Bihar News
Patna News: स्टंट कर वीडियो अपलोड करना पड़ा महंगा, पुलिस ने घर से उठा ली बाइक; 60 हजार जुर्माना
जागरण संवाददाता, पटना। शहर के चार शोहदों को बाइक से स्टंट कर इंटरनेट मीडिया पर वीडियो अपलोड करना महंगा पड़ा। बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस ने उनका मोबाइल नंबर निकाला, फिर घर का पता ढूंढा और चार वाहन समेत चालक को उठा लिया। चारों वाहनों के मालिकों से अलग-अलग जुर्मों के लिए लगभग 60 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया।
इतना ही नहीं, अब उनके वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर और चालक का लाइसेंस निलंबित एवं रद्द करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने परिवहन विभाग को अनुशंसा की है। जब्त चार बाइक में एक के रजिस्ट्रेशन नंबर से भी छेड़छाड़ की गई थी। इस बाबत वाहन मालिक पर फर्जीवाड़े की भी प्राथमिकी की गई है।
ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि स्टंटबाजी और हुड़दंग कर शहरवासियों को परेशान करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर भी पुलिस की पैनी नजर है। अब तक 35 वाहनों को चिह्नित किया गया है। ऐसे वाहन चालक न सिर्फ यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, बल्कि अपने साथ दूसरों की जान को भी खतरे में डालते हैं। इनमें चार वाहनों पर कार्रवाई हुई है। बाकी वाहन चालकों का सत्यापन करा विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
खतरनाक चाल के लिए देने होंगे और 20 हजारट्रैफिक एसपी ने बताया कि डेंजरस ड्राइविंग (खतरनाक परिचालन) के लिए मोटरयान अधिनियम के तहत कार्रवाई करने का अधिकार परिवहन विभाग को है। साक्ष्य के साथ परिवहन विभाग को आरोपित वाहन चालकों से संबंधित जानकारी परिवहन विभाग को भेजी गई है। इन्हें उक्त धारा में 20-20 हजार रुपये और जुर्माना देना होगा। गौर हो कि इंटरनेट मीडिया पर अधिक लाइक और सब्सक्राइबर्स पाने के चक्कर में युवा खतरनाक स्टंट कर रहे हैं। एक जब्त पर चालक ने यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक आइडी भी लिख रखा था।
नंबर से छेड़छाड़ करने वालों को एसपी ने चेतायानंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने वालों को एसपी ने सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि शहर में लगे सीसी कैमरों से लगातार मानिटरिंग की जा रही है। इस दौरान पाया जा रहा है कि कुछ वाहन चालक धड़ल्ले से नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। वे कैमरे की जद में आने से बचने के लिए वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर से छेड़छाड़ जैसे एक नंबर को टेप से ढंक लेना, नंबर प्लेट मोड़ देना आदि कृत्य कर रहे हैं। वे सावधान हो जाएं, क्योंकि पकड़े जाने पर फर्जीवाड़ा और सरकारी संपत्ति (परिवहन विभाग द्वारा निर्गत नंबर प्लेट) से छेड़छाड़ करने के आरोप में प्राथमिकी की जाएगी। इसमें 10 वर्षों की सजा है। यदि वे आन स्पाट नहीं पकड़े गए तो इंटरनेट मीडिया सेल से तकनीकी सहायता लेकर पुलिस उनके घर तक पहुंच जाएगी।
Bihar Train News: पाटलिपुत्र एवं छपरा के बीच स्पेशल ट्रेन का होगा परिचालन, पढ़िए रूट और टाइमिंग
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: त्योहारों के दौरान पाटलिपुत्र एवं छपरा के बीच स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। पाटलिपुत्र एवं छपरा के मध्य नौ अक्टूबर से 31 दिसंबर तक एक जोड़ी स्पेशल ट्रेन का परिचालन करने का निर्णय लिया गया है। यह ट्रेन प्रतिदिन चलाई जाएगी।
ट्रेन पाटलिपुत्र से 08.15 बजे खुलेगी और विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए 10.50 बजे छपरा पहुंचेगी। वहीं वापसी में यह ट्रेन प्रतिदिन छपरा स्टेशन से 15.20 बजे खुलेगी और विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए 17.55 बजे पाटलिपुत्र स्टेशन पहुंचेगी। अप एवं डाउन दिशा में यह स्पेशल ट्रेन दीघा हाल्ट, भरपुरा पहलेजा घाट, परमानंदपुर, नयागांव, शीतलपुर, दीघवारा, अवतारनगर, बड़ागोपाल, गोल्डेनगंज एवं छपरा कचहरी स्टेशन पर रुकेगी।
पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन के साथ वैशाली पहुंची मेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेनपूजा स्पेशल गाड़ी संख्या-03306 दानापुर-वैशाली मेमू पैसेंजर स्पेशल सोमवार को पहले दिन वैशाली पहुंची। जानकारी के अनुसार दानापुर से 10.15 बजे खुलकर पाटलिपुत्र, दीघा ब्रिज हाल्ट, भरपुरा पहलेजा घाट, सोनपुर, हाजीपुर, घोसवर, हरौली फतेहपुर, घटारो हाल्ट और लालगंज होते हुए निर्धारित समय के अनुसार 13.00 बजे वैशाली पहुंची।
वापसी में यह गाड़ी संख्या 03305 वैशाली-दानापुर मेमू पैसेंजर स्पेशल 13.15 बजे वैशाली स्टेशन से खुलकर लालगंज, घटारो हाल्ट, हरौली फतेहपुर, घोसवर, हाजीपुर, सोनपुर, भरपुरा पहलेजा घाट, दीघा ब्रिज हाल्ट और पाटलिपुत्र रुकते हुए 16.40 बजे दानापुर पहुंचेगी।
हाजीपुर-वैशाली रेल मार्ग पर पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन के साथ दानापुर-वैशाली मेमू पैसेंजर चली है। इस ट्रेन को 16 डिब्बो के साथ लोको पायलट मंजूर आलम, सहायक लोको पायलट मो. अदनान एवं गार्ड नितेश कुमार के ट्रेन लेकर वैशाली पहुंचने पर स्टेशन मास्टर धर्मेंद्र शर्मा, पुरुषोत्तम कुमार, भैरव कुमार आदि ने बुके देकर स्वागत किया।
Durga Puja 2024: पटना में इस जगह 'वेटिकन सिटी' की तर्ज पर बना पंडाल, देखने के लिए लगी लोगों की लंबी कतार
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। Patna News: पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के हाजीगंज के गबड़ा पर मोहल्ला में वेटिकन सिटी की तर्ज पर बना पंडाल होगा दुर्गा पूजा के दौरान आकर्षण का केंद्र बनेगा। पंडाल का डिजाइन नौवीं व दसवीं के छात्रों में आनंद, आर्यन व गौरीशंकर ने तैयार किया है। समिति के अध्यक्ष चुनचुन कुमार ने सोमवार को बताया कि पूजा पंडाल को अंतिम रूप देने में स्थानीय कलाकार जुटे हैं।
पंडाल की लंबाई 50 फीट व चौड़ाई 40 फीट होगी। स्थानीय कलाकार थर्मोकोल, प्लाई व कपड़े से 2000 वर्गफीट में पंडाल का निर्माण कर रहे हैं। पंडाल के अंदर आकर्षक लाइटिंग लगाई जा रही है। पंडाल में लगभग सौ भक्त बैठकर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करेंगे।
अध्यक्ष की माने तो गबड़ा पर लगातार 26 वर्षों से मां दुर्गा की प्रतिमा की पूजा जारी है। प्रतिमा का निर्माण गायघाट के सुनील पंडित व सहयोगी कर रहे हैं। पंडाल में 12 फीट ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा राक्षस महिषासुर का वध करते दिखेगी। पंडाल के अंदर मां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश, कार्तिकेय की प्रतिमाएं रहेगी। प्रतिमाओं की सज्जा व सजावट के लिए कोलकाता से फूल व सामान मंगाया गया है।
पंडाल में सेल्फी कार्नर भी रहेगा। समिति के आयोजक दिनेश यादव ने बताया कि इसबार आपसी सहयोग से जमा लगभग दस लाख खर्च होगा। पंडाल से लेकर अशोक राजपथ तक लाइटिंग होगी। अशोक राजपथ मोड़ के समीप एलइडी डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। महाअष्टमी को मां दुर्गा की आरती के बाद 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। महाअष्टमी की रात में स्थानीय महिलाएं घरों से ज्योति लेकर आएगी और सामूहिक रूप से आरती की जाएगी।
Saharsa News: भूल जाइए पुराने सहरसा स्टेशन को..., होने जा रहे 5 बड़े बदलाव; मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: भारतीय रेलवे की ओर से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत पूर्व मध्य रेल के 97 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य विभिन्न चरणों में किया जाना है। इसी के तहत समस्तीपुर मंडल के सहरसा स्टेशन का विकास किया जा रहा है।
सहरसा स्टेशन का पुनर्विकास कार्य लगभग 41 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है। पुनर्विकास से संबंधित कार्य पूरा होने के बाद सरहसा स्टेशन पर यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्राप्त होंगी। योजना के तहत सहरसा स्टेशन के नए भवन को काफी आकर्षक बनाया जा रहा है।
एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफार्म पर सुगम आवागमन हेतु 12 मीटर चौड़ा पैदल ऊपरी पुल (एफओबी) का प्रविधान किया जाएगा जो लिफ्ट और एस्केलेटर से युक्त होगा। सभी श्रेणी के प्रतीक्षालयों में पर्याप्त यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी। लगभग 4770 स्क्वायर मीटर में पार्किंग एरिया का निर्माण किया जाएगा साथ ही सर्कुलेटिंग एरिया का विकास भी किया जाएगा।
J&K-Haryana Election Result: 'एक मोदी सबपर भारी', हरियाणा-जम्मू-कश्मीर रिजल्ट पर गिरिराज का आया बयान
डिजिटल डेस्क, पटना। Haryana Assembly Election Result: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में वोटों की गिनती लगातार जारी है। फिलहाल कांग्रेस बढ़त बनाती हुई दिख रही है। अब इस चुनाव परिणाम को लेकर बिहार से भी नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। तो चलिए जानते हैं कौन से नेता ने क्या कहा?
चिराग पासवान ने दी प्रतिक्रियाचिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि रुझान अभी आने शुरू हुए हैं। मुझे उम्मीद है कि जिस तरह से भाजपा ने दोनों जगहों पर मेहनत की है और जिस तरह से हरियाणा में भाजपा का 10 साल का कार्यकाल रहा है, मैं मानता हूं कि जनता का प्रधानमंत्री और भाजपा पर भरोसा है। मुझे उम्मीद है कि शाम तक जो नतीजे आएंगे, वो वैसे ही होंगे, जैसी हम उम्मीद कर रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने दी प्रतिक्रियाकेंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने कहा कि हम 'एक मोदी सब पर भारी' के नतीजे देख रहे हैं। हरियाणा के लोगों ने राहुल गांधी को सबक सिखा दिया है। उन्होंने पीएम मोदी पर भरोसा किया, राहुल गांधी के बयानों पर नहीं। किसान और पहलवान हमारे साथ हैं। हमने जम्मू-कश्मीर में भी कांग्रेस पार्टी को हरा दिया है, वे भाजपा के सामने कहीं नहीं टिकते। राहुल गांधी ने फारूक अब्दुल्ला का समर्थन किया
#WATCH | Delhi | Union Minister Giriraj Singh says, "We are seeing the results 'Ek Modi sab par Bhaari'...The people of Haryana have made him (Rahul Gandhi) learn a lesson. They trusted PM Modi and not the statements of Rahul Gandhi. All the farmers and wrestlers are with us...We… pic.twitter.com/Xbb8bbVNpv
— ANI (@ANI) October 8, 2024 झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रियाझारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस -67+ सीटें ला रही हैं।
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Patna News: पटना के वाहन चालक ध्यान दें..., इन प्रमुख रास्तों पर 9 से 12 अक्टूबर तक नहीं चला पाएंगे गाड़ियां
जागरण संवाददाता, पटना। Durga Puja Mela in Patna: दुर्गा पूजा और दशहरा को लेकर शहर में नौ अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक यातायात व्यवस्था में कई बदलाव किए गए है। डाकबंगला चौराहा से कोतवाली, न्यू डाकबंगला से एसपी वर्मा रोड, गोविंद मित्रा रोड, नाला रोड सहित दर्जन भर मार्ग पर सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
साथ ही डेढ़ दर्जन से अधिक मार्ग में डायवर्जन और कुछ जगह वन-वे किया गया है। इसी तरह मालवाहक और यात्री बसों का परिचालन नगर निगम क्षेत्र में पूर्णत: निषेध रहेगा। गांधी मैदान के चारों तरफ, एसपी वर्मा रोड सहित कई जगह नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है।
डाकबंगला चौराहा आयकर गोलंबर तक यातायात व्यवस्थाभट्टाचार्या चौराहा, पटना जंक्शन एवं स्वामीनंदन तिराहा से डाकबंगला की तरफ सभी वाहनों का परिचालन वर्जित होगा।-डाकबंगला चौराहा से कोतवाली तक के दोनों फ्लैंकों में सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
न्यू डाकबंगला रोड से एसपी वर्मा रोड में वाहनों का परिचालन नहीं होगा। पटना जंक्शन से गांधी मैदान जाने वाले छोटी गाड़ियां गोरियाटोली चौक से एग्जीबिशन रोड होते हुए जा सकेंगी एवं इसी मार्ग से पुन: वापसी होगी।-खजांची रोड में वाहनों का प्रवेश केवल दक्षिण से उत्तर की ओर होगा। मखनियां कुआं रोड दक्षिण से अशोक राजपथ में वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा।
अशोक राजपथ से मखनियाकुआं रोड होते हुए बारीपथ से पूरब सैदपुर मोड़ से मोइनुलहक स्टेडियम से धनुष सेतु होते हुए जा सकते हें।-गोविंद मित्रा रोड और सब्जीबाग रोड में यातायात पूर्णत: बंद रहेगा। सब्जीबाग रोड में दोनों ओर से सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। बारीपथ से बाकरगंज मोड़ से मखनियाकुआं रोड की ओर वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा।
नाला मोड़ रोड से ठाकुरबाड़ी मोड़ तक सभी वाहनों का प्रवेश वर्जितनाला रोड मोड़, हिन्दी साहित्य सम्मेलन से ठाकुरबाड़ी मोड़ की तरफ सभी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। दिनकर गोलंबर से मछुआ टोली चौक की ओर सभी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। पश्चिम दरवाजा से अशोक राजपथ में पूरब से पश्चिम वाहनों का परिचालन वर्जित रहेगा। यहां से सभी वाहन नवाब बहादुर रोड से गुलजारबाग स्टेशन रोड से अगमकुआं फ्लाइओवर होते हुए गंतव्य की ओर जा सकते हैं।
पूरब दरवाजा से अशोक राजपथ में पूरब से पश्चिम तक वाहनों के परिचालन पर रोक रहेगा। सभी वाहन मोर्चा रोड से सुदर्शन पथ से चौक शिकारपुर आरओबी होते हुए गंतव्य की ओर जा सकते हैं।
बेली रोड से राजाबाजार के आसपास यातायात व्यवस्था-सगुना मोड़ से हवाईअड्डा जाने वाले छोटे वाहन नेहरू पथ से रूकनपुरा, राजाबाजार ओवरब्रिज के नीचे जगदेव पथ होते हुए जा सकते हैं।-सगुना मोड़ से हड़ताली मोड़, आयकर गोलंबर की ओर जाने वाली छोटी गाड़ियां सगुना मोड़ से रूकनपुरा से राजाबाजार फ्लाइओवर के ऊपर से जा सकते हैं।
सगुना मोड़ से नेहरू पथ होते हुए दीघ, पाटलिपुत्र, राजीव नगर जाने वाले छोटे वाहन आशियाना मोड़ से बाएं आशियाना दीघा रोड होते हुए जायेंगे।-राजीव नगर, दीघा से हड़ताली मोड़ जाने वाले छोटे वाहन आशियाना-दीघा रोड से राजीव नगर नाला से सटे मार्ग से केशरीनगर होते हुए अटल पथ जा सकते हैं।
आशियाना दीघा रोड में रामनगरी मोड़ से फ्रेंड्स कालोनी रोड से एजी कालोनी रोड से आइजीआइएमएस के बगल से नेहरू पथ जा सकते हैं।-नेहरू पथ से छोटे वाहन डुमरा टीओपी तक जायेंगे। वहां से बाएं हवाई अड्डा से बीआइटी होते हुए फुलवारीशरीफ या जगदेव पथ होते हुए जायेंगे।
आशियाना नगर, एजी कालोनी, समनुपरा जाने वाले छोटे वाहन नेहरू पथ पिलर नंबर 91 से यू टर्न लेकर आइजीआइएमएस से आशियाना-दीघा रोड होते हुए जा सकते हैं।-हड़ताली मोड़ से पश्चिम सगुना मोड़ की ओर जाने वाले वाहन हड़ताली चौक से राजवंशी नगर से चिड़ियाघर से नेहरू पथ फ्लाइओवर के उपर से जा सकते हैं।
इन मार्ग को किया गया है वन-वेअशोक राजपथ से कारगिल चौक से एनआइटी मोड़ तक छोटी गाड़ियां का परिचालन दोनों तरफ से होगा।-गांधी चौक से गायघाट तक छोटी गाड़ियां पश्चिम से पूरब की ओर जायेंगी। पूरब से पश्चिम की ओर छोटी गाड़ियां गायघाट चौराहा से दक्षिण बिस्कोमान गोलंबर, कुम्हरार से पुरानी बाईपास होते हुए गंतव्य की ओर जा सकते है या जेपी गंगा पथ से गांधी मैदान या दीघा की ओर जा सकते हैं।
गायघाट से चौक मोड़ मार्ग पर पश्चिम से पूरब ओर जाने वाले वाहन के एकतरफा यातायात व्यवस्था रहेगी। पूरब से पश्चिम की ओर आने वाले छोटे वाहन चौक शिकारपुर नाला, गुलजारबाग, तुलसी मंडी से पुरानी बाइपास होते हुए गंतव्य की ओर जा सकती है।
इन इलाकों में मालवाहक और यात्री वाहन के प्रवेश पर रोक-मंगलवार से 13 अक्टूबर तक मेट्रो व अन्य निर्माण कार्य से जुड़े भारी वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित किया गया है।-दानापुर से अशोक राजपथ में बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित होगा, ये वाहन दानापुर कैंट से सगुना मोड़ होते हुए खगौल-दानापुर स्टेशन होकर जायेंगी।-दानापुर स्टेशन से बिहटा की तरफ जाने वाली भारी गाड़ियां नेउरा होते हुए बिहटा या आरा की तरफ जायेंगी।
यहां नो पार्किंग घोषितगांधी मैदान के चारों नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है।-एसपी वर्मा रोड में नो पार्किंग जाेन घोषित किया गया है।-कोतवाली थाना से पूरब टाइटन मोड़ नो पार्किंग जोन में।-सिन्हा लाइब्रेरी मोड़ एवं छज्जूबाग तक नो पार्किंग जोन।-पटना म्यूजियम के चारों तरफ के मार्ग पर पार्किंग वर्जित।-बुद्ध मार्ग से कोतवाली टी से म्यूजियम तक नो पार्किंग।
वाहन पार्किंग की व्यवस्थाफ्रेजर रोड में डा. सीपी ठाकुर के आवास से स्वामीनंदन तिराहा।-आकाशवाणी से जेपी गोलंबर तक दोनों फ्लैंक में।-वीरचंद पटेल पथ के सर्विस लेन में।-जीपीओ गाेलंबर से आर ब्लाक चौराहा तक एक फ्लैंक।-सिन्हा लाइब्रेरी मोड़ से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में जाने वाले मार्ग।-पटना साइंस कालेज एवं पटना कालेज का मैदान।-सिटी स्कूल चौक -मंगल तालाब के चारों ओर-पटना साहिब रेलवे स्टेशन के सामने
PM Awas Yojana: बिहार के 2.43 लाख परिवारों की बल्ले-बल्ले, इतने दिनों के भीतर आ जाएगी पीएम आवास की राशि
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत 1650.33 करोड़ की विभिन्न योजनाओं की राशि लाभुकों के खाते में अंतरित की। मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगले सौ दिनों में लगभग 2.43 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, इसके लिए मनरेगा द्वारा मजदूरी मद में तथा लोहिया स्वच्छ बिहार के तहत निर्माण मद में 2800 करोड़ रुपये अंतरित कर दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 1.10 लाख परिवारों को आवास स्वीकृति तथा 1.5 लाख लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में 420 करोड़ रुपये राशि अंतरित किए गए। इसके अंतर्गत 1.20 लाख रुपये की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है, जिसमें 40 प्रतिशत राज्यांश है। यह 48 हजार रुपये है।
सतत जीविकोपार्जन योजना के लाभार्थियों को 113 करोड़मुख्यमंत्री ने सतत जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत 34 हजार लाभार्थियों के खाते में 113 करोड़ रुपये अंतरित किए। पांच अगस्त 2018 को इस योजना का आरंभ हुआ था। देसी शराब और ताड़ी उत्पादन तथा बिक्री में पारंपरिक रूप से जुड़े अत्यंत निर्धन परिवारों तथा अनुसूचित जाति-जनजाति व अन्य समुदायों के लक्षित अत्यंत निर्धन परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से लोग स्वाबलंबी बन रहे।
इससे उनके परिवारों को भी लाभ हो रहा। जाविका के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़जीविका के अंतर्गत 48 हजार 500 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में 400 करोड़ रुपये अंतरित किए गए। इसके अलावा जीविका के अंतर्गत 15 हजार, 314 स्वयं सहायता समूहों को 537 करोड़, 33 लाख रुपये के बैंक ऋण की राशि भी अंतरित की गई। इस वित्तीय वर्ष मे 5164 करोड़ रुपये का बैंक ऋण स्वयं सहायता समूहों को उपलब्ध कराया गया है।
शौचालय निर्माण के लिए 180 करोड़लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत शौचालय निर्माण को ले 1.50 लाख परिवारों को 180 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि अंतरित की गई। लाभुकों को तत्काल लाभमु्ख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के खाते में आज 1650 करोड़ रुपये का अंतरण किया गया है।
इससे लाभुकों को तत्काल लाभ मिलना शुरू हो गया है। लक्षित व अत्यंत निर्भर परिवारों को लाभ मिल रहा है। महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। इससे परिवार और समाज में काफी बदलाव आया है। खुले में शौच से मुक्ति को लेकर शौचालय का निर्माण बहुत जरूरी है।
राज्य के बेघर और कच्चे आवास में रहने वाले परिवारों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार संकल्पित है। ये रहे मौजूद उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, डा. एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह व जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा सहित कई अन्य वरीय अधिकारी।
Patna News: पटना में 16 पदाधिकारियों पर बड़ा एक्शन, DM ने रोक दी सैलरी; पढ़ें पूरा मामला
जागरण संवाददाता, पटना। जिला समन्वय समिति की बैठक में डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पदाधिकारियों को स्व उत्तरदायित्व एवं स्व अनुशासन का पाठ पढ़ाया। समाहरणालय सभागार में सोमवार को हुई इस बैठक में उन्होंने कहा कि आमजन की समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ तेजी से समाधान करें।
इस क्रम में बैठक में 16 पदाधिकारियों को नहीं देख डीएम नाराज हो गए। इन सभी पदाधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए सभी से स्पष्टीकरण मांगा। कहा कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो विभागीय तथा अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीएम ने कहा कि इस बैठक का मूल उद्देश्य पदाधिकारियों एवं कर्मियों की कार्यालय में समय से उपस्थिति सुनिश्चित करना है। साथ ही अतंर्विभागीय समन्वय भी जरूरी है ताकि जनहित के कार्यों को तत्परता से क्रियान्वित किया जा सके।
डीएम ने लोक शिकायत से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना समेत विभिन्न योजनाओं में प्रगति की समीक्षा की गई। लोक शिकायत निवारण अपील के 89 मामलों में लोक प्राधिकार पर 2,40,300 रुपये दंड की राशि अध्यारोपित है। डीएम ने दंड की राशि अविलंब जमा करने काको कहा।
शाहपुर थानाध्यक्ष तीन बार अनुपस्थितसुनवाई से 27 सितंबर से तीन अक्टूबर के बीच लोक प्राधिकार दानापुर एसडीओ एक बार तथा शाहपुर थानाध्यक्ष तीन बार अनुपस्थित थे। डीएम ने इन सभी से स्पष्टीकरण का निर्देश दिया।
डीएम ने कहा कि सी श्रेणी में वैसे मामले आते हैं जिसमें अंचल अधिकारी को निर्णय लेना है कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण है या नहीं, लेकिन 88 मामलों में सीओ ने निर्णय नहीं लिया। यह गंभीर मामला है। कहा कि एक्सपायर्ड मामलों की संख्या हर हाल में शून्य रहनी चाहिए।
ये पदाधिकारी नहीं पहुंचे डीएम की बैठक मेंदनियावां, पुनपुन, खुसरूपुर एवं बाढ़ के अंचलाधिकारी, बिहटा, मनेर, नौबतपुर, खुसरूपुर एवं पंडारक के सीडीपीओ, सदर एवं पटना सीटी के डीसीएलआर, जिला उपनिर्वाचन पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला अवर निबंधक, भविष्य निधि पदाधिकारी एवं मापतौल पदाधिकारी
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Gramin Bank Pension: ग्रामीण बैंक की पेंशन को लेकर बड़ी खबर; वित्त मंत्रालय ने बैठक में जारी किया नया निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। Pension in Gramin Bank : ग्रामीण बैंक के अनिवार्य सेवानिवृत्त व बर्खास्त कर्मियों को पेंशन का लाभ मिलेगा। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को देश के 43 ग्रामीण बैंकों के चेयरमैन के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर पेंशन भुगतान संबंधित आवश्यक निर्देश दिए। इसके तहत यह स्पष्ट किया गया कि ग्रामीण बैंक पेंशन रेगुलेशन 2018 के तहत पहली अप्रैल 2018 के प्रभाव से उन सभी सेवानिवृत्त कर्मियों को पेंशन दिया गया था, जो पहली अप्रैल 2010 के पूर्व सेवा में थे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार पहली नवंबर 1993 के प्रभाव से पेंशन रेगुलेशन 2018 के तहत पात्र सभी सेवा निवृत्त कर्मियों को पेंशन का भुगतान करना है। इसमें सेवानिवृत्त, मृत, अनिवार्य सेवानिवृत्त, त्याग पत्र देने वाले, बर्खास्त, पेंशन विकल्प पत्र नहीं दे पाने या पीएफ की राशि नहीं लौटाने वाले सभी सेवानिवृत्त कर्मी सम्मिलित किया गया हैं।
इस विशेष विकल्प के अन्तर्गत बिहार के दोनों ग्रामीण बैंक के पांच सौ से ज्यादा सेवानिवृत्त कर्मियों को भी पेंशन पाने का अवसर मिलेगा। यूनाइटेड फोरम आफ ग्रामीण बैंक यूनियन्स के राष्ट्रीय संयोजक डीएन त्रिवेदी के अनुसार भारत सरकार ने सभी ग्रामीण बैंक को पेंशन रेगुलेशन 2018 में संशोधन कर वंचित सेवानिवृत्त कर्मियों को पेंशन पाने की पात्रता प्रदान करने के लिए गजट नोटिफिकेशन कराने का निर्देश जारी कर दिया है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक जाम से निजात के लिए पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बिहारशरीफ और गया में ट्रैफिक सर्वे का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा 750 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का भी सर्वे कराया गया है। इस सर्वे की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जा चुकी है।
सर्वे रिपोर्ट के आधार पर इन शहरों में कार्ययोजना बनाई जाएगी। इसके लिए विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी हर दो माह पर सड़क सुरक्षा में किए गए उपायों की समीक्षा करेगी और देखेगी कि सुधार के उपाय जमीन पर कितने बेहतर तरीके से लागू किए गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ट्रैफिक सर्वे रिपोर्ट में अलग-अलग शहरों में जाम के स्पाट चिह्नित किए गए हैं। इन जाम के स्पाट को दुरुस्त करने के लिए पुलिस के साथ परिवहन, पथ निर्माण, एनएच के अधिकारियों के साथ समन्वय कर समधान निकालने का प्रयास करने को कहा गया है। इसी तरह एनएच और अन्य सड़कों पर दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ब्लैक स्पाट चिह्नित हुए हैं। इन ब्लैक स्पाट पर हादसों का कारण रोड इंजीनियरिंग है या गति-सीमा, इन सारे बिंदुओं की समीक्षा होगी। इसके अलावा आवश्यक जगहों पर साइनेज आदि लगाने का निर्देश भी दिया गया है।
यातायात प्रबंधन और दुर्घटनाओं की वैज्ञानिक जांच का मिला प्रशिक्षणराज्य में यातायात सुधार के लिए पुलिस के साथ-साथ परिवहन और सड़क प्राधिकरण के पदाधिकारियों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें सड़क सुरक्षा में लगे विभागों के अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं की वैज्ञानिक जांच और साक्ष्य संग्रह का भी प्रशिक्षण दिया गया।इसको लेकर राजधानी के हार्डिंग रोड में तीन से पांच अक्टूबर तक तीन दिवसीय प्रशिक्षणशाला का आयोजन किया गया।
इसमें फरीदाबाद स्थित भारतीय रोड ट्रांसपोर्ट इंस्टीट्यूट (आइआरटीई) के विशेषज्ञों के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मोटर वाहन अधिनियम, केंद्रीय मोटर वाहन नियम, राज्य मोटर वाहन नियमों के सार की जानकारी दी गई। सड़क यातायात उल्लंघनों की पहचान और सड़क संकेतक आदि के बारे में जानकारी दी गई।
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Lalu Yadav: 'लालू देश के पहले ऐसे राजनेता जिनके परिवार के...', ये क्या बोल गए नीतीश कुमार के खास मंत्री
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा है कि लालू यादव अपने भ्रष्टाचार को राजनीतिक कवर देने की लाख कोशिश करें मगर कानून के शिकंजे से बच नहीं पाएंगे। चारा घोटाले के पांच मामलों में सजायाफ्ता लालू देश के इकलौते ऐसे राजनेता हैं जिनके परिवार के आधा दर्जन सदस्य भ्रष्टाचार के मामले में आरोपित है।
उन्होंने कहा कि लैंड फॉर जॉब स्कैम में सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के बाद मिली जमानत इन सबके बेगुनाही का प्रमाणपत्र नहीं है।
पांडेय ने कहा कि चार्जशीट में जांच एजेंसी ने स्पष्ट तौर पर बताया है कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू और उनके परिवार ने रेलवे में नौकरी देने के नाम पर लोगों से रिश्वत के तौर पर जमीन ली। आरोप है कि अपराध से अर्जित जमीन पर लालू के परिवार का कब्जा है।
जदयू ने प्रदेश कमेटी की विस्तारित सूची जारी कीजदयू प्रदेश नेतृत्व ने सोमवार को प्रदेश कमेटी की विस्तारित सूची जारी की। नयी सूची में एक दर्जन नए महासचिव, 14 सचिव व दो प्रवक्ता बनाए गए हैं।
इन्हें महासचिव बनाया गयारणविजय सिंह, लोक प्रकाश सिंह, सौरभ निधि, रंजीत कुमार झा, संजय मालाकार, अंजनी कुमार सिंह, राजेश पाल, किरण रंजन, प्रतिभा सिंह, पवनदेव चंद्रवंशी, ओमप्रकाश सिंह सेतु व बनारसी ठाकुर।
इन्हें सचिव का जिम्माप्रवीण कुमार, परशुराम ततवा, राजकिशोर ठाकुर, शमशाद साईं, विनीता स्टेफी पासवान, रिंकू सिंह, नीलू पटेल, संजय राम, कमलाकांत भारती, ईश्वर मंडल, संतोष यादव, कुंदन किशोर सिंह व बालकृष्ण।
दो लोगों का प्रवक्ता बनाया गयानयी सूची में अभिषेक झा का फिर से प्रवक्ता बनाया गया है। इसके अतिरिक्त नवल शर्मा भी प्रवक्ता बनाए गए हैं।
Bihar Teacher Transfer Policy: हर पांच साल पर शिक्षकों का स्थानांतरण अनिवार्य, प्रमोशन को लेकर भी आया अपडेट
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों का स्थानांतरण अब हर पांच साल पर होगा। इसे अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। किसी भी विद्यालय में अधिकतम 70 प्रतिशत महिला शिक्षकों का ही पदस्थापन होगा। विद्यालयों में शिक्षकों का पदस्थापन शिक्षा का अधिकार कानून के मानक के आधार पर होगा।
राजनीति में संलिप्तता, वित्तीय अनियमितता बरतने एवं नैतिक पतन के मामले में शिक्षक जिला बदर किए जाएंगे। उन पर विभागीय कार्यवाही भी चलेगी। यह प्रविधान सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के स्थानांतरण-पदस्थापन को लागू की गई नयी नीति में किया गया है।
प्रत्येक विद्यालय में होंगे चार कोटि के शिक्षकनई नीति के प्रविधान के मुताबिक, चार कोटि के शिक्षकों में से प्रत्येक विद्यालय में 10 प्रतिशत पुराने वेतनमान वाले, 30 प्रतिशत नियोजित, 30 प्रतिशत सक्षमता उत्तीर्ण विशिष्ट एवं 30 प्रतिशत बिहार लोक सेवा आयोग से नियुक्त शिक्षक होंगे। प्रत्येक शहरी निकाय को एक इकाई मान कर स्थानान्तरण की कार्रवाई की जाएगी। स्थानान्तरण-पदस्थापन में शिक्षकों की वरीयता का भी ध्यान रखा जाएगा।
जिला स्तरीय वरीयता सूची शिक्षक श्रेणीवार होगा। स्थानान्तरण-पदस्थापन के लिए जाने वाले दस विकल्प में यथासंभव उन्हें निकटतम अनुमंडल या जिला में पदस्थापित किया जायेगा। स्थानान्तरण, पदस्थापन, प्रतिनियुक्ति की कार्रवाई साफ्टवेयर आधारित एप्लिकेशन के माध्यम से होगी। रिक्ति की गणना शिक्षा का अधिकार अधिनियम, छात्र-शिक्षक अनुपात एवं आधारभूत संरचना की उपलब्धता के आधार पर की जाएगी।
नियोजित शिक्षकों पर लागू नहीं होगी नई पॉलिसीपहले चरण में नियोजित शिक्षकों को छोड़ कर शेष सभी कोटि के शिक्षकों का स्थानांतरण-पदस्थापन मुख्यालय स्तर से होगा। बिहार लोक सेवा आयोग से टीआरई वन-टू के शिक्षक स्थानान्तरण-पदस्थापन के लिए विकल्प नहीं देंगे, तो उनके स्थानान्तरण पर विचार नहीं होगा। वे अपने वर्तमान पदस्थापन वाले स्कूल में ही बने रहेंगे। पहले चरण के स्थानांतरण-पदस्थापन की कार्रवाई में सक्षमता उत्तीर्ण एवं बीपीएससी से टीआरई वन-टू के शिक्षक के लिए राज्य स्तरीय वरीयता के आधार पर अवसर प्रदान किये जाएंगे।
सामान्यतया शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं की जाएगी। अतिआवश्यक होने पर जिला स्थापना समिति द्वारा तीन माह के लिए प्रतिनियुक्ति का आदेश दिया जा सकेगा। स्थानांतरण एवं प्रतिनियुक्ति संबंधी आदेश विभागीय पोर्टल से सॉफ्टवेयर आधारित आटो जेनरेटेड फार्मेट के माध्यम से निर्गत किया जाएगा। अन्य किसी माध्यम से निकाले गए आदेश अवैध माने जाएंगे। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने नई नीति में स्पष्ट प्रविधान किया है।
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बिहार में NDA सरकार गिराने की हुई थी साजिश, BJP-JDU विधायकों की हॉर्स-ट्रेडिंग मामले पर EOU का बड़ा खुलासा
राज्य ब्यूरो, पटना। राजग सरकार के विश्वासमत से पहले फरवरी में एनडीए विधायकों को मंत्री पद और दस-दस करोड़ रुपये का प्रलोभन देकर महागठबंधन के पाले में लाने के आरोपों की जांच में अवैध रूप से वित्तीय लेन-देन के साक्ष्य मिले हैं।
मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने अपनी प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है। इसमें दिल्ली, उत्तरप्रदेश, झारखंड और नेपाल से विधायकों को पैसे का प्रलोभन दिए जाने की बात सामने आई है।
महागठबंधन की सरकार बनने पर समर्थन देने वाले विधायकों को अवैध धन उपलब्ध कराना था। इस वित्तीय लेन-देन और मनी लांड्रिंग की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के स्तर से भी की जा रही है।
ईओयू के डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि इस मामले में दो बिंदुओं पर जांच हो रही है। ईओयू आपराधिक साजिश के बिंदु पर जांच में जुटी है। वहीं, ईडी वित्तीय लेन-देन और मनी लांड्रिंग के बिंदुओं पर साक्ष्य जुटा रही है।
उन्होंने बताया कि ईओयू की प्रारंभिक जांच में वित्तीय लेन-देन की जानकारी मिली है, जिसकी अग्रतर जांच चल रही है। अभी बहुत सी चीजें प्रारंभिक स्तर पर हैं। कई बिंदुओं पर अनुसंधान किया जाना बाकी है। बहुत लोगों की गवाही होनी भी बाकी है।
JDU विधायक ने फरवरी में दर्ज कराई थी FIRविधायकों की खरीद मामले में मधुबनी के हरलाखी से जदयू विधायक सुधांशु शेखर ने 11 फरवरी को पटना के कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए करीब एक सप्ताह बाद इसकी जांच ईओयू को दे दी गई थी। इसमें पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रैंक के अफसर को अनुसंधान पदाधिकारी (आइओ) बनाया गया था।
सुधांशु ने जदयू विधायक डा संजीव और राजद से जुड़े ई सुनील कुमार पर अपने सहयोगियों के माध्यम से विधायक बीमा भारती और दिलीप राय को डरा-धमकाकर अपहरण करने की शिकायत भी दर्ज कराई थी, ताकि दोनों महागठबंधन के पक्ष में मतदान कर सकें।
BPSC 70th Exam Date 2024: बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा की तारीख बदली, दिसंबर में होगा एग्जाम; चेक करें डेट
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा अब 13 एवं 14 दिसंबर को आयोजित हो सकती है। पहले यह 17 नवंबर को संभावित थी, लेकिन आयोग इसे आगे बढ़ा दिया है। इसके साथ ही राज्य के दो दर्जन से अधिक जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर परीक्षार्थियों के आवासन की व्यवस्था को लेकर जानकारी मांगी है।
इस परीक्षा में लगभग सात से आठ लाख उम्मीदवारों के सम्मिलित होने की संभावना है। इन परीक्षार्थियों के लिए जिला स्तर पर परीक्षा केंद्र की आवश्यकता है।
परीक्षा केंद्र को लेकर बीपीएससी ने जिला पदाधिकारियों से 18 अक्तूबर तक परीक्षा केंद्र चयन की जानकारी मांगी है। जिला पदाधिकारियों को कहा गया है कि परीक्षा केंद्रों पर बाउंड्री, लाइट, पानी, बैंच, डेस्क, शौचालय, प्रत्येक कक्षा में दिवाल घड़ी आदि की उपलब्धता अच्छी स्थिति में हो।
इसके अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों पर आवागमन की सुविधा सुगम हो। आयोग के मापदंड के अनुरूप सरकारी एवं निजी प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों का चयन कर (निजी कालेजों को छोड़कर) केंद्र का चयन करना है।
तीन फीट के बेंच पर बैठेंगे एक परीक्षार्थी:परीक्षा के दौरान तीन फीट के बेंच पर मात्र एक परीक्षार्थी, पांच फीट के बेंच पर मात्र दो परीक्षार्थी को बैठने की व्यवस्था की जाएगी। एक बेंच से दूसरे बेंच की दूरी कम-से-कम तीन फीट अवश्य हो। 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 2024 के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है।
परीक्षार्थी 18 अक्तूबर तक आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा के माध्यम से राज्य के अलग-अलग विभागों में 1,957 पद भरे जाएंगे।
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अगले 100 दिनों में 2.43 लाख परिवारों को मिलेगा PM Awas Yojana का लाभ, CM नीतीश कुमार का एलान
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत 1650.33 करोड़ की विभिन्न योजनाओं की राशि लाभुकों के खाते में अंतरित की। मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगले सौ दिनों में लगभग 2.43 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, इसके लिए मनरेगा द्वारा मजदूरी मद में तथा लोहिया स्वच्छ बिहार के तहत निर्माण मद में 2800 करोड़ रुपए अंतरित कर दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीणप्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत 1.10 लाख परिवारों को आवास स्वीकृति तथा 1.5 लाख लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में 420 करोड़ रुपए राशि अंतरित किए। इसके अंतर्गत 1.20 लाख रुपए की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है जिसमें 40 प्रतिशत राज्यांश है। यह 48 हजार रुपए है।
सतत जीविकोपार्जन योजना के लाभार्थियों को 113 करोड़मुख्यमंत्री ने सतत जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत 34 हजार लाभार्थियों के खाते में 113 करोड़ रुपए अंतरित किए। पांच अगस्त 2018 को इस योजना का आरंभ हुआ था। देसी शराब और ताड़ी उत्पादन तथा बिक्री में पारंपरिक रूप से जुड़े अत्यंत निर्धन परिवारों तथा अनुसूचित जाति-जनजाति व अन्य समुदायों के लक्षित अत्यंत निर्धन परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से लोग स्वाबलंबी बन रहे। इससे उनके परिवारों को भी लाभ हो रहा।
जाविका के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़जीविका के अंतर्गत 48 हजार 500 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में 400 करोड़ रुपए अंतरित किए गए। इसके अलावा जीविका के अंतर्गत 15 हजार, 314 स्वयं सहायता समूहों को 537 करोड़, 33 लाख रुपए के बैंक ऋण की राशि भी अंतरित की गयी। इस वित्तीय वर्ष मे 5164 करोड़ रुपए का बैंक ऋण स्वयं सहायता समूहों को उपलब्ध कराया गया है।
शौचालय निर्माण के लिए 180 करोड़लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत शौचालय निर्माण को ले 1.50 लाख परिवारों को 180 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि अंतरित की गयी।
लाभुकों को तत्काल लाभमु्ख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के खाते में आज 1650 करोड़ रुपए का अंतरण किया गया है। इससे लाभुकों को तत्काल लाभ मिलना शुरू हो गया है। लक्षित व अत्यंत निर्भर परिवारों को लाभ मिल रहा है। महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। इससे परिवार और समाज में काफी बदलाव आया है। खुले में शौच से मुक्ति को लेकर शौचालय का निर्माण बहुत जरूरी है। राज्य के बेघर और कच्चे आवास में रहने वाले परिवारों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार संकल्पित है।
ये रहे मौजूदउप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, डा. एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह व जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा सहित कई अन्य वरीय अधिकारी।
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NEET Paper Leak: सीबीआई ने नीट पेपर लीक केस में फाइल की 5500 पन्नों की तीसरी चार्जशीट, 21 आरोपियों के नाम शामिल
राज्य ब्यूरो, पटना। इस वर्ष मई महीने में लीक हुए नीट यूजी पेपर लीक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को पटना स्थित सीबीआई की विशेष न्यायालय में तीसरी चार्जशीट फाइल की। साढ़े पांच हजार से अधिक पेज की इस चार्जशीट में सीबीआई ने 298 गवाहों, 290 दस्तावेज और 45 भौतिक वस्तुओं की जांच करने के बाद तैयार की है।
तीसरी चार्टशीट में 21 आरोपियों के नाम शामिल किए गए हैं। इन पर धारा 120-बी के साथ 109, 201, 380, 409, 411, 420 आइपीसी, और धारा के तहत 13(2) को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित) की धारा 13(1)(ए) लगाई गई हैं।
ओएसिस स्कूल से गायब हुए थे प्रश्न पत्रसीबीआई को अपनी जांच के दौरान इस बात के प्रमाण मिले कि पांच मई 2024 की सुबह करीब आठ बजे प्रश्न पत्र बैंक वाल्ट से निकल कर ओएसिस स्कूल हजारीबाग पहुंचाया गया। प्रश्न पत्र एक ट्रंक में बंद था। इस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम ने प्रश्न पत्र चोरी करने में बड़ी भूमिका निभाई।
इन दोनों ने पंकज कुमार नामक एक व्यक्ति को चुपचाप कंट्रोल रूम जहां ट्रंक में प्रश्न पत्र था उसमें प्रवेश करने की अनुमति दी। एक औजार की मदद से ट्रक के कब्जे से छेड़छाड़ कर एक प्रश्न पत्र हटाया गया। उसके सभी पन्नों की तस्वीर लेकर उसे वापस वहीं रख ट्रंक सील कर दिया गया। इस औजार को पंकज कुमार के आवास से बरामद किया गया।
नौ सॉल्वर ने मिलकर प्रश्नों के हल निकालेइस प्रश्न पत्र की तस्वीर पंकज के पास से निकल कर उसके सहयोग सुरेंद्र कुमार के पास पहुंची जो राज गेस्ट हाउस हजारीबाग में था। यहीं इन प्रश्न पत्रों को प्रिंट किया गया और साल्वरों के एक गु्रप को प्रश्न साल्व करने के लिए दिया गया। प्रश्न पत्र करण जैन, कुमार शानू, राहुल आनंद, चंदन सिंह, सुरभि कुमारी, दीपेंद्र शर्मा, रौनक राज, संदीप कुमार और अमित कुमार ने मिलकर साल्व किए।
ये सभी सॉल्वर एमबीबीएस के छात्र हैं जिन्होंने पिछले वर्षो में मेरिट के आधार पर सीटें हासिल की थीं। उन सभी का पता लगा लिया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इन छात्रों ने मिलकर बाटनी-जूलाजी, फिर केमिस्ट्री और अंत में फिजिक्स के प्रश्न हल किए थे।
अभ्यर्थियों से बाद में प्रश्न-उत्तर लेकर किया गया नष्टहल किए गए प्रश्न पत्र राज गेस्ट हाउस में उपस्थित अभ्यर्थियों को बांटे गए। इसके अलावा इन्हें स्कैन कर डिजिटल माध्यम से अलग-अलग जगहों पर भेजा गया। जहां आरोपियों ने इसे प्राप्त किया और आगे बढ़ाया। जिन चयनित उम्मीदवारों ने पूर्व में पैसों का भुगतान कर दिया था उन्हें यह प्रश्न वितरित किए गए।
दोपहर सवा 12 बजे इन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र जाने की अनुमति दी गई, लेकिन वे अपने साथ प्रिंटेट पेपर नहीं ले सकते थे। अभ्यर्थियों से प्रश्न पत्र और उनके उत्तर लेकर उन्हें नष्ट कर दिया गया। जाने से पहले उम्मीदवारों की तलाशी ली गई।
लर्न एंड प्ले स्कूल में जब्त जले पेपर से जांच आगे बढ़ीसीबीआइ ने जांच के क्रम में लर्न प्ले स्कूल, पटना में जब्त किए गए आधे जले हुए पेपर, पेपर पर छपे सीरियल कोड के आधार पर हजारीबागे के ओएसिस स्कूल तक पहुंची। एजेंसी ने गिरोह में शामिल सदस्यों और साल्वरों की पहचान की। कुल 144 उम्मीदवारों की भी पहचान की जो इस पेपर लीक के लाभार्थी थे। सीबीआई अब इनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई शुरू करने जा रही है।
इस मामले में मुख्य आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए 21 मोबाइल फोन भी विभिन्न नदी-तालाबों से बरामद किए गए हैं। इसके लिए बकायदा गोताखोरों तक की मदद ली गई। नीट यूजी पेपर लीक में अब तक 49 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। जिसें मुख्य साजिशकर्ता और साल्वर भी शामिल हैं। अब तक 40 आरोपियों के खिलाफ तीन आरोपपत्र दाखिल किये जा चुके हैं। अन्य आरोपियों के खिलाफ आगे की जांच जारी है।
तीसरी चार्जशीट में इन आरोपियों के नामराज कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह, सुरेंद्र कुमार शर्मा उर्फ मोल, राकेश रंजन राकी, शशिकांत पासवान उर्फ शशि उर्फ पासु, अभिनास कुमार उर्फ बंटी, करण जैन, कुमार शानू, राहुल आनंद, चंदन सिंह, सुरभि कुमारी , दीपेंद्र शर्मा, कुमार मंगलम विश्नोई, रौनक राज, संदीप कुमार, अमित कुमार, संजय कुमार, रंजीत कुमार बेउरा उर्फ पिंटू, अमित प्रसाद महराना उर्फ मुन्नू, धीरेन कुमार पांडा, सुशांत मोहंती, और पंकज कुमार उर्फ आदित्य।
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सरकारी कर्मचारियों पर पटना हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, फीडर कैडर सहायकों के प्रमोशन पर लगाई रोक
विधि संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट ने अपने फैसले से फीडर कैडर सहायकों की सेवा अवधि का आकलन करते हुए उन्हें सेक्शन ऑफिसर, अवर सचिव एवं संयुक्त सचिव के पदों पर कोई भी तदर्थ पदोन्नति देने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
न्यायाधीश बिबेक चौधरी की एकलपीठ ने नेमनी दास एवं अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए स्पष्ट किया कि रीट याचिका के निष्पादन तक फीडर कैडर के सहायकों को उक्त वर्णित पदों पर तदर्थ पदोन्नति नहीं दी जाएगी। कोर्ट ने वरीय अधिवक्ता वाई वी गिरि एवं निवेदिता निर्विकार को सुनते हुए उक्त आदेश पारित किया।
याचिका द्वारा कोर्ट के समक्ष यह मुद्दा उठाया गया है कि फीडर संवर्ग सहायकों से तदर्थ आधार पर अवर सचिव और संयुक्त सचिव के पदों पर उनकी सेवा अवधि को ध्यान में रखते हुए पदोन्नति बिहार सचिवालय सेवा अधिनियम और उसमें बनाए गए नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए मूल अधिनियम में संशोधन किए बिना नहीं की जा सकती है।
कोर्ट को बताया गया कि बिहार सचिवालय सेवा अधिनियम 2007 और उसके अधीन बनाए गए नियमों में प्रशाखा पदाधिकारी के पद पर प्रोन्नति की प्रक्रिया का स्पष्ट उल्लेख है, जिसमें कहा गया है कि प्रशाखा पदाधिकारी के संवर्ग का 80 प्रतिशत सामान्य प्रोन्नति से भरा जाएगा।
इस संवर्ग का 20 प्रतिशत सीमित विभागीय परीक्षा द्वारा भरा जाएगा तथा उनकी पारस्परिक वरिष्ठता प्रशाखा पदाधिकारी के संवर्ग में ग्रेडेशन सूची तैयार कर निर्धारित की जाएगी। इसमें सफल सहायकों को सामान्य प्रोन्नति से पहले सामूहिक रूप से रखा जाएगा। इस नियम का उल्लंघन 05 जून 2018 की अधिसूचना के आधार पर नहीं किया जा सकता है। अगली सुनवाई 28 अक्टूबर को होगी ।
नीतीश की '220' वाली भविष्यवाणी पर PK ने दिया गजब रिएक्शन, BJP को साफ संदेश; खेला होगा?
राज्य ब्यूरो, पटना। Jan Suraaj Party Bihar जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के उस बयान पर कटाक्ष किया जिसमें वो अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा कर रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में एनडीए 220 सीटें जीतेगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जदयू एनडीए के साथ लड़े या महागठबंधन के साथ, अगले चुनाव में उसे 20 सीटें भी नहीं मिलेंगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि आज अगर बिहार की जनता किसी से सबसे ज्यादा नाराज है तो वो हैं नीतीश कुमार। प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता नीतीश के 'अफसर-राज' से परेशान है।
भाजपा भी जानती है कि नीतीश कुमार आज राजनीतिक बोझ बन चुके हैं और कोई कंधा उन्हें उठा नहीं सकता, लेकिन नियति ने भी ऐसी व्यवस्था बना दी है जिसके चलते भाजपा के लिए मजबूरी हो गई है कि उन्हें अगला चुनाव नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ना होगा और नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे। अपने इस बयान से प्रशांत किशोर ने कहीं ना कहीं भाजपा को भी संदेश भेजने की कोशिश की है।
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी ने नीतीश के चेहरे पर चुनाव लड़ा तो जन सुराज पार्टी के लिए इससे अच्छी बात और कुछ नहीं हो सकती।
लापरवाही के कारण कोसी का टूटा तटबंध : दीपंकरबिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लौटने के बाद भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार की लापरवाही के कारण कोसी का तटबंध टूटा है। डबल इंजन की सरकार के लिए बचाव और राहत निश्चित रूप से कोई प्राथमिकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोसी इस समय बिहार में बाढ़ लाने वाली एकमात्र नदी नहीं है. गंडक, बागमती, गंगा, इन सभी प्रमुख नदियों ने बिहार के बड़े हिस्से में बाढ़ ला दी है। फसलों को नुकसान पहुंचाया है, आजीविका को नष्ट कर दिया है, लेकिन सरकार का राहत-बचाव काफी कमजोर है।
बता दें कि दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व में धीरेंद्र झा, संदीप सौरव, शशि यादव, संतोष सहर व कुमार परवेज़ समेत अन्य कई प्रमुख नेताओं ने दरभंगा और मुजफ्फरपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का का दौरा किया है।
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Bihar Teacher: नवरात्र में शिक्षकों को बड़ा तोहफा, नीतीश सरकार ने की नई ट्रांसफर-पोस्टिंग पॉलिसी की घोषणा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के स्थानातंरण-पदस्थापन की नीति घोषित हो गई है। शिक्षकों को दुर्गापूजा के सुअवसर पर बड़ा तोहफा मिला है। नई नीति के तहत ऐसे शिक्षक जो स्वयं, पति-पत्नी या उनके बच्चे कैंसर, डायलिसिस, किडनी ट्रांसप्लांट, जन्मजात हृदय रोग, बाईपास सर्जरी, वाल्व रिप्लेसमेंट, स्टंट, ब्रेन हेमरेज, लिवर सिरोसिस, लीवर ट्रांसप्लांट जैसे असाध्य रोगों से ग्रस्त तथा दिव्यांग होंगे, विकल्प वाले पंचायत, नगर निकाय, प्रखंड, अनुमंडल, जिले में उनकी ऐच्छिक पोस्टिंग होगी।
विधवा, परित्यक्ता एवं महिला शिक्षकों का भी उनके विकल्प वाले पंचायत, नगर निकाय, प्रखंड, अनुमंडल, जिले में ऐच्छिक पदस्थापन होगा। हालांकि, यह ऐच्छिक पदस्थापन स्वयं के गृह पंचायत-नगर निकाय, पति-पत्नी के गृह पंचायत-नगर निकाय तथा वर्तमान पदस्थापन के पंचायत-नगर निकाय में नहीं होगा।
इसी प्रकार शिक्षिका के पति के पदस्थापन के आधार पर उनका पदस्थापन विकल्प वाले पंचायत, नगर निकाय, प्रखंड, अनुमंडल, जिले में होगा। हालांकि, यह ऐच्छिक पदस्थापन स्वयं के गृह पंचायत-नगर निकाय, पति-पत्नी के गृह पंचायत-नगर निकाय तथा वर्तमान पदस्थापन के पंचायत-नगर निकाय में नहीं होगा, लेकिन सभी कोटि के पुरुष शिक्षकों का पदस्थापन जिला का दिए गए विकल्प के आधार पर गृह अनुमंडल छोड़ कर होगा।
दिव्यांगता की श्रेणी में ऐसे शिक्षक आएंगे, जो दिव्यांगता (दृष्टि बाधित, मूक बधिर, अस्थि दिव्यांग, मनोविकार, बहु दिव्यांग) के आधार पर नियुक्त होंगे अथवा सेवाकाल में दुर्घटनाग्रस्त या शल्य चिकित्सा की वजह से दिव्यांग होंगे। शिक्षक अथवा उनके पति-पत्नी या बच्चे विविध प्रकार के आटिज्म, मस्तिष्क पक्षाघात एवं अन्य गंभीर मानसिक दिव्यांगता के शिकार होंगे, तो उन्हें भी दिव्यांगता की कोटि का लाभ मिलेगा। स्थानान्तरण-पदस्थापन के लिए शिक्षकों से 10 विकल्प लिए जायेंगे।
शिक्षकों के हित में नई नीति : शिक्षा मंत्रीशिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने सोमवार को पत्रकार सम्मेलन में शिक्षकों के स्थानातंरण-पदस्थापन की नयी नीति की घोषणा की। हालांकि, यह नीति नियोजित शिक्षकों पर लागू नहीं होगी। उन्होंने कहा कि काफी गहराई से विचार-विमर्श के बाद शिक्षकों के हित में यह नीति बनी है। इसमें यह ध्यान रखा गया है कि शिक्षक संतुष्ट हों। उनके सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है।
सक्षमता परीक्षा पास, बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से नियुक्त और पहले से नियुक्त पुराने वेतनमान वाले शिक्षक पदस्थापन के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदन ऑनलाइन लिया जाएगा। इसके लिए सॉफ्टवेयर का ट्रायल चल रहा है। जल्द ही आवेदन लेने की तिथि घाषित की जाएगी। जब शिक्षकों के आवेदन आ जाएंगे।
दिसंबर में पोस्टिंग की जाएगी। सक्षमता परीक्षा पास शिक्षक पोस्टिंग वाले विद्यालय में विशिष्ट शिक्षक के रूप में योगदान के दिन से सरकारी सेवक बन जाएंगे। पहली सक्षमता परीक्षा पास डेढ़ लाख शिक्षकों की काउंसलिंग हो चुकी है। जिनकी काउंसलिंग नहीं हुई है, उन्हें समय दिया जाएगा।
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'बेड-सोफा से लेकर बाथटब तक, बंगले से सब उठा ले गए तेजस्वी यादव', सम्राट चौधरी के पीए का RJD नेता पर बड़ा आरोप
डिजिटल डेस्क, पटना। तेजस्वी यादव ने 5 देश रत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगले को खाली कर दिया है। अब इस बंगले में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी शिफ्ट होंगे। सम्राट चौधरी विजयादशमी के दिन इस बंगले में शिफ्ट होंगे। इसके लिए बंगले का नए सिरे से रंग रोगन किया जा रहा है। हालांकि, सम्राट चौधरी के बंगले में शिफ्ट होने से पहले तेजस्वी यादव के बंगले को खाली करने को लेकर सियासत शुरू हो गई है।
बीजेपी नेता और सम्राट चौधरी के निजी सहायक ने तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि तेजस्वी यादव ने बंगला तो खाली कर दिया है, लेकिन वह अपने साथ बंगले का कीमती सामान भी उठा ले गए हैं।
भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने आरोप लगाया कि बंगले से बेड, सोफा, बाथरूम टब, यहां तक कि बेसिन नल जैसी कई चीजें गायब हैं। उन्होंने कहा कि वह भवन निर्माण के ओर से तेजस्वी यादव के बंगले के लिए दिए गए सामान की लिस्ट लेकर आएंगे।
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