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Bihar Politics: 'पिता लालू भैंस पर बैठते थे और बेटा तेजस्वी...', RJD के पोस्टर पर BJP नेता का पलटवार
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में इन दिनों पार्टियां पोस्टर वार कर रही हैं। प्रदेश में इन दिनों घोड़े और कछुए की चर्चा काफी तेज है। इसकी वजह राजद प्रदेश कार्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर लगा एक पोस्टर है।
इस पोस्टर में तेजस्वी यादव को दौड़ते हुए घोड़े पर बैठे हुए दिखाया गया है। वहीं, सीएम नीतीश कुमार कछुए की पीठ पर बैठे हुए हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने किया पलटवारइस पोस्टर को लेकर अब भाजपा ने राजद पर पलटवार किया है। इसी पोस्टर को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर कटाक्ष किया है।
उन्होंने कहा है कि घोड़े पर बैठे दिखाए जाने वाले पोस्टर में तेजस्वी यादव पिता लालू यादव से आगे निकलने की होड़ में हैं, उनके पिता भैंस पर बैठते थे और तेजस्वी की चापलूसी करने वाले राजद कार्यकर्ता उन्हें घोड़े पर दिखा रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने आगे कहा कि कार्यकर्ता के इस चापलूसी वाले बैनर से राजद का वोट बिगड़ सकता है। क्योंकि, जब लालू को उनके समर्थक भैंस पर देखना पसंद करते हैं, तब तेजस्वी को घोड़े पर वे कभी स्वीकार नहीं कर सकते।
मिश्र ने कहा कि कार्यकर्ता तेजस्वी को घोड़े पर बैठाएं या भैंस पर, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। नौंवी फेल तेजस्वी यादव को जनता बिहार की कमान कभी नहीं सौंपेगी। जल्द की तेजस्वी राजनीति से गायब हो जाएंगे।
प्रदेश कार्यालय के बाहर लगा विवादित पोस्टरप्रदेश कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में हाथ में लालटेन लिए तेजस्वी सरपट दौड़ते घोड़े पर सवार दिखाए गए हैं और सामने 2025 के मील का पत्थर प्रदर्शित किया गया है।
कार्यकर्ता द्वारा लगाया गया तेजस्वी और सीएम नीतीश कुमार का पोस्टर।
वहीं सीएम नीतीश कुमार कछुए पर सवार हैं और उनके गर्दन से कुर्सी लटक रही और उनका चित्रण तेजस्वी के पीछे है। पोस्टर में लिखा है कि वहीं 17 महीनों वाली तेजतर्रार तेजस्वी सरकार आ रही है।
अब बढ़ सकता है पोस्टर वारमुख्यालय पर उपस्थित कुछ पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि ऐसा उपक्रम प्राय: नेतृत्व की नजरों में आने के लिए होता है।
हालांकि, राजद के फेसबुक पेज पर भी हूबहू ऐसा ही पोस्टर बता रहा कि इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के उपक्रम में होने वाले कटाक्ष राजनीतिक मर्यादाओं की सीमा भी लांघ सकते हैं।
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Bihar News: बिहार के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी, इस जगह पर बनेगा नया एयरपोर्ट; 460 करोड़ रुपये होंगे खर्च
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना के बिहटा में नए एयरपोर्ट के निर्माण को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गयी है। इसके निर्माण पर 459.99 करोड़ रुपए खर्च होंगे। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने इस प्रोजेक्ट के लिए रूस की एक कंपनी को वर्क ऑर्डर दिया है।
बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में कराया जाएगा। इस एयरपोर्ट के लिए पिछले वर्ष 21 नवंबर को तकनीकी बोली लगाई गयी थी। वहीं 20 दिसंबर को सीपीपी पोर्टल के माध्यम से वित्तीय बोली को खोला गया था।
इसके बाद एएआई ने इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी प्रदान की। अगले दो वर्ष यानी 2027 तक बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा किए जाने का अनुमान है।
इस तरह से होगा निर्माणजिस कंपनी को बिहटा एयरपोर्ट टर्मिनल का जिम्मा दिया गया है, वह सिर्फ टर्मिनल भवन ही नहीं, बल्कि वहां आईटी सिस्टम को भी तैयार करेगी।
इस क्रम में जो काम होने हैं उनमें नया एकीकृत टर्मिनल भवन, यूटिलिटी बिल्डिंग, एलिवेटेड रोड, इलेक्ट्रो-मेकैनिकल काम, आईटी सिस्टम तथा सुरक्षा प्रणाली सहित व्यापक रख रखाव व संचालन कार्य शामिल है। रनवे की लंबाई 3700 मीटर तक बढ़ाने की योजना है।
30 प्रतिशत से कम लागत पर होगा निर्माणइस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण 30 प्रतिशत से कम लागत पर हाेगा। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 666.85 करोड़ रुपए थी। निविदा के तहत लगी बोली 30.92 प्रतिशत कम है।
दस दिनों के भीतर डिजाइन उपलब्ध कराने का निर्देशएएआई ने इस प्रोजेक्ट के लिए विशेषज्ञों को कहा है कि अगले दस दिनों के भीतर कम से कम तीन डिजाइन का प्रस्ताव उपलब्ध कराएं। इन प्रस्तावों का तकनीकी मूल्यांकन के बाद अंतिम विशेषज्ञ का चयन किया जाएगा।
एक समय में तीन हजार यात्रियों को संभालने की क्षमताबिहटा एयरपोर्ट पर एक साथ तीन हजार यात्रियों को संभालने की क्षमता उपलब्ध होगी। विमानों के लिए 10 पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे। यहां ए-321, बी-700-800 और ए-320 विमान को भी पार्क किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विजन है बिहटाबिहटा एयरपोर्ट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विजन है। हाल ही में उन्होंने बिहटा एयरपोर्ट में प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए स्थल निरीक्षण भी किया था। बिहटा एयरपोर्ट तक जाने में असुविधा नहीं हो, इसके लिए दानापुर रेलवे स्टेशन से बिहटा एयरपोर्ट तक एलिवेटेड कॉरिडोर का भी निर्माण कराया जा रहा है।
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Bihar News: बिहार के ग्रामीण इलाकों के लिए स्टार्टअप बने वरदान, कम पैसों में मिल रहीं ये बड़ी सुविधाएं
राज्य ब्यूरो, पटना। सर्विस सेक्टर में बिहार में जो नए स्टार्टअप आ रहे उनमें बहुत सारे ऐसे हैं जो ग्रामीण व कस्बाई इलाके पर अपने को केंद्रित कर रहे। इनमें मेडिकल सर्विसेस उपलब्ध कराने वाले स्टार्टअप की सक्रियता अधिक है। सर्विस सेक्टर में हाल के दिनों में कुछ ऐसे भी स्टार्टअप आगे आ रहे, जो एमएसएमई यूनिटों के लिए आईटी सेवाएं उपलब्ध कराने वाले हैं।
ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध करा रहे मेडिकल सुविधाएं- मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराने वाले स्टार्टअप अपने को ग्रामीण इलाके में केंद्रित कर रहे। इनका स्वरूप यह है कि स्टार्टअप ने अपने साथ अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञ चिकित्सकों को जोड़ लिया है।
- ग्रामीण इलाके के लोगों को सौ से दो सौ रुपए की फीस पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की वीडियो कॉल से सेवा व सलाह मिल जा रही, जो पटना में हजार रुपए से अधिक की फीस पर उपलब्ध हैं।
- फीस के साथ पटना पहुंचने और भोजन आदि का खर्च अलग से देना होता है। वैसे इस तरह का सिस्टम सरकारी अस्पतालों में भी उपलब्ध कराया गया था।
अब इस तरह के कई स्टार्टअप बिहार में सक्रिय हैं। कौन सी दवा कब लेनी है यह भी स्टार्टअप के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को बताया जा रहा है।
एमएसएमई के लिए आईटी साल्यूशन उपलब्ध कराने वालेसर्विस सेक्टर में बिहार में जो स्टार्टअप काम कर रहे उनमें आईटी आधारित स्टार्टअप की भी खूब चर्चा है। इनमें कई स्टार्टअप एमएसएमई सेक्टर के लिए आईटी साल्यूशन उपलब्ध करा रहे हैं।
एमएसएमई के लिए किस तरह से विस्तार संभव है और बाजार की उपलब्धता हो यह जानकारी आईटी साल्यूशन के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही।
हैंडलूम के उत्पादों को एक प्लेटफार्म पर लाया जा रहाएक-दो स्टार्टअप इस श्रेणी के हैं, जो हैंडलूम का काम कर रहे कारीगरों के लिए बिक्री का प्लेटफार्म उपलब्ध करा रहे। हैंडलूम कारीगरों के उत्पादों की इंवेट्री बनाकर उनका वेबसाइट बनाया जा रहा। इसके माध्यम से उन्हें बाजार उपलब्ध कराया जा रहा।
अमेरिका तक पहुंच रहे बिहार में स्टार्टअप द्वारा तैयार उत्पादबिहार में स्टार्टअप द्वारा तैयार उत्पाद अब अमेरिका के वालमार्ट स्टोर तक भी पहुंच रहे। बिहार के नए उद्यमियों के लिए निर्यात का यह एक नया एवेन्यू है।
वहीं फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफार्म पर भी स्टार्टअप में लगे उद्यमियों के उत्पाद बड़ी संख्या में पहुंच रहे। दिलचस्प बात यह है कि स्टार्टअप के माध्यम से तैयार, जो उत्पाद वालमार्ट या फिर फ्लिपकार्ट या अमेजन पर जा रहे हैं उसका संचालन महिला उद्यमियों द्वारा किया जा रहा।
उद्योग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में स्टार्टअप द्वारा तैयार जो उत्पाद वालमार्ट को भेजे जा रहे है, उनमें कई तरह के हर्बल उत्पाद हैं। इनमें हर्बल टी, चपाती बूस्टर और मिलेट से बने उत्पाद मुख्य रूप से शामिल है।
मधुबनी पेंटिंग्स व भागलपुरी साड़ी का स्टार्टअप भी ऑनलाइन प्लेटफार्म परबिहार में मधुबनी पेंटिंग्स व भागलपुरी साड़ी का भी स्टार्टअप है। इसके तहत तैयार पेंटिंग्स व साड़ी फ्लिपकार्ट व अमेजन जैसे ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध हैं। इनकी काफी मांग है।
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विधि संवाददाता, पटना। पटना हाईकोर्ट ने भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के पूर्व रजिस्ट्रार संजय कुमार की बर्खास्तगी को अवैध करार देते हुए उन्हें तत्काल बहाल करने का आदेश दिया है। न्यायाधीश अंजनी कुमार शरण की एकलपीठ ने अपने फैसले में कहा कि संजय कुमार को बिना किसी पूर्व सूचना और प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का पालन किए पद से हटा दिया गया था, जो पूरी तरह से असंवैधानिक है।
क्या है मामला- संजय कुमार, जो पहले बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार थे, को 20 जून 2024 को एक आधिकारिक आदेश के माध्यम से पद से हटा दिया गया था।
- उनकी जगह डॉ. अपराजिता कृष्णा को नियुक्त कर दिया गया था। इस फैसले को चुनौती देते हुए संजय कुमार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
- याचिका में उन्होंने दावा किया कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना और सुनवाई के हटाया गया और उनकी जगह नियुक्त की गई नई रजिस्ट्रार आवश्यक योग्यता भी नहीं रखती थीं।
हाईकोर्ट ने यह पाया कि डॉ. अपराजिता कृष्णा की नियुक्ति बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1976 की धारा 15 के नियमों के अनुसार नहीं हुई थी और वे इस पद के लिए आवश्यक योग्यता भी नहीं रखती थीं।
अदालत ने यह भी कहा कि रजिस्ट्रार की नियुक्ति के लिए एक पारदर्शी प्रक्रिया होनी चाहिए थी, जिसमें एक पैनल से योग्य उम्मीदवारों के नाम मांगे जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
सरकारी अधिकारी के व्यक्तिगत रूप से पेश होने के आदेश पर हाईकोर्ट ने जताई आपत्तिपटना हाईकोर्ट में एक महत्वपूर्ण मामला सामने आया, जिसमें राज्य सरकार और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की व्यक्तिगत उपस्थिति को लेकर बहस हुई। बिहार सरकार ने एक याचिका दायर कर यह अपील की थी कि एकलपीठ द्वारा जारी आदेश, जिसमें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा गया था, अनुचित है।
मामला एक सिविल रिट याचिका से जुड़ा था, जिसमें 13 फरवरी को एकल पीठ ने सरकार के वकील को निर्देश दिया था कि वे अपर मुख्य सचिव को दोपहर के सत्र में कोर्ट में पेश होने के लिए कहें।
हालांकि, प्रशासनिक कारणों से यह आदेश पूरा नहीं हो सका, जिससे अदालत ने इसे अवमानना मानते हुए अगले दिन 14 फरवरी को अपर मुख्य सचिव को पेश होने का निर्देश दिया।
सरकार की ओर से पेश महाधिवक्ता पीके शाही ने कोर्ट में तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सरकारी अधिकारियों की व्यक्तिगत उपस्थिति की जरूरत केवल विशेष परिस्थितियों में होती है और इस मामले में इसकी आवश्यकता नहीं थी।
उन्होंने कहा कि यदि अधिकारी की व्यक्तिगत उपस्थिति आवश्यक हो तो वीडियो कान्फ्रेंसिंग जैसे अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जाना चाहिए। कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने सरकार की दलीलों को सुनने के बाद एकल पीठ को निर्देश जारी किया।
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दीनानाथ साहनी, पटना। राज्य के सात विश्वविद्यालयों में 177 करोड़ 38 लाख रुपये की गड़बड़ी सामने आई है। इस राशि को खर्च करने में विश्वविद्यालयों ने न वित्तीय अनुशासन का पालन नहीं किया और न ही अंकेक्षण रिपोर्ट एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र ही दिया।
इस वित्तीय अराजकता पर महालेखाकार (एजी) कार्यालय ने आपत्ति जतायी है। वहीं शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाते हुए सभी कुलसचिवों को आदेश दिया है कि हर हाल में अपने-अपने विश्वविद्यालय में वित्तीय अनुशासन बहाल करें और खर्च राशि का पूरा हिसाब उपयोगिता प्रमाण पत्र के साथ एक सप्ताह में उपलब्ध कराएं।
अंकेक्षण रिपोर्ट नहीं देना आर्थिक अपराध, दर्ज होगा केसराज्य के विश्वविद्यालयों में वित्तीय प्रबंधन में गड़बड़ी का मामला उस वक्त प्रकाश में आयाजब 12 फरवरी को शिक्षा विभाग में कुलपतियों और कुलसचिवों की बैठक बुलायी थी।
इस बैठक में शिक्षा विभाग ने एजी आफिस की आपत्ति संबंधी रिपोर्ट रखा। रिपोर्ट के मुताबिक वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय (आरा) में 142 करोड़ 52 लाख से उत्तर पुस्तिकाओं की खरीद में प्रक्रिया का पालन नहीं किया।
नियमानुसार उत्तर पुस्तिकाओं की खरीद जेम पोर्टल व निविदा प्रक्रियासे होनी थी, लेकिन विश्वविद्यालय ने एक निजी एजेंसी को उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराने का ठेका दिया।
इस मामले में स्पष्टीकरण मांगे जाने पर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय ने शिक्षा विभाग को अब तक अंकेक्षण रिपोर्ट नहीं दिया है।
शिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि इतनी बड़ी राशि खर्च संबंधी अकेक्षण रिपोर्ट नहीं देकर संबंधित अधिकारियों ने आर्थिक अपराध किया है।
इस मामले में जल्द ही केस दर्ज होगा। इसी तरह का मामला पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में सामने आया है जहां पर साढ़े चार करोड़ की उत्तर पुस्तिकाओं की खरीद में नियमावली का पालन नहीं किया गया है।
यहां तक कि विश्वविद्यालय द्वारा इस संबंध में साक्ष्य समेत अंकेक्षण रिपोर्ट भी नहीं दिया। एक और मामले में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने तीन करोड़ 42 लाख रुपये की राशि के विरुद्ध 70 लाख रुपये का सामंजन दिखाया है।
जबकि दो करोड़ 72 लाख रुपये के सामंजन संबंधी कोई दस्तावेज नहीं दिया है। इस विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग संस्था को गलत तरीके से आर्थिक लाभ पहुंचाने का मामला भी सामने आया है।
बीआरए बिहार विवि ने 3.70 करोड़ का नहीं दिया हिसाब- उच्च शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर ने 3 करोड़ 70 लाख रुपये खर्च का उपयोगिता प्रमाण पत्र शिक्षा विभाग को नहीं दिया है।
- इस विश्वविद्यालय ने एक करोड़ 10 लाख रुपये से प्रश्न पत्र तथा उत्तर पुस्तिकाओं की क्रय बिना निविदा किए एक एजेंसी से की। इस मामले में विश्वविद्यालय ने अब तक अंकेक्षण रिपोर्ट और संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।
शिक्षा विभाग के मुताबिक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (दरभंगा) से एक करोड़ 45 लाख रुपये खर्च का हिसाब विभाग को नहीं मिला।
यहां 18 लाख 27 हजार रुपये से कंप्यूटर खरीद में नियमावली का पालन नहीं किया गया है। यह सब एक एजेंसी का लाभ पहुंचाने हेतु किया गया।
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में शिक्षकों का बिना वेतन सत्यापन किए 16 करोड़ 39 लाख रुपये का भुगतान किया गया।
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में 4 करोड़ रुपये कहां खर्च हुए, इसका उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिया है। बीएन मंडल विश्वविद्यालय (मधेपुरा) में पांच करोड़ 50 लाख रुपये खर्च का मामला वित्तीय अनियमितता के रूप में सामने आया है।
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राज्य ब्यूरो,पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजद और जसुपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। एक ओर जहां जन सुराज पार्टी (जसुपा) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने तेजस्वी यादव द्वारा जनता से किए गए वादों को खोखला बताया है। वहीं, राजद ने इस पूरे मामले में प्रतिक्रिया देते हुए पीके को बेचैन व्यक्ति और भाजपा की बी-टीम बताया है।
राजद के वादे पर पीके का कटाक्षराजद पर कटाक्ष करते हुए पीके ने शुक्रवार को कहा कि हम जनता से झूठे वादे नहीं करते और न करेंगे। राजद ने 'माई-बहिन मान योजना' की घोषणा की है, जिसके अंतर्गत हर महिला को प्रति माह 2500 रुपये दिए जाएंगे। इस हिसाब से प्रति वर्ष 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे, क्योंकि बिहार में छह करोड़ महिलाएं हैं।
- जब बिहार का कुल बजट ही 2.40 हजार करोड़ का है तो इतनी राशि आएगी कहां से। जसुपा उन पार्टियों की तरह नहीं हैं, जो सब कुछ करने का वादा करते हैं, लेकिन करते कुछ नहीं।
- हम जनता से मात्र वही वादे करेंगे, जिन्हें शत प्रतिशत पूरा कर सकें। स्थिति व संभावना का पूरा आकलन करने के बाद वादा और जनता को बताएंगे कि उसे किस तरीके से पूरा करेंगे।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक न्याय देने की तेजस्वी यादव की सोच से पीके इतना बेचैन और घबराए हुए क्यों है। सबको पता है कि भाजपा को जुमलेबाजी में महारत हासिल करवाने वाले पीके ही हैं।
अपनी पीआर एजेंसी की चिंता रखने वाले पीके जान लें कि वे भाजपा की बी-टीम हैं और राजनीति उनके वश की नहीं। भाजपा के इशारे पर वे आखिर कब तक तेजस्वी के प्रति ऐसी भाषा का उपयोग करते रहेंगे। जनता अच्छी तरह से जान-समझ चुकी है कि आप बिहार में किसके लिए राजनीति कर रहे हैं।
जनता तक जननायक के विचार पहुंचाने निकले राजद के 11 रथशुक्रवार को राजद के कर्पूरी विचार रथ पार्टी के प्रदेश कार्यालय से जिलों के लिए रवाना हो गए। प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू ने हरी झंडी दिखाकर उन 11 रथों को रवाना किया। वे रथ विभिन्न जिलों का परिभ्रमण कर जनता के बीच जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों का प्रचार-प्रसार करेंगे।
17 फरवरी को पहुंचेंगे सीतामढ़ीपार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि अंत में वे सभी रथ 17 फरवरी को सीतामढ़ी जिला अंतर्गत सोनबरसा पहुंचेंगे, जहां जननायक की 37वीं पुण्यतिथि पर राजद की ओर से मुख्य समारोह का आयोजन हुआ है।
रणविजय साहू ने कहा कि महागठबंधन सरकार द्वारा 65 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई थी। उसे केंद्र सरकार ने संविधान की नौंवी अनुसूची में सम्मिलित नहीं किया।
यह गरीब और लाचार वर्ग के साथ षड्यंत्र है। नौकरी और रोजगार के संकल्प को विद्वेष की राजनीति से कमजोर किया जा रहा है। इसके विरुद्ध हम सभी को लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में एकजुट होना है।
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Bihar Politics: 'जलन हो रही है तो खादी मॉल में अच्छा लोशन मिलता है', लालू यादव के बयान पर भड़के जीतन राम मांझी
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में इन दिनों राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। हाल ही में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि हमारे रहते बिहार में कैसे कोई और सरकार बना लेगा। अब इस पूरे मामले में हम के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लालू यादव पर निशाना साध है।
हम के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लालू प्रसाद के बयान पर कटाक्ष करते हुए शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने साल 2025 के चुनाव में बिहार में भाजपा-एनडीए गठबंधन की सरकार बनने का दावा किया है।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का पोस्टपरम आदरणीय @laluprasadrjd जी
वैसे तो आप कोई भविष्य वक्ता नहीं ही हैं।
लेकिन एक जानकारी रख लिजिए।
वर्ष 2005 में आपके सामने ही बिहार में भाजपा NDA गठबंधन की सरकार बनी।
साल 2010 में तो आपके सामने ही आपका सुपड़ा साफ़ करते हुए भाजपा गठबंधन वाली NDA सरकार बनी।
वर्ष 2014 में तो आपके…
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) February 14, 2025केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लिखा कि 'वैसे तो आप कोई भविष्य वक्ता नहीं ही हैं, लेकिन एक जानकारी रख लिजिए। वर्ष 2005 में आपके सामने ही बिहार में भाजपा NDA गठबंधन की सरकार बनी।
साल 2010 में तो आपके सामने ही आपका सुपड़ा साफ करते हुए भाजपा गठबंधन वाली NDA सरकार बनी। वर्ष 2014 में तो आपके सामने ही केन्द्र में भाजपा NDA सरकार बनी और आजतक बिहार और केंद्र में भाजपा NDA की ही सरकार है और आगे भी रहेगी।
वैसे यदि इस बात से जलन हो रही हो तो हमारे खादी मॉल में जलन में काम करने वाला अच्छा लोशन मिलता है आप उपयोग कर सकतें हैं।'
बिहार में डबल इंजन की सरकार में नहीं लग पाई कोई फैक्ट्री : राजदनालंदा जिला राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय बड़ी पहाड़ी बिहारशरीफ में शुक्रवार को युवा राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश यादव ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जिस उम्मीद से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने का काम किया उसमें वे पूरी तरह से खरे नहीं उतर रहे।
वर्तमान सरकार अपने शासनकाल में डबल इंजन की सरकार के बावजूद राज्य में कोई फैक्ट्री नहीं लगवा सके। राज्य में अफसर शाही चरम पर है।
राजद नेताओं ने नीतीश सरकार पर बोला हमला।
भ्रष्टाचार का बोलबाला है और बेरोजगारी बिहार के लिए अभिशाप बन चुकी है। इसलिए युवा राष्ट्रीय जनता दल ने आगामी 5 मार्च को मिलर हाई स्कूल मैदान पटना में युवा चौपाल बुलाई है।
बिहार के लोगों ने यह तय कर लिया है आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य में युवा मुख्यमंत्री बनाना है। जिला अध्यक्ष अशोक कुमार हिमांशु ने कहा कि बिहार की जनता तेजस्वी यादव की ओर आशा एवं विश्वास भरी निगाह से देख रही है। उन्होंने अल्पकाल के महागठबंधन सरकार में जो विकास की लकीर खींची है। वह दुनिया के सामने हैं।
5 लाख नौकरियां, जातीय जनगणना, आरक्षण का दायरा बढ़ाना, नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देना, तेजस्वी का ऐतिहासिक कार्य है। 2025 के सरकार बनने पर माई-बहन योजना के तहत 2500 प्रतिमाह, विधवा एवं 60 वर्ष के ऊपर के व्यक्ति को प्रतिमाह एवं प्रत्येक परिवार को 200 यूनिट बिजली फ्री तेजस्वी ही देंगे।
इस मौके पर युवा राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष मनोज यादव, बजरंगी कुशवाहा पवन यादव चंदन कुमार विनोद कुमार अनिल कुमार अकेला रुद्राक्ष सिंह अरुण कुमार कौशलेंद्र कुमार सुरेश प्रसाद सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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Bihar Politics: घोड़े पर सवार हुए तेजस्वी, CM नीतीश चल रहे कछुए की चाल; बिहार में पोस्टर पर मचा बवाल
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार की राजनीति में इन दिनों घोड़े और कछुए की चर्चा काफी तेज है। इसकी वजह राजद प्रदेश कार्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर लगा एक पोस्टर है। इस पोस्टर में तेजस्वी यादव को दौड़ते हुए घोड़े पर बैठे हुए दिखाया गया है। वहीं, सीएम नीतीश कुमार कछुए की पीठ पर बैठे हुए हैं।
नीतीश सरकार पर कटाक्षइसके निहितार्थ भले ही राजनीतिक हो, लेकिन व्यक्तिगत रूप से यह नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर कटाक्ष है। इस पोस्टर में राजद नेता तेजस्वी यादव को तुलनात्मक रूप से नीतीश से तेज बताया जा रहा है।
अनजान से एक कार्यकर्ता (ऋषि) द्वारा यह पोस्टर राजद के प्रदेश कार्यालय के साथ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर लगाया गया है।
राजद ने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया पोस्टरवही तेवर! वही रफ़्तार! वही सरोकार!
आ रही है
17 महीनों वाली तेज तर्रार #तेजस्वी_सरकार
जिसने दिया लाखों युवाओं को
नौकरी, रोजगार का उपहार!!
जनसेवा-प्रेरित,
विकास समर्पित,
तेजस्वी-सरकार!!#RJD #Bihar @yadavtejashwi pic.twitter.com/GZw9JuiBZb
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) February 13, 2025ढीली ढाली सरकार को अब पूर्ण विराम!
2025 के बाद #तेजस्वी गति से होंगे सारे काम!
क्योंकि अबकी बनेगी #तेजस्वी_सरकार
अग्रणी राज्य बनेगा बिहार!#RJD #Bihar @yadavtejashwi pic.twitter.com/t91wHy7vKr
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) February 13, 2025पोस्टर में हाथ में लालटेन लिए तेजस्वी सरपट दौड़ते घोड़े पर सवार दिखाए गए हैं और सामने 2025 के मील का पत्थर प्रदर्शित है।
कछुए पर सवार नीतीश की गर्दन से कुर्सी लटक रही और उनका चित्रण तेजस्वी के पीछे है। पोस्टर में लिखा है कि वहीं 17 महीनों वाली तेजतर्रार तेजस्वी सरकार आ रही है।
महागठबंधन की 17 महीने वाली सरकार में तेजस्वी उप मुख्यमंत्री हुआ करते थे। उसी दौरान जाति आधारित गणना भी हुई और नौकरियों का पिटारा भी खुला। यद्यपि राजद अब इसका अकेले श्रेय लेने की होड़ में है, लेकिन उस सरकार के मुखिया भी नीतीश ही थे।
नीतीश सरकार को घेरने का प्रयासनौकरियां अब भी दी जा रहीं और हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से जाति आधारित गणना के आधार पर आरक्षण की बढ़ाई गई सीमा अमान्य हो चुकी है।
इसके बावजूद राजद उन मुद्दों के आधार पर सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है। पार्टी कार्यालय के बाहर आए दिन लगाए जाने वाले पोस्टरों में जदयू-भाजपा और नीतीश कुमार-नरेन्द्र मोदी पर गहरा व्यंग्य होता है। अभी लगा पोस्टर उसी की एक कड़ी है।
चुनाव के नजदीक आते ही और बढ़ेगा पोस्टर वारमुख्यालय में प्रतिदिन उपस्थित रहने वाले पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि ऐसा उपक्रम प्राय: नेतृत्व की नजरों में आने के लिए होता है।
हालांकि, राजद के फेसबुक पेज पर भी हू-ब-हू ऐसा ही पोस्टर बता रहा कि इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के उपक्रम में होने वाले कटाक्ष राजनीतिक मर्यादाओं की सीमा भी लांघ सकते हैं।
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Bihar Politics: बिहार के अगले CM को लेकर मंत्री संजय यादव ने की बड़ी भविष्यवाणी, कहा- राजनेता बनने की...
राज्य ब्यूरो, पटना। झारखंड में विधानसभा चुनाव के बाद इस साल अक्टूबर-नवंबर महीने में बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके पहले NDA और महागठबंधन दोनों दलों के नेता सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
इस बीच शुक्रवार को झारखंड में राजद कोटे के एकमात्र मंत्री संजय यादव ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बिहार के अगले CM को लेकर भी बड़ा दावा किया।
तेजस्वी यादव बिहार के अगले मुख्यमंत्री : संजय यादवशुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से भेंट-बात के बाद झारखंड के मंत्री संजय यादव ने तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक कहानी के अंत की भविष्यवाणी करते हुए उन्होंने कहा कि लालू कोई तांत्रिक नहीं हैं, जो इसके लिए जादू-टोना करेंगे।
मोदी को उनकी जुमलेबाजी ही ले बैठेगी। उल्लेखनीय है झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार में संजय यादव राजद कोटे से एकमात्र मंत्री हैं।
बिहार में होगा बदलाव- लालू से मिलने के लिए संजय अपने सहयोगियों के साथ राबड़ी आवास पहुंचे थे। बाहर निकलने पर उन्होंने दावा किया कि बिहार में इस बार महागठबंधन की सरकार बनेगी।
- जनता ने परिवर्तन की ठान ली है। पूरा बिहार और विशेषकर युवा इस बार तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुके हैं।
मुलाकात के कारण से संबंधित प्रश्न पर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद पार्टी के नेता के साथ हम सबके अभिभावक भी हैं। उनसे मेरी मुलाकात व्यक्तिगत थी।
लालू राजनेता हैं और बिहार में उनके जैसे राजनेता बनने की क्षमता एकमात्र तेजस्वी यादव में है।
पीएम नरेंद्र मोदी के भागलपुर दौरे पर कटाक्षसत्ता में रहते हुए उन्होंने कई लाख युवाओं को नौकरी दी। उनसे प्रभावित युवा महागठबंधन की सरकार बनाने की ठान चुके हैं। प्रधानमंत्री के भागलपुर दौरे के संदर्भ में संजय ने कहा कि उनकी हवा अब बंद हो गई है।
गोड्डा में भी तो वे चुनाव प्रचार के लिए गए थे। परिणाम सभी जानते हैं। वे बिहार आ रहे हैं, लेकिन यहां की जनता अब उनके झांसे में नहीं आने वाली।
लालू यादव का दावाविधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 27 साल बाद जीत हासिल की है। इसके बाद इस बात के भी कयास लगने शुरू हो गए कि इसका असर बिहार विधानसभा चुनाव पर भी देखने को मिलेगा।
हाल ही में राजद सुप्रीमों ने भी इस बात का दावा किया था कि बिहार में दिल्ली की जीत-हार का कोई असर नहीं होगा।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश का मौसम काफी तेजी से बदल रहा है। अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में वृद्धि होने की उम्मीद की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, दोपहर को वातावरण काफी गर्म रहेगा। साथ ही ये स्थिति आगे भी बनी रहेगी।
औरंगाबाद रहा सबसे गर्मशुक्रवार को औरंगाबाद राज्य का सर्वाधिक गर्म स्थान रहा। यहां का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, राजधानी में अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राजधानी की हवा में आर्द्रता 42 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आज-कल सुबह-शाम ठंड रह रही है। दोपहर में वातावरण में गर्मी काफी बढ़ जा रही है। इस तरह की स्थिति अभी आगे बनी रहेगी।
वहीं, वातावरण में गर्मी धीरे-धीरे बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पछुआ की गति थमने लगी है। इससे वातावरण शुष्क होगा और तापमान में इजाफा होगा।
बेगूसराय : सावधान रहें बच्चों के अभिभावकबसंत पंचमी के बाद से ही मौसम का पारा चढ़ने लगा है। शुक्रवार को भी दिन में अधिकतम तापमान 30 डिग्री को पार कर गया है। धूप से त्वचा में जलन महसूस होने लगी है।
मौसम के बदलाव के कारण बच्चों पर अधिक प्रभाव पड़ता है। अज्ञानता वश बच्चे इस मौसम में अधिक समय बाहर गर्मी में रहने के कारण पानी का अधिक सेवन करते हैं, जिससे बच्चों में सर्दी-खांसी व बुखार की शिकायत होने लगी है।
इन दिनों काफी संख्या में सरकारी सहित निजी अस्पतालों में बीमार बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। सदर अस्पताल की बात करें तो डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रतिदिन औसतन 40-45 बच्चे सर्दी-जुकाम से पीड़ित होकर आ रहे हैं।
शिशु रोग विशेषण डॉ कुमार सावन ने कहा कि छोटे बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण मौसम के परिवर्तन का असर बच्चों पर अधिक पड़ता है।
आने वाले दिनों में प्रतिदिन तापमान में बढ़ोत्तरी होगी, इसलिए अभिभावकों को भी अपने बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सचेष्ठ रहने की आवश्यकता है।
दरअसल, बच्चों को खेल-खेल में ठंड और गर्मी का प्रभाव शरीर पर अधिक पड़ता है, जिससे बच्चों के बीमार पड़ने की संभावना इस मौसम में अधिक रहती है। इस मौसम में सावधानी बरतकर अभिभावक बच्चों को बीमारी से बचाव कर सकते हैं।
अभिभावक बरतें ये सावधानियां- बच्चों को धूप में अधिक देर रहने से रोकें।
- बच्चों को हमेशा गर्म व ताजा खाना ही खिलाएं।
- बच्चों को मौसमी फल का सेवन अधिक कराएं।
- बच्चों के नाक से पानी निकलने पर तुरंत सरकारी या निजी अस्पताल में डॉक्टर से दिखाएं।
- खांसी होने पर चिकित्सक से सलाह लेकर ही बच्चों को दवा दें।
- बच्चों को मच्छरदानी के अंदर ही सुलाएं।
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बिहार में मिड-डे मील को लेकर आया नया निर्देश, अधिक भोजन बनने पर नप जाएंगे प्रधानाध्यापक; कमेटी करेगी जांच
जागरण संवाददाता, पटना। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में बच्चों का मध्याह्न भोजन उतना ही बनेगा, जितने बच्चों की स्कूल में उपस्थिति होगी। अगर इससे अधिक मध्याह्न भोजन बनेगा तो उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई होगी।
मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय से मिले निर्देश के बाद जिला शिक्षा कार्यालय पर स्तर पर प्रत्येक स्कूलों में बन रहे मध्याह्न भोजन की जांच शुरू कर दी गई है। निर्देश में कहा गया है कि स्कूलों द्वारा प्रतिदिन मध्याह्न भोजन को लेकर रिपोर्ट की जाती है।
इस रिपोर्ट पर अब नए नियमों के अनुसार स्कूल के सभी शिक्षक हस्ताक्षर करेंगे। यदि शिक्षक हस्ताक्षर नहीं करते हैं तो उनको स्कूल से अनुपस्थित माना जाएगा।
रिपोर्ट में कितने बच्चे उपस्थित हुए, कितने बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बना और कितने बच्चों ने भोजन किया, भोजन में कौन-कौन सी चीजें दी गई। भोजन देने का समय क्या था आदि निर्देश शामिल किए गए हैं।
जिला स्तर पर कमेटी करेगी जांचजिला शिक्षा कार्यालय स्तर पर स्कूलों में बन रहे मध्याह्न भोजन की जांच के लिए टीम बनाई गई है। टीम को अपने क्षेत्र के स्कूलों की रिपोर्ट प्रतिदिन देने के लिए निर्देशित किया गया है।
यह भी कहा गया है कि प्रधानाध्यापक द्वारा प्रतिदिन के प्रस्तुत रिपोर्ट की जांच निरीक्षण कार्य में लगे कर्मी या पदाधिकारी करेंगे। रिपोर्ट यदि गलत पाया गया तो संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई होगी। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अपने क्षेत्र के स्कूलों का रिपोर्ट जांच करने का निर्देश दिया गया है।
स्कूलों में नामांकन के लिए परमानेंट एजुकेशन नंबर अनिवार्यवहीं दूसरी ओर सिवान में स्कूलों में नामांकन के लिए परमानेंट एजुकेशन नंबर अनिवार्य कर दिया गया है। कक्षा दो या इससे ऊपर की कक्षाओं में नामांकन के लिए परमानेंट एजुकेशन नंबर होना अनिवार्य है।
किसी भी आवेदन में अगर परमानेंट एजुकेशन नंबर नहीं होगा या गलत नंबर होगा तो आवेदन रद कर दिया जाएगा। साथ ही निजी और सरकारी स्कूलों में नामांकित बच्चों के लिए अपार आईडी भी अनिवार्य कर दी गई है।
जिला शिक्षा विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार परमानेंट एजुकेशन नंबर एक खास पहचान संख्या है। यह छात्रों को उनके शैक्षणिक जीवन की शुरूआत में दी जाती है। यह नंबर छात्र की पहचान को बरकरार रखता है। यह नंबर स्कूल से ही विद्यार्थियों के लिए जेनरेट किया जाता है।
परमानेंट एजुकेशन नंबर (पेन) से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारीपरमानेंट एजुकेशन नंबर (पेन) आधार कार्ड की तरह ही होता है। यह नंबर 12 अंकों का होता है। यह नंबर यू-डायस पोर्टल पर अपलोड होने के बाद जारी किया जाता है। इसके जरिए विद्यार्थियों के शैक्षणिक गतिविधियों का पता लगाया जा सकता है। इसके जरिए छात्रों का सत्यापन भी कराया जाता है।
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Bihar News: कौन हैं कृष्णा अलावरू? जिन्हें बनाया गया बिहार कांग्रेस का नया प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष ने दी बधाई
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में इस वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं, इससे पहले कांग्रेस ने बिहार में बड़ा बदलाव किया है। शुक्रवार को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार के कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश के स्थान पर पार्टी के वरिष्ठ नेता कृष्णा अलावरू को बिहार का प्रभारी बना दिया है।
बिहार के साथ ही झारखंड, मणिपुर, सिक्किम, नागालैंड, त्रिपुरा, तेलंगाना समेत 12 राज्यों के प्रभारी बदले गए हैं। पार्टी आलाकमान की सहमति के बाद राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।
मोहन प्रकाश को जिम्मेदारी से किया मुक्तकांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने वर्ष 2023 दिसंबर महीने में भक्त चरण दास के स्थान पर पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश को बिहार कांग्रेस का प्रभार सौंपा था। बिहार की जिम्मेदारी मिलने के बाद से मोहन प्रकाश यहां काफी सक्रिय रहे और लगातार उनका बिहार का दौरा भी होता रहा।
उनके कार्यकाल में ही देश के नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का दो बार बिहार दौरा भी हुआ। सूत्रों की माने तो मोहन प्रकाश ने पार्टी आलाकमान से आग्रह किया था कि उन्हें बिहार की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए।
कष्णा अलावरु अब संभालेंगे कमानइसकी चर्चा बीते कई दिनों से थी और अंततः पार्टी ने शुक्रवार की देर शाम मोहन प्रकाश को बिहार की जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए उनके स्थान पर पार्टी के वरिष्ठ नेता कृष्णा अलावरू को बिहार कांग्रेस का प्रभार सौंप दिया है।
बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड की जिम्मेदारी के राजू को सौंपी गई है। अलावरू फिलहाल युवा कांग्रेस के प्रभारी के तौर पर काम कर रहे थे।
अलावरु को बिहार प्रभारी बनाने पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.अखिलेश प्रसाद सिंह, विधान मंडल दल के नेता शकील अहमद खान, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, ब्रजेश पांडेय, मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौर, प्रवक्ता आनंद माधव ब्रजेश प्रसाद मुन्नन समेत अनेक नेताओं ने उन्हें बधाई दी है।
लालू यादव से झारखंड के मंत्री संजय यादव ने की मुलाकातवहीं दूसरी ओर पटना में शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करने के बाद झारखंड के मंत्री संजय यादव ने तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बताया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजनीतिक कहानी के अंत की भविष्यवाणी करते हुए उन्होंने कहा कि लालू कोई तांत्रिक नहीं हैं, जो इसके लिए जादू-टोना करेंगे।
मोदी को उनकी जुमलेबाजी ही ले बैठेगी। उल्लेखनीय है झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार में संजय यादव राजद कोटे से एकमात्र मंत्री हैं। लालू से मिलने के लिए संजय अपने सहयोगियों के साथ राबड़ी आवास पहुंचे थे।
वहां से निकलने पर उन्होंंने दावा किया कि बिहार में इस बार महागठबंधन की सरकार बनेगी। जनता ने परिवर्तन की ठान ली है। पूरा बिहार और विशेषकर युवा इस बार तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुके हैं।
मुलाकात के कारण से संबंधित प्रश्न पर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद पार्टी के नेता होने के साथ-साथ हम सबके अभिभावक भी हैं। उनसे मेरी मुलाकात व्यक्तिगत थी।
उन्होंने कहा कि सत्ता मेंं रहते हुए तेजस्वी ने कई लाख युवाओं को नौकरी दी। उनसे प्रभावित युवा महागठबंधन की सरकार बनाने की ठान चुके हैं। प्रधानमंत्री के भागलपुर दौरे के संदर्भ में संजय ने कहा कि उनकी हवा अब बंद हो गई है। गोड्डा में भी तो वे चुनाव प्रचार के लिए गए थे। परिणाम सभी जानते हैं।
उन्होंने कहा कि वे बिहार आ रहे हैं, लेकिन यहां की जनता अब उनके झांसे में नहीं आने वाली।
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Patna News: पटना में इस जगह कल चलेगा बुलडोजर, अमीन- राजस्व कर्मचारी रहेंगे मौजूद; ऊपर से आ गया आदेश
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: जेपी गंगा पथ से जमींदारी बांध के बीच दीघा घाट से कलेक्ट्रेट घाट तक 15 फरवरी से अतिक्रमण हटाया जाएगा। अस्थायी, स्थायी संरचनाओं को ध्वस्त करते हुए अतिक्रमणमुक्त कराना है। इस क्षेत्र में वन विभाग चारदिवारी बनवाने के साथ पौधारोपण कराएगा। इसको लेकर अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) ने 15 एवं 16 फरवरी के लिए दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्त की है।
गेट नंबर 93 से उत्तर जंगलीपीर तक चलाए जाने वाले इस अभियान के लिए पाटलिपुत्र के अंचल अधिकारी एवं सदर के राजस्व पदाधिकारी को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। इनके साथ नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी, टास्क फोर्स एवं बड़ी संख्या में पुलिस बल को लगाया गया है।
अधिकारी मौके पर अमीन व राजस्व कर्मचारी के साथ रहेंगे ताकि किसी प्रकार के दावे की स्थल पर ही जांच की जा सके। गंगा की असर्वेक्षित भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई इससे पूर्व 13 फरवरी को की गई थी। कई पक्के मकान ध्वस्त कर दिए गए।
जिलाधिकारी ने दीघा से कंगनघाट तक अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि गंगा नदी की असर्वेक्षित भूमि पर व्यक्ति विशेष का कोई दावा मान्य नहीं होगा। एनजीटी और सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार इन क्षेत्रों में किसी तरह की संरचना का निर्माण नहीं किया जा सकता है।
Vijaya Ekadashi Kab Hai: विजया एकादशी कब है, क्यों मनाया जाता है? पढ़ें शुभ मुहूर्त से लेकर पूजा विधि तक यहां
जागरण संवाददाता, पटना। Vijaya Ekadashi Kab Hai: एकादशी व्रत का सनातन धर्म में विशेष महत्व होता है। वर्ष में कुल 24 एकादशी तिथि आती है। इस तरह से हर माह में दो, एक कृष्णपक्ष में तो दूसरा शुक्लपक्ष में पड़ता है। ऐसे में विजया एकादशी की तिथि अहम होती है।
फाल्गुन कृष्ण एकादशी में इस वर्ष 24 फरवरी सोमवार यह तिथि आएगी। इस दिन साधु, संत, संन्यासी, वैष्णवजन के साथ गृहस्थ आश्रम के लोग व्रत रखेंगे और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना करेंगे । शाम 4:10 बजे तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र फिर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र विद्यमान रहेगा।
विजया एकादशी को शिववास का संयोग होने से सनातन धर्मावलंबी इस दिन विष्णु के साथ शिव की भी पूजा-आराधना करेंगे। मान्यता है कि इसी एकादशी का व्रत करके प्रभु श्रीराम ने रावण को पराजित किया था।
श्रीराम ने किया था विजया एकादशी का व्रतविजया एकादशी का व्रत करने से साधक को सभी क्षेत्र में विजय मिलता है। यह व्रत रोग-शोक से मुक्ति तथा शत्रुओं पर विजय दिलाने वाला होता है। व्रत करने व इसके माहात्म्य को पढ़ने या सुनने से वाजपेयी यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।
एकादशी पर ऐसे करें पूजा-अर्चनाविजया एकादशी के दिन पवित्र जल से या गंगा नदी में स्नान कर श्रीहरि विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है। गंगाजल व पंचामृत से स्नान कराकर वस्त्र, उपवस्त्र, यज्ञोपवीत, चंंदन, पुष्प, इत्र, तिल, तुलसी से शृंगार कर धूप-दीप, ऋतुफल, मिष्ठान का भोग फिर पान-सुपारी अर्पित कर कर्पूर से आरती करें।
कई श्रद्धालुओं के घरों में इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा के बाद स्कंद पुराण के रेवा खण्ड के सप्तध्यायी पौराणिक कथाओं का श्रवण किया जाएगा। शंख, करताल, झाल, घंटी बजाकर भगवान की विधि-विधान से आरती उतारेंं। इस व्रत का पारण 25 फरवरी मंगलवार को स्नान, पूजा के बाद अन्न, वस्त्र, फल, घी, स्वर्ण आदि के दान के बाद गाय के दही से होगा ।
इस मंत्र का करें जापएकादशी के दिन ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः । ॐ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात् । ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम: का जाप तथा विष्णु सहस्रनाम, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, रामचरितमानस, श्रीमद्भागवत का पाठ करने से शुभ फल का प्राप्ति होती है। ज्योतिषी राकेश झा के अनुसार एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से आरोग्य, ऐश्वर्य, सांसारिक सुख व परमलोक की प्राप्ति होती है।
इस दिन गोदान, वस्त्रदान, छत्र, जूता, फल, सत्तू, सुपारी, जनेऊ, जलघट, पंखा आदि का दान करना पुण्यदायक होता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है, मैं वृक्षों में पीपल एवं तिथियों में एकादशी हूं। इससे स्पष्ट है कि एकादशी का कितना महात्म्य है।
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Darbhanga News: दरभंगा में घोटाला खुलने के बाद मंत्री ने जांच के लिए बनाई टीम
राज्य ब्यूरो, पटना। Darbhanga News: दरभंगा के विभिन्न शहरी निकायों में चल रही जलापूर्ति योजनाओं में अनियमितता का मामला सामने आया है। इसको देखते हुए नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है।
इसमें मुख्य अभियंता, परियोजना पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता और दो सहायक अभियंता शामिल हैं। मंत्री ने शुक्रवार को पांच सदस्यीय जांच दल को दरभंगा भेजने का आदेश देते हुए एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट देने को कहा है।
दरअसल, मंत्री ने हाल ही में दरभंगा के विभिन्न नगर निकायों में चल रही योजनाओं की समीक्षा की थी। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जलापूर्ति योजना फेज-1 में विभिन्न बिंदुओं पर शिकायत की, जिसके बाद मंत्री ने संज्ञान लेते हुए जांच टीम गठित कर कार्यों का भौतिक सत्यापन करने का आदेश दिया है।
मंत्री नितिन नवीन बोले- हर स्तर से होगी जांचमंत्री नितिन नवीन ने कहा कि दरभंगा में जलापूर्ति योजना में अनियमितता होने की जानकारी पर जांच टीम भेजी जा रही है। यह टीम स्वीकृत योजनाओं के वर्क आफ स्कोप के आलोक में वास्तविक रूप से कराए गए कार्यों की जांच करेगी।
जांच टीम यह देखेगी कि जलापूर्ति पाइप बिछाया गया है या नहीं, पाइप बिछाने के बाद रोड रेस्टोरेशन किया गया है या नहीं, जल मिनार से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो रही है या नहीं, निर्धारित हाउस होल्ड को जलापूर्ति कनेक्शन दिया गया है या नहीं।
एनडीए सरकार का मुख्य उद्देश्य है हर वर्ग के लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिले। ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति चाहे वह अधिकारी ही क्यों ना हो, अगर रुकावट उत्पन्न करेगा तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी। मिथिलांचल के विकास में जो भी बाधा बनेगा, एनडीए सरकार उसका हिसाब करने में बिल्कुल भी देरी नहीं करेगी। किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नितिन नवीन, मंत्री, नगर विकास एवं आवास विभाग
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Bihar Police: बिहार पुलिस अब होगी हाईटेक, राज्य सरकार देने जा रही बड़ी सौगात; 85 करोड़ रुपये होंगे खर्च
कुमार रजत, जागरण संवाददाता, पटना। बिहार पुलिस के बेड़े में जल्द ही करीब 500 नई गाड़ियां आएंगी। गृह विभाग ने इसके लिए करीब 85 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है।
इनमें पुलिस की विभिन्न इकाइयों के लिए 79.24 करोड़ की लागत से 452 नए वाहन खरीदे जाएंगे, वहीं ट्रैफिक पुलिस के लिए 6 करोड़ 44 लाख की राशि से 46 नई गाड़ियां खरीदी जाएंगी। पुलिस गश्ती के लिए नए वाहनों से लेकर 100 से अधिक बसें, वज्र वाहन, कैदी वाहन और मोटरसाइकिल की भी खरीद की जाएगी।
दरअसल, बिहार पुलिस की विभिन्न इकाइयों में बड़ी संख्या में पुराने वाहनों को बदलने की प्रक्रिया चल रही है। नए वाहनों के लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को प्रस्ताव भेजा था, जिसकी स्वीकृति दे दी गई है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, नए वाहनों में सर्वाधिक 277 चारपहिया वाहनों की खरीद की जाएगी। इसमें 14 लाख प्रति वाहन की दर से 36 करोड़ 26 लाख की लागत से 259 जबकि 16 लाख प्रति वाहन की दर से 2 करोड़ 88 लाख की लागत से 18 चारपहिया वाहन खरीदे जाएंगे।
वहीं 17.75 करोड़ की लागत से 71 मिनी बसें और 9 करोड़ की लागत से 30 बड़ी बसें खरीदी जाएंगी।
अफसरों के लिए खरीदी जाएंगी 21 इनोवा क्रिस्टाबिहार पुलिस के वरीय अधिकारियों के लिए भी इनोवा क्रिस्टा-9 की खरीद की जाएगी। बिहार पुलिस को 21 इनोवा क्रिस्टा वाहन मिलेंगे, जिसकी कुल लागत 6 करोड़ 25 लाख आएगी।
इसके अलावा 12 कैदी वाहन, 11 वज्र वाहन और 29 मोटरसाइकिल की भी खरीद की जाएगी। करीब 85 लाख की लागत से एक वाटर कैनन भी खरीदा जाएगा।
ट्रैफिक थानों के लिए मिलेंगी 46 गाड़ियांबिहार पुलिस के ट्रैफिक थानों को भी जल्द 46 नई गाड़ियां मिलेंगी। इसके लिए 6 करोड़ 44 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति विभाग ने दी है। विभागीय जानकारी के अनुसार, दूसरे चरण के 12 यातायात जिलों के 16 ट्रैफिक डीएसपी और उसमें कार्यरत 15 यातायात थानों के लिए वाहन खरीद की स्वीकृति मिली है।
इनमें 12 जिलों में कार्यरत 15 ट्रैफिक थानों को दो-दो नई गाड़ियां मिलेंगी, जबकि 16 ट्रैफिक डीएसपी को एक-एक चारपहिया वाहन मिलेगा।
इन वाहनों की होगी खरीद- 277 - चारपहिया वाहन
- 71 - मिनी बसें
- 30 - बड़ी बसें
- 29 - मोटरसाइकिल
- 21 - इनोवा क्रिस्टा
- 12 - कैदी वाहन
- 11 - वज्र वाहन
- 01 - वाटर कैनन
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार के डिप्टी सीएम सह खान एवं भू-तत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि आम लोगों को उनकी मांग के अनुरूप बालू उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। इस संबंध में विभाग के पदाधिकारियों को स्पष्ट दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।
इन सरकारी नंबरों पर करें संपर्कमंत्री ने कहा कि यदि किसी को बालू प्राप्त करने में किसी प्रकार की कठिनाई हो रही है तो वह विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर -0612-2215360 एवं मोबाइल -9472238821 पर संपर्क कर बालू प्राप्त कर सकता है। फोन करने के बाद आपके दरवाजे तक बालू पहुंच जाएगा।
बालू मित्र पोर्टल की व्यवस्था भी जल्द: डिप्टी सीएमडिप्टी सीएम ने कहा कि लोगों को बालू सुगमता से मिले इसके लिए खनन निगम के माध्यम से भी बालू की आपूर्ति के विकल्प पर विचार हो रहा है। बालू मित्र पोर्टल की व्यवस्था भी बहुत जल्द प्रचालन में आ जाएगी। जिससे बालू के अवैध खनन, बिक्री और कालाबाजारी पर अंकुश लगाते हुए मांग के अनुरूप बालू उपलब्ध कराने में सफलता मिलेगी।
बालू मित्र पोर्टल बनाने के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) का सहयोग भी लिया गया है। एनआइसी की बालू मित्र पोर्टल बना रहा है। सूत्रों की माने तो इस पोर्टल पर जिलों में बालू की उपलब्धता के साथ ही उसकी कीमतें भी दर्ज होंगी।
ट्रांजिट परमिट की व्यवस्था की जा रहीमंत्री ने कहा कि विभाग अन्य राज्य से बिहार आने वाले खनिजों के विपणन की व्यवस्था को सुचारु और सुसंगत बनाने में जुटा है। इसके लिए ट्रांजिट परमिट की व्यवस्था की जा रही है। विभाग की तैयारियों को देखते हुए पूरी उम्मीद है कि अंतरराज्यीय ट्रांजिट पास की व्यवस्था शीघ्र प्रभावी कर दी जाएगी।
पोर्टल पर गुणवत्ता देखकर मनचाहा बालू खरीद सकेंगेबालू की ऑनलाइन खरीद का इच्छुक कोई भी व्यक्ति इस पोर्टल पर जाकर बालू की गुणवत्ता देखकर उसकी आनलाइन बुकिंग कर सकेगा।
विभाग ने बालू मित्र पोर्टल के जरिये सफेद और पीली दोनों किस्म की बालू की बिक्री का निर्णय किया है। बालू की आन लाइन बिक्री के बाद इसे डिलीवरी कराने की जिम्मेदारी भी विभाग की होगी। लेकिन, इसके लिए खरीदार को परिवहन की कीमत चुकानी होगी। बता दें कि कभी-कभी बिहार में बालू की किल्लतों का सामना करना पड़ता है।
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Patna News: भागो-भागो पुलिस आई..., फिर खेत में ही दौड़ने लगे तीन बालू लदे ट्रैक्टर; जान बचाने को भागे लोग
संवाद सूत्र, दुल्हिन बाजार (पटना)। Patna News: गुरुवार शाम लगभग चार बजे रानीतलाब-दुल्हिन बाजार मुख्य पथ पर भलुआ मोड़ के समीप एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी थी। किसी ने अफवाह उड़ा दी कि भागो-भागों खनन विभाग की टीम और पुलिस मिलकर ओवरलोड व बिना चलान बालू चेक कर रही है।
जिसकी सूचना पर तीन ट्रैक्टर बालू लदे ट्रैक्टर रबी फसल की खेतों में दौड़ने लगे। लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
बालू कारोबारी व खनन की टीम की उलझनें की खबर दुल्हिन बाजार पुलिस को मिली। थानाध्यक्ष सोनू कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंच कर घेराबंदी कर खेतों से दो ट्रैक्टर को बरामद किया। मामले की जांच में पता चला यह बात अफवाह थी।
कई बिजली के खंभे टूटे, जान बचाकर भागे लोगइस दौरान अनियंत्रित ट्रैक्टर के भागने के दौरान गुलालचक गांव में सड़क किनारे ट्रैक्टर के टक्कर से बिजली खम्भे टूट गए। जिससे गुलालचक सैदाबाद मुख्य पथ जाम हो गई। सूचना पर विधुत विभाग की कनीय अभियंता बालेश्वर प्रसाद देर शाम तक बिजली व्यवस्था के सुधार करने टीम लगी हुई थी।
टूटे पोल को ले जाते लोग
खेतों में भागते हुए दो बालू लदे ट्रैक्टर किए गए जब्तवहीं, थानाध्यक्ष सोनू कुमार ने बताया कि खेतों में भागते हुए दो बालू लदे ट्रैक्टर बरामद की गई है। ट्रैक्टर के भागने से बिजली खम्भे व फसलों की नुकसान हुई है। वही, बरामद वाहनों पर मामला दर्ज कर करवाई करते हुए मामले की जांच की जा रही है।
मसौढ़ी में बालू लदे तीन ट्रैक्टरों को किया जब्तमसौढ़ी में भगवानगंज पुलिस बुधवार की शाम थाना के दो विभिन्न जगहों रघुनाथचक व बारा मोड़ के पास से बालू लदे तीन ट्रैक्टरों को जब्त किया, लेकिन इसबार भी ट्रैक्टरों के चालक मौके से फरार हो गए। इधर थानाध्यक्ष सुजीत कुमार ने बताया कि इस मामले में ट्रैक्टर चालकों व उसके मालिकों के खिलाफ प्राथमिकी की गई है।
अवैध बालू खनन से पर्यावरण को पहुंचता है नुकसानबता दें कि अवैध बालू खनन से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है, जैसे कि नदियों का सूखना, जल स्रोतों का प्रदूषण और स्थानीय जैव विविधता का नुकसान। इसके अलावा, अवैध बालू खनन से स्थानीय समुदायों को भी नुकसान पहुंचता है, जैसे कि उनके जल स्रोतों का प्रदूषण और उनके जीवनयापन को प्रभावित करना। बिहार में आए दिन अवैध बालू खनन पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही है।
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Bihar News: विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्रियों को मिला बड़ा टास्क, 18 फरवरी से शुरू करेंगे बिहार दौरा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिससे पहले भाजपा इसकी तैयारियों में जुट गई है। बिहार भाजपा विधानसभा चुनाव को लक्ष्य बनाकर नरेंद्र मोदी सरकार के बजट की उपलब्धियां गिनाएगी।
इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्रियों को बिहार के हर जिले में भेजकर प्रेसवार्ता कराने का लक्ष्य तय किया है। 18 फरवरी से इसकी शुरुआत होगी और केंद्रीय मंत्री बिहार आएंगे।
केंद्रीय मंत्रियों और नीतीश कैबिनेट के मंत्रियों को मिला टास्क- मोदी सरकार के बजट को भुनाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। केंद्रीय मंत्रियों से लेकर नीतीश कैबिनेट के मंत्रियों को बड़ा टास्क दिया है।
- अहम यह है कि नीतीश कैबिनेट के सभी मंत्री चाहे वे भाजपा के हों या जदयू के अपने प्रभार वाले जिले में जाकर प्रेसवार्ता करेंगे। इस दौरान एनडीए के नेता भी साथ रहेंगे।
केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही नीतीश सरकार के मंत्रियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। केंद्रीय मंत्री से लेकर बिहार सरकार के मंत्री जिलों में जाकर प्रेसवार्ता करेंगे।
भाजपा नेतृत्व ने जिला स्तर पर पार्टी नेताओं से कहा है कि बजट की खास बातों को जनता के बीच ले जाएं। केंद्रीय बजट में बिहार के लिए जो खास घोषणाएं की गई हैं, उस बारे में जानकारी दें। लोगों को बताएं कि केंद्र सरकार ने बिहार के लिए कितना काम किया है।
बजट में किस वर्ग के लिए खास है। किसान, गरीब, मध्यम वर्ग के साथ ही आयकर में छूट देने से लेकर अन्य बातों को जनता के बीच पहुंचाएं।
केंद्रीय नेतृत्व के आदेश के बाद बिहार भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी क्रम में बिहार भाजपा के पूर्व प्रभारी व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव भी पटना आ रहे हैं। संभवत: वे 18 फरवरी को केंद्रीय बजट पर प्रेसवार्ता करेंगे।
बजट में बिहार के लिए हुए ये बड़े एलान- बिहार में मखाना उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं विपणन की स्थिति में सुधार के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना होगी।
- वर्षों से लंबित पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने वित्तीय मदद का एलान किया है।
- बिहटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की घोषणा की गई है।
- बिहार में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलाजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट की स्थापना का एलान।
- राष्ट्रीय स्तर पर लघु एवं सीमांत किसानों के लिए केसीसी की लोन सीमा में वृद्धि का एलान, जिसका फायदा बिहार के किसानों को भी मिलेगा।
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Bihar Politics: क्या दिल्ली की जीत का बिहार पर पड़ेगा असर? लालू यादव ने कर दिया क्लियर, कहा- यहां हमारे...
राज्य ब्यूरो, पटना। दिल्ली में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 27 साल बाद भाजपा को जीत मिली है, वहीं आम आदमी पार्टी का हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली के नतीजों के बाद बिहार की राजनीति में दावों की होड़ सी लग गई है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन जहां 225 सीटें जीतने के लिए हुंकार भर रहा है, वही राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन दावा कर रहा कि बिहार में अगली सरकार उसी की बनने वाली है।
राजद सुप्रीमों ने किया सरकार बनाने का दावापटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास से बाहर निकलते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पूरे आत्मविश्वास के साथ यह दावा किया कि प्रदेश में अगली सरकार उनकी ही बनेगी। लालू ने कहा कि यहां हम लोगों के रहते कोई दूसरा सरकार कैसे बना लेगा।
दिल्ली की आई-गई से बिहार बेअसर- बिहार में दिल्ली के चुनाव परिणाम के असर के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में लालू प्रसाद यादव ने कहा कि दिल्ली की आई-गई से बिहार बेअसर है।
- बिहार की राजनीति को समझना आसान नहीं है। भाजपा को लोग जान चुके हैं कि यहां हम लोगों के रहते किसी दूसरे की दाल नहीं गलने वाली नहीं है।
इस दौरान प्रश्नवाचक शैली में उन्होंने कहा कि क्या हमारे रहते भाजपा सरकार बना लेगी? हम मुफ्त बिजली, आरक्षण और नौकरी-रोजगार देने वाले हैं। बाद में उन्होंने एक्स पर इस आशय का ट्वीट भी किया।
बिहार की जनता राजद और महागठबंधन के साथ : तेजस्वी यादवउल्लेखनीय है कि इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी कह चुके हैं कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में दिल्ली की हवा का कोई असर नहीं पड़ने वाला।
बिहार का अपना मिजाज और अपनी आवश्यकता है। बेरोजगारी, महंगाई, आरक्षण आदि मुद्दों पर जनता राजद व महागठबंधन के साथ है।
व्यक्ति नहीं, व्यवस्था तय करेगी जसुपा के प्रत्याशी : पीकेजन सुराज पार्टी (जसुपा) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने गुरुवार को कहा कि जसुपा के प्रत्याशियों का चयन पारदर्शी व्यवस्था करेगी, न कि कोई एक व्यक्ति। योग्य अभ्यर्थियों के संदर्भ में निष्पक्ष मूल्यांकन होगा। यह मूल्यांकन जसुपा से जुड़े कार्यकर्ताओं और तीन स्तरों पर गठित समिति करेगी। यह अनूठी पहल होगी।
- देश में पहली बार किसी राजनीतिक दल के प्रत्याशियों का चयन पूरी तरह से जनता की राय के आधार पर किया जाएगा।
- भाजपा, जदयू और राजद आदि पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि उन दलों में प्रत्याशियों के चयन व टिकट वितरण में व्यक्ति की चलती है। जसुपा को उन्होंने उन दलों से अलग और अनोखा बताया।
पीके ने कहा कि अन्य पार्टियों में टिकट शीर्ष नेतृत्व तय करता है। कार्यकर्ता और युवा मात्र पार्टी का झंडा ढोने के लिए होते हैं। जसुपा में पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को यह तय करने का अधिकार होगा कि पार्टी से कौन प्रत्याशी होगा।
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