। इसके बाद मांगलिक कार्य शादी-ब्याह, मुंडन आदि आरंभ हो जाएगा। इस दिन श्रद्धालु देवोत्थान एकादशी व तुलसी विवाह मनाएंगे। ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि बनारसी पंचांग के अनुसार नवंबर व दिसंबर में शादी ब्याह को लेकर नौ दिन हैं। जबकि मिथिला पंचांग के अनुसार नवंबर में चार दिन व दिसंबर में पांच दिन है।
देवोत्थान एकादशी पर उत्तरभाद्र नक्षत्र, हर्षण योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बना रहेगा। इस दिन एकादशी का व्रत और पूजन साधु-संत, वैष्णव व गृहस्थ एक साथ करेंगे।
देवोत्थान एकादशी के दिन गोधूलि बेला में शंख, डमरू, मृदंग, झाल और घंटी बजा कर भगवान नारायण को निद्रा से जागृत किया जाएगा। इस दौरान शहर के प्रमुख मंदिरों में विधि-विधान के साथ श्री हरि का पूजन होगा।
मिथिला में नौ तो बनारसी पंचांग में 18 मुहूर्तसनातन धर्मावलंबियों का शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त देवोत्थान एकादशी के बाद से शुरू होगा। चातुर्मास के दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। चातुर्मास के बाद इस वर्ष में कुल 18 शुभ लग्न मुहूर्त शेष होंगे।
बनारसी पंचांग के अनुसार नवंबर में नौ तथा दिसंबर में भी नौ वैवाहिक लग्न है। मिथिला पंचांग के मुताबिक नवंबर में चार एवं दिसंबर में पांच शुभ विवाह मुहूर्त है। इसके बाद अगले साल 2025 में मकर संक्रांति के बाद शादी-ब्याह का लग्न शुरू होगा।
शादी-ब्याह में ग्रहों की शुभता जरूरी- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का होना महत्वपूर्ण होता है। शास्त्रों में शादी के शुभ योग के लिए नौ ग्रहों में बृहस्पति, शुक्र एवं सूर्य का शुभ होना जरूरी है।
- इसमें रवि-गुरु का संयोग सिद्धिदायक और शुभ फलदायी होते हैं । इन तिथियों पर शादी-विवाह को बेहद शुभ माना गया है। इसके अलावे विवाह माघ, फाल्गुन, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़ एवं अगहन मास में हो तो अत्यंत शुभ होता है।
शादी के शुभ लग्न व मुहूर्त निर्णय के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु एवं मीन लग्न में से किन्ही एक का होना जरूरी है। नक्षत्रों में से अश्विनी, रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, चित्रा, स्वाति,श्रवणा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भद्र व उत्तरा आषाढ़ में किन्ही एक जा रहना जरूरी है। अति उत्तम मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा या हस्त नक्षत्र में से किन्ही एक की उपस्थिति रहने पर शुभ मुहूर्त बनता है। यदि वर और कन्या दोनों का जन्म ज्येष्ठ मास में हुआ हो तो उनका विवाह ज्येष्ठ में नहीं होता है। विवाह माघ, फाल्गुन, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़ एवं अगहन मास में होने पर शुभ माना जाता है।
बनारसी पंचांग के अनुसार- नवंबर: 16, 17, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29
- दिसंबर: 2, 3, 4, 5, 9, 10, 11, 14, 15
- नवंबर: 18, 22, 25, 27
- दिसंबर: 1, 2, 5, 6, 11
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Chhath Puja Trains: बिहार के 9 जिलों को मिली सौगात, छठ पूजा पर चलेंगी 30 स्पेशल ट्रेनें; देखें पूरी लिस्ट
जागरण संवाददाता, पटना। छठ पूजा को लेकर पूर्व मध्य रेलवे ने दो नवंबर को 30 स्पेशल ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है। एक नवंबर को इस क्षेत्र से 158 गाड़ियां चलाई गईं। वहीं, त्योहारों के मद्देनजर भारतीय रेलवे देशभर में 7,296 विशेष गाड़ियां चलाने का निर्णय लिया है। उन गाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया गया है।
पिछले साल 4,500 विशेष गाड़ियां त्योहारों के दौरान चलाई गई थीं। पूजा के अवसर पर पिछले वर्ष पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से खुलने एवं गुजरने वाली ट्रेनों द्वारा कुल 2121 फेरे लगाए गए थे, जबकि इस वर्ष ट्रेनों द्वारा कुल 5088 फेरे लगाए जाएंगे। आवश्यकतानुसार ट्रेनों एवं उनके फेरों में वृद्वि की जा सकती है।
शनिवार को पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से चलाई जा रही गाड़ियों का विवरण- गाड़ी सं. 02393 पटना-नई दिल्ली स्पेशल पटना से 20.10 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 02251 पटना-नई दिल्ली स्पेशल पटना से 07.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 02391 पटना-आनंद विहार स्पेशल पटना से 22.20 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 09046 पटना-उधना स्पेशल पटना से 13.05 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04003 पटना-प्रयागराज स्पेशल पटना से 08.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05739 पटना-न्यूजलपाईगुड़ी स्पेशल पटना से 19.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 03215 पटना-थावे स्पेशल पटना से 12.10 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04069 राजगीर-नई दिल्ली स्पेशल राजगीर से 22.50 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 01706 दानापुर-जबलपुर स्पेशल दानापुर से 11.45 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 01206 दानापुर-पुणे स्पेशल दानापुर से 05.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 01482 दानापुर-पुणे स्पेशल दानापुर से 06.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 01144 दानापुर-लोकमान्य तिलक स्पेशल दानापुर से 21.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 01076 दानापुर-लोकमान्य तिलक स्पेशल दानापुर से 12.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 08184 बक्सर-टाटा स्पेशल बक्सर से 16.45 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 02569 दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल दरभंगा से 06.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04067 दरभंगा-दिल्ली स्पेशल दरभंगा से 18.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 02563 बरौनी-नई दिल्ली स्पेशल बरौनी से 07.40 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04059 जयनगर-आनंद विहार स्पेशल जयनगर से 17.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04051 जयनगर-नई दिल्ली स्पेशल जयनगर से 18.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05283 मुजफ्फरपुर-आनंद विहार स्पेशल मुजफ्फरपुर से 06.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05219 मुजफ्फरपुर-आनंद विहार स्पेशल मुजफ्फरपुर से 18.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04021 सीतामढ़ी-आनंद विहार स्पेशल सीतामढ़ी से 18.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04313 मुजफ्फरपुर-हरिद्वार स्पेशल मुजफ्फरपुर से 09.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05289 मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल मुजफ्फरपुर से 21.15 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05273 दरभंगा-दौराई (अजमेर) स्पेशल दरभंगा से 13.15 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 04527 सहरसा-अम्बाला स्पेशल सहरसा से 19.15 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 03483 भागलपुर-नई दिल्ली स्पेशल भागलपुर से 11.00 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05069 छपरा-पनवेल स्पेशल छपरा से 13.15 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05185 छपरा-यशवंतपुर स्पेशल छपरा से 05.30 बजे चलेगी।
- गाड़ी सं. 05193 छपरा-एमसीटीएम (जम्मूतवी) स्पेशल छपरा से 14.00 बजे चलेगी।
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Pappu Yadav: 'सलमान खान या जिसे मारना है मारे, मेरा कोई लेना-देना नहीं'; लॉरेंस पर बदले पप्पू के सुर
राज्य ब्यूरो, पटना। फिल्म अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) को लॉरेंस गैंग (Lawrence Bishnoi) से मिल रही धमकी के बीच पूर्णिया सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने लॉरेंस गैंग को ललकारते हुए कहा था कि सरकार अनुमति दे तो 24 घंटे में लॉरेंस गैंग को समाप्त कर सकते हैं। वहीं, इसके बाद जब पप्पू यादव को लॉरेंस गैंग की ओर से धमकी मिली तो अब उनके बोल बदल गए हैं। उन्होंने कहा, "लॉरेंस सलमान को मारे या किसी और को मेरा उससे लेना-देना नहीं"।
पप्पू यादव ने फेसबुक पर ऑनलाइन आकर कहा कि उनकी किसी से निजी दुश्मनी नहीं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनके जीवन में डर की कोई गुंजाइश नहीं। लॉरेंस को मुझे मारना हो आए और मुझे मार दे। मैं आपको रोक नहीं रहा हूं। जो लोग मेरी आलोचना करते हैं कि मैं डर गया हूं तो भैया मुझे मरवा दीजिए। मैं चाहता हूं जल्दी मरूं, मुझे जल्दी मरवा दीजिए, ताकि हिंदुस्तान से सच गायब हो जाए।
'मेरा इसमें क्या लेना-देना है?'उन्होंने कहा वे विचारधारा से समझौता नहीं करेंगे। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई अगर सलमान खान को मारना चाहता है, तो मार दे। मेरा इसमें क्या लेना देना है।
'दो दिन पहले भी मुझे धमकी दी गई'पप्पू यादव ने कहा कि सलमान को बचाना या नहीं बचाना सरकार का दायित्व है। लोग मेरी सुरक्षा की चिंता ना करें। दो दिन पहले भी मुझे धमकी दी गई, जब मैं झारखंड से वापस पूर्णिया आ रहा था।
मुंबई गए थे पप्पू यादवबता दें कि कुछ दिन पहले पप्पू यादव मुंबई गये थे, और उन्होंने बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान से मुलाकात की थी। और सलमान खान को फोन कर लंबी बात की थी। उन्होंने सलमान को आश्वस्त करते हुए कहा था कि मैं हूं ना। लेकिन, वे अब अपने बयान से पीछे हट गए हैं।
पप्पू यादव के लॉरेंस पर दिए बयान के बाद उनकी पत्नी का भी स्टेटमेंट आया। इसमें रंजीत रंजन ने कहा कि मैं और पप्पू जी अब साथ नहीं रहते हैं। उनके बयान से हमारा कोई लेना-देना नहीं। पप्पू यादव की पत्नी ने यह भी कहा कि हमारे बीच में मतभेद हैं। मेरा और मेरे परिवार का उनसे कोई लेना-देना नहीं है।
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RCP Singh के नई पार्टी बनाने पर मुस्कुरा दिए Tejashwi, 'चाचा' Nitish Kumar का नाम लेकर कह दी बड़ी बात
राज्य ब्यूरो, पटना। झारखंड में चुनाव प्रचार से कुछ समय निकाल दीपावली मनाने पटना पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का दावा है कि महागठबंधन जीत रहा है। भाजपा के पास मुद्दा ही नहीं और झारखंड सरकार के पास गिनाने के लिए उपलब्धियों की लंबी सूची है। झारखंड के बाद महागठबंधन के फोकस में बिहार होगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह द्वारा नई पार्टी के गठन से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि अच्छी बात है, इसमें बुरा क्या है। लोकतंत्र में दल के गठन का सभी को अधिकार है। सबका अपना-अपना अधिकार है।
मुख्यमंत्री आवास में चुनावी तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक के संदर्भ में कंधे उचकाते हुए तेजस्वी बोले कि करने दीजिए, यह सब दिखावा है। उनमें तो दम ही नहीं रहा।
'महागठबंधन के पक्ष में है माहौल'तेजस्वी ने कहा कि झारखंड में महागठबंधन के पक्ष में माहौल बहुत ही बढ़िया है। केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों से जनता में ऊब है। महागठबंधन वहां मजबूती से चुनाव लड़ रहा और हमें जीत का पूरा विश्वास है। हेमंंत सोरेन की सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से जनता प्रसन्न है। वह चाहे महिलाओं के हित में मइयां योजना हो या नई पीढ़ी के लिए छात्रवृत्ति योजना या वृद्ध व कामकाजी वर्ग के हित मेंं पेंशन योजना। दो सौ यूनिट तक बिजली मुफ्त में दी जानी है। जनता इसका लाभ उठाना चाह रही और इसीलिए वह चाहती है कि महागठबंधन की सरकार बने।
'बीजेपी के पास गिनाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं'घुसपैठ से संबंधित भाजपा के मुद्दे पर तेजस्वी ने कहा कि जनता जानती है कि भाजपा की सरकार में केवल बात होती है, काम नहीं होता। भाजपा के पास गिनाने के लिए कोई उपलब्धि भी नहीं, इसलिए भाजपा के नेता बेतुके मुद्दों की ओर चुनाव अभियान को भटकाना चाह रहे। बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी और पलायन आदि पर भाजपा बात नहीं करेगी। सभी जानते हैं कि जल-जंगल-जमीन झारखंड का बड़ा मसला है। भाजपा उसे समाप्त करना चाहती है।
आरसीपी ने बनाई अपनी पार्टी, नाम रखा- आप सब की आवाजजदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी बना ली है। वही इसके अध्यक्ष बने हैं। पार्टी का नाम है- आप सब की आवाज (आसा)। उन्होंने इसकी घोषणा गुरुवार को की। दावा किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 140 उम्मीदवार तैयार हैं। सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार खड़े होंगे। हमारी सरकार बनेगी तो राज्य में खुशहाली आएगी। यह पार्टी समाज के सभी लोगों के कल्याण के लिए काम करेगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी का झंडा तीन रंगों का होगा। ऊपर हरा, बीच में पीला और नीचे हरा रंग होगा। बीच के पीले रंग की पट्टी पर काले रंग में चुनाव चिन्ह होगा। दीपावली के दिन नई पार्टी की घोषणा पर आरसीपी ने कहा-आज भगवान राम वनवास से अयोध्या वापस आए थे। 31 अक्टूबर को ही लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म हुआ था।
उन्होंने गुजरात में सरदार पटेल की ऊंची प्रतिमा लगाने के लिए प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने राज्य में सुशासन के लिए प्रथम मुख्यमंत्री डा. श्रीकृष्ण सिंह को सराहा। वंचितों के कल्याण के लिए जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रयासों की चर्चा की। सिंह ने कहा कि पार्टी का विस्तार बूथ से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक होगा।
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Bihar News: बिना ई-चालान अन्य राज्यों से पत्थर-गिट्टी मंगाई या बेची तो गिरेगी गाज, एक्शन में नीतीश सरकार
राज्य ब्यूरो, पटना। गिट्टी व्यवसायियों की एक शिकायत के बाद खान एवं भू-तत्व विभाग ने बिना ई-चालान अन्य राज्यों से गिट्टी मंगाने, परिवहन करने और इसे बेचने के मामले में सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। हाल ही में खान एवं भू-तत्व विभाग के प्रधान सचिव के स्तर पर पत्थर का व्यवसाय करने वालों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें पत्थर व्यवसायियों ने विभाग को अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
बैठक के दौरान रेल रैक से मंगाए गए पत्थर की मात्रा की अनुज्ञप्ति कैंपिंग, ई-चालान में आने वाली समस्याओं के साथ ही रेलवे अनलोडिंग प्वाइंट से अनुज्ञप्ति स्थल तक ले जाने के लिए ई-चालान नहीं जारी होने जैसी समस्याएं विभाग को बताई गई।
लाइसेंसधारियों को होता है नुकसानइसी क्रम में बैठक के दौरान व्यवसायियों ने बताया कि कुछ लोग बिना खनन विभाग से वैध लाइसेंस लिए ही रेलवे के माध्यम से अन्य राज्यों से पत्थर, गिट्टी मंगाते हैं। इतना ही नहीं, इसे बिना ई-चालान अवैध तरीके से बाजार में बेच भी देते हैं। जिसकी वजह से लाइसेंस लेकर कारोबार करने वालों को जहां नुकसान उठाना पड़ता है वहीं अन्य समस्याएं भी होती हैं।
विभाग ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया और समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों ने बताया बैठक में व्यवसायियों को दिए आश्वासन के आलोक में अब विभाग ने इस अवैध कारोबार पर नियंत्रण के लिए सभी खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
अब होगा एक्शनविभाग के प्रधान सचिव के स्तर पर जारी निर्देश में कहा गया है कि गिट्टी-पत्थर का यदि इस प्रकार से अवैध धंधा होते पाया जाता तो तत्काल कठोर कार्रवाई करते हुए गिट्टी-पत्थर जब्त कर लिया जाए साथ ही कारोबार करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर आर्थिक जुर्माना भी लगाया जाए। इसके साथ ही विभाग ने इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए रेलवे के पदाधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्णय भी लिया है, ताकि बिना ट्रांजिट परमिट एवं खनन विभाग के लाइसेंस के बगैर अन्य राज्यों से गिट्टी-पत्थर मंगाने पर रोक लगाई जा सके।
फिर चला बालू के अवैध खनन, परिवहन के खिलाफ छापामारी अभियानखान एवं भू-तत्व विभाग की बालू के अवैध खनन और परिवहन के साथ भंडारण के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। मंगलवार को प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम की ओर से छापामारी अभियान चलाया गया। इस दौरान करीब 40 वाहनों को जब्त किया गया और 35 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया।
विभाग से मिली जानकारी क अनुसार 29 अक्टूबर को सभी जिला के खनन कार्यालय द्वारा अवैध खनन, परिवहन, भंडारण पर प्रभावी रोकथाम के लिए छापामारी की गई। महज एक दिन में कुल 85 स्थानों पर छापा मारा गया। रोहतास में सर्वाधिक छह स्थानों पर छापा मारा गया। जबकि भोजपुर से सर्वाधिक 8.88 लाख रुपये की दंड वसूली की गई। विभाग ने अवैध खनन और परिवहन के आरोप में सात प्राथमिकी दर्ज कराई हैं।
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Bihar Bijli: स्मार्ट प्रीपेड मीटर ऐप की खराबी से नहीं कटेगी बिजली, रिचार्ज के लिए वैकल्पिक व्यवस्था
राज्य ब्यूराे, पटना। बिजली कंपनी के स्मार्ट प्रीपेड मीटर ऐप की तकनीकी समस्या दुरुस्त होने तक बिजली उपभोक्ताओं की बिजली, बैलेंस खत्म होने की वजह से नहीं कटेगी। बिजली कंपनी द्वारा शुक्रवार को इस आशय की आधिकारिक जानकारी दी गयी। वहीं, बिजली कंपनी ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं के लिए रिचार्ज के कई वैकल्पिक व्यवस्था भी उपलब्ध कराए हैं। इसके तहत उपभोक्ता बिजली कंपनी के अधिकृत कांउटर पर जाकर भी रिचार्ज करा सकेंगे।
बिजली कंपनी का स्मार्ट प्रीपेड मीटर ऐप 28 अक्टूबर से तकनीकी समस्या की वजह से खराब है। इस कारण बिजली उपभोक्ता न तो अपना बैलेंस देख पा रहे हैं और न ही उन्हें रिचार्ज की सुविधा उपलब्ध हो पा रही है। बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि बिजली उपभोक्ता सुविधा ऐप के माध्यम से या फिर बिजली कंपनी के अधिकृत वेबसाइट पर जाकर रिचार्ज कर सकेंगे।
बिजली कंपनी के सीएमडी व ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर ऐप की समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा। उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं हो इसे ध्यान में रख वैकल्पिक सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है। वह उपभोक्ताओं को हो रही असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं और उनसे सहयोग की अपेक्षा करते हैं।
उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर की कार्य प्रणाली की दी जाएगी जानकारीराज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर की बढ़ती संख्या के साथ ही इसके कार्यप्रणाली को लेकर उपभोक्ताओं के बीच कुछ भ्रांतियां एवं शंकाएं पैदा हुई हैं। इसे देखते हुए ऊर्जा विभाग ने यह निर्णय लिया गया है कि लगाने से पहले उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर की कार्य प्रणाली और इससे होने वाले लाभ की पूरी जानकारी दी जाएगी। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को इस नई तकनीक के प्रति जागरूक करना और उनकी संतुष्टि प्रदान करना है।
इस संबंध में ऊर्जा विभाग के सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य उपभोक्ताओं को आधुनिक तकनीक का लाभ देना है, जिससे न केवल बिजली के बेहतर प्रबंधन में सहायता मिलेगी, बल्कि उपभोक्ता भी अपने खर्च और बिजली के उपयोग पर अधिक नियंत्रण महसूस करेंगे। इस जागरूकता अभियान के माध्यम से हम उनकी शंकाओं का समाधान करेंगे और उन्हें स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपयोग से परिचित कराएंगे।
उपभोक्ताओं को उनके आसपास के सरकारी एवं निजी परिसरों में अधिष्ठापित स्मार्ट प्रीपेड मीटरों एवं पारंपरिक मीटरों का तुलनात्मक अध्ययन करके लाभ की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, उन क्षेत्रों में जहां कम्युनिकेशन नेटवर्क से संबंधित चुनौतियां हैं, वैकल्पिक समाधान ढूंढे जाएंगे ताकि उपभोक्ताओं को बिना किसी असुविधा के सेवा प्रदान की जा सके।
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Pappu Yadav Wife: पप्पू यादव की 'परेशानियों' से पत्नी का कोई लेना-देना नहीं, बोलीं- हम तो साथ भी नहीं रहते
एजेंसी, पटना। Pappu Yadav पूर्णिया से लोकसभा सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) इन दिनों खूब सुर्खियों में हैं। बॉलीवुड एक्टर सलमान खान (Salman Khan) को अपना समर्थन देकर वह कथित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi) के निशाने पर आ गए हैं। उन्हें धमकी भी मिल चुकी है। वहीं, अब पप्पू यादव की पत्नी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उनका या उनके परिवार का उनके पति पप्पू यादव के बयान से कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि बीते दिनों मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई को चुनौती दी थी।
'24 घंटे के भीतर पूरे नेटवर्क को...'पप्पू यादव ने एक्स पर लिखा, "अगर कानून अनुमति देता है तो वह 24 घंटे के भीतर पूरे नेटवर्क को खत्म कर देंगे"। वहीं, कुछ दिनों बाद उन्होंने कहा कि वह किसी भी परिस्थिति में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के साथ खड़े हैं।
'हम डेढ़-दो साल से अलग रह रहे हैं'इस सबके बीच पप्पू यादव की पत्नी राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन (Ranjeet Ranjan) ने कहा, पप्पू जी और मेरा राजनीतिक करियर अलग-अलग है और हमारे बीच मतभेद भी हैं। पिछले डेढ़-दो साल से हम अलग ही रह रहे हैं।
उन्होंने कहा, "उन्होंने (पप्पू यादव) जो भी बयान दिया है, उससे मेरे बच्चों या मेरा कोई लेना-देना नहीं है।" उन्होंने पूरे घटनाक्रम को कानून-व्यवस्था का मुद्दा बताया और कहा कि सरकार को इस पर गौर करना चाहिए।
पप्पू यादव ने मांगी सुरक्षा, कहा- अगर मेरी हत्या हुई तो...पप्पू यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर 'लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से धमकी भरे कॉल' के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। पूर्णिया के सांसद ने शाह को लिखे अपने दो पन्नों के पत्र को मीडिया के साथ भी साझा किया।
पप्पू यादव ने मांगी 'जेड' श्रेणी की सुरक्षापप्पू यादव के पास अभी 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा है। उन्होंने 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा की मांग की है। इसके अलावा, पप्पू यादव ने पूरे बिहार में अपने सभी समारोहों में पुलिस एस्कॉर्ट की भी मांग की है। पप्पू यादव ने पत्र में यह भी कहा कि अगर मेरी हत्या हुई, तो इसका दोष केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार पर भी पड़ेगा।
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Bihar Dhan Kharid: बिहार में धान खरीद शुरू, किसानों को 2300 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा MSP; सभी DM को निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में शुक्रवार से न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीद की शुरुआत हो गई। अभी उत्तर बिहार के जिलों में ही धान खरीद का सरकारी निर्देश है। सबसे पहले धान की खरीद उन जिलों में शुरू होगी जहां धान की कटनी आरंभ हो चुकी है। 17 प्रतिशत नमी के आधार पर पैक्सों एवं व्यापार मंडलों द्वारा कृषि विभाग के पोर्टल पर निबंधित किसानों से धान खरीद की जाएगी।
15 नवंबर से राज्य के शेष जिलों में धान खरीद आरंभ होगी। सरकार द्वारा धान खरीद की अंतिम तिथि 15 फरवरी, 2025 तय की गई है। इस वर्ष 45 लाख टन धान और 30 लाख टन उसना चावल की खरीद का लक्ष्य रखा गया है।
बिहार सरकार ने बिचौलिये और धान खरीद में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश जिलाधिकारियों को दिया है। प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिला टास्क फोर्स तैनात किया गया है।
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की ओर बताया गया कि पैक्सों एवं व्यापार मंडलों में धान बेचने आने वाले किसानों की सुविधाओं का खासा ध्यान रखने का निर्देश जिलाधिकारियों को दिया गया है। रैयत किसान (जमीन मालिक) से अधिकतम 250 क्विंटल और बटाईदार किसान से 100 क्विंटल धान खरीद होगी।
धान के अनुमानित उत्पादन के अनुसार ही धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य रखें : नीतीशमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को धान अधिप्राप्ति को ले समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि धान के अनुमानित उत्पादन के अनुसार ही धान अधिप्राप्ति का जिलावार लक्ष्य निर्धारित करें। धान अधिप्राप्ति कार्य में गड़बड़ करने वालों पर भी नजर रखी जाए। अधिप्राप्ति का काम तेजी से और बेहतर ढंग से हो ताकि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव डा. एन सरवन कुमार ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य, धान अधिप्राप्ति की प्रस्तावित अवधि व अधिप्राप्ति के लक्ष्य के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सामान्य ग्रेड के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है। धान अधिप्राप्ति की प्रस्तावित अवधि एक नवंबर से 15 फरवरी तक रखा गया है।
चरणबद्ध तरीके से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरू की गयी है। इस वर्ष धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य 45 लाख मीट्रिक टन रखा गया है। राज्य में उसना चावल मिलों की संख्या अब बढ़कर 360 हो गयी है। सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने धान अधिप्राप्ति की कार्य योजना के संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में राज्य के 19 जिलों में एक नवंबर से धान अधिप्राप्ति का काम आरंभ गया है। वहीं शेष बचे जिलों में 15 नवंबर से धान अधिप्राप्ति का काम आरंभ होगा। मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में सहकारिता मंत्री डा. प्रेम कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, मु्ख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार व विशेष कार्य अधिकारी गोपाल सिंह भी मौजूद थे।
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Bihar News: बक्सर सांसद के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज, लोकसभा प्रत्याशी रहे मिथलेश तिवारी ने लगाए गंभीर आरोप
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भाजपा के महामंत्री और लोकसभा चुनाव में बक्सर संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी रहे मिथिलेश तिवारी ने पटना की एक अदालत में बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह के खिलाफ आधारहीन और असत्य कथन कहने का आरोप लगाते हुए एक परिवाद पत्र दायर किया है।
पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में अधिवक्ता राधेश कुमार शर्मा द्वारा दर्ज कराए गए परिवाद पत्र संख्या 13659/2024 में भाजपा के महामंत्री तिवारी ने कहा है कि बक्सर के सांसद ने गलतबयानी कर मेरे खिलाफ गलत बात कही है, जो आपराधिक मानहानि का अपराध है।
इंटरव्यू में सुधाकर सिंह ने कही थी ये बातउन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह ने 29.10.2024 को एक ऑनलाइन चैनल पर एक इंटरव्यू में कहा कि बक्सर में मैंने 12 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी है। इस दौरान उन्होंने मेरे खिलाफ असंसदीय, असत्य, अपमानजनक और आधारहीन आरोपों का भी प्रयोग किया है।
इससे पहले भी मैंने अधिवक्ता राधेश कुमार शर्मा के माध्यम से 1.10.2024 को ही कानूनी नोटिस देकर एक सप्ताह के भीतर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का समय दिया था।
दिनांक 5.10.2024 को सांसद को मेरे अधिवक्ता द्वारा भेजी गई लीगल नोटिस मिल गई, इसके बावजूद उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया। तत्पश्चात मैनें पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में परिवाद पत्र दायर किया है।
इंटरव्यू का साक्ष्य भी कोर्ट के सामने प्रस्तुत कियातिवारी ने बक्सर सांसद के इस इंटरव्यू की सीडी भी न्यायालय के समक्ष उपलब्ध करवाया है। उन्होंने कहा है कि इस तरह का झूठा बयान एक सांसद का होगा, ये न्यायालय को तय करना है।
इनकी नीयत केवल मेरी मानहानि का ही नहीं बल्कि झूठे आरोपों से बक्सर में मेरे परिवार, मेरे शुभचिंतकों को भी स्थानीय लोगों की नजरों में गिराने और जांच एजेंसियों की नजरों में झूठे मुकदमों में फंसाने की है।
उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से कहा है कि सभी दस्तावेजी साक्ष्य, सी.डी मैंने न्यायालय को उपलब्ध करा दिया है और आशा है कि न्यायालय के द्वारा आरोपी के खिलाफ अवश्य दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
धान के अनुमानित उत्पादन के अनुसार ही धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य रखें : नीतीशमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को धान अधिप्राप्ति को ले समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि धान के अनुमानित उत्पादन के अनुसार ही धान अधिप्राप्ति का जिलावार लक्ष्य निर्धारित करें।
धान अधिप्राप्ति कार्य में गड़बड़ करने वालों पर भी नजर रखी जाए। अधिप्राप्ति का काम तेजी से और बेहतर ढंग से हो ताकि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव डॉ. एन सरवन कुमार ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य, धान अधिप्राप्ति की प्रस्तावित अवधि व अधिप्राप्ति के लक्ष्य के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सामान्य ग्रेड के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है। धान अधिप्राप्ति की प्रस्तावित अवधि एक नवंबर से 15 फरवरी तक रखा गया है। चरणबद्ध तरीके से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरू की गयी है। इस वर्ष धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य 45 लाख मीट्रिक टन रखा गया है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 6,061 प्रधान अध्यापकों एवं प्राथमिक विद्यालयों में 37,943 प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति जल्द होगी। सरकारी उच्च माध्यमिक के विद्यालयों में प्रधान अध्यापकों एवं प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली गयी परीक्षा के नतीजे जल्द घोषित होने वाले हैं।
उम्मीद की जा रही है कि छठ पूजा के बाद बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से प्रधान अध्यापक तथा प्रधान शिक्षक परीक्षा के परिणाम जारी किया जाएगा।
बता दें कि राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधान अध्यापकों की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा गत 28 जून को परीक्षा ली गयी थी। उसके अगले दिन 29 जून प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आयोग ने परीक्षा ली थी।
दोनों ही परीक्षा के नतीजे तैयार हैं, बस परीक्षाफल की घोषणा को लेकर कुछ औपचारिकताएं बाकी हैं। प्रधान शिक्षकों के पहले 40,247 पद थे, जो घटकर अब 37,943 हो गए हैं। राज्य में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में पहली बार प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति होने जा रही है।
शिक्षकों का पहले पदस्थापन होगा, फिर सत्यापनराज्य में सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के होने वाले स्थानांतरण और पदस्थापन को लेकर शिक्षा विभाग ने जो कार्य नीति बनाई है, उसके अनुसार शिक्षकों का पहले आवंटित विद्यालयों में पदस्थापन होगा। इसके बाद शिक्षकों का बायोमीट्रिक आधारित आधार का सत्यापन किया जाएगा। इसके साथ ही शिक्षकों के अंगूठे का निशान एवं फोटो, जो आनलाइन परीक्षा के दौरान लिए गए थे, का भी सत्यापन किया जाएगा।
यह कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। उसके बाद शिक्षकों की ई-सर्विस बुक संधारण की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। इससे संबंधित निर्देश शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जल्द दिया जाएगा। शिक्षा विभाग के मुताबिक सभी सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की आवश्यकता को देखते हुए पदस्थापन व स्थानांतरण की नीति अपनायी जाएगी। सभी शिक्षकों और कर्मचारियों के ई-सर्विस बुक खोले जाएंगे। इससे शिक्षकों और कर्मचारियों का सेवा इतिहास ऑनलाइन हो जाएगा।
इसके मद्देनजर विद्यालय अध्यपकों एवं सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों को खास तौर पर निर्देश दिया गया है कि वे स्वयं आश्वस्त हो लें कि बिहार लोक सेवा आयोग एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में आवेदन करते समय अपलोड किए गए सभी शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्र सही है।
हालांकि, विद्यालय अध्यापकों एवं सक्षमता परीक्षा पास नियोजित शिक्षकों के अतिरिक्त शेष कार्यरत शिक्षकों, जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिए गए निर्देश के अनुसार सभी कोटि के शिक्षकों और कर्मचारियों का ई-सर्विस बुक खोला जाएगा। पुस्तकालयाध्यक्षों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों से प्राप्त सभी शैक्षिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्रों का भी सत्यापन किया जाएगा।
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